कांगड़ा जिले के युवक की कनाडा मौत हो गई है। युवक स्टडी वीजा पर पिछले करीब चार साल से कनाडा में रह रहा था। हाल ही में ऋषभ घर भी आया था और 31 अगस्त को उसकी वापसी थी। मृतक युवक ऋषभ पठानिया (28) पुत्र अजय पठानिया देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील के बंगोली गांव का है। युवक की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। युवक के पिता ने बताया कि बुधवार को ऋषभ पठानिया की मैसेज के जरिए घर बात हुई। लेकिन शुक्रवार को न तो फोन आया और न ही मैसेज आया। ऋषभ के पिता अजय पठानिया ने उसे फोन किया तो ऋषभ से बात नहीं हो पाई। शनिवार को अजय पठानिया ने कनाडा में ऋषभ के किसी दोस्त से संपर्क किया। इसके बाद किसी हादसे की आशंका के चलते पुलिस में शिकायत भी की गई। साथ ही दोस्त पुलिस टीम के साथ ऋषभ पठानिया के रूम पहुंचा। कमरा खोला गया तो अंदर ऋषभ मृत पड़ा था। पिता ने सरकार से की शव को घर लाने की अपील यह जानकर अजय पठानिया, उनकी पत्नी और छोटे बेटे पर दुखों का पहाड़ टूट गया। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। कनाडा पुलिस शव को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है।ऋषभ पठानिया के पिता अजय पठानिया पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं और मां गृहणी हैं। अजय पठानिया का एक और छोटा बेटा है। ऋषभ पठानिया बड़ा था। पिता अजय पठानिया ने भारत सरकार और हिमाचल सरकार से शव को घर लाने में मदद की गुहार लगाई है। कांगड़ा जिले के युवक की कनाडा मौत हो गई है। युवक स्टडी वीजा पर पिछले करीब चार साल से कनाडा में रह रहा था। हाल ही में ऋषभ घर भी आया था और 31 अगस्त को उसकी वापसी थी। मृतक युवक ऋषभ पठानिया (28) पुत्र अजय पठानिया देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील के बंगोली गांव का है। युवक की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। युवक के पिता ने बताया कि बुधवार को ऋषभ पठानिया की मैसेज के जरिए घर बात हुई। लेकिन शुक्रवार को न तो फोन आया और न ही मैसेज आया। ऋषभ के पिता अजय पठानिया ने उसे फोन किया तो ऋषभ से बात नहीं हो पाई। शनिवार को अजय पठानिया ने कनाडा में ऋषभ के किसी दोस्त से संपर्क किया। इसके बाद किसी हादसे की आशंका के चलते पुलिस में शिकायत भी की गई। साथ ही दोस्त पुलिस टीम के साथ ऋषभ पठानिया के रूम पहुंचा। कमरा खोला गया तो अंदर ऋषभ मृत पड़ा था। पिता ने सरकार से की शव को घर लाने की अपील यह जानकर अजय पठानिया, उनकी पत्नी और छोटे बेटे पर दुखों का पहाड़ टूट गया। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। कनाडा पुलिस शव को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है।ऋषभ पठानिया के पिता अजय पठानिया पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं और मां गृहणी हैं। अजय पठानिया का एक और छोटा बेटा है। ऋषभ पठानिया बड़ा था। पिता अजय पठानिया ने भारत सरकार और हिमाचल सरकार से शव को घर लाने में मदद की गुहार लगाई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में जून में नॉर्मल से 50% कम बरसे बादल:गलत होने लगा IMD का पूर्वानुमान, आज-कल कुछ जगहों पर हो सकती है हल्की बारिश हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग (IMD) के बारिश के पूर्वानुमान के बावजूद अच्छी बारिश नहीं हो पा रही है। जिससे प्रदेशवासियों को गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है। प्रदेश के तीन शहरों का पारा 40 डिग्री और 10 का तापमान 35 डिग्री पार चल रहा है। प्रदेश में जून के पहले पांच दिन में नॉर्मल से 50 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक से पांच जून के बीच औसत बारिश 9.1 मिलीमीटर होती है। मगर इस बार 4.5 मिलीमीटर ही बारिश हुई है। मंडी, कुल्लू, कांगड़ा में सबसे कम बारिश हुई है। मंडी में नॉर्मल से 99 प्रतिशत कम, शिमला में 87 प्रतिशत, कुल्लू में 90 और कांगड़ा में 79 फीसदी कम बारिश हुई है। बारिश नहीं होने से लोगों को उमस भरी गर्मी परेशान कर रही है। नेरी का तापमान 43.4 डिग्री हमीरपुर के नेरी का तापमान सबसे ज्यादा 43.4 डिग्री, धौलाकुंआ का 40 डिग्री, ऊना का 41.6 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। वहीं सुंदरनगर 38.6 डिग्री, भुंतर 36, नाहन 38, कांगड़ा 38.6 डिग्री, मंडी 38.4, बिलासपुर 39.1 डिग्री, हमीरपुर 38.4 डिग्री, चंबा 38.2 डिग्री, बरठी 37.4 डिग्री और बजौरा 37.4 डिग्री तापमान चल रहा है। प्रदेश के ज्यातार शहरों में नॉर्मल से अधिक प्रदेश के ज्यादातर शहरों का पारा नॉर्मल से 4 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा चल रहा है। नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 4.8 डिग्री का उछाल मंडी के तापमान में आया है। नाहन का पारा 4.1 डिग्री, शिमला का पारा नॉर्मल से 2.6 डिग्री, सुंदनरगर 4डिग्री, ऊना 2.9 डिग्री, सोलन 2.4 डिग्री, बिलासपुर 1.8 डिग्री और हमीरपुर में सामान्य से 2.1 डिग्री तापमान अधिक चल रहा है। 9 जून से खिले धूप मौसम विभाग की माने तो आज प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान है। वहीं अगले कल कुछेक क्षेत्रों में ही बारिश हो सकती है। परसो के अधिक ऊंचे व मध्यम ऊंचे क्षेत्रों में मौसम खराब रहेगा, जबकि 9 जून से प्रदेशभर में मौसम फिर से साफ हो जाएगा।
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शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं शिमला के उपनगर संजोली स्थित विवादित निर्माणाधीन मस्जिद का विवाद उलझ गया है। रविवार को हुए प्रदर्शन पर आज शिमला शहरी से कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने प्रदर्शनकारियों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि बाहर के मामले में शिमला शहर की शांति भंग ना करें। शहर के बाहर दो गुटों में हुए झगड़े को धर्म से ना जोड़ा जाए। दरअसल रविवार को संजोली में बनी विवादित मस्जिद के बाहर हिंदूवादी संगठनों ने समुदाय विशेष पर शिमला का का माहौल खराब करने के आरोप लगाए थे। प्रदर्शकारियों ने कहा कि समुदाय विशेष के लोग बाहर से आकर शिमला की शांति भंग कर रहे है। बीते दिनों शिमला के मल्याणा में युवक पर इन्ही लोगो ने तेजदार हथियारों से जानलेवा हमला किया। जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों में समुदाय विशेष के खिलाफ रोष बढ़ गया और रविवार को शिमला के संजोली स्थित मस्जिद केबाहर फुट गया। इस दौरान प्रदर्शकारियों ने संजौली में बनी मस्जिद अवैध होने के आरोप लगाए थे और उसको ध्वस्त करने की मांग की। विधायक बोले मामले में दिया गया धर्म का एंगल सोमवार को मामले में नया मोड़ आ गया है, शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह विवाद दो गुटों के आपसी झगड़े के कारण पैदा हुआ है। यह झगड़ा मल्याणा क्षेत्र में हुआ है। इस मुद्दे को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मल्याणा में हुए झगड़े को वहां के पार्षद सहित सिमिट्री व भट्टकुफर के पार्षद ने मिलकर संजोली में पहुंचा दिया। पुलिस को इस झगड़े में FIR दर्ज करने के पहले निर्देश दे दिए थे। इस मामले को हिन्दू व मुस्लिम समुदाय का रूप दिया गया वह बिल्कुल गलत है।शिमला एक शांतिप्रिय जगह है और इसकी शांति भंग न करें। अवैध निर्माण पर प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं विधायक ने कहा कि जो अवैध मस्जिद की बात कर रहे हैं तो यह मस्जिद 1950 से पहले की है। यहां जो अवैध निर्माण हुआ है उसका मामला कोर्ट में चल रहा है और उसकी सुनवाई शनिवार को है। वक्फ बोर्ड इस केस केस को लड़ रहा है। यह मामला 2009 से यह मामला चल रहा है।इसके बाद कितनी सरकारें आयी।इस मामले में किसी धर्म समुदाय पर बोलना उचित नही। उन्होंने कहा कि निर्माण अवैध हुआ है तो कानून इसमें अपनी कार्रवाई करेगा कोई पार्षद नहीं। प्रदर्शन में शामिल ने बाहरी लोग ,शहर वासी नहीं उन्होंने कहा कि संजौली में जो कल जो विवाद हुआ उसमे अधिकतर लोग भट्टाकुफ़्फ़र व मल्याणा क्षेत्र के थे और कुछ कांग्रेस के पार्षद भी थे। उन्होंने कहा कि बाहरी मामले शिमला शहर की शांति क्यों भंग की जा रही है बाहर के विवाद पर शिमला विधानसभा क्षेत्र में क्यों हंगामा किया जा किया जा रहा है।पार्षदों के बोलने से किसी को वैध या अवैध नही बोला जा सकता।यह मामला कोर्ट में है और इस पर निर्णय भी वही देगा। नगर निगम ने माना है मस्जिद के कुछ मंजिल अवैध वहीं बीते कल मौके पर पहुंचे नगर निगम आयुक्त ने यह माना कि मस्जिद के ऊपरी कुछ मंजिल अवैध है ।लेकिन इसका मामला कोर्ट में चला हुआ है ।कोर्ट से फैसला आने के बाद बी नगर निगम मामले कार्रवाई की जा सकती है। क्या है मामला…? बता दें कि शिमला के संजौली के शिमला में एक मस्जिद के निर्माण को लेकर काफी समय सवाल उठ रहे थे। जिसको लेकर हिंदू वादी संगठनों के कार्यकर्ताओं में अंदर ही अंदर गुस्सा पनप रहा था। पंरन्तु बीते दिनों शिमला के मल्याणा में दो गुटों में झगड़ा हो गया है। जिसमे कुछ समुदाय विशेष के लोगो ने तेजधार हथियारों से एक युवक को लहूलुहान कर दिया जिसके बाद इस विवाद ने रफ्तार पकड़ी और इसका गुस्सा रविवार को शिमला के संजौली में बनी मस्जिद के बाहर फुट गया । प्रदर्शकारियों ने मल्याणा में हुई मारपीट करने वाले लोगो के खिलाफ कार्रवाही व मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की मांग की।
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