हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के धर्मपुर में पुलिस ने एक दुकान में चोरी करने वाले दो शातिरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चोरों की निशानदेही पर चोरी का सामान भी बरामद कर दिया है। पुलिस अब इनके आपराधिक रिकॉर्ड को खंगाल रही है। पकड़े गए आरोपियों ने 10 अगस्त की रात कसौली रोड पर स्थित चाय की दुकान के ताले तोड़े चोरी को अंजाम दिया था। शिकायतकर्ता हेमराज के अनुसार, चोरों ने उनकी दुकान का ताला तोड़कर और चादर काटकर नमकीन और बिस्कुट के पैकेट, गैस सिलेंडर तथा कुछ अन्य सामान भी चुरा लिया था। इससे पहले भी कई बार उनकी दुकानें का ताला तोड़ा गया। हेमराज की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। इस मामले में धर्मपुर क्षेत्र के सनावर स्थित एक कंपनी के कर्मचारी विशाल (26) और सुरेंद्र (21) अर्की के धुंधन निवासी को गिरफ्तार किया। एसपी सोलन गौरव ने बताया कि आरोपियों की शिनाख्त पर से चोरी किया सारा सामान बरामद कर लिया गया है। दोनों आरोपियों को आज अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस रिमांड की मांग की जाएगाी। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के धर्मपुर में पुलिस ने एक दुकान में चोरी करने वाले दो शातिरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चोरों की निशानदेही पर चोरी का सामान भी बरामद कर दिया है। पुलिस अब इनके आपराधिक रिकॉर्ड को खंगाल रही है। पकड़े गए आरोपियों ने 10 अगस्त की रात कसौली रोड पर स्थित चाय की दुकान के ताले तोड़े चोरी को अंजाम दिया था। शिकायतकर्ता हेमराज के अनुसार, चोरों ने उनकी दुकान का ताला तोड़कर और चादर काटकर नमकीन और बिस्कुट के पैकेट, गैस सिलेंडर तथा कुछ अन्य सामान भी चुरा लिया था। इससे पहले भी कई बार उनकी दुकानें का ताला तोड़ा गया। हेमराज की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। इस मामले में धर्मपुर क्षेत्र के सनावर स्थित एक कंपनी के कर्मचारी विशाल (26) और सुरेंद्र (21) अर्की के धुंधन निवासी को गिरफ्तार किया। एसपी सोलन गौरव ने बताया कि आरोपियों की शिनाख्त पर से चोरी किया सारा सामान बरामद कर लिया गया है। दोनों आरोपियों को आज अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस रिमांड की मांग की जाएगाी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में निर्दलीय पूर्व विधायकों को टिकट देगी भाजपा:शिमला में कोर ग्रुप की बैठक जारी, पार्टी हाईकमान लेगा अंतिम फैसला
हिमाचल में निर्दलीय पूर्व विधायकों को टिकट देगी भाजपा:शिमला में कोर ग्रुप की बैठक जारी, पार्टी हाईकमान लेगा अंतिम फैसला हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां तेज कर दी हैं। शिमला में भाजपा कोर कमेटी की बैठक में तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के टिकटों को लेकर चर्चा चल रही है। कोर कमेटी में चर्चा के बाद तीनों सीटों पर जीत हासिल करने की रणनीति तैयार की जा रही है। बताया जा रहा है कि तीनों सीटों पर निर्दलीय और पूर्व विधायकों को टिकट देने का प्रस्ताव कोर कमेटी में पारित कर हाईकमान को भेजा जाएगा, क्योंकि भाजपा ने पार्टी में शामिल होने के समय ही नालागढ़ से निर्दलीय और पूर्व विधायक केएल ठाकुर, हमीरपुर से आशीष शर्मा और देहरा से होशियार सिंह को टिकट देने का आश्वासन दिया है। इन तीनों निर्दलीय विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में वोट दिया था, जबकि सुक्खू सरकार के 15 महीने के कार्यकाल के दौरान ये विधायक कांग्रेस के एसोसिएट MLA के तौर पर काम करते रहे। राज्यसभा चुनाव में इन्होंने कांग्रेस के छह बागी विधायकों के साथ दिया और राज्यसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को वोट के बाद निर्दलीय विधायक भी एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे। 23 मार्च को बीजेपी जॉइन की 22 मार्च को इन्होंने हिमाचल विधानसभा पहुंचकर अपने पदों से इस्तीफा दिया और 23 मार्च को इन्होंने दिल्ली में बीजेपी जॉइन की। बीते तीन जून को स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इनका इस्तीफा स्वीकार किया। बीते 9 जून को केंद्रीय चुनाव आयोग ने तीनों सीटों पर उप चुनाव का ऐलान कर दिया। कोर कमेटी में ये नेता मौजूद भाजपा कोर कमेटी मीटिंग में प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, सह प्रभारी संजय टंडन, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सत्तपाल सत्ती, सुरेश कश्यप, महामंत्री बिहारी लाल, त्रिलोक कपूर, त्रिलोक जम्वाल मौजूद है। 10 जुलाई को होगा उप चुनाव हिमाचल प्रदेश में आगामी 10 जुलाई को नालागढ़, हमीरपुर और देहरा विधानसभा सीट पर उप चुनाव होना है। इसके लिए परसो से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो रही है। लिहाजा पार्टी को अगले दो चार दिन के भीतर टिकट तय करने होंगे।
लाहौल-स्पीति में BJP से बागी हुए नेताओं ने की वापसी:रवि ठाकुर ने किया स्वागत, बागी हुये मार्कण्डेय के कुनबे पर मारी सेंध
लाहौल-स्पीति में BJP से बागी हुए नेताओं ने की वापसी:रवि ठाकुर ने किया स्वागत, बागी हुये मार्कण्डेय के कुनबे पर मारी सेंध लाहौल स्पीति में मार्कण्डेय ने भाजपा से रूष्ट लोगों को एकत्रित कर जिस विकास मंच का गठन किया, था रवि ठाकुर ने मार्कण्डेय के उस कुनबे पर सेंध मारनी शुरू कर दी है। प्रदेश संगठन की रणनीति के तहत कार्य करते हुए रवि ठाकुर भाजपा में रूठों को वापस लाने में सफल हुये। लाहौल लाहौल स्पीति विकास मंच के पदाधिकारियों ने मनाली में रवि ठाकुर से मुलाकात कर पुनः भाजपा में घर वापसी की है। रवि ठाकुर ने भाजपा में वापसी पर इन पदाधिकारियों का स्वागत किया और पार्टी संगठन को लाहौल स्पीति में मजबूत करके जनजातीय ज़िला के विकास की बात कही। भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर नाराज हुए थे मार्कण्डेय
लोकसभा चुनाव के साथ हिमाचल विधानसभा के लिए हुए उप चुनावों में लाहौल स्पीति सीट पर भाजपा ने रवि ठाकुर को अपना उम्मीदवार चुना था। रवि ठाकुर ने कांग्रेस का दामन छोड़ कर भाजपा जॉइन किया था। इस सीट पर रवि को टिकट मिलने से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी डॉ. राम लाल मार्कण्डेय बागी हो गए थे और उन्होंने खुद की विकास मंच नाम से संगठन बना कर आजाद चुनाव लड़ा। इसका असर ये हुआ कि भाजपा का वोट बैंक बंट गया और सीट पार्टी के हाथ से फिसल गई। इन लोगों ने छोड़ा मार्कण्डेय का विकास मंच
स्पीति विकास मंच को छोड़कर जिन पदाधिकारियों ने भाजपा में वापसी की है उनमें विकास मंच के उपाध्यक्ष देवी सिंह, सचिव सतीश कुमार, तिन्दी गांव के विकास मंच कार्यकारिणी सदस्य नरेंद्र कुमार शामिल हैं जबकि तिन्दी पंचायत के पूर्व प्रधान एवं विकास मंच के महासचिव रहे संदीप कुमार पहले ही रवि ठाकुर के नेतृत्व में पार्टी में वापसी कर भाजपा संगठन में उदयपुर मंडल के सक्रिय सदस्यता संयोजक का कार्यभार संभाल रहे हैं। घर वापसी के इंतजार में 200 कार्यकर्ता
सभी पदाधिकारियों ने मूल रूप से लाहौल के भुजुन्ड निवासी एवं वर्तमान में मनाली की प्रीणी पंचायत से ब्लॉक समिति सदस्य किशोरी लाल के नेतृत्व में रवि ठाकुर से मिलकर भाजपा में वापसी की। संदीप कुमार ने कहा मंच के साथ गए हुए कई युवा दोबारा भाजपा में घर वापसी करने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रवि ठाकुर के लाहौल दौरे के दौरान 200 से अधिक कार्यकर्ता विकास मंच छोड़ कर पार्टी में वापसी करेंगे।
मंडी में CM ने किया शानन पावर प्रोजेक्ट का निरीक्षण:बोले- इस पर हिमाचल का हक, अंग्रेजों के जमाने में बना था बिजलीघर
मंडी में CM ने किया शानन पावर प्रोजेक्ट का निरीक्षण:बोले- इस पर हिमाचल का हक, अंग्रेजों के जमाने में बना था बिजलीघर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के जोगिंदरनगर विधानसभा दौरे पर गए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शुक्रवार सुबह कुल्लू जाने से पहले अचानक शानन पावर प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने पहुंचे। सीएम सुक्खू ने पूरे प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया और कहा कि इस प्रोजेक्ट पर हिमाचल प्रदेश का हक है। सीएम सुक्खू ने कहा कि आज शानन जल विद्युत परियोजना का निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा की इस परियोजना पर हिमाचल प्रदेश का हक है और इसे वापस लेने के लिए देश की सर्वोच्च अदालत में हमारी सरकार मजबूती से लड़ाई लड़ रही है। सीएम सुक्खू ने कहा कि हिमाचल की संपदा को लूटने नही देंगे। क्योंकि हिमाचल प्रदेश की प्रगति व आत्मनिर्भरता की नींव प्रदेश के संसाधनों में है। क्या है शानन परियोजना का मामला
बता दें कि देश पर ब्रिटिश शासन के दौरान मंडी रियासत के राजा जोगेंद्र सेन ने शानन बिजलीघर के लिए जोगिंदरनगर में जमीन उपलब्ध करवाई थी। उस दौरान जो समझौता हुआ था। उसके अनुसार इसकी लीज अवधि 99 साल रखी गई थी, यानी 99 साल पूरे होने पर ये बिजलीघर उस धरती (मंडी रियासत के तहत जमीन) की सरकार को मिलना था, जहां पर ये स्थापित किया गया था। भारत की आजादी के बाद हिमाचल प्रदेश पंजाब का ही हिस्सा था। 2024 में समाप्त हुई लीज अवधि
वैसे हिमाचल का गठन 15 अप्रैल 1948 को हुआ था, लेकिन पूर्ण राज्य का दर्जा 1971 में मिला था। उस समय पंजाब पुनर्गठन एक्ट के दौरान शानन बिजलीघर पंजाब सरकार के स्वामित्व में ही रहा। पंजाब पुनर्गठन एक्ट-1966 की शर्तों के अनुसार इस बिजली प्रोजेक्ट को प्रबंधन के लिए पंजाब सरकार को हस्तांतरित किया गया था। लेकिन 2024 में इसकी लीज अवधि समाप्त हो गई है। ऐसे में लीज समझौते के अनुसार यह प्रोजेक्ट हिमाचल प्रदेश को वापस मिलना चाहिए लेकिन यह कुमाऊँ पूत है, इससे 200 करोड़ की आय होती है।इसलिए पंजाब इसको छोड़ने के लिए आसानी से तैयार नही है और कानूनी लड़ाई लड़ रहा है। आज होती है 200 करोड़ की कमाई
मंडी में जोगेंद्रनगर की ऊहल नदी पर स्थापित शानन बिजलीघर अंग्रेजों के शासन के दौरान साल 1932 में केवल 48 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता वाला प्रोजेक्ट था। बाद में पंजाब बिजली बोर्ड ने इसकी उत्पादन क्षमता को बढ़ाया, बिजलीघर शुरू होने के पचास साल बाद वर्ष 1982 में शानन प्रोजेक्ट 60 मेगावाट ऊर्जा उत्पादन वाला हो गया। अब इसकी क्षमता पचास मेगावाट और बढ़ाई गई है, जिससे ये अब कुल 110 मेगावाट का प्रोजेक्ट है। कुल 200 करोड़ सालाना इनकम वाले इस कमाऊ पूत को पंजाब अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहता है।