कांग्रेस पर भड़के पूर्व मंत्री कै.अजय यादव:बोले-ऐसी चेयरमैनी किस काम की, जो अपनी टिकट ही नही बचा सके; हुड्‌डा ने कराई गड़बड़ी

कांग्रेस पर भड़के पूर्व मंत्री कै.अजय यादव:बोले-ऐसी चेयरमैनी किस काम की, जो अपनी टिकट ही नही बचा सके; हुड्‌डा ने कराई गड़बड़ी

हरियाणा में किरण चौधरी और कुमारी सैलजा के बाद अब पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अजय यादव ने कहा कि किरण चौधरी टिकट कटने से नाखुश थी और मुझे खुद मेरी टिकट कटने का झटका लगा था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान एक कमेटी बनाकर टिकट वितरण में गड़बड़ी को लेकर जांच करे। कैप्टन ने कहा की मुझे कांग्रेस में ओबीसी मोर्चे के राष्ट्रीय चेयरमैन जरूर बनाया, लेकिन ऐसी चेयरमैनी किस काम की, जो अपनी टिकट ही नही बचा पाया। मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की टिकट काट दी गई, पार्टी में क्या मैसेज गया, सबको पता है। सोनीपत में कितने से जीते, सबको पता है
पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय यादव ने गुरुग्राम में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हुड्डा गुरुग्राम की तरह सोनीपत में भी बाहरी उम्मीदवार लाए थे और कांग्रेस उम्मीदवार कितनी वोट से जीते, यह सबके सामने है। कांग्रेस ने सर्वे के आधार पर टिकट का वितरण किया होता तो आज 10 की 10 सीटों पर कांग्रेस का परचम लहराता। इन तीनों ने की गड़बड़ी
उन्होंने बताया की भूपेंद्र सिंह हुड्डा के इशारों पर टिकट का वितरण किया गया। कांग्रेस ने 2019 के विधान सभा चुनावों में भी टिकट सही से नहीं बांटी थी। 2004 के राज्यसभा के चुनाव में इंक किसने बदली थी, इसका जवाब देना चाहिए। वहीं कैप्टन ने कहा कि वे कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के बयान से 100 प्रतिशत सहमत हैं। सच्चाई कहना गुनाह नही है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा, उदयभान और प्रभारी दीपक बाबरिया, तीनों ने मिलकर टिकट वितरण जो किया, उसकी कमेटी बना कर जांच की जानी चाहिए। कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस आलाकमान पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस ओबीसी माइनरिटी की बात की जा रही थी, उसको कितना टिकट दिया गया, उसका आंकड़ा भी सबके सामने है। यही वजह रही की कांग्रेस की 100 सीटें आई और हरियाणा में कांग्रेस को केवल 5 सीट ही मिली। ये उनका आखिरी चुनाव था
कैप्टन ने कहा की मुझे ओबीसी मोर्चे के राष्ट्रीय चेयरमैन बनाया। उन्होंने कहा कि यह मेरा आखिरी चुनाव था, लेकिन मेरी ही टिकट काट दी गयी। जबकि सर्वे में मै सबसे ऊपर था। सिर्फ ओबीसी की नही, यह माइनॉरिटी की, SC का चेयरमैन हो या फिर ट्राइबल हो, कांग्रेस इनकी वोट तो लेना चाहती है, लेकिन जो हिस्सेदारी बनती है वो नही देना चाहती। पूर्व मंत्री ने कहा कि यह उनका आकलन नही बल्कि नतीजे बताने में लगे हैं। यूपी, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान व तेलंगाना में कांग्रेस के क्या हालत रहे, इस पर चिंतन मंथन करने की जरूरत है। हरियाणा में किरण चौधरी और कुमारी सैलजा के बाद अब पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अजय यादव ने कहा कि किरण चौधरी टिकट कटने से नाखुश थी और मुझे खुद मेरी टिकट कटने का झटका लगा था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान एक कमेटी बनाकर टिकट वितरण में गड़बड़ी को लेकर जांच करे। कैप्टन ने कहा की मुझे कांग्रेस में ओबीसी मोर्चे के राष्ट्रीय चेयरमैन जरूर बनाया, लेकिन ऐसी चेयरमैनी किस काम की, जो अपनी टिकट ही नही बचा पाया। मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की टिकट काट दी गई, पार्टी में क्या मैसेज गया, सबको पता है। सोनीपत में कितने से जीते, सबको पता है
पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय यादव ने गुरुग्राम में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हुड्डा गुरुग्राम की तरह सोनीपत में भी बाहरी उम्मीदवार लाए थे और कांग्रेस उम्मीदवार कितनी वोट से जीते, यह सबके सामने है। कांग्रेस ने सर्वे के आधार पर टिकट का वितरण किया होता तो आज 10 की 10 सीटों पर कांग्रेस का परचम लहराता। इन तीनों ने की गड़बड़ी
उन्होंने बताया की भूपेंद्र सिंह हुड्डा के इशारों पर टिकट का वितरण किया गया। कांग्रेस ने 2019 के विधान सभा चुनावों में भी टिकट सही से नहीं बांटी थी। 2004 के राज्यसभा के चुनाव में इंक किसने बदली थी, इसका जवाब देना चाहिए। वहीं कैप्टन ने कहा कि वे कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के बयान से 100 प्रतिशत सहमत हैं। सच्चाई कहना गुनाह नही है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा, उदयभान और प्रभारी दीपक बाबरिया, तीनों ने मिलकर टिकट वितरण जो किया, उसकी कमेटी बना कर जांच की जानी चाहिए। कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस आलाकमान पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस ओबीसी माइनरिटी की बात की जा रही थी, उसको कितना टिकट दिया गया, उसका आंकड़ा भी सबके सामने है। यही वजह रही की कांग्रेस की 100 सीटें आई और हरियाणा में कांग्रेस को केवल 5 सीट ही मिली। ये उनका आखिरी चुनाव था
कैप्टन ने कहा की मुझे ओबीसी मोर्चे के राष्ट्रीय चेयरमैन बनाया। उन्होंने कहा कि यह मेरा आखिरी चुनाव था, लेकिन मेरी ही टिकट काट दी गयी। जबकि सर्वे में मै सबसे ऊपर था। सिर्फ ओबीसी की नही, यह माइनॉरिटी की, SC का चेयरमैन हो या फिर ट्राइबल हो, कांग्रेस इनकी वोट तो लेना चाहती है, लेकिन जो हिस्सेदारी बनती है वो नही देना चाहती। पूर्व मंत्री ने कहा कि यह उनका आकलन नही बल्कि नतीजे बताने में लगे हैं। यूपी, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान व तेलंगाना में कांग्रेस के क्या हालत रहे, इस पर चिंतन मंथन करने की जरूरत है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर