हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व में दूसरे और एशिया में पहले स्थान पर बीड़ बिलिंग घाटी में दूसरी बार 2 से 10 नवंबर तक पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का आयोजन किया जा रहा है। इसका आयोजन बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (बीपीए) हिमाचल पर्यटन विकास विभाग के सौजन्य से कराया जा रहा है। वर्ल्ड कप आयोजन के लिए दो दिन शेष बचे हैं। इस प्रमुख आयोजन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियां चल रही हैं। सैकड़ों विदेशी और घरेलू पर्यटक पहले से ही इस सुंदर क्षेत्र में पहुंच रहे हैं। वर्तमान में, बिलिंग से प्रतिदिन 200 से अधिक टेंडम उड़ानें भरी जा रही हैं। जिससे क्षेत्र में उत्साह बढ़ रहा है। 85 पायलट को किया शॉर्टलिस्ट विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के विशेषज्ञों की एक टीम को पायलट के दस्तावेजों और उपकरणों का निरीक्षण करने के लिए टेक-ऑफ पॉइंट पर तैनात किया गया है, ताकि सभी प्रतिभागियों और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। पर्यटकों की आमद बढ़ने के कारण घाटी में होटल और कैंपिंग स्थल पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। अब तक 30 देशों के 138 विदेशी पायलट ने इस आयोजन के लिए अपने दस्तावेज जमा किए हैं। इनमें से 85 पायलट को शॉर्टलिस्ट किया गया है, जबकि शेष आवेदनों की अभी भी समीक्षा की जा रही है। पहली बार, 10 महिला पायलट भी वर्ल्ड कप में भाग ले रही है, जिससे प्रतियोगिता में एक नया आयाम जुड़ेगा। प्रतिभागियों के साथ एसोसिएशन के अध्यक्ष ने की बैठक बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने इस आयोजन की अंतिम व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए भारतीय और विदेशी प्रतिभागियों के साथ बैठक की। उन्होंने पायलट को नवीनतम सुरक्षा प्रोटोकॉल और धौलाधार पहाड़ियों की चुनौतीपूर्ण स्थलाकृति के बारे में जानकारी दी। जिसका उद्देश्य दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करना है। शर्मा ने सभी पायलट के बीच एक सप्ताह तक चलने वाली चैंपियनशिप के लिए उत्साह का उल्लेख किया। जिसका आयोजन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के मार्गदर्शन में राज्य पर्यटन विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। 9 रेस्क्यू टीमों का किया गठन हिमाचल पर्यटन विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विनय धीमान ने बताया कि पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप क्रॉस कंट्री के पायलट की सुरक्षा की दृष्टि से 9 रेस्क्यू टीमों का गठन किया गया है। जबकि रिट्रीवल के लिए 5 टीम इवेंट के दौरान चॉपर और एम्बुलेंस सेवा के साथ बीड़-बिलिंग घाटी में तैनात रहेंगी। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व में दूसरे और एशिया में पहले स्थान पर बीड़ बिलिंग घाटी में दूसरी बार 2 से 10 नवंबर तक पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का आयोजन किया जा रहा है। इसका आयोजन बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (बीपीए) हिमाचल पर्यटन विकास विभाग के सौजन्य से कराया जा रहा है। वर्ल्ड कप आयोजन के लिए दो दिन शेष बचे हैं। इस प्रमुख आयोजन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियां चल रही हैं। सैकड़ों विदेशी और घरेलू पर्यटक पहले से ही इस सुंदर क्षेत्र में पहुंच रहे हैं। वर्तमान में, बिलिंग से प्रतिदिन 200 से अधिक टेंडम उड़ानें भरी जा रही हैं। जिससे क्षेत्र में उत्साह बढ़ रहा है। 85 पायलट को किया शॉर्टलिस्ट विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के विशेषज्ञों की एक टीम को पायलट के दस्तावेजों और उपकरणों का निरीक्षण करने के लिए टेक-ऑफ पॉइंट पर तैनात किया गया है, ताकि सभी प्रतिभागियों और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। पर्यटकों की आमद बढ़ने के कारण घाटी में होटल और कैंपिंग स्थल पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। अब तक 30 देशों के 138 विदेशी पायलट ने इस आयोजन के लिए अपने दस्तावेज जमा किए हैं। इनमें से 85 पायलट को शॉर्टलिस्ट किया गया है, जबकि शेष आवेदनों की अभी भी समीक्षा की जा रही है। पहली बार, 10 महिला पायलट भी वर्ल्ड कप में भाग ले रही है, जिससे प्रतियोगिता में एक नया आयाम जुड़ेगा। प्रतिभागियों के साथ एसोसिएशन के अध्यक्ष ने की बैठक बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने इस आयोजन की अंतिम व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए भारतीय और विदेशी प्रतिभागियों के साथ बैठक की। उन्होंने पायलट को नवीनतम सुरक्षा प्रोटोकॉल और धौलाधार पहाड़ियों की चुनौतीपूर्ण स्थलाकृति के बारे में जानकारी दी। जिसका उद्देश्य दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करना है। शर्मा ने सभी पायलट के बीच एक सप्ताह तक चलने वाली चैंपियनशिप के लिए उत्साह का उल्लेख किया। जिसका आयोजन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के मार्गदर्शन में राज्य पर्यटन विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। 9 रेस्क्यू टीमों का किया गठन हिमाचल पर्यटन विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विनय धीमान ने बताया कि पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप क्रॉस कंट्री के पायलट की सुरक्षा की दृष्टि से 9 रेस्क्यू टीमों का गठन किया गया है। जबकि रिट्रीवल के लिए 5 टीम इवेंट के दौरान चॉपर और एम्बुलेंस सेवा के साथ बीड़-बिलिंग घाटी में तैनात रहेंगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल के संजौली मस्जिद विवाद मामले में नया मोड़:मुस्लिम पक्ष ने निगम आयुक्त के फैसले को जिला अदालत में दी चुनौती, 6 को सुनवाई
हिमाचल के संजौली मस्जिद विवाद मामले में नया मोड़:मुस्लिम पक्ष ने निगम आयुक्त के फैसले को जिला अदालत में दी चुनौती, 6 को सुनवाई हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण विवाद मामले में नया मोड़ आ गया है। संजौली मस्जिद मामले में नगर निगम कमिश्नर के कोर्ट से आए फैसले को मुस्लिम पक्ष ने जिला अदालत में चुनौती दी। यह मामला जिला अदालत में 6 नवंबर को लिस्ट हुआ है। ऐसे में मामले में उस दिन सुनवाई प्रस्तावित है। मुस्लिम पक्ष से जुड़ी तीन वेलफेयर सोसाइटी ने नगर निगम आयुक्त के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी है। सोसाइटी ने जिला अदालत में दायर याचिका में कहा है कि नगर निगम आयुक्त के कोर्ट का फैसला डिफेक्टिड है। उन्होंने यह फैसला संजौली मस्जिद कमेटी के नगर निगम को दिए हलफनामे के आधार पर दिया है। सोसाइटी ने जिला अदालत में दायर याचिका में कहा है कि मस्जिद कमेटी कोई रजिस्टर नहीं है, ऐसे में उनके अध्यक्ष मोहमद लतीफ द्वारा दिया गया हलफनामा गैर कानूनी है। जिला अदालत में याचिका दायर करने वाली मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी पोंटा साहिब के सदस्य नाजाक्त अली हाशमी ने बताया कि तीन अलग अलग कमेटी व सोसाइटी ने जिला अदालत में नगर निगम आयुक्त के फैसले को चुनौती दी है। आयुक्त कोर्ट के फैसले को बताया डिफेक्टिड उन्होंने दावा किया कि जिला अदालत में उनकी याचिका स्वीकार हो गई है और 6 नवंबर को मामला जिला अदालत में लिस्ट हुआ है। हाशमी ने बताया कि उन्होंने जिला अदालत में दायर याचिका में मांग की है कि नगर निगम आयुक्त ने मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहमद लतीफ के हलफनामे के आधार पर अपना फैसला सुनाया है। जो डिफेक्टिड है। मुस्लिम पक्ष ने दावा किया है कि मस्जिद कमेटी कोई रजिस्टर संस्था नहीं है। ऐसे में उनका हलफनामा गैर कानूनी है। इसलिए मुस्लिम पक्ष ने जिला अदालत में दायर याचिका में अपील की है कि मामले में मुस्लिम समुदाय की भावनाएं जुड़ी हुई है। ऐसे में उनका पक्ष भी सुना जाना चाइए। उन्होंने बताया कि जिला अदालत में याचिका दायर करने में मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी पोंटा साहिब , जामा मस्जिद मैनेजमेंट कमेटी बिलासपुर और अल हुदा एजुकेशनल सोसायटी दीनक मंडी शामिल है। जिन्होंने नगर निगम आयुक्त के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी है। 5 अक्टूबर को आया था नगर निगम आयुक्त कोर्ट का फैसला बता दें कि हिमाचल प्रदेश के शिमला के संजौली में स्थित मस्जिद निर्माण विवाद मामले में नगर निगम आयुक्त के कोर्ट ने 5 अक्टूबर को मस्जिद कमेटी व वक्फ बोर्ड के नगर निगम आयुक्त को दिए हलफनामे पर फैसला सुनाया। मस्जिद की ऊपरी तीन मंजिल गिराने के आदेश दिए थे। जिसके बाद मस्जिद कमेटी ने विवादित हिस्से को हटाने का कार्य शुरू कर दिया। मस्जिद का एटिक लगभग हटा भी दिया है। लेकिन अब मुस्लिम पक्ष ने मामले को जिला अदालत में चुनौती दी है। जिसके कारण मामले में नया पेंच फंस गया है। हाई कोर्ट ने 8 सप्ताह में मामले को निपटाने के लिए आदेश बता दें कि इस मामले में स्थानीय लोगों की याचिका पर एक आदेश पारित किया है। जिसमें हाईकोर्ट ने मामले को 8 सप्ताह के भीतर निपटाने के आदेश पारित किए हैं। वहीं इस मामले में बची हुई 2 मंजिलों को लेकर नगर निगम आयुक्त कोर्ट में अगली सुनवाई 21 दिसंबर को होनी है।
शिमला में अवैध कब्जे को लेकर नगर निगम की कार्रवाई:7 के सामान जब्त किए, अवैध रूप से बेच रहे थे
शिमला में अवैध कब्जे को लेकर नगर निगम की कार्रवाई:7 के सामान जब्त किए, अवैध रूप से बेच रहे थे शिमला नगर निगम की टीम ने रविवार को अवैध रूप से सामान बेचने वालों पर कार्रवाई की है। नगर निगम की टीम ने लोअर बाजार से 2 और लिफ्ट के पास से 5 लोगों का सामान जब्त किया है। यह सभी अवैध रूप से सामान बेचते हुए पाए गए। नगर निगम की रडार में आए लोगों मे 5 दुकानदार और 2 तह बाजारी शामिल हैं। यह सभी अवैध रूप से सामान बेच रहे थे। नगर निगम ने डीसी ऑफिस से लेकर लिफ्ट तक दो बार निरीक्षण किया। इस दौरान टीम को देखकर कई दुकानदार सामान को दुकान के अंदर ले जाने लगे और कई तह बाजारी सामान उठाकर भागने लगे। लेकिन निगम की टीम ने अवैध रूप से सामान बेच रहे ऐसे 7 लोगों को सामान जब्त किया। लोअर बाजार में हालात ऐसे हैं कि तह बाजारियों के साथ-साथ दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों से बाहर ही अवैध रूप से सामान बेचने के लिए लगा रहे हैं। जिस कारण आवाजाही करते समय लोगों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ती है। शहर के बाजार में सिर्फ वही तह बाजारी सामान बेच सकते हैं, जिनके पास लाइसेंस है। बावजूद इसके कई तह बाजारी बिना लाइसेंस के ही सामान बेचते हैं। लोअर बाजार में दुकानदार दुकानों के बाहर सामान सजा रहे हैं। जिस कारण लोगों को भी आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि नगर निगम द्वारा निरीक्षण के दौरान दुकानदारों को पहले सामान को दुकान के अंदर सजाने की हिदायत दी जा रही है। बावजूद इसके कई दुकानदार मनमर्जी कर रहे हैं। जिसको देखते हुए नगर निगम द्वारा दुकान से बाहर सामान सजाने पर दुकानदारों का सामान जब्त किया जा रहा है।
हिमाचल में आज से 4 दिनों तक मौसम साफ रहेगा:बर्फबारी में फिसलन से 4 सड़कें बंद, चांशल में फंसे 35 पर्यटकों को निकाला
हिमाचल में आज से 4 दिनों तक मौसम साफ रहेगा:बर्फबारी में फिसलन से 4 सड़कें बंद, चांशल में फंसे 35 पर्यटकों को निकाला हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति, कुल्लू और शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी के बाद लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है । बर्फबारी के बाद सड़क पर फिसलन बढ़ने से देर रात भयंकर जाम लग गया और सैकड़ों वाहन जगह जगह जाम में फंस गए। जिसके कारण पर्यटकों और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। ताजा बर्फबारी में बाद बीते 24 घंटों में अधिकतम तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक कि गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश में ऊना जिला में अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है।केलांग में सबसे कम न्यूनतम तापमान -2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। बर्फबारी के चलते मनाली से अटल टनल से केवल फॉर बाई फॉर वाहनों को ही लाहौल स्पीति की ओर भेजा गया और प्रशासन को भी वहां से पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए खूब मशक्कत करनी पड़ी। आज से खुल जाएगा मौसम मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आज से हिमाचल प्रदेश में मौसम खुलने के आसार है। आगामी 4 दिनों तक प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा। 11 जनवरी को एक बार फिर मौसम करवट ले सकता है। प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा प्रदेश में हुई ताजा बारिश बर्फबारी के बाद ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है आगामी कुछ दिनों तक तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट आने संभावना है। वहीं 7और 8 जनवरी को प्रदेश के मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। वहीं हिमाचल प्रदेश में ताजा बर्फबारी में बाद बीते 24 घाटों में अधिकतम तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक कि गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश में ऊना जिला में अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। वहीं न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है। प्रदेश में केलांग में सबसे कम न्यूनतम तापमान -2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। IMD का अनुमान है कि आगामी दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट आ सकती है। जिसके कारण प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है। रोहड़ू की चांशल वैली में फंसे 35 पर्यटक शिमला में सोमवार दोपहर बाद हुई बर्फबारी की वजह से दुर्गम क्षेत्र डोडरा क्वार की चांशल वैली में लरोट की तरफ घूमने गए पर्यटक फंस गए। जिसमें 7 वाहनों में करीब 35 लोग शामिल थे। जिन्हें पुलिस ने कई घंटों की मशक्कत के बाद करीब साढ़े 9 बजे सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। इसके अलावा देर रात शिमला के नारकंडा में बर्फबारी के चलते सड़क पर फिसलन बढ़ने के कारण ट्रैफिक को बाया सुन्नी डायवर्ट करना पड़ गया। पूरे शिमला जिले में आज भी NH- 5 समेत कुल 4 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही के लिए बन्द है। लाहौल स्पीति और कुल्लू के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हिमाचल प्रदेश के जनजातिय जिले लाहौल स्पीति में रुक रुक कर बर्फबारी का दौर रहा। सोमवार सुबह से ही देर रात तक रोहतांग, बारालाचा और कुंजम दरा समेत गोंदला और सिस्सू में भी रुक रुककर बर्फबारी हुई। जिसके कारण अटल टनल रोहतांग के साउथ पोर्टल के आसपास बर्फ में वाहन फंस गए। पुलिस ने रेस्क्यू कर वाहनों को आगे निकालने की कोशिश की। ताजा बर्फबारी के बाद हिमाचल प्रदेश में काफी ठंड बढ़ गई है। पानी तक जम रहा है जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है पर्यटकों और लोकल लोगों के लिए एडवाइजरी जारी बर्फबारी को देखते हुए सरकार ने लोकल नागरिकों समेत पर्यटकों को भी एडवाइजरी जारी की है। लोगो को अधिक ऊंचे क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है। क्योंकि सड़कों पर बर्फ जमने फिसलन काफी ज्यादा बढ़ गई है। इससे जगह-जगह गाड़ियां फिसल रही है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। किसान-बागवानों और पर्यटन कारोबारियों के चेहरों पर रौनक हिमाचल प्रदेश में ताजा बर्फबारी के बाद किसानों, बागवानों और पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल उठे है। प्रदेश में अच्छी फसल के लिए और पर्यटकों के लिए अच्छी बर्फबारी जरूरी है। ऐसे में ताजा बर्फबारी के बाद किसानों बागवानों के चेहरों पर रौनक देखने को मिल रही है।