हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला के कांगड़ा हवाई अड्डे ने यात्रियों की संख्या में नया रिकॉर्ड बनाया है। हवाई अड्डा प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार 2024 में कांगड़ा हवाई अड्डे ने 208275 यात्रियों की आवाजाही दर्ज की, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है। 2023 में यह संख्या 193114 थी, जबकि 2022 में 176015 यात्रियों की आवाजाही दर्ज की गई थी। 2021 में यह आंकड़ा 136353 था। मार्च 2025 तक कांगड़ा से जयपुर, देहरादून और नोएडा को जोड़ने वाली उड़ानें शुरू की जाएंगी। 2016 में हुई थी पहली बार बढ़ोत्तरी एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, 2016 में पहली बार 1 लाख यात्रियों की आवाजाही दर्ज की गई थी, जब कुल संख्या 106141 थी। हालांकि 2020 में यह संख्या घटकर 93,535 रह गई। कांगड़ा हवाई अड्डा को नग्गल हवाई अड्डे के नाम से भी जाना जाता है, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नग्गल गांव में स्थित है। यह हवाई अड्डा हिमालय की गोद में स्थित है। इसके रनवे के पूर्वी तरफ धौलाधार पर्वतमाला है, जो वर्षभर बर्फ से ढकी रहती है और यात्रियों को शानदार दृश्य प्रदान करती है। यात्रियों की संख्या में वृद्धि का श्रेय हवाई अड्डे द्वारा सेवा प्रदान किए जाने वाले अवकाश और तीर्थ स्थलों को दिया जा सकता है, जिनमें ज्वालामुखी मंदिर, चिंतपूर्णी, चामुंडा देवी, ब्रजेश्वरी देवी, कांगड़ा किला, धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम, बीड़-बिलिंग और मैक्लोडगंज में 14वें दलाई लामा का निवास शामिल हैं। एक ही शिफ्ट में संचालित होती है उड़ान 30 मार्च 2025 से हवाई अड्डे पर दूसरी शिफ्ट में भी काम शुरू हो जाएगा, जिससे सूरज निकलने से सूर्य अस्त तक उड़ानें संचालित की जा सकेंगी। फिलहाल, हवाई अड्डे पर दोपहर 2 बजे तक एक ही शिफ्ट में उड़ानें संचालित होती हैं। कांगड़ा एयरपोर्ट के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि 2025 के समर शेड्यूल में दिल्ली, शिमला और चंडीगढ़ के अलावा नोएडा, जयपुर और देहरादून को जोड़ने की कोशिश की जा रही है और इस पर एयरलाइंस के साथ चर्चा चल रही है। मार्च 2025 तक कांगड़ा से जयपुर, देहरादून और नोएडा को जोड़ने वाली उड़ानें शुरू की जाएंगी। इन सेवाओं से प्रदेश की हवाई कनेक्टिविटी को विस्तार मिलेगा और क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान में कांगड़ा एयरपोर्ट दिल्ली, चंडीगढ़ और शिमला से जुड़ा है। दो शिफ्ट में शुरु होंगी उड़ान धीरेंद्र सिंह ने बताया कि हवाई यात्रियों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए नई उड़ानें शुरू की जा रही हैं। इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट नोएडा से उड़ानों का परिचालन अप्रैल 2025 तक शुरू होने की संभावना है। कांगड़ा एयरपोर्ट पर वर्तमान में प्रतिदिन 6 उड़ानें संचालित होती हैं। 30 मार्च से एयरपोर्ट दो शिफ्टों में कार्य करेगा, जिससे सूर्योदय से सूर्यास्त तक उड़ानें सुचारू रूप से संचालित हो सकेंगी। तकनीकी अपग्रडेशन होगा गर्मियों के दौरान उड़ानों की संख्या बढ़कर 10 करने की योजना है। शाम के समय उड़ानों को संचालित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। इसके तहत कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने और तकनीकी अपग्रेडेशन पर काम किया जा रहा है।वर्तमान में गगल एयरपोर्ट से शिमला, दिल्ली और चंडीगढ़ के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं। 30 मार्च से शेड्यूल में बदलाव के बाद दिल्ली के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ेगी और देहरादून, नोएडा तथा जयपुर के लिए नई सीधी उड़ानें शुरू होंगी। हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला के कांगड़ा हवाई अड्डे ने यात्रियों की संख्या में नया रिकॉर्ड बनाया है। हवाई अड्डा प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार 2024 में कांगड़ा हवाई अड्डे ने 208275 यात्रियों की आवाजाही दर्ज की, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है। 2023 में यह संख्या 193114 थी, जबकि 2022 में 176015 यात्रियों की आवाजाही दर्ज की गई थी। 2021 में यह आंकड़ा 136353 था। मार्च 2025 तक कांगड़ा से जयपुर, देहरादून और नोएडा को जोड़ने वाली उड़ानें शुरू की जाएंगी। 2016 में हुई थी पहली बार बढ़ोत्तरी एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, 2016 में पहली बार 1 लाख यात्रियों की आवाजाही दर्ज की गई थी, जब कुल संख्या 106141 थी। हालांकि 2020 में यह संख्या घटकर 93,535 रह गई। कांगड़ा हवाई अड्डा को नग्गल हवाई अड्डे के नाम से भी जाना जाता है, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नग्गल गांव में स्थित है। यह हवाई अड्डा हिमालय की गोद में स्थित है। इसके रनवे के पूर्वी तरफ धौलाधार पर्वतमाला है, जो वर्षभर बर्फ से ढकी रहती है और यात्रियों को शानदार दृश्य प्रदान करती है। यात्रियों की संख्या में वृद्धि का श्रेय हवाई अड्डे द्वारा सेवा प्रदान किए जाने वाले अवकाश और तीर्थ स्थलों को दिया जा सकता है, जिनमें ज्वालामुखी मंदिर, चिंतपूर्णी, चामुंडा देवी, ब्रजेश्वरी देवी, कांगड़ा किला, धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम, बीड़-बिलिंग और मैक्लोडगंज में 14वें दलाई लामा का निवास शामिल हैं। एक ही शिफ्ट में संचालित होती है उड़ान 30 मार्च 2025 से हवाई अड्डे पर दूसरी शिफ्ट में भी काम शुरू हो जाएगा, जिससे सूरज निकलने से सूर्य अस्त तक उड़ानें संचालित की जा सकेंगी। फिलहाल, हवाई अड्डे पर दोपहर 2 बजे तक एक ही शिफ्ट में उड़ानें संचालित होती हैं। कांगड़ा एयरपोर्ट के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि 2025 के समर शेड्यूल में दिल्ली, शिमला और चंडीगढ़ के अलावा नोएडा, जयपुर और देहरादून को जोड़ने की कोशिश की जा रही है और इस पर एयरलाइंस के साथ चर्चा चल रही है। मार्च 2025 तक कांगड़ा से जयपुर, देहरादून और नोएडा को जोड़ने वाली उड़ानें शुरू की जाएंगी। इन सेवाओं से प्रदेश की हवाई कनेक्टिविटी को विस्तार मिलेगा और क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान में कांगड़ा एयरपोर्ट दिल्ली, चंडीगढ़ और शिमला से जुड़ा है। दो शिफ्ट में शुरु होंगी उड़ान धीरेंद्र सिंह ने बताया कि हवाई यात्रियों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए नई उड़ानें शुरू की जा रही हैं। इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट नोएडा से उड़ानों का परिचालन अप्रैल 2025 तक शुरू होने की संभावना है। कांगड़ा एयरपोर्ट पर वर्तमान में प्रतिदिन 6 उड़ानें संचालित होती हैं। 30 मार्च से एयरपोर्ट दो शिफ्टों में कार्य करेगा, जिससे सूर्योदय से सूर्यास्त तक उड़ानें सुचारू रूप से संचालित हो सकेंगी। तकनीकी अपग्रडेशन होगा गर्मियों के दौरान उड़ानों की संख्या बढ़कर 10 करने की योजना है। शाम के समय उड़ानों को संचालित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। इसके तहत कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने और तकनीकी अपग्रेडेशन पर काम किया जा रहा है।वर्तमान में गगल एयरपोर्ट से शिमला, दिल्ली और चंडीगढ़ के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं। 30 मार्च से शेड्यूल में बदलाव के बाद दिल्ली के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ेगी और देहरादून, नोएडा तथा जयपुर के लिए नई सीधी उड़ानें शुरू होंगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में 5 दिन बारिश के आसार:लोगों को गर्मी से मिलेगी राहत; मैदानी इलाकों में हीटवेव का येलो अलर्ट
हिमाचल में 5 दिन बारिश के आसार:लोगों को गर्मी से मिलेगी राहत; मैदानी इलाकों में हीटवेव का येलो अलर्ट हिमाचल के लोगों को जल्द भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे पहाड़ों पर अगले 5 दिन बारिश के आसार है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने कल से अगले चार दिन तक कुछेक स्थानों पर आंधी-तूफान का भी अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के अधिक ऊंचे व मध्यम उंचाई वाले कुछेक क्षेत्रों में आज भी बारिश हो सकती है। मगर मैदानी जिले ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिला के निचले इलाकों में आज भी हीटवेव चल सकती है। इन जिलों में आज हीटवेव को लेकर येलो अलर्ट दिया गया है। नेरी का पारा 43.9 डिग्री मैदानी इलाकों के लोग बीते 20 दिन से गर्मी से बेहाल है। हमीरपुर के नेरी का तापमान सर्वाधिक 43.9 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। ऊना का तापमान 43.6 डिग्री, बिलासपुर का 40.4 डिग्री, हमीरपुर 39.8 डिग्री, चंबा 38.8 डिग्री, धौलाकुंआ 39.8 डिग्री, बरठी 38.7 डिग्री, नाहन 37.7 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। प्रदेश के ज्यातार शहरों में नॉर्मल से अधिक प्रदेश के ज्यादातर शहरों का पारा नॉर्मल से 5 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा चल रहा है। नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 4.9 डिग्री का उछाल ऊना के तापमान में आया है। शिमला का पारा नॉर्मल से 2.3 डिग्री, सुंदनरगर 4.2 डिग्री, ऊना 4.9 डिग्री, नाहन 3.8 डिग्री, सोलन 1.9 डिग्री, बिलासपुर 3.1 डिग्री और हमीरपुर में सामान्य से 3.5 डिग्री तापमान अधिक चल रहा है।
मंडी में बेकाबू होकर ब्यास नदी में गिर कार:मां की मौत; बाप-बेटी समेत 3 घायल; राहगीरों ने पहुंचाया अस्पताल
मंडी में बेकाबू होकर ब्यास नदी में गिर कार:मां की मौत; बाप-बेटी समेत 3 घायल; राहगीरों ने पहुंचाया अस्पताल मंडी जिले के कुकलाह के पास बगलामुखी कार बेकाबू होकर ब्यास नदी में गिर गई। हादसा में मां की मौत हो गई है। जबकि बाप-बेटी समेत 3 लोग घायल हैं। घायलों को उपचार के लिए जोनल अस्पताल मंडी में भर्ती कराया गया है। मृतक महिला की पहचान 68 वर्षीय मथरा देवी के मौर पर हुई। जबकि घायलों में 42 वर्षीय डोला राम, 39 वर्षीय निर्मला देवी और 16 वर्षीय वैशाली का नाम शामिल हैं। इनमें तीन लोग एक ही परिवार के हैं। बांदल गांव निवासी दामोदर दास ने बताया कि उनकी बहन मथरा देवी शनिवार शाम अपने पति डोला राम, बेटी वैशाली के साथ उनके घर मेहमान बनकर आई थीं। रविवार सुबह वे वापस अपने घर पंडोह जा रहे थे, जब यह हादसा हुआ। अनियंत्रित होकर ब्यास नदी में गिर कार दामोदर दास के मुताबिक, कुकलाह के समीप कार अनियंत्रित होकर ब्यास नदी में गिर गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और राहगीरों लोगों की मदद से घायलों को 108 एम्बुलेंस के माध्यम से मंडी अस्पताल पहुंचाया। मामले की जांच कर रही पुलिस एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि हादसे में एक महिला की मौत हो गई है, जबकि अन्य सभी घायलों का उपचार जोनल अस्पताल मंडी में चला है। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
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