<p>कानपुर में 9 महिलाओं के लिए नवरात्रि बेहद खास रहा. लंबे समय से शस्त्र लाइसेंस का इंतजार कर रहीं इन महिलाओं को जब जिलाधिकारी (DM) ने खुद अपने हाथों से लाइसेंस सौंपा, तो उनके चेहरे ख़ुशी से खिल उठे. इस मौके पर डीएम विशाख जी. अय्यर ने सभी महिलाओं को ‘देवी’ कहकर संबोधित किया और उन्हें सशक्तिकरण का प्रतीक बताया.</p>
<p>डीएम ने कहा कि नारी शक्ति आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है. कानून व्यवस्था से लेकर आत्मरक्षा तक के लिए महिलाओं का सशक्त होना जरूरी है. जिन महिलाओं ने कानून के दायरे में रहकर हथियार रखने की अनुमति मांगी है, उन्हें उसका अधिकार मिलना चाहिए. डीएम ने यह भी कहा कि शस्त्र लाइसेंस कोई अधिकार नहीं बल्कि जिम्मेदारी भी है, इसलिए जिन महिलाओं को लाइसेंस दिया गया है, उन्हें इसका जिम्मेदारी से पालन करना होगा.</p>
<p><strong>सशक्त नारी, सुरक्षित समाज</strong><br />कार्यक्रम के दौरान डीएम ने महिलाओं से बातचीत की और उनकी परेशानियां भी सुनीं. उन्होंने कहा कि सरकार महिला सुरक्षा और सम्मान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. प्रदेश में बेटियों को हर स्तर पर आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाएं चल रही हैं. महिला हेल्पलाइन, शक्ति मिशन और मिशन शक्ति जैसी योजनाएं इसी दिशा में काम कर रही हैं.</p>
<p>कानपुर में इन महिलाओं ने आत्मरक्षा, व्यापार और पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते शस्त्र लाइसेंस की मांग की थी, जो काफी समय से लंबित थी. डीएम ने न सिर्फ इन फाइलों को प्राथमिकता पर निपटाया, बल्कि खुद उन्हें बुलाकर सम्मानपूर्वक लाइसेंस सौंपे.</p>
<p><strong>देश में बढ़ रही महिला शस्त्रधारकों की संख्या</strong><br />बीते कुछ वर्षों में महिलाओं में शस्त्र लाइसेंस के प्रति जागरूकता बढ़ी है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में हजारों महिलाओं को आत्मरक्षा और व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए हैं. उत्तर प्रदेश इस मामले में अग्रणी राज्यों में से एक है.</p>
<p>कानपुर की इन 9 महिलाओं को दिए गए शस्त्र लाइसेंस इस बात का उदाहरण हैं कि महिलाएं अब सिर्फ घर तक सीमित नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा का जिम्मा खुद उठाने को तैयार हैं. यह कदम महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ावा देने वाला है.</p>
<p>डीएम ने अंत में कहा कि अगर महिलाएं मजबूत होंगी तो समाज और राष्ट्र भी मजबूत होगा. उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रशासन हमेशा महिलाओं के साथ खड़ा है.</p> <p>कानपुर में 9 महिलाओं के लिए नवरात्रि बेहद खास रहा. लंबे समय से शस्त्र लाइसेंस का इंतजार कर रहीं इन महिलाओं को जब जिलाधिकारी (DM) ने खुद अपने हाथों से लाइसेंस सौंपा, तो उनके चेहरे ख़ुशी से खिल उठे. इस मौके पर डीएम विशाख जी. अय्यर ने सभी महिलाओं को ‘देवी’ कहकर संबोधित किया और उन्हें सशक्तिकरण का प्रतीक बताया.</p>
<p>डीएम ने कहा कि नारी शक्ति आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है. कानून व्यवस्था से लेकर आत्मरक्षा तक के लिए महिलाओं का सशक्त होना जरूरी है. जिन महिलाओं ने कानून के दायरे में रहकर हथियार रखने की अनुमति मांगी है, उन्हें उसका अधिकार मिलना चाहिए. डीएम ने यह भी कहा कि शस्त्र लाइसेंस कोई अधिकार नहीं बल्कि जिम्मेदारी भी है, इसलिए जिन महिलाओं को लाइसेंस दिया गया है, उन्हें इसका जिम्मेदारी से पालन करना होगा.</p>
<p><strong>सशक्त नारी, सुरक्षित समाज</strong><br />कार्यक्रम के दौरान डीएम ने महिलाओं से बातचीत की और उनकी परेशानियां भी सुनीं. उन्होंने कहा कि सरकार महिला सुरक्षा और सम्मान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. प्रदेश में बेटियों को हर स्तर पर आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाएं चल रही हैं. महिला हेल्पलाइन, शक्ति मिशन और मिशन शक्ति जैसी योजनाएं इसी दिशा में काम कर रही हैं.</p>
<p>कानपुर में इन महिलाओं ने आत्मरक्षा, व्यापार और पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते शस्त्र लाइसेंस की मांग की थी, जो काफी समय से लंबित थी. डीएम ने न सिर्फ इन फाइलों को प्राथमिकता पर निपटाया, बल्कि खुद उन्हें बुलाकर सम्मानपूर्वक लाइसेंस सौंपे.</p>
<p><strong>देश में बढ़ रही महिला शस्त्रधारकों की संख्या</strong><br />बीते कुछ वर्षों में महिलाओं में शस्त्र लाइसेंस के प्रति जागरूकता बढ़ी है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में हजारों महिलाओं को आत्मरक्षा और व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए हैं. उत्तर प्रदेश इस मामले में अग्रणी राज्यों में से एक है.</p>
<p>कानपुर की इन 9 महिलाओं को दिए गए शस्त्र लाइसेंस इस बात का उदाहरण हैं कि महिलाएं अब सिर्फ घर तक सीमित नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा का जिम्मा खुद उठाने को तैयार हैं. यह कदम महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ावा देने वाला है.</p>
<p>डीएम ने अंत में कहा कि अगर महिलाएं मजबूत होंगी तो समाज और राष्ट्र भी मजबूत होगा. उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रशासन हमेशा महिलाओं के साथ खड़ा है.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Delhi: दिल्ली में बड़े ड्रग रैकेट का खुलासा, ड्रग सप्लायर गिरफ्तार, 1.5 करोड़ की हेरोइन बरामद
कानपुर की इन 9 महिलाओं को डीएम ने बताया ‘देवी’, अपने हाथों से सौंपा लाइसेंस
