शुक्रवार शाम को हरियाणा की राजनीति में उस समय हड़कंप मच गया जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने करनाल में हुए जन आशीर्वाद रोड शो के दौरान साफ किया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में करनाल से ही मैदान में उतरेंगे। यह बयान उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के उस दावे का खंडन करते हुए दिया, जिसमें बड़ौली ने सीएम के लाडवा से चुनाव लड़ने की बात कही थी। सीएम सैनी के इस बयान ने भाजपा में भीतर खाने में हलचल मचा दी है। वहीं विपक्ष ने इस मुद्दे पर भाजपा को आड़े हाथों लिया है। सीएम के बयान के बाद करनाल से भाजपा के वरिष्ठ नेता स्पष्टीकरण देने के लिए मीडिया के सामने आए और कहा कि करनाल से CM चुनाव नहीं लडेंगे। हाईकमान ने लाडवा से चुनाव लड़ने की उनकी घोषणा की है तो वो वहीं से चुनाव लड़ेगें। राजनीतिक भूचाल: विपक्ष ने साधा निशाना, भाजपा में बढ़ी टकराहट सीएम सैनी के बयान के बाद हरियाणा की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। विपक्षी दलों ने इसे भाजपा की अंदरूनी खींचतान और तालमेल की कमी का नतीजा बताते हुए मुख्यमंत्री के बयान को बचकाना करार दिया। कांग्रेस नेता त्रिलोचन सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीएम का बयान सुनकर ऐसा लगा मानो कोई राह चलता नेता बोल रहा हो। एक मुख्यमंत्री का इस तरह का बयान देना शर्मनाक है। यदि वे कुरुक्षेत्र में होते तो शायद वहां का बयान दे देते। ऐसा लगता है कि प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के बीच आपसी तालमेल की कमी या फिर उनके मन में कोई खटास है। करनाल के लोग भी इस बयान से शर्मिंदा महसूस कर रहे है। भाजपा के भीतर असमंजस: टिकट के दावेदारों में खलबली सीएम के बयान के बाद करनाल से भाजपा के टिकट के दावेदारों के बीच असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। वे इस दुविधा में फंसे हैं कि सीएम करनाल से ही चुनाव लड़ेंगे या फिर किसी और क्षेत्र से। भाजपा के भीतर ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि नेताओं के लिए न तो हंसना संभव है और न ही रोना। यह स्थिति तब और गंभीर हो गई जब शुक्रवार को ही प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा था कि सीएम लाडवा से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा नेता का स्पष्टीकरण, करनाल से नहीं लड़ेंगे सीएम चुनाव सीएम नायब सिंह सैनी के इस बयान के बाद बीजेपी नेता जगमोहन आनंद ने कहा कि सीएम के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और इसे गलत तरीके से समझा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीएम सैनी का मतलब यह था कि पूरे प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों पर उनके नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जा रहा है। इसका अर्थ यह है कि भले ही कोई भी उम्मीदवार खड़ा हो, पर यह मानना चाहिए कि करनाल से सीएम सैनी ही चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने इस मुद्दे को और तूल न देने की अपील की और कहा कि सीएम लाडवा से ही चुनाव लड़ेंगे, और इस बात को यहीं खत्म किया जाना चाहिए। शुक्रवार शाम को हरियाणा की राजनीति में उस समय हड़कंप मच गया जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने करनाल में हुए जन आशीर्वाद रोड शो के दौरान साफ किया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में करनाल से ही मैदान में उतरेंगे। यह बयान उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के उस दावे का खंडन करते हुए दिया, जिसमें बड़ौली ने सीएम के लाडवा से चुनाव लड़ने की बात कही थी। सीएम सैनी के इस बयान ने भाजपा में भीतर खाने में हलचल मचा दी है। वहीं विपक्ष ने इस मुद्दे पर भाजपा को आड़े हाथों लिया है। सीएम के बयान के बाद करनाल से भाजपा के वरिष्ठ नेता स्पष्टीकरण देने के लिए मीडिया के सामने आए और कहा कि करनाल से CM चुनाव नहीं लडेंगे। हाईकमान ने लाडवा से चुनाव लड़ने की उनकी घोषणा की है तो वो वहीं से चुनाव लड़ेगें। राजनीतिक भूचाल: विपक्ष ने साधा निशाना, भाजपा में बढ़ी टकराहट सीएम सैनी के बयान के बाद हरियाणा की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। विपक्षी दलों ने इसे भाजपा की अंदरूनी खींचतान और तालमेल की कमी का नतीजा बताते हुए मुख्यमंत्री के बयान को बचकाना करार दिया। कांग्रेस नेता त्रिलोचन सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीएम का बयान सुनकर ऐसा लगा मानो कोई राह चलता नेता बोल रहा हो। एक मुख्यमंत्री का इस तरह का बयान देना शर्मनाक है। यदि वे कुरुक्षेत्र में होते तो शायद वहां का बयान दे देते। ऐसा लगता है कि प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के बीच आपसी तालमेल की कमी या फिर उनके मन में कोई खटास है। करनाल के लोग भी इस बयान से शर्मिंदा महसूस कर रहे है। भाजपा के भीतर असमंजस: टिकट के दावेदारों में खलबली सीएम के बयान के बाद करनाल से भाजपा के टिकट के दावेदारों के बीच असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। वे इस दुविधा में फंसे हैं कि सीएम करनाल से ही चुनाव लड़ेंगे या फिर किसी और क्षेत्र से। भाजपा के भीतर ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि नेताओं के लिए न तो हंसना संभव है और न ही रोना। यह स्थिति तब और गंभीर हो गई जब शुक्रवार को ही प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा था कि सीएम लाडवा से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा नेता का स्पष्टीकरण, करनाल से नहीं लड़ेंगे सीएम चुनाव सीएम नायब सिंह सैनी के इस बयान के बाद बीजेपी नेता जगमोहन आनंद ने कहा कि सीएम के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और इसे गलत तरीके से समझा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीएम सैनी का मतलब यह था कि पूरे प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों पर उनके नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जा रहा है। इसका अर्थ यह है कि भले ही कोई भी उम्मीदवार खड़ा हो, पर यह मानना चाहिए कि करनाल से सीएम सैनी ही चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने इस मुद्दे को और तूल न देने की अपील की और कहा कि सीएम लाडवा से ही चुनाव लड़ेंगे, और इस बात को यहीं खत्म किया जाना चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चुनाव के मद्देनजर पुलिस के विशेष ऑपरेशन आक्रमण अभियान में अब तक 76 आरोपियों को किया गिरफ्तार
चुनाव के मद्देनजर पुलिस के विशेष ऑपरेशन आक्रमण अभियान में अब तक 76 आरोपियों को किया गिरफ्तार भास्कर न्यूज | नारनौल जिला पुलिस की तरफ से आचार संहिता लागू होने के बाद अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए ऑपरेशन आक्रमण अभियान चलाकर विभिन्न मामलों में शामिल 76 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके अतिरिक्त पुलिस की तरफ से नियमित अभियान भी प्रारंभ किए गए हैं, ताकि गलत कार्यों में शामिल आरोपियों पर निगाह रखी जा सके। इस दौरान पुलिस ने 335 लोगों को खिलाफ निवारक कार्रवाई करते हुए नेक चाल-चलन के लिए पाबंद भी कराया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आचार संहिता लगने के पश्चात पुलिस की तरफ से दो बार ऑपरेशन आक्रमण चलाया है। वहीं, चुनाव के मद्देनजर सभी नाकों पर जांच के साथ स्पेशल चेकिंग अभियान भी चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसपी अर्श वर्मा ने सभी थाना, चौकी इंचार्ज व इंचार्ज विशेष यूनिटों को अवैध तथा गैर कानूनी अपराधों को अंजाम देने वाले आरोपियों पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हुए हैं। संगीन मामलों में फरार तथा इनामी बदमाशों की धर पकड़ के संबंध में चलाए विशेष अभियान के तहत आपराधिक मामलों में लंबे समय से फरार चल रहे 5 हजार के इनामी बदमाश सहित 3 उद्घोषित अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा ऐसे अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया है जिनके खिलाफ अदालत द्वारा गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे। साथ ही राजस्थान पुलिस के 20 हजार रुपए के इनामी अपराधी को पकड़कर राजस्थान पुलिस के सुपुर्द किया। आचार संहिता के दौरान अवैध शराब तस्करों पर कार्रवाई करते हुए शराब के अवैध कारोबार में संलिप्त 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में 9 मामले दर्ज किए गए हैं और इन आरोपियों के कब्जे से लाखों रुपए की कीमत की 15124 बोतल देशी, अंग्रेजी व बीयर एवं 4 लीटर कच्ची शराब (लाहन) बरामद की है। नशा तस्करों पर कार्रवाई करते हुए 8 आरोपितों को गिरफ्तार करके इनसे 6 किलो 249 ग्राम गांजा, 2 ग्राम 63 मिलीग्राम स्मैक बरामद की गई। उन्होंने बताया कि अवैध हथियारों की तस्करी व अवैध हथियार रखने वाले 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर 8 मामले दर्ज किए गए। जिनके कब्जे से 2 अवैध देसी कट्टे व 5 अवैध देसी पिस्टल व 7 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। इसके अतिरिक्त बीएनएस व आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज विभिन्न मामलों में 2 देसी कट्टे, 2 देसी पिस्टल और 3 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। एसपी ने कहा कि किसी भी तरह अवैध गतिविधियों की सूचना पुलिस को दे सकती है। भास्कर न्यूज | महेंद्रगढ़ जिले में शांतिपूर्ण तरीके से और भयमुक्त विधानसभा चुनाव करवाने को लेकर पुलिस अलर्ट मोड़ पर है। महेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा सीआरपीएफ की कंपनियों के साथ मिलकर फ्लैग मार्च निकाल निर्भीक मतदान करने की अपील की जा रही है। जिलेभर में जगह-जगह नाकाबंदी कर चेकिंग की जा रही है। चुनाव को लेकर रात के समय अधिकारी नाकाबंदी पर जाकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। नाकों से गुजरने वाली हर गाड़ी की चेकिंग के साथ-साथ कागजों की भी जांच की जा रही है, ताकि कोई भी असामाजिक तत्व चुनाव के दौरान माहौल खराब न कर सके। बता दें कि पुलिस ने जिले भर में नाकाबंदी कर रखी है। अंतर्राज्यीय, अंतरजिला 13 जगहों पर चेक नाके बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त जिले में आई 3 सीआरपीएफ की कंपनियों के साथ मिलकर पुलिस द्वारा जिलेभर में विभिन्न स्थानों पर नाकाबंदी कर चेकिंग की जा रही है। सोमवार जिलेभर में महेंद्रगढ़ पुलिस और आरपीएफ के जवानों ने विभिन्न स्थानों पर नाकाबंदी की, इस दौरान सभी गाड़ियों को चेक किया गया, उनके कागज भी चेक किए गए। इसके साथ ही संदिग्ध लगने वाली गाड़ियों को साईड में खड़ी करवाकर उसको अंदर से पूरा जांचा जा रहा है। ताकि किसी भी प्रकार के हथियार, मादक पदार्थ आदि को पकड़ा जा सके। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हमारा उद्देश्य यही है कि चुनाव शांति से सम्पन्न हो। किसी भी तरह के असामाजिक तत्वों पर रोक लगाई जा सके और लोग भयमुक्त होकर मतदान कर सके।
कुरुक्षेत्र में महिला को गाय ने पटक-पटककर मारा:हुई मौत, घर के बाहर खड़ी थी, सींग से मारी टक्कर, पैरों से कुचला
कुरुक्षेत्र में महिला को गाय ने पटक-पटककर मारा:हुई मौत, घर के बाहर खड़ी थी, सींग से मारी टक्कर, पैरों से कुचला हरियाणा के कुरूक्षेत्र पटेल नगर में आज सुबह घर के बाहर एक महिला को गाय ने टक्कर मारकर मौत के घाट उतार दिया। घटना सुबह करीब 8 बजे की बताई जा रही है। मृतक महिला की शिनाख्त 65 वर्षीय गुरदीप कौर के रूप में हुई है। इस घटना के बाद कॉलोनी के लोगों में रोष है। लोगों का कहना है कि हर तीसरे दिन आवारा पशुओं की वजह से कोई ना कोई हादसा होता है। लेकिन प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं देता। महिला पर किया हमला जानकारी के मुताबिक गुरदीप कौर सुबह अपने घर के गेट के बाहर खड़ी थी। घुटनों में परेशानी के चलते बुजुर्ग महिला छड़ी के सहारे बाहर आई थी। इसी दौरान गली में आए 3 गोवंश ने बुजुर्ग महिला पर हमला कर दिया। टक्कर लगते ही बुजुर्ग गली में गिर गई। मगर गाय ने उन हमला जारी रखा। शोर सुनकर अन्य परिजनों ने उनको छुड़ाने का प्रयास किया। घायल अवस्था में परिजनों ने उनको अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। घर के बाहर खड़ी थी महिला मृतक महिला के पति वीरेंद्र सिंह ने बताया कि मृतक महिला का नाम गुरप्रीत कौर (65) था। महिला सुबह घर के बाहर थी, तभी अचानक गाय ने उस पर हमला बोल दिया। आस पास खड़े लोगों ने महिला को बचाने की कोशिश की लेकिन जब तक महिला की मौत नहीं हो गई। तब तक गाय का हमला जारी रहा। उनका कहना है कि पहले भी आवारा पशुओं की वजह से कई लोगों के साथ हादसे हो चुके हैं। कई लोग आज भी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। पीड़ित ने बताया कि प्रशासन को भी कई बार शिकायत दी गई है, लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा घटना के बाद से परिजनों में प्रशासन के खिलाफ रोष फेल रहा है। उनका कहना है कि पटेल नगर ही नहीं बल्कि पूरे शहर में बेसहारा गोवंश सड़कों और गलियों में घूम रहे है। लेकिन प्रशासन सिर्फ शहर को गोवंश मुक्त के दावे कर रहा है। शहर में हजारों की संख्या में गोवंश डेरा डाले हुए हैं। जिससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी है। पड़ोस में रहने वाली बबीता नामक महिला का कहना है कि कॉलोनी आवारा पशु लोगों पर भारी पड़ी है। हर सड़क हर रास्ते पर आवारा पशु नजर आते हैं, और लगातार इस तरह के हादसे हो रहे है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं लोगों की मांग है कि आवारा पशुओं से निजात दिलाई जाए।
चरखी दादरी में झंडे को लेकर विवाद:पाकिस्तान का झंडा बता हिंदू संगठनों ने रोकी यात्रा; झज्जर से जा रहे थे राजस्थान
चरखी दादरी में झंडे को लेकर विवाद:पाकिस्तान का झंडा बता हिंदू संगठनों ने रोकी यात्रा; झज्जर से जा रहे थे राजस्थान हरियाणा के झज्जर जिले से राजस्थान के नरहड़ जा रही धार्मिक पद यात्रा में थामे झंडे को लेकर विवाद हो गया। शनिवार को चरखी दादरी जिले में चिड़िया गांव के समीप हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने यात्रा को रोक लिया। उनको आरोप था कि इनके हाथों में जो झंडा है, वह पाकिस्तानी है। लोगों ने यात्रा को रुकवा दिया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। बीच सड़क पर मामला अधिक ना बढ़े इसके चलते यात्रा निकाल रहे लोगों को चिड़िया पुलिस चौकी ले जाया गया। वहां पर भी गौरक्षा व यात्रा में शामिल लोगों के बीच काफी बहस हुई। विरोध कर रहे लोगों ने उन्हें देश विरोधी ताकत बताते हुए मामले की जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जानकारी अनुसार करीब 25-30 महिला व पुरूष झज्जर जिले के साल्हावास से चरखी दादरी जिले से होते हुए पद यात्रा के जरिए राजस्थान के झूंझनू जिले के चिड़ावा क्षेत्र में स्थित हजरत शक्करबार पीर बाबा की दरगाह पर जा रहे थे। इन लोगों के आगे-आगे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली थी, जिसमें इनका जरूरत और खाने-पीने का सामान था। उसके पीछे-पीछे ये हाथों में हरे झंडे लेकर चल रहे थे। इनके हाथों में जो झंडे थे, उन पर पीर बाबा का नाम लिखा होने के साथ-साथ 786 लिखा हुआ था और चांद-सितारे बने हुए थे। इन्हीं झंडों को कुछ संगठनों के लोगों ने पाकिस्तानी झंडे बताकर उनका विरोध कर दिया और यात्रा को रुकवा दिया गया। विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि ये देश विरोधी ताकते हैं और अब कम आदमी इस प्रकार की यात्रा निकाल रहे हैं और यदि इन्हें रोका नहीं गया तो आने वाले दिनों में और अधिक लोग इस प्रकार के झंडों वाली यात्रा निकालेंगे। हालांकि यात्रा में शामिल लोगों ने इस प्रकार की किसी भी मंशा से इनकार किया और कहा उनका मकसद भाईचारा खराब करना नहीं है। मामले को बढ़ता देख झोझू थाना प्रभारी राजकुमार टीम सहित मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को चिड़या पुलिस चौकी ले जाया गया जहां गौरक्षा व दूसरे संगठनों के लोगों ने इन लोगों की जांच कर केस दर्ज करने की मांग की है। दोनों पक्षों को समझा दिया गया :एसएचओ झोझू कलां थाना प्रभारी राजकुमार ने कहा कि ये लोग झज्जर जिले के साल्हावास से नरहड़ जा रहे थे। देश विरोधी ताकत वाला मामला नहीं था। पुलिस चौकी में दोनों पक्षों को बैठाकर समझा दिया गया है किसी ने लिखित शिकायत नहीं दी है। जिसके बाद यात्रा नरहड़ के लिए निकल गई है।