हरियाणा के करनाल पहुंचे आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता अनुराग ढांडा ने भाजपा द्वारा किए गए विकास के वादों पर गंभीर तंज कसा है। उन्होंने भाजपा को उसके पूर्व चुनावी वादों की याद दिलाकर सवाल उठाया है, जिनमें करनाल को डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने और मेट्रो प्रोजेक्ट को विस्तारित करने का वादा था। उनके अनुसार, भाजपा ने 2014 और 2019 के चुनावों में इसी वादे को दोहराया, लेकिन वादे को पूरा होना लोगों के लिए अभी तक सिर्फ एक ख्वाब ही बना है। उन्होंने तंज कसा कि पहले भी मुख्यमंत्री करनाल विधानसभा का ही था और नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी करनाल विधानसभा का ही है। लेकिन दो-दो मुख्यमंत्री और दो दो बार सरकार बनाने के बाद भी सरकार इस सपने को नहीं पूरा कर पाई। उन्होंने कहा कि 2020 में ऐलान किया था कि मेट्रो प्रोजेक्ट को करनाल तक एक्सटेंड किया जाएगा, लेकिन चार साल बीतने के बावजूद भी उस प्रोजेक्ट पर सरकार का कोई स्पष्ट रूख नहीं है। 30 जून को चरखी दादरी में रैली वहीं उन्होंने कहा कि हरियाण में आम आदमी पार्टी सभी विधानसभा सीटों पर खुद चुनाव लड़ेगी। आने वाली 30 जून को चरखी दादरी में दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल बड़ी रैली कर विधानसभा चुनावों का शंखानद करेंगी। उन्होंने कहा कि हम हर बूथ पर मजबूती से चुनाव लड़ेगें। कागजों में चल रहा एयरपोर्ट और मेट्रो प्रोजेक्ट का काम ढांडा ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि एयरपोर्ट और मेट्रो प्रोजेक्ट का काम सिर्फ कागजों में ही काम चल रहा है, धरातल पर कुछ भी प्रोसेस नजर नहीं आ रही है। हमारा सवाल इतना है कि करनाल ने बार-बार विश्वास जताया, लेकिन लोगों को कब तक इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि इस तरह के प्रोजेक्ट लोगों की जरूरतों से जुड़े हुए होते है। क्या आने वाले समय में भी सिर्फ हवाई ख्वाब ही दिखाने का काम करेगी भाजपा। उन्होने कहा कि अब भाजपा से सवाल पूछने का समय है और लोग इनसे तंग हो चुके है। कुरूक्षेत्र की हार को लेकर चंडीगढ़ में हो चुकी है समीक्षा कुरूक्षेत्र में लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के सवाल पर अनुराग ढांडा ने कहा कि इस हार के मुद्दे पर चंडीगढ़ में चर्चा और समीक्षा की जा चुकी है।कुछ अच्छी बातें भी सामने आई है, जिसको पूरे हरियाणा में रिफ्लेक्ट करने का काम किया जा रहा है। हमारा लक्ष्य विधानसभा चुनाव है। अब पीछे जो कमियां रही है, उसको लेकर किसी को दोषी ठहराया जाए। और हमारे पास इतना समय नहीं है। पूरे के पूरे विधानसभा सीटों पर काम किए जा रहे है और आम आदमी पार्टी एक एक बूथ पर मजबूती के साथ काम करेगी। पंजाब और दिल्ली में हार के कारणों पर भी समीक्षा की जा चुकी है। मुख्यमंत्री इस्तीफा दे दे- अगर हरियाणा में भी कोई बड़ा मुद्दा होगा, उसको लेकर भी सरकार से मजबूती के साथ आम आदमी पार्टी सवाल करेगी। भाजपा राजनीतिक द्वेष के तहत कुछ भी कर सकती है और दिल्ली के पानी को भी रोक सकती है। टैंकर माफिया को भी भाजपा ने खुल्ली छुट दी हुई है। अगर कोई टैंकर हरियाणा की सीमा में घुसकर पानी लेकर जाता है तो नायब सिंह सैनी को आज के आज ही इस्तीफा दे देना चाहिए। हरियाणा के करनाल पहुंचे आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता अनुराग ढांडा ने भाजपा द्वारा किए गए विकास के वादों पर गंभीर तंज कसा है। उन्होंने भाजपा को उसके पूर्व चुनावी वादों की याद दिलाकर सवाल उठाया है, जिनमें करनाल को डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने और मेट्रो प्रोजेक्ट को विस्तारित करने का वादा था। उनके अनुसार, भाजपा ने 2014 और 2019 के चुनावों में इसी वादे को दोहराया, लेकिन वादे को पूरा होना लोगों के लिए अभी तक सिर्फ एक ख्वाब ही बना है। उन्होंने तंज कसा कि पहले भी मुख्यमंत्री करनाल विधानसभा का ही था और नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी करनाल विधानसभा का ही है। लेकिन दो-दो मुख्यमंत्री और दो दो बार सरकार बनाने के बाद भी सरकार इस सपने को नहीं पूरा कर पाई। उन्होंने कहा कि 2020 में ऐलान किया था कि मेट्रो प्रोजेक्ट को करनाल तक एक्सटेंड किया जाएगा, लेकिन चार साल बीतने के बावजूद भी उस प्रोजेक्ट पर सरकार का कोई स्पष्ट रूख नहीं है। 30 जून को चरखी दादरी में रैली वहीं उन्होंने कहा कि हरियाण में आम आदमी पार्टी सभी विधानसभा सीटों पर खुद चुनाव लड़ेगी। आने वाली 30 जून को चरखी दादरी में दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल बड़ी रैली कर विधानसभा चुनावों का शंखानद करेंगी। उन्होंने कहा कि हम हर बूथ पर मजबूती से चुनाव लड़ेगें। कागजों में चल रहा एयरपोर्ट और मेट्रो प्रोजेक्ट का काम ढांडा ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि एयरपोर्ट और मेट्रो प्रोजेक्ट का काम सिर्फ कागजों में ही काम चल रहा है, धरातल पर कुछ भी प्रोसेस नजर नहीं आ रही है। हमारा सवाल इतना है कि करनाल ने बार-बार विश्वास जताया, लेकिन लोगों को कब तक इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि इस तरह के प्रोजेक्ट लोगों की जरूरतों से जुड़े हुए होते है। क्या आने वाले समय में भी सिर्फ हवाई ख्वाब ही दिखाने का काम करेगी भाजपा। उन्होने कहा कि अब भाजपा से सवाल पूछने का समय है और लोग इनसे तंग हो चुके है। कुरूक्षेत्र की हार को लेकर चंडीगढ़ में हो चुकी है समीक्षा कुरूक्षेत्र में लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के सवाल पर अनुराग ढांडा ने कहा कि इस हार के मुद्दे पर चंडीगढ़ में चर्चा और समीक्षा की जा चुकी है।कुछ अच्छी बातें भी सामने आई है, जिसको पूरे हरियाणा में रिफ्लेक्ट करने का काम किया जा रहा है। हमारा लक्ष्य विधानसभा चुनाव है। अब पीछे जो कमियां रही है, उसको लेकर किसी को दोषी ठहराया जाए। और हमारे पास इतना समय नहीं है। पूरे के पूरे विधानसभा सीटों पर काम किए जा रहे है और आम आदमी पार्टी एक एक बूथ पर मजबूती के साथ काम करेगी। पंजाब और दिल्ली में हार के कारणों पर भी समीक्षा की जा चुकी है। मुख्यमंत्री इस्तीफा दे दे- अगर हरियाणा में भी कोई बड़ा मुद्दा होगा, उसको लेकर भी सरकार से मजबूती के साथ आम आदमी पार्टी सवाल करेगी। भाजपा राजनीतिक द्वेष के तहत कुछ भी कर सकती है और दिल्ली के पानी को भी रोक सकती है। टैंकर माफिया को भी भाजपा ने खुल्ली छुट दी हुई है। अगर कोई टैंकर हरियाणा की सीमा में घुसकर पानी लेकर जाता है तो नायब सिंह सैनी को आज के आज ही इस्तीफा दे देना चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा चुनाव में बेटे की हार से पिता का निधन:मतगणना के बाद बिगड़ी थी तबीयत; बेटा बोला- जीत जाता तो शायद पापा ठीक हो जाते हरियाणा बसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पानीपत राजपूत सभा के अध्यक्ष नरेंद्र राणा का शनिवार को निधन हो गया। उनके बेटे गोपाल राणा ने बसपा-इनेलो की टिकट पर असंध विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। जिसमें वह हार गए थे। इसके बाद नरेंद्र राणा को चंडीगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हरियाणा चुनाव प्रचार के दौरान वह अपने बेटे गोपाल राणा के समर्थन में वोट की अपील करते नजर आए थे। उनकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ था, लेकिन चुनाव के बाद उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। बता दें कि नरेंद्र राणा कई महीनों से बीमार थे। चुनाव हारने के बाद गोपाल राणा ने सोशल मीडिया पर लिखा- अगर मैं चुनाव जीत जाता तो शायद आज मेरे पिता ठीक होते। उनका अंतिम संस्कार आज सुबह 9 बजे उनके पैतृक गांव ददलाना में किया जाएगा। उनके निधन पर राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक संगठनों के साथ-साथ उनके चाहने वालों ने गहरा दुख जताया है। कांग्रेस नेता नैनपाल राणा ने परिवार को सांत्वना दी
नरेंद्र राणा के सबसे करीबी रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता नैनपाल राणा ने उनके निधन पर कहा कि नरेंद्र राणा के निधन से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। नरेंद्र राणा बहुत मेहनती थे और समाज सेवा में हमेशा आगे रहते थे। नरेंद्र 2005 में ददलाना गांव के सरपंच बने थे। उनके कार्यकाल में गांव में स्टेडियम, सीएचसी, पशु अस्पताल, बिजली घर, वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सड़कें, गलियां और नालियां बनवाई गईं। वे 2009 में कांग्रेस में सक्रिय कार्यकर्ता थे। वे रिफाइनरी में ठेकेदार थे। उन्होंने रिफाइनरी में हजारों युवाओं को रोजगार भी दिलाया। 2019 में बसपा टिकट से लड़ा था चुनाव
नरेंद्र राणा कांग्रेस के बाद वह कुछ दिन हजका में रहे और 2019 में बसपा में शामिल होकर असंध से टिकट पर चुनाव लड़ा और 1703 वोटों से हार गए। वह हमेशा सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं। नरेंद्र राणा मायावती के करीबी रहे हैं। उनके दो बेटे एडवोकेट गोपाल और इंजीनियर नीरज हैं। नरेंद्र की एक बेटी भी है, सभी बच्चों की शादी हो चुकी है। नरेंद्र पांच भाइयों में सबसे बड़े थे। नरेंद्र राणा ने सभी 36 बिरादरियों को साथ लेकर काम किया। उन्होंने नेता के तौर पर नहीं बल्कि भाई और बेटे के तौर पर काम किया। गोपाल राणा ने 2 दिन पहले किया था पोस्ट
नरेंद्र राणा के बेटे गोपाल राणा ने 8 अक्टूबर को असंध विधानसभा चुनाव हारने के दो दिन बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। जिसमें उन्होंने सिस्टम को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने लिखा था कि आज चुनाव गोपाल राणा नहीं बल्कि बेटा हारा है। मैं अपने पिता के सपने के लिए लड़ रहा था। जनता ने आशीर्वाद दिया लेकिन मैं सरकारी सिस्टम से हार गया। गोपाल ने लिखा- जैसे ही पापा को हार की खबर मिली, उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मैं सोच रहा था कि क्या पता मेरी जीत से पापा ठीक हो जाते, लेकिन ऐसा नहीं हो सका, मैं सिस्टम का शिकार हो गया, मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि भविष्य में किसी के साथ अन्याय न हो। टिकट न मिलने के कारण ब्रेन हेमरेज हुआ
पलवल के पूर्व विधायक सुभाष चौधरी को टिकट न मिलने के कारण ब्रेन हेमरेज हो गया था। जिसके कारण 73 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। चुनाव से पहले एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि यह उनका आखिरी चुनाव होगा। अगर उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। इसी बीच कांग्रेस ने करण दलाल को टिकट दे दिया। जिसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। सुभाष चौधरी की पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। उनका एक बेटा अमरजीत और एक बेटी सविता है। दोनों की शादी हो चुकी है। बेटी पहले प्रिंसिपल थी, लेकिन शादी के बाद उसने नौकरी छोड़ दी। पलवल जिले की राजनीति में सुभाष चौधरी एक जाना-माना चेहरा थे। वह कई बार पार्षद रहे और नगर परिषद के अध्यक्ष भी रहे। 1996 में उन्होंने पहली बार बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और वह दूसरे नंबर पर रहे।
हरियाणा में पुलिस-बदमाशों में मुठभेड़:व्यापारी को फिरौती लेकर बुलाया; पुलिस को देख फायरिंग की, कार छोड़ जंगल में भागे
हरियाणा में पुलिस-बदमाशों में मुठभेड़:व्यापारी को फिरौती लेकर बुलाया; पुलिस को देख फायरिंग की, कार छोड़ जंगल में भागे हरियाणा के जींद में शुक्रवार रात पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग कर दी और कार को पंजाब की तरफ भाग निकले। पुलिस ने भी फायरिंग की, जो बदमाशों की कार में लगी। इसके बाद बदमाश कार छोड़कर जंगल की तरफ भाग गए। पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है, जिसमें से एक तलवार और 2 पिस्तौल बरामद की गई है। जानकारी के मुताबिक, बदमाशों ने एक व्यापारी से फिरौती मांगी थी। फिरौती की रकम नरवाना शहर के विश्वकर्मा चौक पर दी जानी थी। पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ से जुड़ी PHOTOS.. व्यापारी से मांगी थी फिरौती
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोहाना के एक व्यापारी से 2 बदमाशों ने फिरौती मांगी थी। फिरौती की रकम उसे नरवाना शहर के विश्वकर्मा चौक पर देनी थी। सोनीपत सीआईए को इसकी सूचना मिल गई और बदमाशों द्वारा रात को तय किए गए समय पर पुलिस भी विश्वकर्मा चौक पर पहुंच गई।
पुलिस की गाड़ी पर फायरिंग
जब बदमाशों ने पुलिस की गाड़ी को वहां देखा तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। वहां से वे अपनी गाड़ी को पंजाब की तरफ ले गए। पुलिस ने भी उन पर फायरिंग की। एक गोली बदमाशों की गाड़ी पर लगी। कुछ ही दूरी पर नरवाना में बिजली निगम कार्यालय के पास दोनों बदमाश अपनी गाड़ी छोड़कर जंगल का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी। इसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया। पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है। ————————————–
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चंडीगढ़ बम ब्लास्ट, हरियाणा में आरोपियों तक कैसे पहुंची पुलिस:अंबाला से बस पकड़ी, बाडोपट्टी टोल उतरकर बाइक पर लिफ्ट ली, उसी से फंसे चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित 2 क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले 2 आरोपियों का शुक्रवार को चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने हिसार में एनकाउंटर कर दिया। हिसार के खरड़ गांव के रहने वाले अजीत और देवा गांव के विनय के पैर में गोलियां लगी हैं। दोनों कबड्डी प्लेयर हैं। पूरी खबर पढें
हरियाणा विधानसभा चुनावों की काउंटिंग आज:एग्जिट पोल में कांग्रेस सरकार; ट्रेंड भाजपा के पक्ष में, यहां वोटिंग कम हो तो सरकार रिपीट
हरियाणा विधानसभा चुनावों की काउंटिंग आज:एग्जिट पोल में कांग्रेस सरकार; ट्रेंड भाजपा के पक्ष में, यहां वोटिंग कम हो तो सरकार रिपीट हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए आज (मंगलवार) सुबह 8 बजे से काउंटिंग शुरू होगी। इसके लिए 22 जिलों में 93 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। बादशाहपुर, गुरुग्राम और पटौदी विधानसभा सीट की काउंटिंग के लिए 2-2 सेंटर और बाकी 87 सीटों के लिए एक-एक सेंटर बनाया गया है। 5 अक्टूबर को हुए चुनाव में प्रदेश में 67.90% फीसदी वोटिंग हुई है, जो पिछले चुनाव से 0.03% कम है। भास्कर समेत 13 एजेंसियों के एग्जिट पोल में हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। कांग्रेस को 50 से 55 सीटें मिल सकती हैं। लेकिन हरियाणा में जो ट्रेंड है, वो भाजपा के पक्ष में जा रहा है। दरअसल, 2000 से 2019 तक हरियाणा में हुए 5 विधानसभा चुनाव में दो बार ऐसा हुआ, जब वोटिंग प्रतिशत गिरा या फिर उसमें 1% तक की मामूली बढ़ोतरी हुई। दोनों ही बार राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनी। उसका फायदा उस समय सत्ता में रही पार्टी को मिला। 2009-2019 में 2% तक नहीं बढ़ी वोटिंग, दोनों दफा हंग असेंबली
हरियाणा में साल 2000 में 69% वोटिंग हुई और इनेलो को 47 सीटें यानी पूर्ण बहुमत मिला। 2005 के विधानसभा चुनाव में 71.9% वोटिंग हुई जो सन 2000 के चुनाव से 2.9% ज्यादा थी। तब कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की। 90 सीटों वाली विधानसभा में उसने 67 सीटें जीतीं। यानी बहुमत के लिए जरूरी 46 सीटों से 21 सीटें ज्यादा। पूरी खबर पढ़ें सबका दावा- सरकार बनाएंगे EVM की थ्री लेयर सिक्योरिटी
शनिवार शाम को वोटिंग के बाद सभी EVM स्ट्रॉन्ग रूम में रखवा दी गई थीं। स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर थ्री लेयर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। साथ ही पॉलिटिकल पार्टियों के एजेंट्स भी डटे हुए हैं। बड़े चेहरों की बात करें तो CM नायब सैनी लाडवा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई और पहलवान विनेश फोगाट जुलाना, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला उचाना और देश की सबसे अमीर महिला हिसार से चुनाव लड़ रही हैं। काउंटिंग सेंटरों पर 12 हजार पुलिस के जवान तैनात
काउंटिंग सेंटरों पर 3 लेयर सुरक्षा की गई है। फर्स्ट लेयर में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के जवान, दूसरी लेयर में राज्य आर्म्ड पुलिस (HAP या IRB) के जवान और तीसरी लेयर में जिला पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। प्रदेशभर में काउंटिंग सेंटरों पर लगभग 12 हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी सेंटरों पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं। सेंटर के आसपास के 100 मीटर के एरिया में पुलिस ने नाके लगाए हैं। पिछले 3 चुनाव में 2 बार भाजपा, एक बार कांग्रेस सरकार