हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज असंध में जन आशीर्वाद रैली को संबोधित करेंगे। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोजित इस रैली की कार्यकर्ताओं ने पूरी तैयारी कर ली है। इस रैली में सुरक्षा के भी कड़े इंताजम किए गए है। यह रैली भाजपा की चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जा रही है, जिसका उद्देश्य जनता से समर्थन प्राप्त करना और आगामी चुनावों में भाजपा की स्थिति को मजबूत करना है। कार्यकर्ताओं में उत्साह भाजपा के जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा ने बताया कि, नायब सिंह सैनी का असंध दौरा पार्टी कार्यकर्ताओं में नए उत्साह का संचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर इलाके में व्यापक तैयारी की जा रही है। रैली के आयोजन स्थल पर भी बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटने की संभावना है। कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और जनता को सीएम के भाषण से बड़ी उम्मीदें हैं। भाजपा ने निष्पक्षता से किए है काम राणा ने यह भी बताया कि भाजपा ने हरियाणा में निष्पक्षता के साथ कार्य किए हैं। जिसके परिणामस्वरूप राज्य की प्रगति हुई है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की नीतियों और योजनाओं के कारण हरियाणा आज हर क्षेत्र में उन्नति की ओर बढ़ रहा है। इस रैली के माध्यम से पार्टी जनता को यह संदेश देना चाहती है कि भाजपा के नेतृत्व में राज्य ने किस प्रकार विकास के नए मानक स्थापित किए हैं। जन आशीर्वाद रैली का महत्व जन आशीर्वाद रैली विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी की ताकत को बढ़ाने और जन समर्थन को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के भाषण के माध्यम से पार्टी का लक्ष्य है कि जनता को भाजपा की योजनाओं और उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों से अवगत कराया जाए। यह रैली भाजपा के चुनावी अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और आगामी चुनावों में पार्टी की सफलता के लिए एक निर्णायक भूमिका निभा सकती है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज असंध में जन आशीर्वाद रैली को संबोधित करेंगे। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोजित इस रैली की कार्यकर्ताओं ने पूरी तैयारी कर ली है। इस रैली में सुरक्षा के भी कड़े इंताजम किए गए है। यह रैली भाजपा की चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जा रही है, जिसका उद्देश्य जनता से समर्थन प्राप्त करना और आगामी चुनावों में भाजपा की स्थिति को मजबूत करना है। कार्यकर्ताओं में उत्साह भाजपा के जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा ने बताया कि, नायब सिंह सैनी का असंध दौरा पार्टी कार्यकर्ताओं में नए उत्साह का संचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर इलाके में व्यापक तैयारी की जा रही है। रैली के आयोजन स्थल पर भी बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटने की संभावना है। कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और जनता को सीएम के भाषण से बड़ी उम्मीदें हैं। भाजपा ने निष्पक्षता से किए है काम राणा ने यह भी बताया कि भाजपा ने हरियाणा में निष्पक्षता के साथ कार्य किए हैं। जिसके परिणामस्वरूप राज्य की प्रगति हुई है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की नीतियों और योजनाओं के कारण हरियाणा आज हर क्षेत्र में उन्नति की ओर बढ़ रहा है। इस रैली के माध्यम से पार्टी जनता को यह संदेश देना चाहती है कि भाजपा के नेतृत्व में राज्य ने किस प्रकार विकास के नए मानक स्थापित किए हैं। जन आशीर्वाद रैली का महत्व जन आशीर्वाद रैली विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी की ताकत को बढ़ाने और जन समर्थन को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के भाषण के माध्यम से पार्टी का लक्ष्य है कि जनता को भाजपा की योजनाओं और उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों से अवगत कराया जाए। यह रैली भाजपा के चुनावी अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और आगामी चुनावों में पार्टी की सफलता के लिए एक निर्णायक भूमिका निभा सकती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिला बिल्डिंग से रोक हटी:सरकार ने नए सेक्टरों पर शर्त लगा छूट दी; पहले बन चुकी ऐसी इमारतों का ऑडिट होगा
हरियाणा में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिला बिल्डिंग से रोक हटी:सरकार ने नए सेक्टरों पर शर्त लगा छूट दी; पहले बन चुकी ऐसी इमारतों का ऑडिट होगा हरियाणा सरकार ने स्टिल्ट प्लस चार मंजिल निर्माण को मंजूरी दे दी है। नगर एवं ग्राम नियोजन विकास मंत्री जेपी दलाल ने यह ऐलान करते हुए कहा कि राव कमेटी की रिपोर्ट पर सरकार ने यह फैसला किया है। हालांकि इसके लिए सरकार की ओर से कुछ नियम एवं शर्तों को भी शामिल किया है। जो भी इनको पूरा करेगा, उसको ही स्टिल्ट प्लस चार मंजिला भवन निर्माण बनाने की इजाजत दी जाएगी। जेपी दलाल ने कहा कि सेक्टरों में जो पहले अवैध तरीके से 4 मंजिला भवन बनाए जा चुके हैं, उसको ढहाया नहीं जाएगा। हरियाणा के नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि स्टिल्ट +4 मंजिलों के निर्माण की अनुमति उन कालोनियों, सेक्टरों में आवासीय भूखंडों के लिए दी जाएगी, जिनका ले आउट प्लान प्रति प्लाट चार आवासीय इकाइयों के साथ अप्रूव है। एस +4 मंजिलों के निर्माण की अनुमति पहले से ही लाइसेंस प्राप्त DDJAY कॉलोनी में भी दी जाएगी, यदि प्रति प्लाट चार आवासीय इकाइयों के लिए संशोधित हो। इसके अलावा निर्माण की अनुमति उन कॉलोनियां, सेक्टरों में भी दी जा सकती है, जिनका ले आउट प्लान प्रति प्लॉट 3 आवासीय इकाइयों के साथ मंजूर हैं, लेकिन केवल ऐसे आवासीय भूखंडों के लिए जो 10 मीटर या उससे अधिक चौड़ी सड़क से सुगम्य हैं। ये भवन होंगे अवैध जिन भवनों में 1.8 मीटर का साइड सेट बैक नहीं छोड़ा होगा, उन्हें अवैध माना जाएगा। इसके अलावा भवन के आसपास रहने वाले लोगों की मंजूरी भी लेना जरूरी होगा, यदि वह परमिशन नहीं देंगे तो ऐसे भवनों को भी अवैध माना जाएगा। दलाल ने बताया कि 250 वर्ग मीटर से अधिक माप वाले भूखंडों के लिए PDR की दरें नियम से बढ़ाई जाएंगी। एस +4 विकल्प नहीं चुनने पर ये होगा नियम जहां मालिक एस +4 मंजिल का निर्माण नहीं करने का विकल्प चुनता है और PDR का फायदा पूरा नहीं उठाता है, ऐसे अप्रयुक्त पीडीआर की गणित राशि का रिफंड 8% ब्याज सहित के अनुरोध के लिए आवेदन की तिथि तक पात्रता होगी, जो इस संबंध में आदेश जारी करने की तिथि से 60 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए। यदि मामला अनुच्छेद 1 या 3 में नहीं आता है, तो आवंटी 8 % ब्याज के साथ भुगतान की गई पूरी नीलामी राशि की वापसी के लिए पात्र होगा, जो इस संबंध में आदेश जारी करने की तिथि से 60 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए। इस नियम को ऐसे समझिए… रिफंड राशि की गणना के लिए एक उदाहरण के रूप में समझिए। गुरुग्राम में स्थित 600 वर्ग मीटर के एक भूखंड के लिए, जिस पर आधार एफएआर 1.2 है और पीडीआर के साथ अधिकतम स्वीकार्य एफएआर 2.4 तक है, लेकिन आवंटी 1.9 का एफएआर प्राप्त करने में सक्षम है, तो शेष अप्रयुक्त एफएआर 0.5, यानी 300 वर्ग मीटर के लिए आवंटी गणना की गई राशि के प्रतिदाय के लिए पात्र होगा। शेष अप्रयुक्त एफएआर ( वर्ग मीटर में ) को प्लाट आकार के लिए पीडीआर ( रुपये प्रति वर्ग मीटर में ) उस क्षेत्र में जिसमें प्लाट स्थित है की लागू निर्धारित दर से गुणा किया जाता है। तदनुसार, यदि प्लाट गुरुग्राम ( हाइपर पोटेंशियल जोन ) में स्थित है, तो वापसी योग्य राशि 24,21,000 रुपए होगी और यदि प्लाट पानीपत (हाई- पोटेशियल(जोन) में स्थित है, तो वापसी योग्य राशि 24,53,500 रुपए होगी। 250 वर्ग मीटर से कम भूखंडों की अनुमति नहीं होगी मामलों में जहां दोनों में से किसी एक या दोनों को स्वामियों के साथ निष्पादित महत समझौते में सहमति दी जाती है, ऐसे में बेसमेंट का निर्माण और सार्वजनिक दीवार पर भार का स्थानांतरण करने की अनुमति है। इसके अलावा, आम दीवार के निर्माण की अनुमति दी जाएगी यदि आवासीय भूखंडों की पूरी पंक्ति को भवन योजनाओं को स्वीकृति और निर्माण के लिए एक बार में लिया जाता है। बेसमेंट मंजिल का निर्माण की अनुमति किसी भी मामले में 10 मीटर चौड़ाई और 250 वर्ग मीटर क्षेत्र से कम के भूखंडों पर अनुमति नहीं दी जाएगी। सुविधाओं का ऑडिट कराएगी सरकार पिछले साल मार्च में रिटायर्ड आईएएस पी राघवेंद्र राव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया। कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी, जिसके बाद सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया था। लोकसभा चुनाव के बाद अब सरकार ने ये फैसला किया है। जिसके अनुसार जिन इलाकों में यह पार्किंग प्लस चार मंजिला भवनों का निर्माण हो चुका है, वहां सुविधाओं का ऑडिट भी कराएगी। ताकि किसी को कोई परेशानी न आए और वहां सुविधा बढ़ाई जा सके। इसके अलावा जिन सेक्टर्स में विरोध नहीं है, वहां भी निर्माण किया जा सकेगा। सरकार ने ये भी किया ऐलान शहर के सभी सेक्टरों के आधारभूत संरचना में वृद्धि, जहां भी आवश्यक हो, संबंधित एजेंसियों द्वारा एस +4 योजनाओं के अनुमोदन के विरुद्ध एकत्रित 1178.95 करोड़ रुपए ( टीसीपी 689.8 करोड़ रुपए, एचएसवीपी 466.3 करोड़ रुपए, एचएसआईआईडीसी 2.62 करोड़ रुपए यूएलबी 20.23 करोड़ रुपए की आईएसी निधि से तुरंत की जाएगी। ये निधियों तत्काल आधार पर एचएसवीपी को जारी की जाएगी, जो प्राथमिकता और निष्पादन के लिए नोडल कार्यालय होगा, और उसके बाद मासिक आधार पर उपार्जन के आधार पर जारी की जाएगी। शिकायतों के लिए समितियां बनेंगी दलाल ने बताया कि प्रत्येक विभाग एस- 4 मामलों से संबंधित मुद्दों के निपटान और समय-समय पर एस-4 मंजिलों से संबंधित अनुमतियों सहित विभिन्न सूचनाओं को अपलोड करने के लिए एस -4 पोर्टल ‘ स्थापित करेगा। स्टिल्ट प्लस चार मंजिलों के लिए भवन योजनाओं के अनुमोदन की जानकारी को एस -4 पोर्टल’ और संबंधित एजेंसियों की वेबसाइटों पर नियमित रूप से प्रदर्शित करने के लिए एक तंत्र विकसित किया जाएगा। जेपी दलाल ने बताया कि शिकायतों के समाधान के लिए शिकायत निवारण समितियों का गठन किया जाएगा। एस +4 मंजिलों के निर्माण के संबंध में संरचनात्मक क्षति, पार्किंग की समस्या, बुनियादी ढांचे के मुद्दों आदि से संबंधित सभी मामलों के लिए भूखंड मालिकों को सहायता दी जाएगी। सभी शिकायतों का निपटारा एस -4 पोर्टल पर किया जाएगा। इसलिए बढ़ी स्टिल्ट प्लस 4 की डिमांड कई मामलों में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिलों का निर्माण सीमित जगह वाले क्षेत्रों में या जहां जमीन की कीमत अधिक है, वहां किया जाता है। स्टिल्ट फ्लोर का उपयोग कर, डेवलपर्स आवासीय या व्यवसायिक उपयोग के लिए मूल्यवान फ्लोर स्पेस का त्याग किए बिना पार्किंग या भंडारण के लिए अतिरिक्त स्थान बना सकते हैं। इसलिए हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में इसकी डिमांड बढ़ी है। ये होता है नुकसान यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्टिल्ट प्लस 4 मंजिलों के निर्माण से आसपास के बुनियादी ढांचे पर असर पड़ सकता है। इससे यातायात में वृद्धि, पार्किंग और जल निकासी संबंधी समस्याएं आ सकती हैं।
कैथल में करंट से व्यक्ति की मौत:बिजली लाइन पर काम करते समय हादसा; बाप-बेटे ने असलियत छुपाई, दोनों पर FIR
कैथल में करंट से व्यक्ति की मौत:बिजली लाइन पर काम करते समय हादसा; बाप-बेटे ने असलियत छुपाई, दोनों पर FIR हरियाणा के कैथल में बिजली का करंट लगने से 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। यह व्यक्ति मूल रुप से फतेहाबाद का रहने वाला है और पेंटर का काम करता है। वह गुहला के गांव उरलाना में काम करने के लिए आया हुआ था। मृतक के परिजनों ने करंट लगने की घटना को 2 लोगों की लापरवाही बताया है। इस मामले में पुलिस ने दो दिन बाद दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। गुहला थाना में दी शिकायत में फतेहाबाद निवासी संदीप कुमार ने बताया कि वे तीन भाई बहन है सबसे बडी बहन सुनीता, उससे छोटा बूटा सिंह व वह छोटा है। वह पेंटर का काम करता है। उसका भाई बूटा सिंह बिजली लाइन लगाने का काम करता था। उनके गांव का राजकुमार बिजली लाइन की ठेकेदारी का काम करता है व भाई बूटा सिंह गांव के राजकुमार के साथ लेबर पर गांव उरलाना में काम करने के लिए यहां आया हुआ था। उसने बताया कि 7 जून को उसे सूचना मिली थी कि भाई बूटा सिंह को रामथली कैथल में बिजली की लाइन पर काम करते समय बिजली का करंट लगने से मौत हो गई है। इसके बाद वह मौके पर पहुंचा। इसके बारे उस समय उसने अपने तौर पर पता किया तो मेरे भाई की मौत के कारणों के बारे में सही तौर पर जानकारी नहीं मिल पाई। जबकि भाई के शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद पता चला घटना वाले दिन राजकुमार के बेटे हरभजन सिंह के हाथ में लेबर थी और राजकुमार घर पर था। हरभजन सिंह अनजान था। अनजान होने के कारण यह दुर्घटना घटी है। हरभजन ने भाई को यह कहा था कि सात फिट पर दूरी बताई, जबकि दूरी कम थी. जिस कारण उसकी लापरवाही से दुर्घटना घटी है। हरभजन सिंह को पता था कि उसमें करंट है और भाई को नहीं पता था कि इसमें करंट है। ऐसा लापरवाही के कारण हुई है। इसलिए हरभजन व उसके पिता राजकुमार के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए। जांच अधिकारी ASI सलिंद्र कुमार ने बताया कि दो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अभी आरोपी गिरफ्त से बाहर है।
रणजीत चौटाला के बयान पर भड़के सुभाष बराला:MP बोले- कभी कभार उन पर कांग्रेस का असर; भाजपा अनुशासित वर्करों की पार्टी
रणजीत चौटाला के बयान पर भड़के सुभाष बराला:MP बोले- कभी कभार उन पर कांग्रेस का असर; भाजपा अनुशासित वर्करों की पार्टी हरियाणा भाजपा के लोकसभा चुनाव कमेटी के अध्यक्ष एपं राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने हिसार से चुनाव हारे मंत्री रणजीत चौटाला के जयचंद वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बराला ने कहा कि भाजपा अनुशासित कार्यकर्ताओं की पार्टी है और भाजपा में अनुशासन ही सर्वोपरि है। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि रणजीत चौटाला को इस बात का ध्यान रखना होगा। वे अपने उपर कांग्रेस का असर न दिखने दें। टोहाना में अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुभाष बराला ने कहा कि भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़े रणजीत सिंह वरिष्ठ नेता हैं। उनके ऊपर कभी कभी कांग्रेस का असर आ जाता होगा, क्योंकि सारी उम्र वे कांग्रेस में ही रहे हैं। बता दें कि मीडिया में रणजीत चौटाला ने अपनी हार पर कहा था कि वे कुछ जयचंदों के कारण चुनाव हारे हैं। साथ ही एक ऑडियो भी वायरल हुई थी, जिसे रणजीत चौटाला की बताया गया था। ऑडियो में रणजीत चौटाला की हार का ठिकरा कुलदीप बिश्नोई, सुभाष बराला, कै.अभिमन्यु पर फोड़ा गया था। सुभाष बराला ने कहा कि जवाहर लाल नेहरु के बाद आज पहला ऐसा मौका आया है जब देश की जनता ने किसी पार्टी अथवा व्यक्ति पर इतना विश्वास व्यक्त किया कि उन्हें लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाया। कांग्रेस पर बरसते हुए सुभाष बराला ने कहा कि कांग्रेस ने गुमराह कर छलावा कर और झूठ बोल कर लोगों को गुमराह किया। सुभाष बराला ने कहा कि कांग्रेस ने लोगों को संविधान खत्म हो जाएगा का झूठ बोला, महिलाओं को उनके खाते में 8500-8500 रुपए प्रति माह देने का झूठ बोला, मगर देश की जनता ने फिर भी अकेली भाजपा को इतना जनादेश दिया, जितना कि पूरी इंडी एलांयस को नहीं मिला। कांग्रेस की गुटबाजी के सवाल पर बोलते हुए सुभाष बराला ने कहा कि कांग्रेस में जबरदस्त गुटबाजी है, कहीं हुड्डा अपने बेटे को सीएम बनाना चाहते हैं तो सुरजेवाला, तो कही कुमारी शैलजा सीएम बनना चाहती है। उन्होंने कहा कि पता नहीं कांग्रेस में कौन कौन सीएम बनना चाहता है। इनकी गुटबाजी इस कदर है कि लोगों ने सरेआम इनमें जुतम पेजार होती देखी है। उन्होंने कहा कि जनता इन्हें गंभीरता से नहीं लेने वाली।