हरियाणा में करनाल के सेक्टर 32-33 थाना क्षेत्र में की एक कालोनी में विवाहिता ने अपने ससुराल पर दहेज प्रताड़ना और मारपीट के गंभीर आरोप लगाए है। विवाहिता का आरोप है कि उसके ससुराल वालो ने उससे 2 लाख रुपए की मांग की। जब वह पैसे नहीं लापाई तो मारपीट की गई। इतना ही नहीं पीड़िता को पंचायत में तलाक के लिए भी मजबूर किया गया। इसके साथ ही पीड़िता को जान से मारने की धमकी मिली। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को की और अपने पति, ससुराल पक्ष और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है और जांच जारी है। दो साल पहले हुई थी शादी शिकायतकर्ता विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी नवदीप शर्मा से 7 दिसंबर 2022 को सिख रिवाजों के अनुसार शादी की थी। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष का बर्ताव उसके प्रति सही नहीं था। पीड़िता ने कहा कि शादी में उनके पिता ने अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया था और लगभग 20 लाख रुपये खर्च किए थे। इसके बावजूद ससुराल पक्ष उनसे लगातार दहेज की मांग करता रहा और उन्हें ताने मारता था कि वह उनकी उम्मीदों के अनुसार दहेज नहीं लाई। 2 लाख रुपये की मांग, मारपीट और धमकी विवाहिता का आरोप है कि उसकी सास और अन्य ससुराल वालों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उससे 2 लाख रुपए की मांग की, जोकि उनके जेठ द्वारा खरीदे गए फ्लैट की कमी पूरी करने के लिए था। पीड़िता के इनकार करने पर उन्हें घर से निकालने की धमकी दी गई और उनके साथ मारपीट भी की गई। सास ने यह भी कहा कि कंचन का परिवार सरकारी नौकरी में है और उनके पास पैसे की कोई कमी नहीं है, इसलिए उनकी मांगें पूरी करनी होंगी। पंचायत में तलाक के लिए मजबूर किया शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने मिलकर एक षड्यंत्र रचा, जिसके तहत उसे पंचायत के सामने मजबूर किया गया कि वह तलाक के लिए सहमति दें। ब्राह्मण सभा में हुई पंचायत में ससुराल पक्ष ने यह स्वीकार किया कि पीड़िता को 6.5 लाख रुपये और उनका स्त्रीधन वापस किया जाएगा और तलाक आपसी सहमति से लिया जाएगा। लेकिन कंचन का कहना है कि इस समझौते के लिए उन्हें धमकाया गया और बिरादरी से बेदखल करने की धमकी भी दी गई। वीजा लग चुका है तलाक की जरूरत नहीं पीड़िता का आरोप है कि जब उन्होंने बीती 29 मई को तलाक के लिए बात की, तो उनके ससुराल पक्ष ने तलाक देने से इनकार कर दिया और कहा कि नवदीप का वीजा लग चुका है, इसलिए अब तलाक की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही, उनके देवर हन्नी ने उन्हें लाइसेंसी गन दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने पंचायत के फैसले को भी अस्वीकार किया है, जिसमें उन्हें 6.5 लाख रुपये देने और तलाक के लिए मजबूर किया गया था। वह चाहती हैं कि आरोपियों के खिलाफ एक्शन हो। पुलिस ने किया मामला दर्ज सेक्टर 32,33 थाना के जांच अधिकारी कुसुम ने बताया कि विवाहिता ने अपने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना के आरोप लगाए है। शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा में करनाल के सेक्टर 32-33 थाना क्षेत्र में की एक कालोनी में विवाहिता ने अपने ससुराल पर दहेज प्रताड़ना और मारपीट के गंभीर आरोप लगाए है। विवाहिता का आरोप है कि उसके ससुराल वालो ने उससे 2 लाख रुपए की मांग की। जब वह पैसे नहीं लापाई तो मारपीट की गई। इतना ही नहीं पीड़िता को पंचायत में तलाक के लिए भी मजबूर किया गया। इसके साथ ही पीड़िता को जान से मारने की धमकी मिली। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को की और अपने पति, ससुराल पक्ष और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है और जांच जारी है। दो साल पहले हुई थी शादी शिकायतकर्ता विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी नवदीप शर्मा से 7 दिसंबर 2022 को सिख रिवाजों के अनुसार शादी की थी। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष का बर्ताव उसके प्रति सही नहीं था। पीड़िता ने कहा कि शादी में उनके पिता ने अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया था और लगभग 20 लाख रुपये खर्च किए थे। इसके बावजूद ससुराल पक्ष उनसे लगातार दहेज की मांग करता रहा और उन्हें ताने मारता था कि वह उनकी उम्मीदों के अनुसार दहेज नहीं लाई। 2 लाख रुपये की मांग, मारपीट और धमकी विवाहिता का आरोप है कि उसकी सास और अन्य ससुराल वालों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उससे 2 लाख रुपए की मांग की, जोकि उनके जेठ द्वारा खरीदे गए फ्लैट की कमी पूरी करने के लिए था। पीड़िता के इनकार करने पर उन्हें घर से निकालने की धमकी दी गई और उनके साथ मारपीट भी की गई। सास ने यह भी कहा कि कंचन का परिवार सरकारी नौकरी में है और उनके पास पैसे की कोई कमी नहीं है, इसलिए उनकी मांगें पूरी करनी होंगी। पंचायत में तलाक के लिए मजबूर किया शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने मिलकर एक षड्यंत्र रचा, जिसके तहत उसे पंचायत के सामने मजबूर किया गया कि वह तलाक के लिए सहमति दें। ब्राह्मण सभा में हुई पंचायत में ससुराल पक्ष ने यह स्वीकार किया कि पीड़िता को 6.5 लाख रुपये और उनका स्त्रीधन वापस किया जाएगा और तलाक आपसी सहमति से लिया जाएगा। लेकिन कंचन का कहना है कि इस समझौते के लिए उन्हें धमकाया गया और बिरादरी से बेदखल करने की धमकी भी दी गई। वीजा लग चुका है तलाक की जरूरत नहीं पीड़िता का आरोप है कि जब उन्होंने बीती 29 मई को तलाक के लिए बात की, तो उनके ससुराल पक्ष ने तलाक देने से इनकार कर दिया और कहा कि नवदीप का वीजा लग चुका है, इसलिए अब तलाक की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही, उनके देवर हन्नी ने उन्हें लाइसेंसी गन दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने पंचायत के फैसले को भी अस्वीकार किया है, जिसमें उन्हें 6.5 लाख रुपये देने और तलाक के लिए मजबूर किया गया था। वह चाहती हैं कि आरोपियों के खिलाफ 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