हरियाणा में करनाल के अर्बन एस्टेट सेक्टर 12 एरिया में एक चार्टेड अकाउंटेंट के दफ्तर में चोरों ने सेंध लगा दी। चोर दफ्तर के अंदर से करीब 30-31 लाख रुपए चोरी करके ले गए। यह पैसा इनकम टैक्स और जीएसटी जमा करने के लिए क्लाइंट्स ने अकाउंटेंट के पास रखे थे। साथ ही ऑफिस के कैमरा सिस्टम की DVR और सर्वर रूम से नेटवर्किंग स्विचेस भी गायब किए गए है। चोरी के पीछे मौजूदा या पूर्व स्टाफ की मिलीभगत का शक जताया जा रहा है। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शाम को दफ्तर बंद कर गए थे चार्टेड अकाउंटेंट करनाल के सेक्टर-12 स्थित विनय गोयल एंड एसोसिएट्स नामक चार्टेड अकाउंटेंट फर्म के दफ्तर में चोरी की वारदात हुई है। फर्म के पार्टनर विनय गोयल ने बताया कि उन्होंने कल शाम 5:30 बजे ऑफिस बंद कर दिया था और वहां से चले गए थे। आज सुबह 9:30 बजे उनके दफ्तर के प्यून संजय कुमार ने ऑफिस खोलने की कोशिश की, तो उसे दफ्तर के मेन गेट के दोनों दरवाजे टूटे हुए मिले। नकदी और सिस्टम हुए गायब दफ्तर में मेन गेट के ताले टूटे होने की सूचना के बाद विनय गोयल दफ्तर पहुंचे और जांच की, तो पाया कि ऑफिस से लगभग 30-31 लाख रुपए चोरी हुए है। यह पैसे 8-10 क्लाइंट्स के थे, जिनका इनकम टैक्स और जीएसटी जमा करना था। इसके साथ ही कैमरा सिस्टम की DVR और सर्वर रूम में रखे नेटवर्किंग स्विचेस भी गायब थे। चोरों ने घटना को बहुत ही सधे तरीके से अंजाम दिया और जांच के दौरान कोई ठोस सुराग नहीं मिला। स्टाफ पर शक, पुलिस कर रही जांच विनय गोयल ने इस घटना में मौजूदा या पूर्व स्टाफ के शामिल होने का शक जताया है। उन्होंने संदेह जताया है कि किसी बाहरी या अज्ञात व्यक्ति की मिलीभगत से यह चोरी की घटना हुई है। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। सिविल लाइन थाना के जांच अधिकारी रणजीत सिंह ने बताया कि विनय गोयल की शिकायत के आधार पर अज्ञात चोरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा में करनाल के अर्बन एस्टेट सेक्टर 12 एरिया में एक चार्टेड अकाउंटेंट के दफ्तर में चोरों ने सेंध लगा दी। चोर दफ्तर के अंदर से करीब 30-31 लाख रुपए चोरी करके ले गए। यह पैसा इनकम टैक्स और जीएसटी जमा करने के लिए क्लाइंट्स ने अकाउंटेंट के पास रखे थे। साथ ही ऑफिस के कैमरा सिस्टम की DVR और सर्वर रूम से नेटवर्किंग स्विचेस भी गायब किए गए है। चोरी के पीछे मौजूदा या पूर्व स्टाफ की मिलीभगत का शक जताया जा रहा है। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शाम को दफ्तर बंद कर गए थे चार्टेड अकाउंटेंट करनाल के सेक्टर-12 स्थित विनय गोयल एंड एसोसिएट्स नामक चार्टेड अकाउंटेंट फर्म के दफ्तर में चोरी की वारदात हुई है। फर्म के पार्टनर विनय गोयल ने बताया कि उन्होंने कल शाम 5:30 बजे ऑफिस बंद कर दिया था और वहां से चले गए थे। आज सुबह 9:30 बजे उनके दफ्तर के प्यून संजय कुमार ने ऑफिस खोलने की कोशिश की, तो उसे दफ्तर के मेन गेट के दोनों दरवाजे टूटे हुए मिले। नकदी और सिस्टम हुए गायब दफ्तर में मेन गेट के ताले टूटे होने की सूचना के बाद विनय गोयल दफ्तर पहुंचे और जांच की, तो पाया कि ऑफिस से लगभग 30-31 लाख रुपए चोरी हुए है। यह पैसे 8-10 क्लाइंट्स के थे, जिनका इनकम टैक्स और जीएसटी जमा करना था। इसके साथ ही कैमरा सिस्टम की DVR और सर्वर रूम में रखे नेटवर्किंग स्विचेस भी गायब थे। चोरों ने घटना को बहुत ही सधे तरीके से अंजाम दिया और जांच के दौरान कोई ठोस सुराग नहीं मिला। स्टाफ पर शक, पुलिस कर रही जांच विनय गोयल ने इस घटना में मौजूदा या पूर्व स्टाफ के शामिल होने का शक जताया है। उन्होंने संदेह जताया है कि किसी बाहरी या अज्ञात व्यक्ति की मिलीभगत से यह चोरी की घटना हुई है। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। सिविल लाइन थाना के जांच अधिकारी रणजीत सिंह ने बताया कि विनय गोयल की शिकायत के आधार पर अज्ञात चोरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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जेल से लौटे वॉटर कैनन बॉय के सनसनीखेज दावे:मेरे कपड़े उतारे, हाथ-पैर बांध बुरी तरह से पीटा, रिमांड रूम में 45 कर्मचारी थे
जेल से लौटे वॉटर कैनन बॉय के सनसनीखेज दावे:मेरे कपड़े उतारे, हाथ-पैर बांध बुरी तरह से पीटा, रिमांड रूम में 45 कर्मचारी थे किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की ओर वाटर कैनन का मुंह मोड़ने वाला वाटर कैनन बॉय नवदीप जलबेड़ा जेल से बाहर आ गया है। करीब 111 दिन जेल में रहने के बाद नवदीप कल यानी मंगलवार को रिहा हुआ। नवदीप को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर आने के बाद नवदीप ने हरियाणा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई प्रताड़ना पर आपबीती सुनाई है। नवदीप ने कहा- गिरफ्तारी के तुरंत बाद मुझे रिमांड पर ले लिया गया। रिमांड रूम में करीब 45 कर्मचारी मौजूद थे। रिमांड के दौरान मेरे साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया गया। मोहाली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया
किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा ने कहा- मुझे पहले ही पता चल गया था कि पुलिस मुझे तलाश रही है। अंबाला में भी पुलिस ने मेरी गाड़ी के पीछे गाड़ी लगा दी, जब हम घर से निकले ही थे। पुलिस काफी देर से हमें तलाश रही थी। किसान आंदोलन के दौरान लेह लद्दाख से कुछ किसान हमारे साथ प्रदर्शन के लिए आए थे। मैं मोहाली से फ्लाइट से लेह गया। वहां मेरी मुलाकात सोनम वांगचुक से हुई जो लेह में प्रदर्शन कर रहे थे, वहां हमने भी सोनम वांगचुक के प्रदर्शन का समर्थन किया। इसके बाद मुझे मोहाली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। मुंह को पानी में डुबोया
किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा ने कहा- कुछ कर्मचारी मुझे गिरफ्तार करने आए थे। गिरफ्तारी के बाद मुझे अंबाला लाया गया। जब मुझे अंबाला के रिमांड रूम में लाया गया तो उक्त रूम में करीब 45 कर्मचारी मौजूद थे। गिरफ्तारी के बाद मेरा फोन तुरंत वापस ले लिया गया। सबसे पहले उन्होंने आते ही मुझसे पगड़ी और कपड़े उतारने को कहा। नवदीप जलबेड़ा ने बताया- मेरे सामने एक सरदार अधिकारी मौजूद था, जिसने आदेश दिया कि मेरे हाथ-पैर बांध दिए जाएं। मेरे हाथ-पैर बांधने के बाद उक्त अधिकारियों ने मुझे पीटना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने मेरे साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया। उन्होंने मुझसे कहा- तुम बहुत बोलते हो, हम तुम्हें सबक सिखाएंगे। जिसके बाद मेरे मुंह को पानी में डुबाया गया। केंद्रीय एजेंसियों के लोग भी पूछताछ के लिए पहुंचे
नवदीप ने आगे कहा- गिरफ्तारी के बाद मुझे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया। कोर्ट ने दो दिन की रिमांड दी। इस दौरान केंद्रीय एजेंसियों NIA और CBI के अधिकारी भी पूछताछ के लिए आए। इस दौरान उन्होंने मुझसे भी पूछताछ की।वे सुबह से ही पूछताछ शुरू कर देते थे। मुझसे पूछा जाता था कि पैसा कहां से आ रहा है। किसान आंदोलन के लिए फंडिंग कहां से आ रही है। मेरे बैंक अकाउंट समेत सारी जानकारी मुझसे ली गई। बैंक अकाउंट की खूब जांच की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला। मेडिकल भी नहीं कराया, वैसे भी हस्ताक्षर ले लिए गए। उसके आधार पर मेडिकल करा लेते थे। सभी झूठे मामलों में न तो पुलिस को कुछ मिला और न ही एजेंसियों को कुछ मिला। मेरे खिलाफ कुल 16 मामले दर्ज किए गए
नवदीप ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरे खिलाफ करीब 16 मामले दर्ज किए। इनमें चार मामले ऐसे थे, जिनमें हत्या के प्रयास की धाराएं लगाई गई थीं और कुछ में दंगा फैलाने की धाराएं जोड़ी गई थीं। कोर्ट ने जब सभी मामलों की सुनवाई शुरू की तो उसने कहा कि ऐसा लगता है कि सभी मामले झूठे बनाए गए हैं क्योंकि सभी मामले एक जैसे हैं। नवदीप ने कहा- पुलिस हर तरह से क्रूर रही है, लेकिन मैं अपने समुदाय के लिए खड़ा रहा हूं और आगे भी खड़ा रहूंगा। जब मेरे साथ क्रूरता हो रही थी, तब मैं होश में था। जब दर्द बहुत बढ़ गया तो मैं वाहेगुरु का नाम लेता था। जेल की जिंदगी ने मुझे भगवान की तरफ धकेला
नवदीप जलबेड़ा ने कहा- मैंने जेल में 111 दिन बिताए हैं। इस दौरान मैंने कई बदलाव देखे हैं। सबसे बड़ा बदलाव वाहेगुरु की भक्ति में आया है। पहले मैं सिर्फ गुरु को मानता था। लेकिन जेल के अंदर मैंने रोजाना पाठ करना शुरू कर दिया। मैं जेल में रोजाना 3 बाणियों का जाप करता था। जेल के अंदर एक गुरुद्वारा था, मैं वहां जाता था। नवदीप ने कहा- मैं जेल में रोजाना श्री जपजी साहिब, श्री चौपाई साहिब और श्री आनंदपुर साहिब का पाठ करता था। जेल में मैंने अपने समुदाय का पूरा इतिहास पढ़ा। जेल में बनी लाइब्रेरी के अंदर मैंने वो सब पढ़ा जो हमारे समुदाय के शहीदों ने हमारे लिए किया। जेल हमें बहुत कुछ सिखाती है, मैंने भी वही सीखा। जेल के अंदर कोई किसी का धर्म नहीं देखता
नवदीप ने कहा कि कोई व्यक्ति तब जेल जाता है जब वह कोई बुरा काम करता है। साथ ही, कोई व्यक्ति उन पांच कामों को करने पर भी जेल जाता है जो बाबा जी को पसंद नहीं हैं। जेल के अंदर कोई किसी का धर्म नहीं देखता। सभी मिलजुल कर रहते हैं। एक बैरक में करीब 50 लोग रहते हैं। नवदीप ने कहा- कोई किसी का धर्म के आधार पर साथ नहीं देता। सब एक दूसरे को भाई मानते हैं। कोई जात-पात की बात नहीं करता। सब एक दूसरे की थाली में खाते हैं। सब एक दूसरे का दर्द सुनते हैं और अपना दर्द बताते हैं। मैंने जेल के अंदर विनम्र रहना सीखा है। मैं जितने भी समय जेल में रहा हूं, हमेशा ऊपर की ओर बढ़ा हूं। सरकार को यह नहीं सोचना चाहिए कि जेल जाने के बाद मैं पीछे हट जाऊंगा। अगर सरकार ऐसा सोच रही है तो वह गलत है। मैं अपनी कौम के लिए कभी पीछे नहीं हटूंगा। जब बदन पर कफन होगा तो डर लगेगा, उससे पहले कोई डर नहीं है। कौम के लिए अगर मुझे पूरी जिंदगी जेल में रहना पड़े तो भी रहूंगा।
पलवल में स्कूल वैन ड्राइवर से लूट:सोने की चेन और अंगूठी ले गए बदमाश, विरोध करने पर पीटकर किया बेहोश
पलवल में स्कूल वैन ड्राइवर से लूट:सोने की चेन और अंगूठी ले गए बदमाश, विरोध करने पर पीटकर किया बेहोश पलवल जिले में प्ले स्कूल के बच्चों को छोड़ कर लौट रहे गाड़ी के ड्राइवर से हथियार के बल पर मारपीट कर सोने की चैन और अंगूठी लूट ली। विरोध करने पर आरोपियों ने ड्राइवर के सिर पर तमंचा लगा जाने से मारने की धमकी दी। ग्रामीणों को आता देख आरोपी फरार हो गए। चांदहट थाना पुलिस ने शुक्रवार को देर रात एक नामजद सहित 8 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हथियार के बल पर रुकवाई गाड़ी चांदहट थाना प्रभारी दलबीर सिंह के अनुसार, कटेसरा गांव निवासी विक्रम ने दी शिकायत में कहा है कि वह मारुति ईको कार से बचपन प्ले स्कूल के बच्चों को लाने व ले जाने का काम करता है। 15 जुलाई को दोपहर बाद करीब 2 बजे वह बच्चों को गोपीखेडा गांव छोड़ कर वापस अपने गांव कटेसरा लौट रहा था। रास्ते में कटेसरा गांव निवासी नितिन ने अपनी बाइक को उसकी ईको गाड़ी के आगे लगाकर उसकी गाड़ी को रुकवा लिया। गाड़ी रुकते ही आरोपी ने उसकी कनपटी पर देसी कट्टा लगाकर कार से नीचे उतार लिया और मारपीट शुरू कर दी। पीट-पीटकर ड्राइवर को किया बेहोश नितिन के साथ मौजूद 7-8 युवकों ने उसे पीट-पीटकर बेहोश कर दिया। आरोपियों ने उसकी सोने की अंगूठी और चैन लूट ली। इसी दौरान ग्रामीणों को गाड़ी की तरफ आता देख आरोपी फरार हो गए। मामले सूचना मिलने पर परिजन आए और उसे पुलिस चौकी अमरपुर लेकर गए। चौकी में कार्यरत कर्मचारियों ने तुरंत अस्पताल में भर्ती करा दिया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर शुक्रवार को देर शाम मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है, जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हरियाणा में 6 जोड़ी ट्रेनों में बढ़ाए कोच:अस्थाई तौर पर 14 डिब्बें अतिरिक्त लगाए; त्योहार के सीजन को देखते हुए लिया फैसला
हरियाणा में 6 जोड़ी ट्रेनों में बढ़ाए कोच:अस्थाई तौर पर 14 डिब्बें अतिरिक्त लगाए; त्योहार के सीजन को देखते हुए लिया फैसला हरियाणा में रेवाड़ी के अलावा अन्य शहरों के रास्ते चलने वाली 6 जोड़ी ट्रेनों में त्योहार के सीजन को देखते हुए रेलवे की तरफ से अतिरिक्त कोच लगाए गए हैं। रेलवे के मुताबिक, अतिरिक्त यात्री यातायात के चलते अस्थाई तौर पर विभिन्न श्रेणी के 14 डिब्बों की बढोतरी की गई है। 1. गाड़ी संख्या 14118/14117, भिवानी-प्रयागराज-भिवानी ट्रेन में भिवानी से 10 से 31 अक्टूबर तक एवं प्रयागराज से 11 अक्टूबर से 1 नवंबर तक 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 2. गाड़ी संख्या 22464/22463, बीकानेर-दिल्ली सराय-बीकानेर ट्रेन में बीकानेर से 12 से 29 अक्टूबर तक और दिल्ली सराय से 13 अक्टूबर से 1 नवंबर तक 1 थर्ड एसी व 2 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 3. गाड़ी संख्या 12463/12464, दिल्ली सराय-जोधपुर-दिल्ली सराय ट्रेन में दिल्ली सराय से 16 से 30 अक्टूबर तक और जोधपुर से 17 से 31 अक्टूबर तक 1 थर्ड एसी व 2 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 4. गाड़ी संख्या 14714/14713, दिल्ली सराय-सीकर-दिल्ली सराय ट्रेन में 16 से 30 अक्टूबर तक 1 थर्ड एसी व 2 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 5. गाड़ी संख्या 12985/12986, जयपुर-दिल्ली सराय-जयपुर ट्रेन में 14 से 31 अक्टूबर तक 1 वातानुकूलित कुर्सीयान श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 6. गाड़ी संख्या 04717/04718, हिसार-तिरूपति-हिसार स्पेशल ट्रेन में हिसार से 12 से 30 अक्टूबर तक और तिरूपति से 14 अक्टूबर से 2 दिसंबर तक 1 थर्ड एसी व 2 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढोतरी की गई है।