करनाल जिले के मधुबन थाना क्षेत्र में एक विवाहिता ने पति की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। विवाहिता ने कोई जहर खाकर अपनी जान दे दी। आरोप है कि विवाहिता का पति शादी के बाद से ही उसे प्रताड़ित कर रहा था। जिसको लेकर कई बार पंचायतें भी हुई। पंचायतों में हर बार दामाद यही कहता था कि वह आगे से परेशान नहीं करेगा, लेकिन उसके जुल्म कम नहीं हुए। जिसकी वजह से विवाहिता ने जहर खा लिया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने पति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 2014 में हुई थी शादी मृतका किरण यूपी के मेरठ स्थित दबखेड़ी गांव की रहने वाली थी। 2014 में उसकी शादी मधुबन थाना के गांव सिरसी में सतपाल के साथ हुई थी। मृतका के पिता श्रवण कुमार ने शिकायत में आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही सतपाल ने उनकी बेटी को तंग करना शुरू कर दिया था। इसे लेकर कई बार गांव में पंचायतें भी हुई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। उन्होंने कई बार किरण को समझा-बुझाकर ससुराल भेजा, लेकिन सतपाल की हरकतें नहीं रुकीं। चार बच्चों के सिर से उठा मां का साया किरण की मौत से उसके परिवार में मातम छा गया है। पिता श्रवण कुमार ने बताया कि मेरे पास छह बच्चे है। जिसमें 4 लड़की व 2 लड़के है। दो लड़कियों की शादी हो चुकी है। किरण के पास चार बच्चे है। जिसमें तीन लड़की और एक लड़का है। चारों के सिर से मां का साया उठ चुका है। बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पति पर पुलिस ने किया केस 18 नवंबर को श्रवण कुमार को सूचना मिली कि उनकी बेटी ने जहर खा लिया है। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने किरण को मृत घोषित कर दिया। श्रवण कुमार ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि सतपाल की प्रताड़ना से तंग आकर किरण ने यह कदम उठाया। मामले की सूचना मिलने पर मधुबन थाना पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। शवगृह पर सीन ऑफ क्राइम टीम ने निरीक्षण किया। श्रवण कुमार के बयान के आधार पर पुलिस ने सतपाल के खिलाफ धारा 108 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी लछमन ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और आरोपी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। करनाल जिले के मधुबन थाना क्षेत्र में एक विवाहिता ने पति की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। विवाहिता ने कोई जहर खाकर अपनी जान दे दी। आरोप है कि विवाहिता का पति शादी के बाद से ही उसे प्रताड़ित कर रहा था। जिसको लेकर कई बार पंचायतें भी हुई। पंचायतों में हर बार दामाद यही कहता था कि वह आगे से परेशान नहीं करेगा, लेकिन उसके जुल्म कम नहीं हुए। जिसकी वजह से विवाहिता ने जहर खा लिया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने पति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 2014 में हुई थी शादी मृतका किरण यूपी के मेरठ स्थित दबखेड़ी गांव की रहने वाली थी। 2014 में उसकी शादी मधुबन थाना के गांव सिरसी में सतपाल के साथ हुई थी। मृतका के पिता श्रवण कुमार ने शिकायत में आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही सतपाल ने उनकी बेटी को तंग करना शुरू कर दिया था। इसे लेकर कई बार गांव में पंचायतें भी हुई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। उन्होंने कई बार किरण को समझा-बुझाकर ससुराल भेजा, लेकिन सतपाल की हरकतें नहीं रुकीं। चार बच्चों के सिर से उठा मां का साया किरण की मौत से उसके परिवार में मातम छा गया है। पिता श्रवण कुमार ने बताया कि मेरे पास छह बच्चे है। जिसमें 4 लड़की व 2 लड़के है। दो लड़कियों की शादी हो चुकी है। किरण के पास चार बच्चे है। जिसमें तीन लड़की और एक लड़का है। चारों के सिर से मां का साया उठ चुका है। बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पति पर पुलिस ने किया केस 18 नवंबर को श्रवण कुमार को सूचना मिली कि उनकी बेटी ने जहर खा लिया है। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने किरण को मृत घोषित कर दिया। श्रवण कुमार ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि सतपाल की प्रताड़ना से तंग आकर किरण ने यह कदम उठाया। मामले की सूचना मिलने पर मधुबन थाना पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। शवगृह पर सीन ऑफ क्राइम टीम ने निरीक्षण किया। श्रवण कुमार के बयान के आधार पर पुलिस ने सतपाल के खिलाफ धारा 108 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी लछमन ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और आरोपी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
आरती राव 66 करोड़ की मालकिन:77 लाख से ज्यादा की ज्वेलरी; दिल्ली में फ्लैट, खुद के पास कोई वाहन नहीं
आरती राव 66 करोड़ की मालकिन:77 लाख से ज्यादा की ज्वेलरी; दिल्ली में फ्लैट, खुद के पास कोई वाहन नहीं हरियाणा की अटेली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव 66 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति की मालकिन हैं। उनके पास दिल्ली में 5 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत के दो फ्लैट हैं। साथ ही 77 लाख रुपए से ज्यादा की सोने-चांदी और डायमंड की ज्वेलरी भी हैं। हालांकि आरती राव के नाम पर कोई वाहन रजिस्टर्ड नहीं है। अटेली विधानसभा के लिए बुधवार को आरती राव ने अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान जमा कराए एफिडेविट के मुताबिक, आरती राव ने वर्ष 2023-24 में 22 लाख 23 हजार 600 रुपए बतौर टैक्स अदा किया है। जबकि 19-20 में टैक्स की ये राशि सिर्फ 14 लाख 83 हजार 380 रुपए थी। आरती राव के पास कुल 1 लाख 1 हजार 200 रुपए कैश हैं। उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। बैंक में 1.21 करोड़ से ज्यादा जमा आरती राव के पास नई दिल्ली की बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच में 23 लाख 8 हजार 63 रुपए, नई दिल्ली की ही पंजाब नेशनल बैंक शाखा में 87 लाख 6 हजार 458 रुपए, ICICI बैंक की ब्रांच में 9 लाख 4 हजार 518 रुपए हैं। रेवाड़ी के झज्जर रोड स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में 2 लाख रुपए जमा हैं। उनके पास बैंक में कुल डिपॉजिट 1 करोड़ 21 लाख 20 हजार 39 रुपए है। 3 करोड़ के बॉन्ड, शेयर और म्यूचुअल फंड आरती राव के पास 3 करोड़ रुपए के म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, शेयर हैं। इतना ही नहीं 63 लाख 63 हजार 385 रुपए कीमत की 950 ग्राम सोने की ज्वेलरी, 7 लाख 41 हजार 270 रुपए कीमत की 10 किलो चांदी, के अलावा 6 लाख 40 हजार 500 रुपए के डायमंड के गहने हैं। इस ज्वेलरी की कीमत 77 लाख 45 हजार 155 रुपए है। पति के नाम पर करोड़ों की प्रॉपर्टी आरती राव के पति की चल-अचल संपत्ति भी करोड़ों रुपए हैं। उनके पति के पास 8 करोड़ 91 लाख 14 हजार 563 रुपए की संपत्ति हैं। आरती राव के खुद के पास कोई कृषि योग्य जमीन नहीं है, लेकिन पति के पास रेवाड़ी जिले में कृषि भूमि है, जिसकी कीमत 35 करोड़ 11 लाख 38 रुपए है। पति के पास पति के पास 13 करोड़ 94 लाख 50 हजार 92 रुपए की कॉमर्शियल प्रॉपर्टी भी हैं। जबकि आरती राव के पास कॉमर्शियल प्रॉपर्टी नहीं हैं। आरती के पास दिल्ली में फ्लैट आरती राव के पास रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की बात करें तो उनके नाम पर नई दिल्ली के द्वारका एरिया के अलावा दिल्ली में ही एक अन्य जगह पर फ्लैट हैं। जिनकी कीमत 5 करोड़ 30 लाख रुपए है। आरती राव और उनकी पति की इनकम सोर्स कंपनी में उनकी कई कंपनियों में हिस्सेदारी, किराया और बैंक से मिलने वाला ब्याज है। आरती राव के पति पर 2 करोड़ 55 लाख रुपए का लोन भी है, लेकिन आरती पर कोई लोन नहीं है। पहली बार लड़ रही चुनाव राव इंद्रजीत सिंह हरियाणा की राजनीति में बड़ा चेहरा हैं। उनके पिता हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनके परिवार का अहीरवाल बेल्ट में खासा दबदबा है। पिता की राजनीतिक विरासत को पहले राव इंद्रजीत सिंह ने संभाला और अब राव इंद्रजीत सिंह अपनी राजनीति विरासत का उत्तराधिकारी एक तरह से आरती राव को बना चुकी हैं। आरती राव इस बार अपना पहला चुनाव लड़ रही हैं। जबकि उनके पिता लगातार तीसरी बार मोदी सरकार में राज्यमंत्री हैं। राव इंद्रजीत सिंह 6 बार सांसद और 4 बार विधायक बन चुके हैं।
सोनीपत में ससुर-दामाद की हादसे में मौत, साली घायल:तीनों बाइक पर रोहतक जा रहे थे; रॉन्ग साइड केंटर ने मारी टक्कर
सोनीपत में ससुर-दामाद की हादसे में मौत, साली घायल:तीनों बाइक पर रोहतक जा रहे थे; रॉन्ग साइड केंटर ने मारी टक्कर हरियाणा के सोनीपत में रोड हादसे में एक व्यक्ति और उसके दामाद की दर्दनाक मौत हो गई। एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। तीनों गोहाना से बाइक पर रोहतक जा रहे थे। रास्ते में एक रॉन्ग साइड केंटर ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। पुलिस ने घायल महिला के बयान पर केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। ‘शिव कॉलोनी, रोहतक की रहने वाल गीता ने पुलिस को बताया कि उसका जीजा संदीप (सोनू) निवासी बलराज नगर गोहाना और मेरे पिता जयभगवान निवासी मोई हुड्डा हाल सूर्या कालोनी गली नंबर- 4 रोहतक मोटरसाइकिल पर सवार होकर गोहाना से रोहतक जा रहे थे। बाइक को उसका जीजा संदीप चला रहा था। वह भी बाइक पर थी। रात को 8:30 बजे के करीब वे गांव भैंसवान से रूखी के बीच बल्हारा होटल के सामने पहुंचे तो रॉन्ग साइड आए एक केंटर ने बाइक को टक्कर मार दी। उसने बताया कि केंटर की सीधी टक्कर लगने से उसके जीजा संदीप व उसके पिता जयभगवान नीचे रोड पर गिर गए। दोनों को हादसे में गंभीर चोट लगी। राहगीरों ने दोनों को इलाज के लिए गोहाना के नागरिक अस्पताल में भेजा। डॉक्टर ने जांच के बाद संदीप को मृत घोषित कर दिया। उसके पिता व उसको (गीता) गंभीर हालत में रोहतक PGIMS रेफर कर दिया। वे जयभगवान को लेकर रोहतक पीजीआई पहुंचे, लेकिन वहां पहुंचने तक उसके पिता की भी मौत हो चुकी थी। गीता ने पुलिस को बताया कि ये हादसा कैंटर ड्राइवर की लापरवाही से हुआ है। वह केंटर को रोहतक की तरफ से रॉन्ग साइड में बड़ी ही तेज गति से चला रहा था। उसको भी हादसे में चोटें आई हैं। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। भैंसवान पुलिस चौकी के ASI दिनेश के अनुसार रात को गोहाना के अस्पताल से सूचना मिली थी कि गीता व उसके पिता जयभगवान निवासी मोई RSA में घायल होकर आए हैं। इनके साथ संदीप नाम का व्यक्ति मृत हालत में है। गीता व जयभगवान को रेफर किया गया है। वह PGI रोहतक पहुंचा, जहां ट्रामा सेंटर में दाखिल गीता ने हादसे को लेकर जानकारी दी। पुलिस ने केंटर चालक के खिलाफ धारा 281,125A,106 BNS में केस दर्ज कर लिया है।
चरखी दादरी डीसी ने 5 पंचों को किया निष्कासित:सरपंच की शिकात पर कार्रवाई, 5 वर्ष तक नहीं लड़ेगे पंचायत चुनाव
चरखी दादरी डीसी ने 5 पंचों को किया निष्कासित:सरपंच की शिकात पर कार्रवाई, 5 वर्ष तक नहीं लड़ेगे पंचायत चुनाव बैठकों में हाजिर ना होकर विकास कार्यों को प्रभावित करने और सहयोग ना करने पर चरखी दादरी जिले की रूदडौल ग्राम पंचायत के 5 पंचों को चरखी दादरी जिला उपायुक्त मनदीप कौर ने निष्कासित कर दिया है। दादरी उपायुक्त मनदीप कौर ने सुनवाई के बाद ग्राम पंचायत के 5 पंचों को बर्खास्त करते हुए आगामी 5 वर्षों के लिए पंचायत चुनाव लड़ने के लिए भी अयोग्य करार देते हुए प्रतिबंध लगा दिया है। 5 वर्षों तक चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित उपायुक्त ने जिला परिषद चरखी दादरी की जांच रिपोर्ट के बाद 5 पंचों को स्वयं निजी सुनवाई काे माैका दिया गया। लेकिन सुनवाई के दौरान वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। उपायुक्त मन्दीप कौर ने हरियाणा पंचायती राज अधिनियम, 1994 की धारा 51(3) (ई) में निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए इन पंचों को बर्खास्त किया है। इसके अलावा हरियाणा पंचायती राज अधिनियम, 1994 की धारा 51(4) में निहित शक्तियां का प्रयोग करते हुए 5 पंचों को आगामी 5 वर्षों के लिए ग्राम पंचायत के चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित करार दिया है। ये है पूरा मामला गांव रूदडौल की सरपंच मोनिका जांगड़ा ने उपायुक्त को गांव के 5 पंचों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत दी थी। शिकायत में सरपंच ने कहा था कि वह नवनिर्वाचित महिला सरपंच है। 5 पंचों ने ग्राम पंचायत के गठन की प्रथम बैठक से अब तक हुई मीटिंग और ग्राम सभा की मीटिंग में भाग नहीं लिया। जिससे गांव का विकास पूर्ण रूप से प्रभावित हो रहा है। ये पंच विकास कार्यों में रूचि नहीं ले रहे हैं। जिससे ग्राम पंचायत के प्रस्ताव पारित नहीं हो रहे हैं। विकास कार्य ना होने पर गांव का विकास पूर्ण रूप से प्रभावित हो रहा है। सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को समय पर नहीं मिल रहा है। इसलिए पंचों पर हरियाणा पंचायती राज अधिनियम, 1994 के तहत नियमानुसार कार्यवाही करें। इसी शिकायत के आधार पर जांच कर कार्रवाई की गई है। इन पंचों को किया निष्कासित उपायुक्त दादरी ने जिला परिषद चरखी दादरी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की जांच रिपोर्ट और निजी सुनवाई में वेदपाल पुत्र दरिया सिंह पंच वार्ड 8, प्रियंका शर्मा पत्नी संजय कुमार पंच वार्ड 3, रेनू पंच वार्ड 1, रोशन लाल पुत्र भागमल पंच वार्ड 2, राजवंती पत्नी अजय कुमार पंच वार्ड 9 ग्राम पंचायत रूदडौल को बर्खास्त किया गया है।