करनाल के कुंजपुरा में खाद्य आपूर्ति अधिकारी कार्यालय में रिश्वत लेते हुए एसीबी ने एक कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपी कर्मचारी डिपो होल्डरों से रिश्वत ले रहा था। सबके लिए अलग-अलग रकम तय थी। किसी से 7 हजार तो किसी से 15 हजार रुपए रिश्वत ली जा रही थी और ऐसा 10 से 12 डिपो होल्डरों के साथ हुआ। एसीबी करनाल ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अब एसीबी आरोपी से पूछताछ कर अन्य अधिकारियों या कर्मचारियों की संलिप्तता की जांच करेगी। लगातार मिल रही थी शिकायतें भ्रष्ट कर्मचारी से परेशान डिपो होल्डरों ने एसीबी को शिकायत की। एसीबी सतर्क हो गई और तुरंत हरकत में आ गई। जिसके बाद भ्रष्ट कर्मचारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। शिकायतकर्ता पाउडर लगे नोटों को लेकर कुंजपुरा के खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय पहुंचा। जहां आरोपी कर्मचारी अन्य डिपो होल्डरों से भी पैसे ऐंठ रहा था। जैसे ही शिकायतकर्ता ने कर्मचारी को पैसे थमाए, एसीबी की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई और आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया। एसीबी की कार्रवाई से पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। टीम ने मौके से एक प्रिंटर भी बरामद किया है। पहला कर्मचारी रिटायर हो चुका बताया जा रहा है कि आरोपी पहले खाद्य आपूर्ति विभाग में काम करता था, लेकिन रिटायरमेंट के बाद वह यहीं प्राइवेट नौकरी कर रहा था। ऐसे में एसीबी जांच कर रही है कि आरोपी ने किन-किन डिपो होल्डर्स से पैसे लिए हैं और कितने पैसे लिए हैं। सूत्रों की मानें तो 20 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से पैसे लिए गए थे और पेमेंट अभी डिपो होल्डर्स के खाते में आई थी और उसके बाद आज कमीशन की रकम लेने का काम किया जा रहा था। फिलहाल एसीबी इस बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। यह भी देखना दिलचस्प होगा कि एसीबी की आगे की जांच में क्या सामने आता है। करनाल के कुंजपुरा में खाद्य आपूर्ति अधिकारी कार्यालय में रिश्वत लेते हुए एसीबी ने एक कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपी कर्मचारी डिपो होल्डरों से रिश्वत ले रहा था। सबके लिए अलग-अलग रकम तय थी। किसी से 7 हजार तो किसी से 15 हजार रुपए रिश्वत ली जा रही थी और ऐसा 10 से 12 डिपो होल्डरों के साथ हुआ। एसीबी करनाल ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अब एसीबी आरोपी से पूछताछ कर अन्य अधिकारियों या कर्मचारियों की संलिप्तता की जांच करेगी। लगातार मिल रही थी शिकायतें भ्रष्ट कर्मचारी से परेशान डिपो होल्डरों ने एसीबी को शिकायत की। एसीबी सतर्क हो गई और तुरंत हरकत में आ गई। जिसके बाद भ्रष्ट कर्मचारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। शिकायतकर्ता पाउडर लगे नोटों को लेकर कुंजपुरा के खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय पहुंचा। जहां आरोपी कर्मचारी अन्य डिपो होल्डरों से भी पैसे ऐंठ रहा था। जैसे ही शिकायतकर्ता ने कर्मचारी को पैसे थमाए, एसीबी की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई और आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया। एसीबी की कार्रवाई से पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। टीम ने मौके से एक प्रिंटर भी बरामद किया है। पहला कर्मचारी रिटायर हो चुका बताया जा रहा है कि आरोपी पहले खाद्य आपूर्ति विभाग में काम करता था, लेकिन रिटायरमेंट के बाद वह यहीं प्राइवेट नौकरी कर रहा था। ऐसे में एसीबी जांच कर रही है कि आरोपी ने किन-किन डिपो होल्डर्स से पैसे लिए हैं और कितने पैसे लिए हैं। सूत्रों की मानें तो 20 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से पैसे लिए गए थे और पेमेंट अभी डिपो होल्डर्स के खाते में आई थी और उसके बाद आज कमीशन की रकम लेने का काम किया जा रहा था। फिलहाल एसीबी इस बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। यह भी देखना दिलचस्प होगा कि एसीबी की आगे की जांच में क्या सामने आता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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