करनाल जिले के नीलोखेड़ी क्षेत्र के गांव पूजम में सोमवार एक मकान की छत अचानक गिर गई। हादसे के समय घर के अंदर एक बच्चा सो रहा था, जिसे सिर में चोट आई है। छत गिरने से घर का सारा सामान मलबे के नीचे दब गया है। स्थानीय लोगों की मदद से बच्चे को बाहर निकाला गया। परिवार के अन्य सदस्य उस समय घर के बाहर थे, इसलिए वे सुरक्षित बच गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी गई है। पीड़ित परिवार ने प्रशासन से मदद और मुआवजे की मांग की है। बारिश के बाद छत से मिट्टी गिरनी शुरू हुई गांव पूजम निवासी विजय कुमार अपने कच्चे मकान में परिवार के साथ रहते हैं। रविवार रात की बारिश के बाद आज अल सुबह अचानक छत से मिट्टी गिरनी शुरू हो गई। विजय ने बताया कि बच्चा उस समय घर के अंदर सोया हुआ था, जबकि वे और अन्य परिजन घर के बाहर अपने-अपने काम में लगे हुए थे। अचानक छत तेज आवाज के साथ ढह गई और पूरा मलबा नीचे गिर गया बच्चे को सिर में आई चोट, घर का सारा सामान दबा छत गिरते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और मलबा हटाकर बच्चे को बाहर निकाला। बच्चे के सिर में चोट आई है, लेकिन बाकी सभी सदस्य सुरक्षित हैं। विजय ने बताया कि घर के अंदर रखा बैड, अलमारी, ट्रंक, कुर्सियां, ड्रेसिंग टेबल व अन्य सामान सब मलबे में दब गया है। मकान कड़ियों से बना हुआ था, जो बारिश के कारण कमजोर हो गया था। विजय दिहाड़ी कर चलाते हैं घर, बोले- प्रशासन छत बनवाने में करे मदद विजय कुमार ने बताया कि वह दिहाड़ी मजदूरी करते हैं और उसी से परिवार का पालन-पोषण करते हैं। अब मकान की छत पूरी तरह गिर चुकी है और रहने के लिए जगह भी नहीं बची है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि उनके परिवार को आर्थिक मदद दी जाए, ताकि वह छत दोबारा बनवा सकें। करनाल जिले के नीलोखेड़ी क्षेत्र के गांव पूजम में सोमवार एक मकान की छत अचानक गिर गई। हादसे के समय घर के अंदर एक बच्चा सो रहा था, जिसे सिर में चोट आई है। छत गिरने से घर का सारा सामान मलबे के नीचे दब गया है। स्थानीय लोगों की मदद से बच्चे को बाहर निकाला गया। परिवार के अन्य सदस्य उस समय घर के बाहर थे, इसलिए वे सुरक्षित बच गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी गई है। पीड़ित परिवार ने प्रशासन से मदद और मुआवजे की मांग की है। बारिश के बाद छत से मिट्टी गिरनी शुरू हुई गांव पूजम निवासी विजय कुमार अपने कच्चे मकान में परिवार के साथ रहते हैं। रविवार रात की बारिश के बाद आज अल सुबह अचानक छत से मिट्टी गिरनी शुरू हो गई। विजय ने बताया कि बच्चा उस समय घर के अंदर सोया हुआ था, जबकि वे और अन्य परिजन घर के बाहर अपने-अपने काम में लगे हुए थे। अचानक छत तेज आवाज के साथ ढह गई और पूरा मलबा नीचे गिर गया बच्चे को सिर में आई चोट, घर का सारा सामान दबा छत गिरते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और मलबा हटाकर बच्चे को बाहर निकाला। बच्चे के सिर में चोट आई है, लेकिन बाकी सभी सदस्य सुरक्षित हैं। विजय ने बताया कि घर के अंदर रखा बैड, अलमारी, ट्रंक, कुर्सियां, ड्रेसिंग टेबल व अन्य सामान सब मलबे में दब गया है। मकान कड़ियों से बना हुआ था, जो बारिश के कारण कमजोर हो गया था। विजय दिहाड़ी कर चलाते हैं घर, बोले- प्रशासन छत बनवाने में करे मदद विजय कुमार ने बताया कि वह दिहाड़ी मजदूरी करते हैं और उसी से परिवार का पालन-पोषण करते हैं। अब मकान की छत पूरी तरह गिर चुकी है और रहने के लिए जगह भी नहीं बची है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि उनके परिवार को आर्थिक मदद दी जाए, ताकि वह छत दोबारा बनवा सकें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
