करनाल में लगेगा ‘एक बूंद विनय के नाम’ रक्तदान शिविर:लेफ्टिनेंट नरवाल का जन्मदिन कल, पिता बोले-बेटे के नाम पर हो संस्था, मैं दूंगा अपनी संपत्ति

करनाल में लगेगा ‘एक बूंद विनय के नाम’ रक्तदान शिविर:लेफ्टिनेंट नरवाल का जन्मदिन कल, पिता बोले-बेटे के नाम पर हो संस्था, मैं दूंगा अपनी संपत्ति

पहलगाम हादसे में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने बताया कि कल 1 मई को विनय नरवाल का जन्मदिन है। उनकी शहादत को याद करने के लिए करनाल की सामाजिक संस्थाएं कल देशभर में अलग-अलग जगहों पर एक बूंद रक्त विनय की शहादत के नाम से रक्तदान शिविर लगाएंगी। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने समाज और जरूरतमंद लोगों के लिए रक्तदान करें। उन्होंने कहा कि इस रक्तदान शिविर में हमारे परिवार के सदस्य भी अपना योगदान देंगे। पिता बोले- निहत्थे सैनिक के पीठ पीछे वार किया राजेश नरवाल ने कहा कि देशवासियों की मांग है कि विनय को शहीद का दर्जा दर्जा दिया जाए और वह इसके लिए डिजर्व भी करता है क्योंकि वह एक सेना का एक होनहार सैनिक अफसर था और एक निहत्थे सैनिक के पीठ के पीछे से वार किया गया। यह दुख की बात है। उन्होंने कहा कि ऐसे में उसको शहीद का दर्जा बनता है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य या केंद्र सरकार मेरे बेटे के नाम पर किसी संस्थान या विश्वविद्यालय का नाम रखती है तो मैं अपने बेटे के हिस्से की संपत्ति उस संस्था के नाम कर दूंगा, क्योंकि मेरी पुत्रवधू भी चाहती है कि विनय का हमेशा के लिए अमर हो जाए। पहलगाम हादसे में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने बताया कि कल 1 मई को विनय नरवाल का जन्मदिन है। उनकी शहादत को याद करने के लिए करनाल की सामाजिक संस्थाएं कल देशभर में अलग-अलग जगहों पर एक बूंद रक्त विनय की शहादत के नाम से रक्तदान शिविर लगाएंगी। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने समाज और जरूरतमंद लोगों के लिए रक्तदान करें। उन्होंने कहा कि इस रक्तदान शिविर में हमारे परिवार के सदस्य भी अपना योगदान देंगे। पिता बोले- निहत्थे सैनिक के पीठ पीछे वार किया राजेश नरवाल ने कहा कि देशवासियों की मांग है कि विनय को शहीद का दर्जा दर्जा दिया जाए और वह इसके लिए डिजर्व भी करता है क्योंकि वह एक सेना का एक होनहार सैनिक अफसर था और एक निहत्थे सैनिक के पीठ के पीछे से वार किया गया। यह दुख की बात है। उन्होंने कहा कि ऐसे में उसको शहीद का दर्जा बनता है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य या केंद्र सरकार मेरे बेटे के नाम पर किसी संस्थान या विश्वविद्यालय का नाम रखती है तो मैं अपने बेटे के हिस्से की संपत्ति उस संस्था के नाम कर दूंगा, क्योंकि मेरी पुत्रवधू भी चाहती है कि विनय का हमेशा के लिए अमर हो जाए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर