हरियाणा विधानसभा में हार के बाद कांग्रेस की आंतरिक फूट और गुटबाजी की परते धीरे-धीरे खुलने लगी है। घरौंडा से कांग्रेस के प्रत्याशी वीरेंद्र राठौर ने अपनी हार का ठीकरा ईवीएम काउंटिंग में धांधली और कांग्रेस के ही तीन नेताओं पर फोड़ा है। राठौर ने यहां तक कह दिया कि पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान, कांग्रेस नेता भूप्पी लाठर और कांग्रेस नेता रघबीर संधू ने भाजपा का साथ दिया और घरौंडा में कांग्रेस को हराने की साजिश रची। अब कांग्रेस में न तो नरेंद्र सांगवान, न ही भूप्पी लाठर और न ही रघबीर संधू रहेंगे। अगर ये तीनों कांग्रेस में रहते है तो वीरेंद्र सिंह राठौर कांग्रेस में नहीं रहेगा, कांग्रेस को छोड़ देगा। सड़कों पर करेंगे लड़ने का काम गुरूवार को बसताड़ा के नजदीक अपने फार्म हाउस पर वीरेंद्र राठौर ने प्रेसवार्ता की। जिसमें उन्होंने सबसे पहले कार्यकर्ताओं की मेहनत को सराहा और हरियाणा व घरौंडा में भाजपा की जीत पर बधाई बीजेपी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि यहां पर हम थोड़ी सी वोटो से हार गए है। हम विधानसभा में नहीं बैठ पाए, लेकिन सड़कों पर लोगों की लड़ाई लड़ने का काम किया जाएगा। काउंटिंग के दौरान धांधली के आरोप राठौर ने काउंटिंग में धांधली के आरोप लगाए है। राठौर का कहना है कि काउंटिंग की प्रक्रिया फेयर तरीके से नहीं हुई। काउंटिंग से एक दिन पहले रिटर्निंग अधिकारी को तीन दरखास्त दी गई थी। जिसमें पहली यह थी कि कैंडिडेट के मोबाइल फोन को अलाउड किए जाए। हालांकि रिटर्निंग अधिकारी ने काउंटिंग सेंटर पर कम्यूनिकेशन रूम बनाने की बात कही थी, लेकिन अगले दिन हमारे मोबाइल को गेट के पास ही जब्त कर लिया गया, जबकि रिटर्निंग अधिकारी मोबाइल फोन लेकर काउंटिंग हाल में बैठे रहे और मोबाइल का इस्तेमाल करते रहे, जो कि गैर कानूनी है। जब पूछा गया तो पता चला कि डीसी ने अलाउड किया हुआ है। डीसी को अथोरिटी ही नहीं है कि वह फोन अलाउड कर दे। फॉर्म 17 का नंबर नहीं हुआ मैच दूसरा, जब तक एक राउंड का रिजल्ट डिक्लेयर होकर पब्लिश न हो जाए, तब तक दूसरे राउंड के लिए मशीने स्ट्रांग रूम से न निकाली जाए। उसके बावजूद भी तीन-तीन चार-चार राउंड के लिए मशीने एडवांस में रख ली। कई मशीनों का सीरियल नंबर और फॉर्म 17 का नंबर मैच नहीं हो रहा था। इसकी शिकायत रिटर्निंग अधिकारी को दी गई और निवेदन किया गया कि उन बूथों की गिनती को रोका जाए। लेकिन हमारी अपील को रिजेक्ट कर दिया। चुनाव में धांधली को रोकने के लिए फॉर्म-17सी ईशू किया जाता है। ईवीएम की बैटरी पर सवाल राठौर ने ईवीएम की बैटरी को भी लेकर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि जब सुबह छह बजे मॉक पोल शुरू हुआ और शाम तक वोटिंग होने के बावजूद भी ईवीएम में बैटरी 99 प्रतिशत रही। ऐसा कैसे संभव हो सकता है। 99 प्रतिशत बैटरी कब जरूरत होती है, वह तब होती है जब आपने किसी डाटा को रेडियो फ्रिकवेंसी से चेंज करना हो। उसके लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं होती। बैटरी से मशीन को मैनेज किया जा सकता है। हरियाणा विधानसभा में हार के बाद कांग्रेस की आंतरिक फूट और गुटबाजी की परते धीरे-धीरे खुलने लगी है। घरौंडा से कांग्रेस के प्रत्याशी वीरेंद्र राठौर ने अपनी हार का ठीकरा ईवीएम काउंटिंग में धांधली और कांग्रेस के ही तीन नेताओं पर फोड़ा है। राठौर ने यहां तक कह दिया कि पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान, कांग्रेस नेता भूप्पी लाठर और कांग्रेस नेता रघबीर संधू ने भाजपा का साथ दिया और घरौंडा में कांग्रेस को हराने की साजिश रची। अब कांग्रेस में न तो नरेंद्र सांगवान, न ही भूप्पी लाठर और न ही रघबीर संधू रहेंगे। अगर ये तीनों कांग्रेस में रहते है तो वीरेंद्र सिंह राठौर कांग्रेस में नहीं रहेगा, कांग्रेस को छोड़ देगा। सड़कों पर करेंगे लड़ने का काम गुरूवार को बसताड़ा के नजदीक अपने फार्म हाउस पर वीरेंद्र राठौर ने प्रेसवार्ता की। जिसमें उन्होंने सबसे पहले कार्यकर्ताओं की मेहनत को सराहा और हरियाणा व घरौंडा में भाजपा की जीत पर बधाई बीजेपी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि यहां पर हम थोड़ी सी वोटो से हार गए है। हम विधानसभा में नहीं बैठ पाए, लेकिन सड़कों पर लोगों की लड़ाई लड़ने का काम किया जाएगा। काउंटिंग के दौरान धांधली के आरोप राठौर ने काउंटिंग में धांधली के आरोप लगाए है। राठौर का कहना है कि काउंटिंग की प्रक्रिया फेयर तरीके से नहीं हुई। काउंटिंग से एक दिन पहले रिटर्निंग अधिकारी को तीन दरखास्त दी गई थी। जिसमें पहली यह थी कि कैंडिडेट के मोबाइल फोन को अलाउड किए जाए। हालांकि रिटर्निंग अधिकारी ने काउंटिंग सेंटर पर कम्यूनिकेशन रूम बनाने की बात कही थी, लेकिन अगले दिन हमारे मोबाइल को गेट के पास ही जब्त कर लिया गया, जबकि रिटर्निंग अधिकारी मोबाइल फोन लेकर काउंटिंग हाल में बैठे रहे और मोबाइल का इस्तेमाल करते रहे, जो कि गैर कानूनी है। जब पूछा गया तो पता चला कि डीसी ने अलाउड किया हुआ है। डीसी को अथोरिटी ही नहीं है कि वह फोन अलाउड कर दे। फॉर्म 17 का नंबर नहीं हुआ मैच दूसरा, जब तक एक राउंड का रिजल्ट डिक्लेयर होकर पब्लिश न हो जाए, तब तक दूसरे राउंड के लिए मशीने स्ट्रांग रूम से न निकाली जाए। उसके बावजूद भी तीन-तीन चार-चार राउंड के लिए मशीने एडवांस में रख ली। कई मशीनों का सीरियल नंबर और फॉर्म 17 का नंबर मैच नहीं हो रहा था। इसकी शिकायत रिटर्निंग अधिकारी को दी गई और निवेदन किया गया कि उन बूथों की गिनती को रोका जाए। लेकिन हमारी अपील को रिजेक्ट कर दिया। चुनाव में धांधली को रोकने के लिए फॉर्म-17सी ईशू किया जाता है। ईवीएम की बैटरी पर सवाल राठौर ने ईवीएम की बैटरी को भी लेकर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि जब सुबह छह बजे मॉक पोल शुरू हुआ और शाम तक वोटिंग होने के बावजूद भी ईवीएम में बैटरी 99 प्रतिशत रही। ऐसा कैसे संभव हो सकता है। 99 प्रतिशत बैटरी कब जरूरत होती है, वह तब होती है जब आपने किसी डाटा को रेडियो फ्रिकवेंसी से चेंज करना हो। उसके लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं होती। बैटरी से मशीन को मैनेज किया जा सकता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में गंगाजल देख नायब तहसीलदार ने दी रजिस्ट्री:डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांगी; सीधे शिकायत की तो बोला- मैं कसम खाता हूं
हरियाणा में गंगाजल देख नायब तहसीलदार ने दी रजिस्ट्री:डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांगी; सीधे शिकायत की तो बोला- मैं कसम खाता हूं हरियाणा के सिरसा में जमीन की रजिस्ट्री के लिए डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांग रहा नायब तहसीलदार गंगाजल सामने देखकर डर गया। जमीन के मालिक के सामने अधिकारी रिश्वत मांगने की बात से मुकर रहा था, इसलिए व्यक्ति ने अधिकारी की टेबल पर गंगाजल लाकर रख दिया और कसम खाने के लिए कहा। इसके बाद अधिकारी ने तुरंत व्यक्ति को जमीन की रजिस्ट्री निकालकर दे दी। यह मामला सिरसा के डबवाली एरिया का है। पीड़ित का आरोप है कि उससे रिश्वत मांगी जा रही थी। जबकि, आरोपी का कहना है कि उसने कोई रिश्वत नहीं मांगी। डीड राइटर ने नायब तहसीलदार के नाम पर मांगी रिश्वत
डबवाली निवासी दर्शन मोंगा ने बताया है कि वह सब्जी बेचते हैं। उनके आवासीय प्लॉट की रजिस्ट्री 7 जून को हुई। वह रजिस्ट्री की कॉपी पाने के लिए तहसील के चक्कर काट रहे थे। जब वह जमीन के डीड राइटर के पास गए तो उसने कहा कि साहब को 10 हजार रुपए देने पड़ेंगे। इसके बाद ही रजिस्ट्री मिलेगी। साहब ने रजिस्ट्री अपने पास रख ली है। इसके बाद दर्शन नायब तहसीलदार रणबीर सिंह के पास पहुंच गए। उन्होंने तहसीलदार से कहा कि वह रजिस्ट्री के लिए 10 हजार रुपए नहीं देंगे। इस पर नायब तहसीलदार ने कहा कि वह रिश्वत नहीं मांग रहे। यह भी कहा कि उन्होंने किसी से सुविधा शुल्क नहीं मांगा। वह गंगाजल की कसम खा सकते हैं। गंगाजल देखकर अधिकारी ने कर दिया काम
जब उनसे कहा गया कि जब रिश्वत नहीं मांगी तो रजिस्ट्री दे दें। इस पर अधिकारी आनाकानी कर रहा था। इसके बाद 19 जून को दर्शन गंगाजल लेकर तहसील कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने गंगाजल नायब तहसीलदार की टेबल पर रख दिया और कसम खाने को कहा। इससे नायब तहसीलदार के होश उड़ गए। उन्होंने संबंधित डीड राइटर और प्रॉपर्टी डीलर को बुलाया। नायब तहसीलदार की बुलाने पर सामने आए प्रॉपर्टी डीलर ने कहा कि डीड राइटर ने कहा था कि साहब 10 हजार रुपए मांगते हैं। वहीं, डीड राइटर ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद नायब तहसीलदार ने गंगाजल से कसम नहीं खाई, लेकिन प्लॉट की रजिस्ट्री दे दी। SDM बोले- मामले को देखा जाएगा
इस प्रकरण पर डबवाली के SDM अभय सिंह जांगड़ा ने कहा कि डीड रायटर के पास जाने की कोई जरूरत नहीं थी। ऑनलाइन आवेदन भरकर रजिस्ट्री करवाई जा सकती है। मैं इस व्यवस्था को दोबारा चेक करवा रहा हूं। मामला क्या है, इसे भी देखता हूं। वहीं, नायब तहसीलदार रणबीर सिंह ने कहा कि मैंने किसी से सुविधा शुल्क नहीं मांगा। मैं तो खुद कहता हूं कि दलालों से बचकर रहो। जो व्यक्ति काम करवाने आता है, उसका काम बिना रुकावट किया जाता है। रजिस्ट्री कराने में किसी तरह की कोई परेशानी या देरी नहीं हो रही।
हरियाणा में BJP की 23 टिकट फाइनल:CM सैनी की सीट बदलेगी, 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटेंगे, दो राज्यमंत्री भी खतरे में
हरियाणा में BJP की 23 टिकट फाइनल:CM सैनी की सीट बदलेगी, 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटेंगे, दो राज्यमंत्री भी खतरे में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने 90 में से 23 सीटों पर टिकट फाइनल कर दिए हैं। CM नायब सिंह सैनी इस बार करनाल की जगह कुरूक्षेत्र जिले की लाडवा सीट से लड़ेंगे। हिसार सिटी सीट पर BJP चौंकाने जा रही है। यहां कुरूक्षेत्र के लोकसभा सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल चुनाव मैदान में उतरेंगी। यहां डॉ. कमल गुप्ता का टिकट कटेगा। अंबाला कैंट से अनिल विज ही उम्मीदवार होंगे। नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल 4 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट भी पक्के हो गए हैं जबकि 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटने जा रहे हैं। इसी तरह 7 राज्यमंत्रियों में से 5 को पार्टी दोबारा टिकट देगी और 2 राज्यमंत्रियों के टिकट खतरे में हैं। वहीं भाजपा की तरफ से अभी टिकटों को लेकर औपचारिक ऐलान होना बाकी है। इन 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटेंगे
नायब सैनी के 4 कैबिनेट मंत्रियों कंवरपाल गुर्जर, मूलचंद शर्मा, जेपी दलाल और डॉ. बनवारी लाल को टिकट मिलना फाइनल है। प्रदेश चुनाव समिति की मीटिंग में इनके नाम पर मुहर लग गई है। सैनी के जिन 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटेंगे उनमें बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता शामिल है। 2019 के चुनाव में रणजीत सिंह चौटाला सिरसा जिले की रानियां सीट से निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में जीते थे और लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। इसी तरह कमल गुप्ता 2019 में हिसार सिटी से विधायक बने थे। 7 राज्यमंत्रियों में से 2 के टिकट खतरे में
सैनी कैबिनेट में 7 राज्यमंत्री हैं। इनमें से 5 राज्यमंत्रियों महिपाल ढांडा, अभय सिंह यादव, सुभाष सुधा, बिशंभर बाल्मीकी और संजय सिंह के नाम टिकट के लिए क्लियर हो गए हैं। इनके नाम पर प्रदेश चुनाव समिति मुहर लगा चुकी है। जिन दो राज्यमंत्री के टिकट पर संकट मंडरा रहा है उनमें बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा और अंबाला सिटी के विधायक असीम गोयल शामिल हैं। चौटाला की सीट हलोपा को दी
भाजपा सिरसा जिले की रानियां सीट NDA में शामिल गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) को दे सकती है। गोपाल कांडा यहां से अपने भाई गोबिंद कांडा के बेटे धवल कांडा को कैंडिडेट घोषित कर चुके हैं। रणजीत सिंह चौटाला 2019 में रानियां सीट से ही जीते थे। भाजपा ने उन्हें लोकसभा चुनाव में हिसार से उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह हार गए। अब रणजीत चौटाला दोबारा रानियां सीट पर दावा जता रहे हैं मगर भाजपा उन्हें यहां से टिकट देगी, इसकी संभावना बहुत कम है। पहली लिस्ट एक-दो दिन में
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर BJP अपनी पहली लिस्ट 27 या 28 अगस्त तक जारी कर सकती है। जम्मू-कश्मीर के टिकट तय होने के बाद पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग 27 अगस्त को बुलाई गई है। इसकी अध्यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। BJP में हरियाणा इकाई की स्टेट लेवल पर अब तक स्टेट इलेक्शन कमेटी (SEC) की 2 मीटिंग हो चुकी है। इसके अलावा बड़े नेताओं की एक मीटिंग अलग से भी हो चुकी है। स्टेट इकाई पहली लिस्ट के लिए नाम फाइनल करके दिल्ली भेज चुकी है। 3 लिस्ट में आ सकते हैं भाजपा के 90 नाम
भाजपा हरियाणा की सभी 90 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा एक साथ नहीं करेगी। पार्टी इसके लिए दो से तीन लिस्ट निकालेगी। पहली लिस्ट में उन सीटों पर कैंडिडेट उतारे जाएंगे जहां कोई विवाद नहीं है। दूसरी लिस्ट में वह सीटें रखी जाएंगी जहां किसी के नाम पर विवाद हो सकता है या जहां 2 से ज्यादा दावेदार हैं। जो सीटें बचेंगी, उनके नाम तीसरी लिस्ट में आने के चांस हैं। 5 सितंबर से नामांकन प्रक्रिया
हरियाणा में 1 अक्टूबर को वोटिंग होनी हैं। 5 सितंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी और 12 सितंबर को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि हैं। यानी अगले 10 दिनों के अंदर दोनों ही प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के ज्यादातर उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी। 13 सितंबर को नामांकन की जांच होगी और 16 सितंबर नाम वापस लेने की अंतिम तिथि है।
हरियाणा के इंस्टीट्यूट से मिलीं इंजीनियरिंग-BSC की फर्जी डिग्रियां:CM फ्लाइंग की रेड; छत्तीसगढ़-UP बोर्ड की फर्जी मोहर-डिग्री छापने का सामान भी बरामद
हरियाणा के इंस्टीट्यूट से मिलीं इंजीनियरिंग-BSC की फर्जी डिग्रियां:CM फ्लाइंग की रेड; छत्तीसगढ़-UP बोर्ड की फर्जी मोहर-डिग्री छापने का सामान भी बरामद हरियाणा में CM फ्लाइंग टीम ने सिरसा के एक इंस्टीट्यूट में रेड कर कई यूनिवर्सिटीज की फर्जी डिग्रियां और सर्टिफिकेट बरामद किए हैं। जिनमें BSC एग्रीकल्चर और इंजीनियरिंग की डिग्रियों के अलावा 10वीं व 12वीं के सर्टिफिकेट शामिल हैं। इसके अलावा यहां से फर्जी मुहरें, डॉक्यूमेंट्स, फार्म और फर्जी डिग्रियां छापने का सामान भी मिला है। इंस्टीट्यूट में मिली मोहरें छत्तीसगढ़ शिक्षा बोर्ड और उत्तर प्रदेश की कई यूनिवर्सिटीज के अलावा ओपन स्कूलों की हैं। जिन्हें टीम ने कब्जे में ले लिया। इस बरामदगी के बाद टीम ने सालासर मंदिर के सामने द्वारिका पुरी स्थित साईं इंस्टीट्यूट को सील कर दिया। यहां लगे कैमरों को भी टीम ने जांच के बाद कब्जे में ले लिया। यह इंस्टीट्यूट सीताराम नामक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है। शुरूआती जांच में शक जताया जा रहा है कि इस इंस्टीट्यूट की आड़ में फर्जी डिग्रियां बनाकर बेची जा रहीं थी। DC को मिली थी शिकायत, सीक्रेट टीम बनाई
सिरसा के साईं इंस्टीट्यूट में फर्जीवाड़े की शिकायत डीसी को मिली थी। जिसके बाद डीसी ने रेड के लिए टीम बनाई। जिसमें शामिल ड्यूटी मजिस्ट्रेट और टीम के दूसरे मेंबरों को अंत तक यह नहीं बताया गया कि उन्हें रेड कहां करनी है। जब वे डीसी के पास पहुंचे तो ही उन्हें साईं इंस्टीट्यूट में जाने को कहा गया। रजिस्ट्रेशन इंस्टीट्यूट का, सिर्फ 4 छात्राएं पढ़तीं मिलीं
जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि इस संस्थान का रजिस्ट्रेशन इंस्टीट्यूट के नाम पर कराया गया है। हालांकि जब टीम पहुंची तो वहां सिर्फ 4 ही छात्राएं ही मौजूद थीं। इसके अलावा न तो कोई स्टाफ था और न ही कोई स्टूडेंट्स। ऐसे में प्रशासन को शक है कि यह इंस्टीट्यूट सिर्फ फर्जी डिग्रियां बनाकर बेचने के लिए खोला गया था। इंस्टीट्यूट में सभी चीजें आपत्तिजनक मिली: ड्यूटी मजिस्ट्रेट
रेड करने पहुंचे सरकारी गर्ल्स कॉलेज रानियां के प्रिंसिपल बीएस भोला ने कहा कि उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। मुझे डीसी ऑफिस से फोन आया था कि किसी ड्यूटी के लिए जाना है। जब मैं वहां पहुंचा तो पता चला कि मेरी सीएम फ्लाइंग के साथ ड्यूटी है। इस संस्थान में आए तो हमें सिर्फ 4 लड़कियां मिलीं। यहां रिकॉर्ड जांचने पर हमें कई यूनिवर्सिटी और बोर्ड की डीएमसी मिली हैं। कई मुहरें और सिग्नेचर स्टैंप मिलीं हैं, जिनका इस्तेमाल इन डीएमसी पर होता था। इस पूरे रिकॉर्ड को देखने से लगता है कि यहां कुछ गड़बड़ी चल रही थी। पूरी सच्चाई जांच के बाद सामने आएगी। फिलहाल ये शक के दायरे में हैं। इंस्टीट्यूट चलाने वाले सीताराम हमें नहीं मिली। रिकॉर्ड जब्त कर लिस्टिंग कर ली है। इस मामले में सीताराम को जांच के लिए बुलाया जाएगा। उनका जो जवाब होगा, उसके बाद पूरे मामले का खुलासा होगा। *********** रेड़ से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… हिसार में CM फ्लाइंग रेड में 13 कर्मी गैरहाजिर मिले हरियाणा के हिसार में गुरुवार को सीएम फ्लाइंग ने जिला परिषद कार्यालय में रेड की। टीम की छानबीन में 13 कर्मचारी गैर हाजिर मिले। वही टीम ने पंचायती राज और जिला परिषद में बीते वर्षों किए गए विकास कार्यों को लेकर रिकॉर्ड खंगाला। CM फ्लाइंग की टीम से इंचार्ज SI चंद्रभान और ASI सुरेंद्र सिंह मौके पर मौजूद रहे (पढ़ें पूरी खबर…) नारनौल डीटीपी ऑफिस में सीएम फ्लाइंग की रेड, 15 कर्मचारी में मिले गैरहाजिर नारनौल में गुरूवार सुबह CM फ्लाइंग ने सुबह 9.10 बजे जिला नगर योजनकार (DTP) ऑफिस में रेड कर दी। जिस वक्त टीम वहां पहुंची, वहां सिर्फ एक दर्जा चार कर्मचारी मौजूद थे। चेकिंग के दौरान 14 कर्मचारी गैरहाजिर मिले। रेड के बाद भी सिर्फ 4 ही कर्मचारी ऑफिस पहुंचे। गैरहाजिर महिला कर्मचारी ने कहा कि ठंड बहुत थी, इसलिए लेट हो गई। अब इनके खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई के लिए भेजी जा रही है (पढ़ें पूरी खबर…)