करनाल के मेरठ रोड पर आवारा सांड की टक्कर से बाइक चालक की मौत हो गई। सांड के नुकीले सींग युवक के सीने में घुसे थे। सींग दिल में घुसे, जिसकी वजह से मौके पर ही मौत हो गई। युवक अपने घर से काम पर जा रहा था। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक की पहचान 24 साल के हरदीप सैनी के रूप में हुई। वह यूपी के शामली के उल्हेनी गांव का रहने वाला था। हरदीप करनाल के एक निजी अस्पताल में काम करता था और हर रोज की तरह अपनी ड्यूटी पर जा रहा था। चचेरे भाई दिनेश ने बताया कि मेरठ रोड पर अंधेड़ा के पास एक आवारा सांड डिवाइडर क्रॉस करके अचानक बाइक के सामने आ गया। आमने-सामने की टक्कर हुई और बैल के नुकीले सींग बाइक चालक युवक के सीने में जा घुसे। सींग दिल में घुसा था। युवक सड़क पर जा गिरा और मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसा होता देख आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। सांड आसपास के खेतों की तरफ निकल गया। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं के कारण हाईवे और सड़कों पर अक्सर हादसे होते है, लेकिन इनकी तरफ प्रशासन का कोई ध्यान नहीं हाेता। इसलिए प्रशासन इन आवारा पशुओं को गौशाला में छोड़ने का काम करे, ताकि हादसों पर कुछ लगाम लग सके। करनाल के मेरठ रोड पर आवारा सांड की टक्कर से बाइक चालक की मौत हो गई। सांड के नुकीले सींग युवक के सीने में घुसे थे। सींग दिल में घुसे, जिसकी वजह से मौके पर ही मौत हो गई। युवक अपने घर से काम पर जा रहा था। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक की पहचान 24 साल के हरदीप सैनी के रूप में हुई। वह यूपी के शामली के उल्हेनी गांव का रहने वाला था। हरदीप करनाल के एक निजी अस्पताल में काम करता था और हर रोज की तरह अपनी ड्यूटी पर जा रहा था। चचेरे भाई दिनेश ने बताया कि मेरठ रोड पर अंधेड़ा के पास एक आवारा सांड डिवाइडर क्रॉस करके अचानक बाइक के सामने आ गया। आमने-सामने की टक्कर हुई और बैल के नुकीले सींग बाइक चालक युवक के सीने में जा घुसे। सींग दिल में घुसा था। युवक सड़क पर जा गिरा और मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसा होता देख आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। सांड आसपास के खेतों की तरफ निकल गया। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं के कारण हाईवे और सड़कों पर अक्सर हादसे होते है, लेकिन इनकी तरफ प्रशासन का कोई ध्यान नहीं हाेता। इसलिए प्रशासन इन आवारा पशुओं को गौशाला में छोड़ने का काम करे, ताकि हादसों पर कुछ लगाम लग सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार का सबसे लंबा पुल 6 साल में बनकर तैयार:आज रणबीर गंगवा करेंगे निरीक्षण, ट्रैफिक का बोझ कम होगा, हजारों लोगों को होगा फायदा
हिसार का सबसे लंबा पुल 6 साल में बनकर तैयार:आज रणबीर गंगवा करेंगे निरीक्षण, ट्रैफिक का बोझ कम होगा, हजारों लोगों को होगा फायदा हरियाणा के हिसार में सबसे लंबा पुल बनकर तैयार हो चुका है। यहां डबल रेलवे लाइन पर आरओबी और आरयूबी दोनों बनाया गया है। पुल का काम पूरा होने के बाद आज पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा निरीक्षण करने पहुंचेंगे। इस पुल के लिए 2018 में टेंडर लगा था और 2019 में काम शुरू हुआ था। इस आरओबी व अंडरब्रिज के बनने से सूर्य नगर, अर्बन एस्टेट, विद्युत नगर, शिव कॉलोनी, सेक्टर 3-5, सेक्टर 1-4 सहित महावीर कॉलोनी, मिल गेट एरिया के लोगों को काफी फायदा होगा। इस आरओबी की लंबाई 1185 मीटर है। इस पुल पर करीब 77.36 करोड़ रुपये का खर्च आया था। इस पुल को 2021 में ही बनकर तैयार किया जाना था मगर कोरोना काल और धीरे निर्माण के कारण यह 3 साल लेट बनकर तैयार हुआ और इसकी कोस्ट भी 59.66 करोड़ से बढ़कर 77.36 करोड़ रुपये हो गई। ऐसे सिरे चढ़ा यह प्रोजेक्ट
बता दें 2018 में टेंडर लगने के बाद फरवरी 2019 में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ था। शुरुआत में इस प्रोजेक्ट को नवंबर 2021 तक पूरा किया जाना प्रस्तावित था। मगर लॉकडाउन व बिजली लाइनों की देरी से शिफ्टिंग के कारण समय अवधि 9 माह और बढ़ाकर अगस्त 2022 कर दी गई थी। वहीं अगस्त 2019 में रेलवे की एजेंसी को टेंडर अलॉट होने के बाद भी ड्राइंग पास न होने के कारण काम शुरू नहीं हो सका। सितंबर 2019 में रेलवे के हिस्से की ड्राइंग मंजूर हुई, जिसके बाद दिसंबर 2019 में काम शुरू हुआ। टेंडर की शर्त के अनुसार एजेंसी को डेढ़ साल में अपने हिस्से का काम पूरा करना था। इस हिसाब से यह प्रोजेक्ट इस साल मई तक पूरा करना था, लेकिन नहीं कर सका तो समयावधि बढ़ाकर अगस्त कर दी गई थी। मगर अगस्त तक भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो सका। अब इसकी 5वीं डेडलाइन 31 अक्टूबर रखी गई थी। हालांकि अब दोनों आरयूबी से वाहनों का आवागमन हो रहा है। मगर अभी फिनिशिंग का कुछ काम बाकी है। प्रोजेक्ट की बढ़ चुकी है लागत
शुरुआत में इस प्रोजेक्ट की लागत 59.66 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 77.36 करोड़ रुपये हो चुकी है। अधिकारियों की मानें तो शुरुआत में बनाई आरओबी की ड्राइंग में रेलवे के हिस्से में भी सिंगल पिलर ही डिजाइन किए गए थे। मगर बाद में ड्राइंग में बदलाव कर सिंगल के बजाय डबल पिलर कर दिए गए। शुरुआत में जो एस्टीमेट मंजूर किए गए थे, वह पुरानी ड्राइंग के हिसाब से ही थे। पिलर की संख्या बढ़ने से पाइल की संख्या भी बढ़ गई, जिससे खर्च भी बढ़ गया। इस प्रोजेक्ट से यह होगा फायदा
अभी वाहनों के कारण हिसार का मध्यमार्ग (दिल्ली रोड) पूरा दिन जाम रहता है, क्योंकि दोनों आरओबी के निर्माण के चलते आधे वाहन दिल्ली रोड से होकर निकलते हैं। ऐसे में दिनभर दिल्ली रोड पर भी जगह-जगह जाम रहता है। निर्माण में देरी के साथ कॉस्ट बढ़ती जा रही है। लोगों को धूल मिट्टी में चलना पड़ता है। हाल ही में विधायक सावित्री जिन्दल ने सूर्य नगर पुल का मुआयना कर अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे 30 नवंबर तक इस पुल का निर्माण पूरा कराएं। यह पुल चालू होने से मिलगेट, सूर्य नगर, शिव कॉलोनी, सेक्टर 1 व 4 और अर्बन एस्टेट समेत तमाम शहर वासियों को काफी राहत मिलेगी। उन्हें बाइपास व राष्ट्रीय राजमार्ग पहुंचने में न सिर्फ आसानी होगी।
झज्जर में किसान की दर्दनाक मौत:खेत की जुताई करते हुए रोटावेटर मशीन ने काटा; चदर फंसने पर ट्रैक्टर से गिरा था
झज्जर में किसान की दर्दनाक मौत:खेत की जुताई करते हुए रोटावेटर मशीन ने काटा; चदर फंसने पर ट्रैक्टर से गिरा था हरियाणा के झज्जर में एक किसान की दर्दनाक मौत हो गई। खेत में जुताई करते समय वह ट्रैक्टर से बंधे रोटावेटर की चपेट में आ गया। हादसा सिर में बंधी चदर के मशीन में फंसने से हुआ। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची औा छानबीन के बाद शव को नागरिक अस्पताल पहुंचाया। जानकारी अनुसार मृतक किसान की पहचान 44 वर्षीय ज्ञानचंद पुत्र भूप सिंह निवासी गांव काहड़ी, जिला झज्जर के रूप में की गई है l किसान ज्ञानचंद शुक्रवार को अपने खेत में ट्रैक्टर लेकर बुवाई का काम करने के लिए गया था। जब वह खेत में बुवाई का काम कर रहा था, तब उसने सिर पर चद्दर बांधी हुई थी। वो चद्दर अचानक रोटावेटर मशीन में आ गई। इसके कारण किसान जमीन पर गिर गया और रोटावेटर मशीन ने उसे काट दिया। किसान ज्ञानचंद शादीशुदा था और खेती-बाड़ी का काम करके अपने परिवार को पालता था। उसके दो बेटे भी हैं l झज्जर के माछरौली थाने से आए एएसआई राजीव ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि झज्जर के गांव काहड़ी में खेत में काम करते समय रोटावेटर मशीन की चपेट में आने से ज्ञानचंद नामक एक किसान की मौत हुई है। उसके चचेरे भाई के बयान दर्ज कर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद परिजनों के हवाले किया गया है l
पानीपत में युवक ने किया सुसाइड:काम पर नहीं जा रहा था; परिवार वालों ने जाने को कहा, सल्फास खाकर की दी जान
पानीपत में युवक ने किया सुसाइड:काम पर नहीं जा रहा था; परिवार वालों ने जाने को कहा, सल्फास खाकर की दी जान हरियाणा के पानीपत जिले के गांव जालपाड़ में युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर ही सल्फास निगल लिया। जिससे युवक की हालत खराब हो गई। तुरंत ही परिवार वाले उसे एक निजी अस्पताल ले गए। जहां से डॉक्टरों ने दूसरे अस्पताल में ले जाने की सलाह दी। दूसरे निजी अस्पताल में इलाज के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया। इसके बाद शव को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने चैकअप के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शवगृह में रखवाया गया। जहां परिजनों के बयानों के आधार पर इत्फ़ाकिया कार्रवाई करते हुए पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। 9 भाई-बहनों में पांचवें नंबर पर था जानकारी देते हुए शातिर ने बताया कि मृतक उसका 19 साल का भाई आमिर था। वह पेंट का काम करता था। पिछले 4 दिन से वह काम पर नहीं जा रहा था। जिससे परिजनों ने न जाने का कारण भी पूछा। साथ ही उसे काम पर जाने को कहा भी था। लेकिन उसने न ही कारण बताया और न ही वह काम पर गया। बुधवार शाम को उसने घर पर ही सल्फास की गोलियां खा ली। तुरंत ही गंभीर हालत में उसे देख लिया गया। इसके बाद बाइक पर बैठाकर एक निजी अस्पताल ले जाया गया। दूसरे निजी अस्पताल में उसकी हालत में कुछ सुधार जरूर हुआ। लेकिन, फिर अचानक और तबीयत खराब हो गई और उसकी मौत हो गई। वह 9 भाई-बहनों में पांचवें नंबर पर था।