करनाल में प्रशासन की कार्रवाई पर कालोनाइजर दिखा रहे ठेंगा:JCB से तोड़ी गई सड़कों को खुद ही भरकर बना दीं नई सड़कें, अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई का असर नहीं

करनाल में प्रशासन की कार्रवाई पर कालोनाइजर दिखा रहे ठेंगा:JCB से तोड़ी गई सड़कों को खुद ही भरकर बना दीं नई सड़कें, अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई का असर नहीं

हरियाणा में करनाल के घरौंडा में अवैध कॉलोनियों को लेकर जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) विभाग की कार्रवाई बेअसर साबित होती नजर आ रही है। प्रशासन जेसीबी से कॉलोनियों को तोड़ता है, लेकिन कॉलोनाइजर तुरंत ही दोबारा उन्हें ठीक कर देते हैं। ऐसा ही मामला घरौंडा में कैमला रोड पर सामने आया, जहां 27 फरवरी को डीटीपी विभाग की टीम ने अवैध कॉलोनी पर पीला पंजा चलाया था। कच्ची सड़कों को तोड़कर गड्ढे कर दिए गए थे, लेकिन महज चार दिन बाद कॉलोनाइजरों ने जेसीबी लगाकर गड्ढे भरवा दिए और नई सड़कें तैयार कर दीं। इससे साफ है कि प्रशासन की कार्रवाई का कॉलोनाइजरों पर कोई खौफ नहीं है। बार-बार चल रही जेसीबी, फिर भी कॉलोनी हो रही विकसित डीटीपी विभाग लगातार अवैध कॉलोनियों को तोड़ने का दावा करता है, लेकिन कॉलोनाइजर उतनी ही तेजी से उन्हें दोबारा विकसित करने में जुट जाते हैं। 27 फरवरी को एटीपी मोहित कुमार ने अपनी टीम के साथ अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई की थी। सबसे पहले कैमला रोड पर बनी अवैध कॉलोनी को तोड़ा गया। यहां कच्ची सड़कें तैयार की जा चुकी थीं और नीले रंग के छोटे पिलर गाड़कर प्लॉटों की निशानदेही की गई थी। डीटीपी विभाग ने इन पिलरों को गिराकर कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया था, लेकिन अब वही सड़कें फिर से ठीक कर दी गई हैं। राधा स्वामी सत्संग भवन के पास छह बार चल चुका है पीला पंजा ​​​​​​​कैमला रोड के अलावा, प्रशासन ने राधा स्वामी सत्संग भवन के पास अवैध कॉलोनी पर भी कार्रवाई की। इस इलाके में पहले भी छह बार जेसीबी चलाई जा चुकी है, लेकिन कॉलोनाइजर बार-बार कॉलोनी को बसाने में जुटे रहते हैं। हर बार प्रशासन कॉलोनी तोड़ता है और कुछ ही समय बाद वहां फिर से सड़कें तैयार कर दी जाती हैं। इससे न केवल प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं, बल्कि सरकारी संसाधनों की बर्बादी भी हो रही है। डीटीपी का दावा- फिर से तोड़ देंगे कॉलोनियां ​​​​​​​जब डीटीपी सतीश कुमार से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर कैमला रोड पर दोबारा से कॉलोनी काटी गई है तो उसे फिर से तोड़ा जाएगा। उन्होंने साफ किया कि किसी भी सूरत में अवैध कॉलोनियों को पनपने नहीं दिया जाएगा। साथ ही लोगों से अपील की कि वे ऐसी अवैध कॉलोनियों में प्लॉट न खरीदें, ताकि उन्हें भविष्य में नुकसान न उठाना पड़े। हरियाणा में करनाल के घरौंडा में अवैध कॉलोनियों को लेकर जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) विभाग की कार्रवाई बेअसर साबित होती नजर आ रही है। प्रशासन जेसीबी से कॉलोनियों को तोड़ता है, लेकिन कॉलोनाइजर तुरंत ही दोबारा उन्हें ठीक कर देते हैं। ऐसा ही मामला घरौंडा में कैमला रोड पर सामने आया, जहां 27 फरवरी को डीटीपी विभाग की टीम ने अवैध कॉलोनी पर पीला पंजा चलाया था। कच्ची सड़कों को तोड़कर गड्ढे कर दिए गए थे, लेकिन महज चार दिन बाद कॉलोनाइजरों ने जेसीबी लगाकर गड्ढे भरवा दिए और नई सड़कें तैयार कर दीं। इससे साफ है कि प्रशासन की कार्रवाई का कॉलोनाइजरों पर कोई खौफ नहीं है। बार-बार चल रही जेसीबी, फिर भी कॉलोनी हो रही विकसित डीटीपी विभाग लगातार अवैध कॉलोनियों को तोड़ने का दावा करता है, लेकिन कॉलोनाइजर उतनी ही तेजी से उन्हें दोबारा विकसित करने में जुट जाते हैं। 27 फरवरी को एटीपी मोहित कुमार ने अपनी टीम के साथ अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई की थी। सबसे पहले कैमला रोड पर बनी अवैध कॉलोनी को तोड़ा गया। यहां कच्ची सड़कें तैयार की जा चुकी थीं और नीले रंग के छोटे पिलर गाड़कर प्लॉटों की निशानदेही की गई थी। डीटीपी विभाग ने इन पिलरों को गिराकर कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया था, लेकिन अब वही सड़कें फिर से ठीक कर दी गई हैं। राधा स्वामी सत्संग भवन के पास छह बार चल चुका है पीला पंजा ​​​​​​​कैमला रोड के अलावा, प्रशासन ने राधा स्वामी सत्संग भवन के पास अवैध कॉलोनी पर भी कार्रवाई की। इस इलाके में पहले भी छह बार जेसीबी चलाई जा चुकी है, लेकिन कॉलोनाइजर बार-बार कॉलोनी को बसाने में जुटे रहते हैं। हर बार प्रशासन कॉलोनी तोड़ता है और कुछ ही समय बाद वहां फिर से सड़कें तैयार कर दी जाती हैं। इससे न केवल प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं, बल्कि सरकारी संसाधनों की बर्बादी भी हो रही है। डीटीपी का दावा- फिर से तोड़ देंगे कॉलोनियां ​​​​​​​जब डीटीपी सतीश कुमार से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर कैमला रोड पर दोबारा से कॉलोनी काटी गई है तो उसे फिर से तोड़ा जाएगा। उन्होंने साफ किया कि किसी भी सूरत में अवैध कॉलोनियों को पनपने नहीं दिया जाएगा। साथ ही लोगों से अपील की कि वे ऐसी अवैध कॉलोनियों में प्लॉट न खरीदें, ताकि उन्हें भविष्य में नुकसान न उठाना पड़े।   हरियाणा | दैनिक भास्कर