हरियाणा में करनाल के सेक्टर-9 की विवाहिता ने अपने करनाल के ग्राम सचिव ससुर पति व सास के खिलाफ दहेज उत्पीड़न सहित अन्य गंभीर लगाए है। विवाहिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि ससुराल पक्ष के लोगों ने न सिर्फ दहेज में कार लाने के ताने दिए, बल्कि मुंह दिखाई और शगुन तक के पैसे छीन लिए। विवाहिता ने यह भी आरोप लगाया है कि जब उसने अपने पैसे वापिस मांगे तो चोरी का इल्जाम लगाकर प्रताड़ित कर दिया। दहेज की डिमांड पूरी नहीं हुई तो उसे घर से बाहर निकाल दिया। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शादी के बाद बढ़ी दहेज की मांग डिस्ट्रिक्ट एलिमेंटरी एजुकेशन करनाल में कॉन्ट्रैक्ट बेस पर जॉब करने वाली विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी 21 नवंबर 2021 को हिंदू रीति-रिवाज से हिमांशु के साथ करनाल में हुई थी। उसके माता-पिता ने ससुरालियों की मांग के अनुसार शादी में करीब 30 लाख रुपए खर्च किए थे। शादी के कुछ ही समय बाद उसके ससुराल वालों ने उससे कार की मांग शुरू कर दी। आरोप है कि उसके ससुर ने कहा कि ग्राम सचिव के बेटे की बहुएं तो दो-दो कारें लेकर आती हैं, लेकिन तेरे पिता ने एक भी कार नहीं दी। मुंह दिखाई के पैसे मांगे तो लगा दिया चोरी का इल्जाम पुलिस को दी शिकायत में विवाहिता ने आगे बताया कि शादी के बाद से ही उसे लगातार दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित किया गया। उसे बार-बार कहा गया कि अगर उसने कार नहीं लाई, तो उसका पति दूसरी शादी कर लेगा। विवाहिता का कहना है कि उसके ससुराल वालों ने उससे मिले मुंह दिखाई और शगुन के पैसे भी छीन लिए। जब उसने अपने पति से पैसे वापस मांगे, तो उसे चोरी का आरोप लगाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इसके अलावा उसको धमकाया गया कि अगर उसने अपने माता-पिता से और दहेज नहीं लाया तो उसे घर से निकाल दिया जाएगा। गर्भावस्था के दौरान भी नहीं मिला साथ जब वह गर्भवती हुई तो उसके इलाज और टेस्ट के सारे खर्चे उसने खुद ही उठाए। उसने बताया कि पति हिमांशु ने उसके मेडिकल बिलों का क्लेम करने का वादा किया था, लेकिन उसे कोई पैसा नहीं दिया गया। इसके उलट, उससे 50 हजार रुपये की मांग की गई, ताकि उसका पति अपनी चचेरी बहनों को बच्चा होने की खुशी में गिफ्ट दे सके। जब उसने यह पैसा देने से इनकार किया, तो उसे और अधिक प्रताड़ित किया गया। परिवार के साथ बदसलूकी विवाहिता ने आगे बताया कि जब मेरा भाई विदेश से करनाल आया और उसे अपने साथ कुछ समय के लिए ले गया, तो लौटने पर ससुराल वालों ने उससे जर्मनी से लाए गए गिफ्ट मांगे। गिफ्ट देने के बावजूद उसको फिर से दहेज की मांगों का सामना करना पड़ा। मार्च 2023 में उसने अपने बेटे के साथ वडोदरा जाने का प्रयास किया। जब मैंने अपनी नौकरी छोड़नी चाही तो उसे धमकाया गया कि अगर उसने नौकरी छोड़ दी तो घर का खर्चा कौन चलाएगा। मारपीट और मानसिक प्रताड़ना जनवरी 2024 में वह अपने पति के साथ वडोदरा गई जहां उसे मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का शिकार बनाया गया। जब उसके माता-पिता ने हिमांशु से बात करने का प्रयास किया तो उनकी भी बेइज्जती की गई। मार्च 2024 में जब मैंने महिला हेल्पलाइन से सहायता मांगी तो उसे भी नजर अंदाज किया गया। इसके बाद उसने अकोटा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। हिमांशु ने उनके बेटे को जबरन अपने साथ ले जाकर मेरे पर और दबाव बनाया। जुलाई 2024 में मेरे को ससुराल से निकाल दिया गया और उसका सारा दहेज और स्त्रीधन भी छीन लिया गया। पीड़िता ने बताया कि उसे हर रोज मानसिक प्रताड़ना से घुट-घुटकर जीना पड़ा। पुलिस ने दर्ज किया मामला सेक्टर 32,33 थाना के जांच अधिकारी सुलतान सिंह ने बताया कि विवाहिता की शिकायत पर करनाल पुलिस ने पति हिमांशु , ससुर और सास के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अब पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। हरियाणा में करनाल के सेक्टर-9 की विवाहिता ने अपने करनाल के ग्राम सचिव ससुर पति व सास के खिलाफ दहेज उत्पीड़न सहित अन्य गंभीर लगाए है। विवाहिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि ससुराल पक्ष के लोगों ने न सिर्फ दहेज में कार लाने के ताने दिए, बल्कि मुंह दिखाई और शगुन तक के पैसे छीन लिए। विवाहिता ने यह भी आरोप लगाया है कि जब उसने अपने पैसे वापिस मांगे तो चोरी का इल्जाम लगाकर प्रताड़ित कर दिया। दहेज की डिमांड पूरी नहीं हुई तो उसे घर से बाहर निकाल दिया। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शादी के बाद बढ़ी दहेज की मांग डिस्ट्रिक्ट एलिमेंटरी एजुकेशन करनाल में कॉन्ट्रैक्ट बेस पर जॉब करने वाली विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी 21 नवंबर 2021 को हिंदू रीति-रिवाज से हिमांशु के साथ करनाल में हुई थी। उसके माता-पिता ने ससुरालियों की मांग के अनुसार शादी में करीब 30 लाख रुपए खर्च किए थे। शादी के कुछ ही समय बाद उसके ससुराल वालों ने उससे कार की मांग शुरू कर दी। आरोप है कि उसके ससुर ने कहा कि ग्राम सचिव के बेटे की बहुएं तो दो-दो कारें लेकर आती हैं, लेकिन तेरे पिता ने एक भी कार नहीं दी। मुंह दिखाई के पैसे मांगे तो लगा दिया चोरी का इल्जाम पुलिस को दी शिकायत में विवाहिता ने आगे बताया कि शादी के बाद से ही उसे लगातार दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित किया गया। उसे बार-बार कहा गया कि अगर उसने कार नहीं लाई, तो उसका पति दूसरी शादी कर लेगा। विवाहिता का कहना है कि उसके ससुराल वालों ने उससे मिले मुंह दिखाई और शगुन के पैसे भी छीन लिए। जब उसने अपने पति से पैसे वापस मांगे, तो उसे चोरी का आरोप लगाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इसके अलावा उसको धमकाया गया कि अगर उसने अपने माता-पिता से और दहेज नहीं लाया तो उसे घर से निकाल दिया जाएगा। गर्भावस्था के दौरान भी नहीं मिला साथ जब वह गर्भवती हुई तो उसके इलाज और टेस्ट के सारे खर्चे उसने खुद ही उठाए। उसने बताया कि पति हिमांशु ने उसके मेडिकल बिलों का क्लेम करने का वादा किया था, लेकिन उसे कोई पैसा नहीं दिया गया। इसके उलट, उससे 50 हजार रुपये की मांग की गई, ताकि उसका पति अपनी चचेरी बहनों को बच्चा होने की खुशी में गिफ्ट दे सके। जब उसने यह पैसा देने से इनकार किया, तो उसे और अधिक प्रताड़ित किया गया। परिवार के साथ बदसलूकी विवाहिता ने आगे बताया कि जब मेरा भाई विदेश से करनाल आया और उसे अपने साथ कुछ समय के लिए ले गया, तो लौटने पर ससुराल वालों ने उससे जर्मनी से लाए गए गिफ्ट मांगे। गिफ्ट देने के बावजूद उसको फिर से दहेज की मांगों का सामना करना पड़ा। मार्च 2023 में उसने अपने बेटे के साथ वडोदरा जाने का प्रयास किया। जब मैंने अपनी नौकरी छोड़नी चाही तो उसे धमकाया गया कि अगर उसने नौकरी छोड़ दी तो घर का खर्चा कौन चलाएगा। मारपीट और मानसिक प्रताड़ना जनवरी 2024 में वह अपने पति के साथ वडोदरा गई जहां उसे मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का शिकार बनाया गया। जब उसके माता-पिता ने हिमांशु से बात करने का प्रयास किया तो उनकी भी बेइज्जती की गई। मार्च 2024 में जब मैंने महिला हेल्पलाइन से सहायता मांगी तो उसे भी नजर अंदाज किया गया। इसके बाद उसने अकोटा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। हिमांशु ने उनके बेटे को जबरन अपने साथ ले जाकर मेरे पर और दबाव बनाया। जुलाई 2024 में मेरे को ससुराल से निकाल दिया गया और उसका सारा दहेज और स्त्रीधन भी छीन लिया गया। पीड़िता ने बताया कि उसे हर रोज मानसिक प्रताड़ना से घुट-घुटकर जीना पड़ा। पुलिस ने दर्ज किया मामला सेक्टर 32,33 थाना के जांच अधिकारी सुलतान सिंह ने बताया कि विवाहिता की शिकायत पर करनाल पुलिस ने पति हिमांशु , ससुर और सास के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अब पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में कल से होगी मानसून की वापसी:अधिकांश जिलों में हैवी रेन का अलर्ट; 24 घंटे में 3 जिलों में बारिश, गिरा पारा
हरियाणा में कल से होगी मानसून की वापसी:अधिकांश जिलों में हैवी रेन का अलर्ट; 24 घंटे में 3 जिलों में बारिश, गिरा पारा हरियाणा में बुधवार से फिर मानसून की वापसी होगी। इससे पहले 6 अगस्त की शाम से ही मौसम बदल जाएगा। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने हरियाणा के अधिकांश जिलों में अलर्ट जारी किया है। मौसम विशेषज्ञों ने इस दौरान हैवी रेन के आसार जताए हैं। 24 घंटे में सूबे के तीन जिले गुरुग्राम, महेंद्रगढ़ और पंचकूला में बादल छाए रहे, यहां 1 से 0.5 एमएम तक बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच दिन के अधिकतम तापमान में 1.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि इस बार मानसून प्रदेश से रुठा हुआ है। यही कारण है कि 1 जून से अब तक मात्र 165.0 एमएम बारिश ही दर्ज की गई। जबकि सामान्य तौर पर प्रदेश में 217.0 एमएम बारिश होनी चाहिए थी। इसलिए बन रहे बारिश के आसार पंजाब के ऊपर एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से बंगाल की खाड़ी की ओर से मानसून सक्रियता बढ़ने की संभावना है। जिसके प्रभाव से 6 से 9 अगस्त के बीच भी हरियाणा के कई क्षेत्रों में बारिश की संभावना बन रही है। कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है। जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून की अक्षय रेखा उत्तर दिशा की ओर सामान्य स्थिति में रहने के कारण 4 से 6 अगस्त के बीच कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 5 सालों में सबसे कम बारिश हरियाणा में इस बार जुलाई में 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
हरियाणा के कॉलेजों में मिलेगी IAS-HCS एग्जाम कोचिंग:नई शिक्षा नीति की समीक्षा बैठक; CM बोले- स्कूलों में शिक्षकों की कमी नहीं होगी
हरियाणा के कॉलेजों में मिलेगी IAS-HCS एग्जाम कोचिंग:नई शिक्षा नीति की समीक्षा बैठक; CM बोले- स्कूलों में शिक्षकों की कमी नहीं होगी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नई शिक्षा नीति को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ अहम बैठक की है। बैठक में हरियाणा में शिक्षा व्यवस्था के कायाकल्प को लेकर सीएम ने अधिकारियों और शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा से चर्चा की। सीएम ने मीटिंग में कहा, ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को बड़ा फायदा होने वाला है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप स्कूलों में छात्र व शिक्षकों के अनुपात को सुनिश्चित जाएगा। सीएम नायब सिंह सैनी ने दावा किया कि आगामी शैक्षणिक सत्र से कोई भी स्कूल ऐसे नहीं बचेगा, जहां शिक्षकों की कमी हो। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर जोर इसके साथ ही कॉलेजों में स्मार्ट क्लास रूम के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी। मीटिंग में चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप छात्र और शिक्षकों के अनुपात को सुनिश्चित करते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए। स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए नए सिरे से कार्ययोजना तैयार की जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप आगामी शैक्षणिक सत्र से प्रदेशभर में कोई भी स्कूल ऐसा नहीं बचेगा, जहां शिक्षकों की कमी हो। राशनलाइजेशन कर योजना बनाएं अधिकारी नायब सिंह सैनी ने बिंदुवार समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था करने के लिए राशनलाइजेशन कर व्यापक योजना तैयार की जाए ताकि यदि कहीं किसी स्कूल में शिक्षकों की कमी है तो उसे पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा में शिक्षकों की कमी नहीं है, केवल छात्रों की संख्या के अनुरूप शिक्षकों की तैनाती की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। नए शैक्षणिक सत्र से पहले सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाए। 8वीं क्लास तक गीता पढ़ाई जाए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों के प्रति जनता में विश्वास जागृत किया जाए ताकि अधिक से अधिक बच्चे सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने आएं। सरकार प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप बच्चों को संस्कारवान बनाने व सांस्कृतिक ज्ञान प्रदान करने के लिए आठवीं कक्षा तक गीता को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि स्कूलों व कॉलेजों में मूलभूत सुविधाएं जैसे पेयजल, शौचालय की व्यवस्था व स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाए। मॉडल संस्कृति स्कूलों की बढ़ाई जाए संख्या नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने ब्लॉक स्तर पर मॉडल संस्कृति स्कूल खोले, जो सीबीएसई बोर्ड से एफिलिएटिड हैं। इन स्कूलों में बच्चों को इंग्लिश मीडियम सहित गणित व विज्ञान की शिक्षा दी जा रही है। इन स्कूलों में प्रवेश लेने के लिए होड़ लगी है, इसलिए ब्लॉक स्तर पर मॉडल संस्कृति स्कूलों की संख्या बढ़ाई जाए। CM घोषणाओं की समीक्षा करते हुए नायब सिंह सैनी ने निर्देश दिए कि लंबित विकास कार्यों को तीव्र गति से पूरा किया जाए। हर कार्य के लिए समय सीमा तय की जाए और उस समय सीमा में भी कार्य पूर्ण किया जाए। अनावश्यक देरी किसी भी प्रकार से बर्दाशत नहीं की जाएगी। बच्चों को ट्रैक कराएगी सरकार मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हर बच्चे को ट्रैक किया जाए कि वह 12वीं कक्षा के बाद किस संस्थान में शिक्षा ग्रहण कर रहा है। हरियाणा से बाहर भी यदि कोई बच्चा शिक्षा ग्रहण कर रहा है तो उसकी भी जानकारी रखी जाए ताकि प्रदेश का कोई भी बच्चा शिक्षा के मूलभूत अधिकार से वंचित न रहे। सीएम ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार का उद्देश्य हरियाणा को शिक्षा के क्षेत्र में वैश्विक शिक्षा का केंद्र बनाना है, एआई के युग में हमें आधुनिक शिक्षा में आमूल चूल परिवर्तन करने होंगे । इसके लिए सभी अधिकारी व कर्मचारी अपने कार्य को गंभीरता से लें। स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम की रूपरेखा बनाएं उच्चतर शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर कॉलेज में आधारभूत ढांचा सहित सुविधाओं पर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की कमी को जल्द से जल्द दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि कॉलेजों में स्मार्ट क्लास रूम के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए व्यवस्था बनाने हेतु रूपरेखा तैयार की जाए। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बेहतर व्यवस्था मिल सकेगी।उन्होंने कहा कि जिन कॉलेजों के भवन निर्माणाधीन हैं, उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भवनों के निर्माण पूरा होने तक अन्य वैकल्पिक भवनों में चल रही इन कॉलेज की कक्षाओं में विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की समस्या न आए। पंचकूला में स्थापित होगा बड़ा वाचनालय मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार का संकल्प है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पठन सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए शहरों में वाचनालय स्थापित किए जाएं। इसी दिशा में प्राथमिकता के आधार पर पंचकूला में एक बड़ा वाचनालय स्थापित किया जाए ताकि पंचकूला के विद्यार्थियों को चंडीगढ़ न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि सरकार ने हर 20 किलोमीटर पर एक कॉलेज स्थापित किया हुआ है, इसलिए प्रत्येक कॉलेज में वाचनालय स्थापित किया जाए और कॉलेज बंद होने के बाद भी यह वाचनालय खुले रहेंगे ताकि बच्चे वहां जाकर पठन-पाठन का कार्य कर सकें।
हिसार से तिरूपति जाने वाले यात्रियों को बड़ी राहत:स्पेशल ट्रेन में 3 अतिरिक्त कोच बढ़ाए; बढ़ती भीड़ के चलते लिया फैसला
हिसार से तिरूपति जाने वाले यात्रियों को बड़ी राहत:स्पेशल ट्रेन में 3 अतिरिक्त कोच बढ़ाए; बढ़ती भीड़ के चलते लिया फैसला हिसार से तिरूपति जाने वाले यात्रियो के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे ने स्पेशल ट्रेन में अतिरिक्त कोच की सुविधा देने का निर्णय लिया है। रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि गाड़ी संख्या 04717/04718 में एक थर्ड एसी और दो सेकेंड क्लास स्लीपर कोच की अस्थायी वृद्धि की गई है। यह सुविधा जनवरी माह में विशेष दिनों के लिए उपलब्ध होगी। हिसार से 18 और 25 जनवरी को प्रस्थान करने वाली ट्रेन में यह अतिरिक्त डिब्बे जोड़े जाएंगे। वहीं तिरूपति से 20 और 27 जनवरी को चलने वाली ट्रेन में भी यात्रियों को यह सुविधा मिलेगी। यात्रियों की बढ़ती भीड़ के चलते लिया फैसला रेलवे प्रशासन का यह कदम विशेषकर त्योहारी सीजन और बढ़ती यात्री संख्या को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इससे यात्रियों को टिकट की उपलब्धता में सुधार होगा और वे अधिक आरामदायक यात्रा कर सकेंगे।