हरियाणा में करनाल के कुंजपुरा गांव में एक परिवार के इकलौते बेटे की करंट लगने से मौत हो गई। युवक कल शाम को खेतों की तरफ घूमने गया हुआ था, वहीं पर उसके साथ हादसा हुआ। गंभीर अवस्था में कुंजपुरा के सरकारी अस्पताल में युवक को लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन युवक को घर लेकर आए, लेकिन उन्हें एहसास हुआ कि युवक में सांस चल रही है, वे तुरंत उसे कुंजपुरा के अस्पताल में लेकर पहुंचे, चेकअप के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिर मामले की सूचना पुलिस को दी गई। घटना की सूचना के कुंजपुरा पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी हाउस में रखवा दिया है। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस जांच कर रही है। कुंजपुरा का रहने वाला था मृतक मृतक की पहचान गांव कुंजपुरा निवासी 26 वर्षीय मोहित के रूप में हुई है। जो करनाल की एक फैक्ट्री में काम करता था। वीरवार को वह काम पर नहीं गया था। मृतक के जीजा सोनू ने बताया कि कल शाम को मेरे बड़े साढू का मेरे पास कॉल आया था। जिसने बताया कि कल शाम को मोहित खेतों की तरफ घूमने के लिए गया था। जहां पर तालाब के पास लोहे के खंभे बिजली की तार नीचे लटकी हुए थी, और वह उनकी चपेट में आ गया और मौत हो गई। मोहित के चेहरे पर चोट का निशान था, नाक से खून आया था, पैरों में भी निशान थे। घर लाने बाद हुई सांस महसूस सोनू ने बताया कि पहले हम मोहित को अस्पताल लेकर गए थे जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। जिसके बाद वह उसे घर लेकर आ गए। घर पर जब मोहित के शव के पास पूरा परिवार बैठा हुआ था और विलाप कर रहे थे, इस दौरान मोहित के बॉडी को जब उन्होंने हिलाया तो उसमें सांस महसूस हुए, उसमें सांस सा आया। हम दोबारा उसको कुंजपुरा के अस्पताल में लेकर पहुंचे, डॉक्टरों ने फिर चेकअप किया और उसे मृत घोषित कर दिया। तीन बहनों का इकलौता भाई था मोहित सोनू ने बताया कि मोहित तीन बहनों का इकलौता भाई था। उसकी शादी लगभग एक साल पहले हुई थी, उसकी पत्नी सात माह की गर्भवती है। मोहित से दो बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है जबकि छोटी बहन अभी अविवाहित थी। जिसके लिए अभी वो लड़का देख रहा था। मोहित ही अपने परिवार को पालन पोषण कर रहा था। मोहित की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। मां, पत्नी व बहनों का रो रोकर बुरा हाल है। उसकी मौत से परिवार पूरी तरह से टूट चुका है। करंट लगने से हुई मौत कुंजपुरा थाना में जांच अधिकारी सुलतान सिंह ने बताया कि मोहित की मौत करंट लगने से हुई है। वह कल शाम को कुंजपुरा में खेतों की तरफ तालाब के पास गया हुआ था। जहां पर लोहे के खंभे से तार नीचे लटके हुए थे, और वह उनकी चपेट में आ गया और मौत हो गई। मृतक की बहन अंजू की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। हरियाणा में करनाल के कुंजपुरा गांव में एक परिवार के इकलौते बेटे की करंट लगने से मौत हो गई। युवक कल शाम को खेतों की तरफ घूमने गया हुआ था, वहीं पर उसके साथ हादसा हुआ। गंभीर अवस्था में कुंजपुरा के सरकारी अस्पताल में युवक को लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन युवक को घर लेकर आए, लेकिन उन्हें एहसास हुआ कि युवक में सांस चल रही है, वे तुरंत उसे कुंजपुरा के अस्पताल में लेकर पहुंचे, चेकअप के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिर मामले की सूचना पुलिस को दी गई। घटना की सूचना के कुंजपुरा पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी हाउस में रखवा दिया है। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस जांच कर रही है। कुंजपुरा का रहने वाला था मृतक मृतक की पहचान गांव कुंजपुरा निवासी 26 वर्षीय मोहित के रूप में हुई है। जो करनाल की एक फैक्ट्री में काम करता था। वीरवार को वह काम पर नहीं गया था। मृतक के जीजा सोनू ने बताया कि कल शाम को मेरे बड़े साढू का मेरे पास कॉल आया था। जिसने बताया कि कल शाम को मोहित खेतों की तरफ घूमने के लिए गया था। जहां पर तालाब के पास लोहे के खंभे बिजली की तार नीचे लटकी हुए थी, और वह उनकी चपेट में आ गया और मौत हो गई। मोहित के चेहरे पर चोट का निशान था, नाक से खून आया था, पैरों में भी निशान थे। घर लाने बाद हुई सांस महसूस सोनू ने बताया कि पहले हम मोहित को अस्पताल लेकर गए थे जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। जिसके बाद वह उसे घर लेकर आ गए। घर पर जब मोहित के शव के पास पूरा परिवार बैठा हुआ था और विलाप कर रहे थे, इस दौरान मोहित के बॉडी को जब उन्होंने हिलाया तो उसमें सांस महसूस हुए, उसमें सांस सा आया। हम दोबारा उसको कुंजपुरा के अस्पताल में लेकर पहुंचे, डॉक्टरों ने फिर चेकअप किया और उसे मृत घोषित कर दिया। तीन बहनों का इकलौता भाई था मोहित सोनू ने बताया कि मोहित तीन बहनों का इकलौता भाई था। उसकी शादी लगभग एक साल पहले हुई थी, उसकी पत्नी सात माह की गर्भवती है। मोहित से दो बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है जबकि छोटी बहन अभी अविवाहित थी। जिसके लिए अभी वो लड़का देख रहा था। मोहित ही अपने परिवार को पालन पोषण कर रहा था। मोहित की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। मां, पत्नी व बहनों का रो रोकर बुरा हाल है। उसकी मौत से परिवार पूरी तरह से टूट चुका है। करंट लगने से हुई मौत कुंजपुरा थाना में जांच अधिकारी सुलतान सिंह ने बताया कि मोहित की मौत करंट लगने से हुई है। वह कल शाम को कुंजपुरा में खेतों की तरफ तालाब के पास गया हुआ था। जहां पर लोहे के खंभे से तार नीचे लटके हुए थे, और वह उनकी चपेट में आ गया और मौत हो गई। मृतक की बहन अंजू की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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जुलाना में तालाब में डूबने से बच्चे की मौत:बच्चों के संग खेलने गया था, गांव में पसरा मातम हरियाणा के जींद जिले के जुलाना क्षेत्र के पौली गांव में तालाब में डूबने से 2 साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की माैत से गांव में मातम छा गया। मामले की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई करने का प्रयास किया, परंतु परिजनों ने मना कर दिया। पैर फिसलने से तालाब में गिरा पौली गांव निवासी विनोद का लड़का 2 वर्षीय दुर्गेश बच्चों के संग खेलने के लिए तालाब के पास चला गया। अचानक उसका पैर फिसलने से वह तालाब में गिर गया। परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नही लगा। उसके बाद परिजन तलाश करने तालाब पहुंचे, तो दुर्गेश का शव तालाब में तैरता हुआ मिला। परिजन उसे लेकर लाखन माजरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दुर्गेश की आकस्मिक मौत से गांव में मातम का माहौल छा गया। कार्रवाई करने से परिजनों ने किया मना जुलाना थाना प्रभारी मुरारी लाल ने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि पौली गांव में एक बच्चा तालाब में डूब गया। पुलिस ने परिजनों से बात की, तो उन्होंने बताया कि पैर फिसलने से बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने कोई भी कार्यवाही करवाने से मना कर दिया।
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खट्टर के दिल्ली जाने से नहीं हो रहा डैमेज कंट्रोल:CM सिटी के 5 बड़े नेता पार्टी छोड़ गए; केवल एक को ही मना पाए सैनी
खट्टर के दिल्ली जाने से नहीं हो रहा डैमेज कंट्रोल:CM सिटी के 5 बड़े नेता पार्टी छोड़ गए; केवल एक को ही मना पाए सैनी हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के सांसद बनने पर करनाल छोड़ने से भाजपा के हाथ से जिले की पकड़ भी ढीली होती जा रही है। यहां लगातार नेताओं के इस्तीफे आ रहे हैं और पार्टी में बगावती सुर भी मुखर हो रहे हैं। मौजूदा CM नायब सैनी करनाल में डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन बात नहीं बन रही, क्योंकि पार्टी ने नायब सैनी को भी करनाल छोड़ लाडवा से उम्मीदवार बनाया है। जबकि सैनी खुद चाहते थे कि वह करनाल से ही विधानसभा चुनाव लड़ें। पार्टी की रिपोर्ट में बताया गया है कि नायब सैनी को बाहरी होने के कारण करनाल की जनता नापसंद कर रही थी, इसलिए उन्हें करनाल की बजाय लाडवा से कैंडिडेट घोषित किया गया है। जगमोहन आनंद को लोकल होने के चलते करनाल सीट पर खड़ा किया गया है, लेकिन पार्टी से अलग हुए नेता हरपाल कलामपुरा कह चुके हैं कि सैनी को पार्टी ने ही परेशान कर लाडवा भेजा है। करनाल में राजनीति के जानकार मानते हैं कि जब तक यहां से मनोहर लाल खट्टर विधायक रहे और 2 बार CM बने, तब तक पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक था। क्योंकि यहां के ज्यादातर नेता खट्टर के जरिए ही पार्टी में लाए गए, और उनसे ही इन नेताओं को विधानसभा चुनाव में टिकट दिलवाने की आशा थी। खट्टर के दिल्ली की राजनीति में इन्वॉल्व होने से करनाल के नेता टिकट से भी वंचित रह गए। इसका असर यह हुआ कि जिले के 5 बड़े नेता अब तक पार्टी छोड़ चुके हैं। करनाल में भाजपा के हालात बिगड़ने के 3 प्रमुख कारण… 1. पूर्व सीएम खट्टर की दूरी
केंद्रीय मंत्री बनने के बाद मनोहर लाल खट्टर की करनाल से दूरी बढ़ गई, जबकि खट्टर ही वह धागा थे, जिससे करनाल के नेता एक-दूसरे से जुड़े हुए थे। उनके केंद्र में चले जाने से इन नेताओं को भाजपा का कोई अन्य बड़ा नेता संभाल नहीं पाया, जिससे पार्टी यहां कमजोर हो चली है और नेतृत्व भटकता नजर आ रहा है। 2. टिकट कटने से नाराजगी
खट्टर पंजाबी समाज से आते हैं। लोकसभा में जाने के बाद उपचुनाव में नायब सैनी को यहां से चुनाव लड़वाया गया। उस समय भी बाहरी होने का मुद्दा उठा था, लेकिन खट्टर इसे कंट्रोल कर गए। इसके चलते सैनी को उपचुनाव में जीत मिली। लोकल-बाहरी का मुद्दा इस बार न बने, इसलिए पार्टी ने सैनी को लाडवा विधानसभा भेज दिया और पंजाबी चेहरा जगमोहन आनंद को यहां से उम्मीदवार बना दिया। हालांकि, कार्यकर्ता यहां विरोध जगमोहन आनंद का भी कर रहे हैं, क्योंकि उनकी कहना है कि जगमोहन यहां एक्टिव नहीं रहे। इनके लिए पार्टी ने खट्टर के करीबी 4 नेताओं रेणु बाला गुप्ता, मुकेश अरोड़ा, अशोक सुखीजा और जय प्रकाश को दरकिनार कर दिया। 3. बागी नेताओं को नहीं मनाया गया
तीसरा मुख्य कारण यह भी माना जा रहा है कि टिकट कटने से नाराज नेताओं को मनाने के लिए न तो CM नायब सैनी पहुंचे और न ही पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर पहुंच पाए। इस कारण असंध से जिले राम शर्मा, करनाल से पूर्व मंत्री जय प्रकाश, इंद्री से कर्ण देव कंबोज, करनाल से हरपाल कलामपुरा और युवा नेता सुरेंद्र उड़ाना पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। पूर्व मेयर को मना लिया, लेकिन प्रचार से दूरी
करनाल की पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता भी टिकट न मिलने से नाराज हो गई थीं, लेकिन भाजपा ने उन्हें मना लिया है। मुख्यमंत्री सैनी खुद उन्हें मनाने के लिए पहुंचे थे। मनोहर लाल खट्टर ने भी उनके घर जाकर उनसे बात की। इसके बाद रेणु बाला ने भाजपा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया और शनिवार को हुई प्रधानमंत्री की पब्लिक मीटिंग में भी शामिल हुईं। हालांकि, भाजपा कैंडिडेट जगमोहन आनंद के चुनाव प्रचार से उन्होंने दूरी बनाई हुई है, जबकि रेणु बाला को मनाने और उनका समर्थन मांगने के लिए उनके घर जगमोहन आनंद भी गए थे। करनाल से बाहर भी BJP में घमासान
इंद्री में पूर्व राज्य मंत्री और पूर्व विधायक कर्ण देव कंबोज ने BJP को ‘गद्दारों की पार्टी’ बताते हुए छोड़ दिया। उन्हें मनाने के लिए CM नायब सैनी पहुंचे थे, लेकिन कंबोज इतने नाराज थे कि उन्होंने सैनी से हाथ तक नहीं मिलाया। इसके बाद कंबोज कांग्रेस में शामिल हो गए। इंद्री में ही प्रदेश मीडिया कोआर्डिनेटर सुरेंद्र उड़ाना ने भी BJP को अलविदा कह दिया और BSP-INLD के उम्मीदवार बनकर मैदान में उतर गए। उधर, जिलेराम शर्मा ने भी पार्टी छोड़ दी। उन्होंने 6 महीने पहले ही पूर्व CM मनोहर लाल के नेतृत्व में BJP जॉइन की थी। 2014 में करनाल की पांचों सीटें जीती भाजपा
2014 के विधानसभा चुनाव में मोदी की लहर के दम पर करनाल की पांचों सीटें करनाल, इंद्री, असंध, नीलोखेड़ी और घरौंडा भाजपा ने जीती थीं। इसके बाद 2019 के चुनाव में भी भाजपा ने घरौंडा, करनाल और इंद्री में जीत का सिलसिला जारी रखा, लेकिन असंध और नीलोखेड़ी को भाजपा ने गंवा दिया। दोनों चुनाव खट्टर के नेतृत्व में ही लड़े गए। इस बार पार्टी ने करनाल और असंध सीट पर चेहरे बदले हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष बना हुआ है। इसके बीच पार्टी के लिए पिछले 2 बार जैसे प्रदर्शन को दोहराना बड़ी चुनौती होगी।