हिमाचल की कांगड़ा लोकसभा सीट पर आज सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। यहां दोपहर 1 बजे तक हार-जीत की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। पहला रुझान सुबह 9 बजे सर्विस और पोस्टल बैलेट की गणना के बाद आने की उम्मीद है। इस सीट के अधीन कांगड़ा और चंबे जिला की 17 विधानसभा सीटें हैं। इनमें कांगड़ा, ज्वालामुखी, पालमपुर, नगरोटा, कांगड़ा, धर्मशाला, जयसिंहपुर, ज्वाली, बैजनाथ, फतेहपुर, सुलह, शाहपुर, चंबा, भटियात और चुराह शामिल हैं। मतगणना के लिए 10 जगह 19 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। इनमें 450 से अधिक कर्मचारियों की तैनाती की गई है। किसी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए थ्री-लेयर सुरक्षा लगाई गई है। यहां से कांग्रेस के आनंद शर्मा और BJP के राजीव भारद्वाज में मुकाबला है। इस सीट पर कुल 10 दावेदार चुनावी मैदान में हैं। इस सीट पर अंतिम फेज में 1 जून को वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इस बार यहां 67.89 प्रतिशत वोटिंग हुई है। हिमाचल की कांगड़ा लोकसभा सीट पर आज सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। यहां दोपहर 1 बजे तक हार-जीत की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। पहला रुझान सुबह 9 बजे सर्विस और पोस्टल बैलेट की गणना के बाद आने की उम्मीद है। इस सीट के अधीन कांगड़ा और चंबे जिला की 17 विधानसभा सीटें हैं। इनमें कांगड़ा, ज्वालामुखी, पालमपुर, नगरोटा, कांगड़ा, धर्मशाला, जयसिंहपुर, ज्वाली, बैजनाथ, फतेहपुर, सुलह, शाहपुर, चंबा, भटियात और चुराह शामिल हैं। मतगणना के लिए 10 जगह 19 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। इनमें 450 से अधिक कर्मचारियों की तैनाती की गई है। किसी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए थ्री-लेयर सुरक्षा लगाई गई है। यहां से कांग्रेस के आनंद शर्मा और BJP के राजीव भारद्वाज में मुकाबला है। इस सीट पर कुल 10 दावेदार चुनावी मैदान में हैं। इस सीट पर अंतिम फेज में 1 जून को वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इस बार यहां 67.89 प्रतिशत वोटिंग हुई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के 2 IAS को दिल्ली में तैनाती:मनीष गर्ग डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर, अमनदीप एडिशनल सेक्रेटरी केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन नियुक्त केंद्रीय कैबिनेट कमेटी (ACC) ने हिमाचल कैडर के 2 सीनियर IAS की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। ACC की हरी झंडी के बाद हिमाचल के साल 1996 बैच के मनीष गर्ग और वर्ष 1999 बैच के अमनदीप गर्ग अब केंद्र में सेवाएं देंगे। प्रदेश में दोनों अधिकारी प्रिंसिपल सेक्रेटरी रेंक के हैं। हिमाचल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग की तैनाती केंद्रीय चुनाव आयोग में डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर के तौर पर हुई है। उन्हें वेतन एडिशनल सेक्रेटरी रेंक का मिलेगा। स्टेट में वन, कार्मिक और PWD महकमा देख रहे अमनदीप गर्ग को एडिश्नल सेक्रेटरी केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में तैनाती दी गई है। प्रदेश सरकार द्वारा रिलीव करने के बाद दोनों दिल्ली में सेवाएं देंगे। हिमाचल सरकार की बढ़ेगी मुश्किलें इनके दिल्ली जाने से सुक्खू सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली है, क्योंकि हिमाचल सरकार सीनियर IAS की कमी से जूझ रही है। प्रदेश के नौकरशाह एक-एक कर दिल्ली जा रहे हैं। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद लगभग 20 महीने में ही 7 आईएएस प्रदेश छोड़कर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं। ACC ने 2 अन्य IAS को तैनाती दे दी है। 5 अन्य शैनोमोल, रोहन चंद ठाकुर, मानसी सहाय, प्रियतु मंडल और अरिंदम चौधरी ने सेंटर डेपुटेशन पर जाने की राज्य सरकार से अनुमति मांग रखी है। मनीष गर्ग और अमनदीप गर्ग के दिल्ली जाने के बाद प्रदेश में जल्द बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होगा। 17 IAS पहले ही दिल्ली समेत दूसरे प्रदेशों में हिमाचल कैडर के वरिष्ठ आईएएस अली रजा रिजवी, के. संजय मूर्ति, केके पंत, अनुराधा ठाकुर, भरत खेड़ा, डॉ. रजनीश, शुभाशीष पांडा, पुष्पेंद्र राजपूत, आर. सेलवम, रितेश चौहान, ऋगवेद ठाकुर, ललित जैन, देवश्वेता बनिक और पंकज राय सेंटर डेपुटेशन पर हैं। नंदिता गुप्ता और मीरा मोहंती भी इन दिनों दिल्ली में तैनात हैं। बीते माह ही 2014 बैच के आईएएस आशुतोष गर्ग को केंद्रीय कार्मिक विभाग ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का निजी सचिव नियुक्त किया है। IAS की सेंक्शन स्ट्रेंथ 153 हिमाचल में IAS की सेंक्शन-स्ट्रेंथ 153 की है। अभी 111 राज्य में सेवाएं दे रहे हैं। 2 IAS के जाने के बाद यह 109 रह जाएगी। इससे अफसरशाही का संकट और गहरा जाएगा। सीनियोरिटी में टॉप-10 ब्यूरोक्रेट्स में से 4 प्रदेश से बाहर चिंता इस बात की है कि सीनियोरिटी में टॉप-10 IAS में से 4 प्रदेश से बाहर हैं। सीनियोरिटी में तीसरे नंबर के IAS अली रजा रिजवी, 5वें नंबर पर के. संजय मूर्ति, 7वें नंबर से केके पंत और 8वें नंबर की अनुराधा ठाकुर भी प्रदेश से बाहर सेवाएं दे रही हैं।
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डीसी राहुल कुमार ने सभी टूर ऑपरेटरों, गाइड और आम व्यक्तियों को इस आदेश का पालन करने के निर्देश दिया है। इसका उल्लंघन करने वालों पर आपदा प्रबंधन एक्ट-2005 और अन्य कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी । प्रतिबंध पर सख्ती से होगी अनुपालना
उन्होंने कहा है कि पुलिस, वन विभाग और स्थानीय प्रशासन इस प्रतिबंध का सख्ती से अनुपालन करना सुनिश्चित करेंगे तथा नियमित गश्त करेंगे। उन्होंने बताया कि आपातकालीन या वैज्ञानिक अभियानों के लिए विशेष अनुमति मामले-दर-मामले आधार पर दी जा सकती हैं। यह आदेश सार्वजनिक सुरक्षा के हित में जारी किया गया है तथा अगले आदेशों तक प्रभावी रहेगा ।