कल से होगी मां दुर्गा के नौ शक्ति स्वरूपों की आराधना, मंदिर और बाजार सजे, तैयारियां पूरी

कल से होगी मां दुर्गा के नौ शक्ति स्वरूपों की आराधना, मंदिर और बाजार सजे, तैयारियां पूरी

भास्कर न्यूज | जालंधर चैत्र नवरात्र 30 मार्च रविवार से शुरू होंगे और घर-घर में मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना होगी। शास्त्रों में मां दुर्गा को शक्ति की देवी बताया गया है, इसलिए इस शक्ति की उपासना का पर्व कहा जाता है। नौ दिन तक घरों व मंदिरों में मां दुर्गा की अखंड ज्योति की स्थापना और जौं बोए जाते हैं। चैत्र नवरात्र में जगत जननी मां जगदंबा की आराधना के लिए कलश स्थापना होगी। नौ दिनों तक व्रत पूजन की मान्यता है कि व्रती को मां दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है और उनके सभी संकट दूर हो जाते हैं। शिव दुर्गा खाटू श्याम मंदिर के पुजारी गौतम भार्गव ने बताया कि इस दिन मां दुर्गा माता की चित्र के समक्ष अखंड दीप प्रज्जवलित करके सभी देवताओं का आह्वान करते हुए कलश स्थापना करें। पंचदेव पूजन करने के उपरांत दुर्गा स्तुति, दुर्गा सप्तशती पाठ व मां के बीज मंत्रों का जाप कल्याणकारी और प्रभावी माना जाता है। नवरात्र को लेकर आज कलश, चुनरी, जौं आदि की खरीदारी होगी। चैत्र नवरात्र के मौके पर रोशनी से जगमगाया सिद्धपीठ श्री देवी तालाब मंदिर। चैत्र माह के नवरात्र 30 मार्च से शुरू हो रहे हैं। इस उपलक्ष्य में श्री देवी तालाब मंदिर में दुर्गा स्तुति का पाठ श्रद्धापूर्वक करवाया जा रहा है। इसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। प्रबंधक कमेटी के महासचिव राजेश विज ने बताया कि रविवार को सुबह 8 बजे सामूहिक दुर्गा स्तुति का पाठ किया जाएगा। कार्यक्रम में 500 से अधिक महिलाओं के बैठने से लेकर उनके लिए पूजन की सामग्री का प्रबंध किया गया। मंदिर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है और प्रतिदिन धार्मिक आयोजन कर भक्तिमय माहौल बनाया जाएगा। महालक्ष्मी मंदिर जेल चौक के सेवादार राहुल बाहरी ने बताया कि नवरात्र के पावन दिनों में मंदिर परिसर में दुर्गा स्तुति पाठ का आयोजन किया जा रहा है। नवरात्र के पहले दिन 30 मार्च को सुबह 5:30 बजे कलश पूजन और सुबह 6 बजे सामूहिक महिलाओं द्वारा दुर्गा स्तुति पाठ विधिवत किया जाएगा। पाठ के बाद श्रद्धालुओं के लिए व्रत की खाद्य सामग्री भी बांटी जाएगी। 5 अप्रैल को सुबह 9 बजे मंदिर परिसर में श्री रामायण का पाठ श्रद्धापूर्वक करवाया जाएगा। भास्कर न्यूज | जालंधर चैत्र नवरात्र 30 मार्च रविवार से शुरू होंगे और घर-घर में मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना होगी। शास्त्रों में मां दुर्गा को शक्ति की देवी बताया गया है, इसलिए इस शक्ति की उपासना का पर्व कहा जाता है। नौ दिन तक घरों व मंदिरों में मां दुर्गा की अखंड ज्योति की स्थापना और जौं बोए जाते हैं। चैत्र नवरात्र में जगत जननी मां जगदंबा की आराधना के लिए कलश स्थापना होगी। नौ दिनों तक व्रत पूजन की मान्यता है कि व्रती को मां दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है और उनके सभी संकट दूर हो जाते हैं। शिव दुर्गा खाटू श्याम मंदिर के पुजारी गौतम भार्गव ने बताया कि इस दिन मां दुर्गा माता की चित्र के समक्ष अखंड दीप प्रज्जवलित करके सभी देवताओं का आह्वान करते हुए कलश स्थापना करें। पंचदेव पूजन करने के उपरांत दुर्गा स्तुति, दुर्गा सप्तशती पाठ व मां के बीज मंत्रों का जाप कल्याणकारी और प्रभावी माना जाता है। नवरात्र को लेकर आज कलश, चुनरी, जौं आदि की खरीदारी होगी। चैत्र नवरात्र के मौके पर रोशनी से जगमगाया सिद्धपीठ श्री देवी तालाब मंदिर। चैत्र माह के नवरात्र 30 मार्च से शुरू हो रहे हैं। इस उपलक्ष्य में श्री देवी तालाब मंदिर में दुर्गा स्तुति का पाठ श्रद्धापूर्वक करवाया जा रहा है। इसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। प्रबंधक कमेटी के महासचिव राजेश विज ने बताया कि रविवार को सुबह 8 बजे सामूहिक दुर्गा स्तुति का पाठ किया जाएगा। कार्यक्रम में 500 से अधिक महिलाओं के बैठने से लेकर उनके लिए पूजन की सामग्री का प्रबंध किया गया। मंदिर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है और प्रतिदिन धार्मिक आयोजन कर भक्तिमय माहौल बनाया जाएगा। महालक्ष्मी मंदिर जेल चौक के सेवादार राहुल बाहरी ने बताया कि नवरात्र के पावन दिनों में मंदिर परिसर में दुर्गा स्तुति पाठ का आयोजन किया जा रहा है। नवरात्र के पहले दिन 30 मार्च को सुबह 5:30 बजे कलश पूजन और सुबह 6 बजे सामूहिक महिलाओं द्वारा दुर्गा स्तुति पाठ विधिवत किया जाएगा। पाठ के बाद श्रद्धालुओं के लिए व्रत की खाद्य सामग्री भी बांटी जाएगी। 5 अप्रैल को सुबह 9 बजे मंदिर परिसर में श्री रामायण का पाठ श्रद्धापूर्वक करवाया जाएगा।   पंजाब | दैनिक भास्कर