साइबर ठगों ने हरियाणा के करनाल के गंगाटेहरी निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग से 19.70 लाख रुपये की ठगी की है। इतनी बड़ी ठगी के लिए जालसाजों ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग का ऐसा माहौल बनाया कि बुजुर्ग अपने परिवार के किसी सदस्य से कुछ कह ही नहीं पाए। बुजुर्ग ठगों के जाल में फंसते चले गए और चेक के जरिए अलग-अलग ट्रांजेक्शन करते रहे। जब तक परिवार के सदस्यों को पता चला, तब तक बहुत देर हो चुकी थी और बुजुर्ग के साथ ठगी हो चुकी थी। उन्होंने यह बड़ी रकम अपने भाई, भतीजे और परिचितों को भेज दी। मामले की शिकायत पुलिस में की गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है। सिलसिलेवार समझिए कैसे बुना ठगी का जाल गंगाटेहड़ी निवासी जीत सिंह पुत्र रामदिया के पास 22 मई को एक अज्ञात नंबर से वॉट्सअप कॉल आया। कॉलर ने कहा कि आपका भतीजा शीशन कनाडा गया हुआ है और मैं उसका एजेंट बोल रहा हूं। शीशन ने मेरे 4 लाख रुपए देने हैं और वह फोन नहीं उठा रहा, मैं उसको कनाडा से डिपोर्ट करवा दूंगा। शिकायतकर्ता जीत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि एजेंट ने एक नंबर भेजा और कहा कि ये शीशन का नंबर है, इससे बात कर लो। ताऊ मेरी मां बीमार है, मैं घर नहीं बोल सकता जैसे ही जीत राम ने एजेंट द्वारा दिए गए नंबर पर कॉल किया तो फ्रॉड कॉलर ने शीशन बनकर बात की। कॉलर ने कहा कि ताऊ, मैं शीशन बोल रहा हूं, ताऊ तु मेरी खातिर इतना नी कर सकता। घर पे मेरी मां बीमार है और घर नहीं बोल सकता। मैं कुछ दिनों में घर आऊंगा, मैने अपने पापा को गाड़ी गिफ्ट करनी है, मैं सारे पैसे आकर दे दूंगा। फ्रॉड कॉलर शीशन ने कहा कि तू अपना अकाउंट नंबर दे, मैं तेरे खाते में पैसे डाल रहा हूं और ये पैसे दो दिन में ट्रांसफर हो जाएंगे। इतने अपने पास से एडजस्ट कर दे। शिकायतकर्ता के मुताबिक, कॉलर ने उसके पास वॉट्सअप एक स्लीप बनाकर भेजी और कैनरा बैंक का अकाउंट नंबर भेजा। फिर शुरू हुआ पैसे भेजने का सिलसिला शिकायत के मुताबिक, 22 मई को ही उसने एजेंट के खाते में चेक के द्वारा 4 लाख रुपए का अमाउंट भेज दिया। 23 मई को एजेंट का कॉल फिर से आया, उसने कहा कि मेरे लड़के का एक्सीडेंट हो गया और मुझे 5 लाख रुपए दे दो। शिकायतकर्ता ने अपने भाई हरपाल के लिमिट के खाते से साढ़े 5 लाख रुपए किसी सागर नटराज के खाते में चैक से भेजे। 24 मई को फिर एजेंट का कॉल आया और कहा कि मेरे लड़के का देहांत हो चुका है और 3 लाख रुपए भेज दो। शिकायतकर्ता ने दो ट्रांजेक्शन से तीन लाख रुपए एसबीआई बैंक के खाते में डाले। फिर आया वकील का कॉल, शीशन का हो गया एक्सीडेंट-28 मई को शिकायतकर्ता के पास एजेंट का कॉल आया, जिसने बताया कि आपके भतीजे शीशन का एक्सीडेंट हो गया है और उसने एक वकील से बात करवाई और कहा कि वकील को 7 लाख रुपए दे दो, आपका भतीजा बच जाएगा। जिसके बाद शिकायतकर्ता घबरा गया और उसने अपने अकाउंट से 2.20 लाख और पांच लाख की दो ट्रांजेक्शन चैक के द्वारा की। इस तरह से 19.70 लाख रुपए ठगों को ट्रांसफर हो चुके थे। खुलासा हुआ तो खिसक गई जमीन पीड़ित बुजुर्ग के दामाद अहर निवासी बलकार सिंह ने बताया कि बुजुर्ग को साइबर ठगो ने अपने जाल में पूरी तरह से फंसाया हुआ था। वह अपने परिवार वालों को भी कुछ नहीं बता पाया था, क्योंकि फ्रॉड कॉल करने वाले शीशन ने बुजुर्ग को कहा था कि वह यह सीक्रेट किसी को भी न बताए, क्योंकि वह अपने पापा को सरप्राइज देना चाहता है। दूसरा यह भी कहा कि 15 लाख रुपए दो दिन में उसके अकाउंट में आ जाएंगे, इसलिए वह ईधर उधर से पैसे उठाकर कॉलरों को भेजता रहा। फ्रॉड कॉलिंग का खुलासा तब हुआ, जब एजेंट ने एक्सीडेंट के नाम पर वकील के माध्यम से 7 लाख रुपए अकाउंट में मंगवाए और उसके बाद फिर एक कॉल आया कि शीशन की मृत्यु हो चुकी है। जिसके बाद शीशन फूट फूट कर रोने लगा। शीशन के परिवार वालों को भी बुजुर्ग के रोने की बात सुनी तो वे उसके पास पहुंचे और रोने का कारण पूछा। बुजुर्ग ने उनको बताया कि शीशन की एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है। एक बार तो घर वालों को भी झटका लगा, क्योंकि उनकी हर रोज शीशन से बात हो रही थी। शीशन के भाई ने शीशन के पास कॉल किया, शीशन ने बात की और उसने बताया कि उसने तो कोई कॉल ही नहीं किया। जिसके बाद बुजुर्ग के नीचे की जमीन भी खिसक गई। तीन बेटियां है बुजुर्ग के पास, नहीं है कोई सहारा बलकार सिंह ने बताया कि उसके ससुर के पास तीन बेटियां है, जिनकी शादी हो चुकी है। छोटे वाली बेटी किन्ही घरेलू कारणों से अपने पिता के पास ही रह रही है। बुजुर्ग ने फ्रॉड स्लीप पर भरोसा किया और उसने ईधर उधर से पैसे उठाकर भेजे। अब जब सबको फ्रॉड की जानकारी हुई तो, जिन्होने पैसे उधार दिए थे, वे पैसे मांगने के लिए बुजुर्ग के घर पर खड़े हो गए है। किसी तरह से उनको समझाया गया है लेकिन बुजुर्ग के साथ 19.70 लाख की धोखाधड़ी हो चुकी है और शिकायत पुलिस को दी जा चुकी है। फ्रॉड कॉलर अभी भी एक्टिव है और वे शीशन की बॉडी को अस्पताल से रीलिज करवाने के लिए अभी भी पैसों के लिए कॉल कर रहे है। मामले की शिकायत पुलिस को दी जा चुकी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस जुटी जांच में असंध थाना के जांच अधिकारी सुंदर ने बताया कि गंगाटेहड़ी के जीत सिंह के साथ 19.70 लाख का फ्रॉड हुआ है। शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साइबर ठगों ने हरियाणा के करनाल के गंगाटेहरी निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग से 19.70 लाख रुपये की ठगी की है। इतनी बड़ी ठगी के लिए जालसाजों ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग का ऐसा माहौल बनाया कि बुजुर्ग अपने परिवार के किसी सदस्य से कुछ कह ही नहीं पाए। बुजुर्ग ठगों के जाल में फंसते चले गए और चेक के जरिए अलग-अलग ट्रांजेक्शन करते रहे। जब तक परिवार के सदस्यों को पता चला, तब तक बहुत देर हो चुकी थी और बुजुर्ग के साथ ठगी हो चुकी थी। उन्होंने यह बड़ी रकम अपने भाई, भतीजे और परिचितों को भेज दी। मामले की शिकायत पुलिस में की गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है। सिलसिलेवार समझिए कैसे बुना ठगी का जाल गंगाटेहड़ी निवासी जीत सिंह पुत्र रामदिया के पास 22 मई को एक अज्ञात नंबर से वॉट्सअप कॉल आया। कॉलर ने कहा कि आपका भतीजा शीशन कनाडा गया हुआ है और मैं उसका एजेंट बोल रहा हूं। शीशन ने मेरे 4 लाख रुपए देने हैं और वह फोन नहीं उठा रहा, मैं उसको कनाडा से डिपोर्ट करवा दूंगा। शिकायतकर्ता जीत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि एजेंट ने एक नंबर भेजा और कहा कि ये शीशन का नंबर है, इससे बात कर लो। ताऊ मेरी मां बीमार है, मैं घर नहीं बोल सकता जैसे ही जीत राम ने एजेंट द्वारा दिए गए नंबर पर कॉल किया तो फ्रॉड कॉलर ने शीशन बनकर बात की। कॉलर ने कहा कि ताऊ, मैं शीशन बोल रहा हूं, ताऊ तु मेरी खातिर इतना नी कर सकता। घर पे मेरी मां बीमार है और घर नहीं बोल सकता। मैं कुछ दिनों में घर आऊंगा, मैने अपने पापा को गाड़ी गिफ्ट करनी है, मैं सारे पैसे आकर दे दूंगा। फ्रॉड कॉलर शीशन ने कहा कि तू अपना अकाउंट नंबर दे, मैं तेरे खाते में पैसे डाल रहा हूं और ये पैसे दो दिन में ट्रांसफर हो जाएंगे। इतने अपने पास से एडजस्ट कर दे। शिकायतकर्ता के मुताबिक, कॉलर ने उसके पास वॉट्सअप एक स्लीप बनाकर भेजी और कैनरा बैंक का अकाउंट नंबर भेजा। फिर शुरू हुआ पैसे भेजने का सिलसिला शिकायत के मुताबिक, 22 मई को ही उसने एजेंट के खाते में चेक के द्वारा 4 लाख रुपए का अमाउंट भेज दिया। 23 मई को एजेंट का कॉल फिर से आया, उसने कहा कि मेरे लड़के का एक्सीडेंट हो गया और मुझे 5 लाख रुपए दे दो। शिकायतकर्ता ने अपने भाई हरपाल के लिमिट के खाते से साढ़े 5 लाख रुपए किसी सागर नटराज के खाते में चैक से भेजे। 24 मई को फिर एजेंट का कॉल आया और कहा कि मेरे लड़के का देहांत हो चुका है और 3 लाख रुपए भेज दो। शिकायतकर्ता ने दो ट्रांजेक्शन से तीन लाख रुपए एसबीआई बैंक के खाते में डाले। फिर आया वकील का कॉल, शीशन का हो गया एक्सीडेंट-28 मई को शिकायतकर्ता के पास एजेंट का कॉल आया, जिसने बताया कि आपके भतीजे शीशन का एक्सीडेंट हो गया है और उसने एक वकील से बात करवाई और कहा कि वकील को 7 लाख रुपए दे दो, आपका भतीजा बच जाएगा। जिसके बाद शिकायतकर्ता घबरा गया और उसने अपने अकाउंट से 2.20 लाख और पांच लाख की दो ट्रांजेक्शन चैक के द्वारा की। इस तरह से 19.70 लाख रुपए ठगों को ट्रांसफर हो चुके थे। खुलासा हुआ तो खिसक गई जमीन पीड़ित बुजुर्ग के दामाद अहर निवासी बलकार सिंह ने बताया कि बुजुर्ग को साइबर ठगो ने अपने जाल में पूरी तरह से फंसाया हुआ था। वह अपने परिवार वालों को भी कुछ नहीं बता पाया था, क्योंकि फ्रॉड कॉल करने वाले शीशन ने बुजुर्ग को कहा था कि वह यह सीक्रेट किसी को भी न बताए, क्योंकि वह अपने पापा को सरप्राइज देना चाहता है। दूसरा यह भी कहा कि 15 लाख रुपए दो दिन में उसके अकाउंट में आ जाएंगे, इसलिए वह ईधर उधर से पैसे उठाकर कॉलरों को भेजता रहा। फ्रॉड कॉलिंग का खुलासा तब हुआ, जब एजेंट ने एक्सीडेंट के नाम पर वकील के माध्यम से 7 लाख रुपए अकाउंट में मंगवाए और उसके बाद फिर एक कॉल आया कि शीशन की मृत्यु हो चुकी है। जिसके बाद शीशन फूट फूट कर रोने लगा। शीशन के परिवार वालों को भी बुजुर्ग के रोने की बात सुनी तो वे उसके पास पहुंचे और रोने का कारण पूछा। बुजुर्ग ने उनको बताया कि शीशन की एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है। एक बार तो घर वालों को भी झटका लगा, क्योंकि उनकी हर रोज शीशन से बात हो रही थी। शीशन के भाई ने शीशन के पास कॉल किया, शीशन ने बात की और उसने बताया कि उसने तो कोई कॉल ही नहीं किया। जिसके बाद बुजुर्ग के नीचे की जमीन भी 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