करनाल में विदेश भेजने के नाम ठगी:परिवार को अमेरिका भेजने के लिए मांगे 1.60 करोड़, 30 लाख हड़पे

करनाल में विदेश भेजने के नाम ठगी:परिवार को अमेरिका भेजने के लिए मांगे 1.60 करोड़, 30 लाख हड़पे

हरियाणा में करनाल के फुसगढ़ गांव में एक दंपति द्वारा 30 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। दंपति ने एक पूरे परिवार को अमेरिका भेजने का झांसा देकर 1.60 करोड़ रुपये में डील फाइनल की और पैसे लेने के बाद नकली वीजा थमा दिए। पीड़ित परिवार को जब इस धोखाधड़ी का पता चला तो उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद परिवार ने मामले की शिकायत सेक्टर 32,33 थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्जकर मामले की जांच शुरू कर दी। 1.60 करोड़ में हुई थी डील फाइनल फुसगढ़ निवासी पीड़ित परिवार के मुखिया प्रवेश पुत्र सुरेन्द्र ने अगस्त 2023 में दोषी सुरजीत और उसकी पत्नी रीना से संपर्क किया। सुरजीत और रीना ने बताया कि वे लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं और उन्होंने कई मैक्सिको के वीजा भी दिखाए। उन्होंने प्रवेश और उनके परिवार को अमेरिका भेजने का वादा किया और इसके बदले 1.60 करोड़ रुपए की मांग की। RTGS से ट्रांसफर किया पैसा प्रवेश ने अपनी पत्नी नेहा, बेटे मंयक और बहन हिमानी के पासपोर्ट, आधार कार्ड, और पैन कार्ड दोषियों को दिए। प्रवेश ने शिकायत में बताया है कि इसके बाद, 17 अक्टूबर 2023 को, प्रवेश ने सुरजीत के बैंक खाते में 10 लाख रुपए RTGS द्वारा ट्रांसफर किए। फिर, 25 अक्टूबर 2023 को, प्रवेश ने 10 लाख रुपए नकद दिए। 4 नवंबर 2023 को, दोषियों ने वॉट्सऐप पर वीजा भेजे और बकाया पैसों की मांग की। इसके बाद, हमने ने 6 नवंबर 2023 को 10 लाख रुपए और ट्रांसफर किए। वीजा की करवाई जांच, तो मिले नकली लेकिन पैसे लेने के बाद, दोषियों ने प्रवेश को बार-बार बहाने बनाकर टालना शुरू कर दिया। जब प्रवेश को उन पर शक हुआ, तो उन्होंने दोषियों द्वारा भेजे गए वीजा की जांच करवाई और पता चला कि वे वीजा नकली हैं। प्रवेश ने कई बार दोषियों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने पैसे लौटाने से साफ मना कर दिया और धमकी दी कि अगर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की तो जान से मार देंगे। पुलिस ने किया मामला दर्ज इस धोखाधड़ी की शिकायत मिलने के बाद, जांच अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि पति-पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच चल रही है और जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप आगे की कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा में करनाल के फुसगढ़ गांव में एक दंपति द्वारा 30 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। दंपति ने एक पूरे परिवार को अमेरिका भेजने का झांसा देकर 1.60 करोड़ रुपये में डील फाइनल की और पैसे लेने के बाद नकली वीजा थमा दिए। पीड़ित परिवार को जब इस धोखाधड़ी का पता चला तो उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद परिवार ने मामले की शिकायत सेक्टर 32,33 थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्जकर मामले की जांच शुरू कर दी। 1.60 करोड़ में हुई थी डील फाइनल फुसगढ़ निवासी पीड़ित परिवार के मुखिया प्रवेश पुत्र सुरेन्द्र ने अगस्त 2023 में दोषी सुरजीत और उसकी पत्नी रीना से संपर्क किया। सुरजीत और रीना ने बताया कि वे लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं और उन्होंने कई मैक्सिको के वीजा भी दिखाए। उन्होंने प्रवेश और उनके परिवार को अमेरिका भेजने का वादा किया और इसके बदले 1.60 करोड़ रुपए की मांग की। RTGS से ट्रांसफर किया पैसा प्रवेश ने अपनी पत्नी नेहा, बेटे मंयक और बहन हिमानी के पासपोर्ट, आधार कार्ड, और पैन कार्ड दोषियों को दिए। प्रवेश ने शिकायत में बताया है कि इसके बाद, 17 अक्टूबर 2023 को, प्रवेश ने सुरजीत के बैंक खाते में 10 लाख रुपए RTGS द्वारा ट्रांसफर किए। फिर, 25 अक्टूबर 2023 को, प्रवेश ने 10 लाख रुपए नकद दिए। 4 नवंबर 2023 को, दोषियों ने वॉट्सऐप पर वीजा भेजे और बकाया पैसों की मांग की। इसके बाद, हमने ने 6 नवंबर 2023 को 10 लाख रुपए और ट्रांसफर किए। वीजा की करवाई जांच, तो मिले नकली लेकिन पैसे लेने के बाद, दोषियों ने प्रवेश को बार-बार बहाने बनाकर टालना शुरू कर दिया। जब प्रवेश को उन पर शक हुआ, तो उन्होंने दोषियों द्वारा भेजे गए वीजा की जांच करवाई और पता चला कि वे वीजा नकली हैं। प्रवेश ने कई बार दोषियों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने पैसे लौटाने से साफ मना कर दिया और धमकी दी कि अगर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की तो जान से मार देंगे। पुलिस ने किया मामला दर्ज इस धोखाधड़ी की शिकायत मिलने के बाद, जांच अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि पति-पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच चल रही है और जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप आगे की कार्रवाई की जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर