हरियाणा में करनाल के कारसा डोड गांव में कोर्ट के आदेशों की अवहेलना का मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेशों पर प्रशासन ने महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना में मिले प्लॉटों से कब्जा हटवाया था। प्लॉटधारक ने अपने प्लॉट की नींव भरनी चाही तो दबंगों ने उसे जातिसूचक गालियां और जान से मारने की धमकी दी। व्यक्ति का आरोप है कि कोर्ट के आदेशों के बावजूद दबंग प्लॉटों पर कब्जा जमाए बैठे हैं। उसने बीते दिनों कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा के समक्ष कष्ट निवारण समिति की बैठक में मामला उठाया था। इसके बाद प्रशासन मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए गए। पीड़ित की शिकायत पर निगदू पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गरीबों के लिए काटे गए थे प्लॉट जानकारी के अनुसार वर्ष 2011 में पंचायत ने गांव कारसा डोड में गरीब परिवारों के लिए महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत 100-100 गज के 48 प्लॉट काटे थे। इन प्लॉटों पर गांव के ही कुछ लोगों ने गोबर, गोसे और कचरा डालकर कब्जा कर लिया था। कब्जा हटवाने के लिए पंचायत ने कोर्ट का सहारा लिया और सुप्रीम कोर्ट में केस जीतने के बाद प्रशासन ने बीती 18 दिसंबर को इन प्लाटों से कब्जा हटवाया था। नींव खोदने से रोका गांव के प्लाट धारक अनोक सिंह का आरोप है कि 19 दिसंबर की सुबह करीब 10 बजे वह अपने प्लॉट नंबर 28 पर नींव खोदने पहुंचा। तभी करनैल सिंह, लीला राम, रामस्वरूप, राजकुमार, पाला राम और अन्य ने वहां पहुंचकर उसे काम करने से रोक दिया। आरोपियों ने जातिसूचक गालियां दीं और धमकी दी कि अगर दोबारा यहां आया तो तेरी लाश ही यहां से जाएगी। घटना के समय मौके पर सीताराम, महेंद्र सिंह और गुलाब भी मौजूद थे। उन्होंने आरोपियों द्वारा दी गई धमकियों और जातिसूचक गालियों की पुष्टि की है। अनोक सिंह ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें उनका प्लॉट दिलवाया जाए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज अनोक सिंह की शिकायत पर थाना निगदु में एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी गुलजार ने बताया कि अनोक सिंह की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है। डीएसपी मामले की तसदीक करेंगे। जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा में करनाल के कारसा डोड गांव में कोर्ट के आदेशों की अवहेलना का मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेशों पर प्रशासन ने महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना में मिले प्लॉटों से कब्जा हटवाया था। प्लॉटधारक ने अपने प्लॉट की नींव भरनी चाही तो दबंगों ने उसे जातिसूचक गालियां और जान से मारने की धमकी दी। व्यक्ति का आरोप है कि कोर्ट के आदेशों के बावजूद दबंग प्लॉटों पर कब्जा जमाए बैठे हैं। उसने बीते दिनों कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा के समक्ष कष्ट निवारण समिति की बैठक में मामला उठाया था। इसके बाद प्रशासन मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए गए। पीड़ित की शिकायत पर निगदू पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गरीबों के लिए काटे गए थे प्लॉट जानकारी के अनुसार वर्ष 2011 में पंचायत ने गांव कारसा डोड में गरीब परिवारों के लिए महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत 100-100 गज के 48 प्लॉट काटे थे। इन प्लॉटों पर गांव के ही कुछ लोगों ने गोबर, गोसे और कचरा डालकर कब्जा कर लिया था। कब्जा हटवाने के लिए पंचायत ने कोर्ट का सहारा लिया और सुप्रीम कोर्ट में केस जीतने के बाद प्रशासन ने बीती 18 दिसंबर को इन प्लाटों से कब्जा हटवाया था। नींव खोदने से रोका गांव के प्लाट धारक अनोक सिंह का आरोप है कि 19 दिसंबर की सुबह करीब 10 बजे वह अपने प्लॉट नंबर 28 पर नींव खोदने पहुंचा। तभी करनैल सिंह, लीला राम, रामस्वरूप, राजकुमार, पाला राम और अन्य ने वहां पहुंचकर उसे काम करने से रोक दिया। आरोपियों ने जातिसूचक गालियां दीं और धमकी दी कि अगर दोबारा यहां आया तो तेरी लाश ही यहां से जाएगी। घटना के समय मौके पर सीताराम, महेंद्र सिंह और गुलाब भी मौजूद थे। उन्होंने आरोपियों द्वारा दी गई धमकियों और जातिसूचक गालियों की पुष्टि की है। अनोक सिंह ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें उनका प्लॉट दिलवाया जाए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज अनोक सिंह की शिकायत पर थाना निगदु में एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी गुलजार ने बताया कि अनोक सिंह की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है। डीएसपी मामले की तसदीक करेंगे। जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में दिल्ली के डॉक्टर से मारपीट:अर्बन एस्टेट के होटल में वारदात, सुखदा अस्पताल में एडमिट दादी से मिलने आए थे हरियाणा के हिसार में अपनी बीमार दादी से मिलने दिल्ली से आए डॉक्टर व उसके दोस्त से मारपीट की गई। घटना अर्बन एस्टेट मार्केट की है। जहां मार्केट में आलवेज वेल्कम नाम से होटल है। पुलिस ने फीजियोथैरेपिस्ट डॉ. सर्वोत्तम चौहान और दोस्त मोहित नैन को घायल अवस्था में हिसार के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उपचार के बाद उनकी छुट्टी दे दी गई। पुलिस ने डॉ. सर्वोत्तम की शिकायत पर होटल मालिक नवीन कुमार और उसके दो कर्मचारियों सुनील और आनंद के खिलाफ धारा 15, 126, 190, 19(2),324(3),351(3) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अभी तक पुलिस ने इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। वहीं, होटल अब भी अर्बन एस्टेट में चल रहा है। शिकायतकर्ता को डर है कि अपराधी सीसीटीवी व अन्य चीजें डिलीट करवा सकते हैं। वहीं इस मामले में अर्बन एस्टेट चौकी प्रभारी का कहना है कि अभी इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस को दी शिकायत में डॉक्टर ने क्या कहा…
1. दादी एडमिट थी तो रात को संभालने जाने लगे
डॉ. सर्वोत्तम चौहान ने बताया कि वह दिल्ली में फीजियोथैरेपिस्ट है। उनकी दादी सुखदा हस्पताल हिसार में दाखिल है जिससे मिलने वह 16 नवंबर को दिल्ली से हिसार आए थे। शाम को देर होने के कारण हिसार में ही ठहरने की सोची और सुखदा अस्पताल हिसार से थोड़ी दूर ही होटल आलवेज वेल्कम में रात में रुकने के लिए एक कमरा नंबर 205, 1200 रुपए में बुक कर लिया था। मेरे साथ मेरा दोस्त मोहित जो नरवाना, जींद का रहने वाला है, साथ में था। खाना वगैरा खाकर समय रात करीब 1 बजे हम मेरी दादी को संभालने अस्पताल जाने लगे तो होटल वालों ने होटल का मेन गेट बंद कर रखा था और होटल के 2 कर्मचारी गेट के पास बने कमरे में शराब पी रहे थे। 2. होटल से बाहर जाने को कहा तो मना कर दिया
डॉक्टर ने बताया कि, मैंने और मेरे दोस्त ने होटल का मेन गेट खोलने के लिए कहा तो उन्होंने दरवाजा खोलने से मना कर दिया। इसी बात को लेकर हमारी होटल के कर्मचारी सुनील और आनंद के साथ बहस हो गई। शराब के नशे में होने के कारण सुनील और आनंद हमारे साथ हाथापाई करने लगे। इसी दौरान आरोपियों ने होटल के मालिक नवीन कुमार को फोन कर दिया। कुछ ही देर में नवीन भी मौके पर आ गया। नवीन के आते ही नवीन, सुनील और आनंद व अन्य 2 से 3 लड़कों ने लात-गुस्सों से हमला कर दिया। हम किसी- इनसे छुड़वाकर भागने लगे तो इन सभी ने हमारा रास्ता रोककर हमारे साथ फिर से मारपीट की तथा हमे गंदी-गंदी गालियां देते रहे। 3. डायल 112 को फोन कर बुलाया और अस्पताल ले गए
डॉक्टर ने बताया कि झगड़े में इन्होंने मेरी सोने की चैन भी तोड़ दी, जो है तो मेरे पास है, लेकिन उसमें करीब 10 हजार रुपए का नुकसान हो गया। किसी तरह से बच-बचाकर हम होटल से नीचे आए तो इन्होंने कहा कि आज तो तुम बच गए अगर दोबारा दिखे तो तुम्हें जान से मार देंगे। नीचे आकर मेरे दोस्त मोहित ने डायल 112 पर काल की, जिसके बाद पुलिस की गाड़ी मौके पर आ गई। पुलिस की गाड़ी हमें नागरिक अस्पताल हिसार पहुंचाया, यहां मेरा ईलाज चल रहा है। डॉक्टर ने बताया कि होटल के मालिक नवीन, सुनील और आनंद व अन्य 2 से 3 लोगों ने बिना किसी वजह से हमें बंधक बनाकर रखा, हमे गालियां दी, मारपीट करके चोटें पहुंचाई, सोने की चेन तोड़कर संपत्ति का नुकसान किया, रास्ता रोका और जान मारने की धमकी दी है।
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