कानपुर में एक मां ने अपने चार साल के बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद भी उसका मन नहीं भरा तो चेहरे को दांतों से चबा डाला। प्रेमी के साथ रहने की जिद में एक मां ने यह घिनौनी वारदात की। आरोपित महिला एक माह पहले गांव के ही प्रेमी के साथ भाग गई थी। तीन दिन पहले परिजन दबाव बनाकर उसे वापस लाए थे। दिल दहला देने वाली यह घटना कानपुर के नरवल के मजरा प्रतापपुर की है। सात साल पहले हुई थी शादी नर्वल के मजरा प्रतापपुर निवासी किसान व प्राइवेट कर्मी सुशील यादव की 7 साल पहले फतेहपुर खागा निवासी मनीषा से शादी हुई थी। रविवार देर रात अनुरूद्ध और हत्यारोपित मां घर पर थीं। जबकि सुशील के पिता फूल सिंह यादव छत पर लेटे हुए थे। घर में किसी को न देखकर मनीषा ने अपने साढ़े तीन साल के बेटे अनुरूद्ध का उसके ही गले में बंधी ताबीज के धागे से गला कस दिया। इसके बाद अपने हाथों से गला दबा दिया। इससे भी उसका मन नहीं भरा तो फिर दांतों से उसको कई जगह चबाया। हत्या के बाद बाबा के पास लिटा दिया
हत्या करने के बाद आरोपी मां ने बेटे के शव को ले जाकर बाबा के पास लिटा दिया दिया और चादर से ढक दिया। इसके बाद नीचे आकर मनीषा खाना बनाने लगी। जब बच्चे में कोई हलचल नहीं दिखी तो बाबा फूल सिंह को संदेह हुआ। जिसके बाद उन्होंने चादर खोला तो बच्चे मृत था। उसके चेहरे पर दांतों से काटने के चार निशान थे। इसके बाद उन्होंने शोर मचाया तब तक सुशील भी खेत से वापस आ चुके थे। पिता ने शोर मचाया तो वह ऊपर भागा। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी मनीषा को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपित मनीषा ने बेटे की गला कसकर हत्या करने की बात स्वीकार की है। पति दूध लेकर लौटा, बोला बेटे को पिला नहीं तो सो जाएगा जब पति ट्यूबवेल से दूध लेकर वापस घर आया तो महिला ने पति से कहा था कि कोल्ड ड्रिंक पीने का मन है ले आओ जाकर। पति सुशील ने कहा कि पहले बेटे को दूध पिला दो नहीं तो सो जाएगा।
जब सुशील ने पूछा कि बेटा कहां है तो महिला ने बताया कि ऊपर छत पर सो रहा है। इसी बीच पिता ने भी शोर मचा दिया था इसके बाद वह लोग अस्पताल लेकर भागे। जहां डाक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। घर वालों ने दबाव बनाया तो लौट आई थी घर
सुशील ने आरोप लगाया कि आरोपी मां 16 अप्रैल को गांव के ही अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। सुशील का कहना है कि परिवार के साथ ही गांव वालों ने बेटे की दुहाई देते हुए दबाव बनाया तो वह तीन दिन पहले वह घर लौट आयी थी। हमारे ऊपर भी पुलिस ने दबाव बनाया तो उसे घर लाना पड़ा। अभी भी वह प्रेमी के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी थी। रोजाना इसी बात को लेकर झगड़े करती थी। लेकिन कहीं न कहीं बेटा उसकी इस चाहत के आड़े आ रहा था। आखिरकार प्यार में अंधी मां ने बेटे की हत्या कर दी। दो बच्चों की पहले हो चुकी है मौत
गांव वालों ने बताया कि किसान सुशील यादव और मनीषा की अनुरुद्ध तीसरी संतान थी। इससे लगभग डेढ़ साल पहले एक बेटी लक्ष्मी (बदला हुआ नाम) और एक वर्षीय बेटा अनुराग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी ग्रामीणों ने आशंका जताते हुए कहा कि इस घटना के बाद तो ऐसा लग रहा कि आरोपित मनीषा ने ही दोनों की हत्या की हो। क्योंकि आज तक उनकी रहस्यमयी मौत से पर्दा नहीं उठ सका है। घर वालों ने भी पुलिस को सूचना दिए बिना उनका अंतिम संस्कार कर दिया था। रुपए लेकर पुलिस ने कराया समझौता, जांच के आदेश
बेटे की मौत से पिता सुशील और उसके स्वजन आक्रोश में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नर्वल पुलिस ने मनीषा के प्रेमी से रुपए लेकर जबरन समझौता करा दिया था। उसके खिलाफ कार्रवाई भी नहीं की थी। अगर पुलिस समझौता न कराती तो शायद अनुरूद्ध जिंदा होता। सूचना पर पहुंचे डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि बच्चे का शव कब्जे में ले लिया गया है। आरोपी महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस हत्या के कारणों की जांच कर रही है। ———— यह खबर भी पढ़िए मां का मर्डर कर सड़क पर टहलती रही बेटी:लखनऊ में प्रेमी बोला- तुम्हारी मां ने अलग किया…बदला लेना है, गला रेतकर तड़पता छोड़ा लखनऊ में 15 साल की बेटी ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर मां को मौत के घाट उतार दिया। लड़की का गैर धर्म के लड़के से अफेयर था और वह उसी के साथ शादी करने की जिद पर अड़ी थी। लेकिन, उसकी मां इस शादी के लिए राजी नहीं थी। यूपी की राजधानी में 17-18 की रात हुए इस हत्याकांड की दैनिक भास्कर ने इन्वेस्टिगेशन की। उन पहलुओं को बारीकी से समझा कि आखिर एक बेटी के मन में अपनी मां के लिए इतनी नफरत क्यों थी? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… कानपुर में एक मां ने अपने चार साल के बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद भी उसका मन नहीं भरा तो चेहरे को दांतों से चबा डाला। प्रेमी के साथ रहने की जिद में एक मां ने यह घिनौनी वारदात की। आरोपित महिला एक माह पहले गांव के ही प्रेमी के साथ भाग गई थी। तीन दिन पहले परिजन दबाव बनाकर उसे वापस लाए थे। दिल दहला देने वाली यह घटना कानपुर के नरवल के मजरा प्रतापपुर की है। सात साल पहले हुई थी शादी नर्वल के मजरा प्रतापपुर निवासी किसान व प्राइवेट कर्मी सुशील यादव की 7 साल पहले फतेहपुर खागा निवासी मनीषा से शादी हुई थी। रविवार देर रात अनुरूद्ध और हत्यारोपित मां घर पर थीं। जबकि सुशील के पिता फूल सिंह यादव छत पर लेटे हुए थे। घर में किसी को न देखकर मनीषा ने अपने साढ़े तीन साल के बेटे अनुरूद्ध का उसके ही गले में बंधी ताबीज के धागे से गला कस दिया। इसके बाद अपने हाथों से गला दबा दिया। इससे भी उसका मन नहीं भरा तो फिर दांतों से उसको कई जगह चबाया। हत्या के बाद बाबा के पास लिटा दिया
हत्या करने के बाद आरोपी मां ने बेटे के शव को ले जाकर बाबा के पास लिटा दिया दिया और चादर से ढक दिया। इसके बाद नीचे आकर मनीषा खाना बनाने लगी। जब बच्चे में कोई हलचल नहीं दिखी तो बाबा फूल सिंह को संदेह हुआ। जिसके बाद उन्होंने चादर खोला तो बच्चे मृत था। उसके चेहरे पर दांतों से काटने के चार निशान थे। इसके बाद उन्होंने शोर मचाया तब तक सुशील भी खेत से वापस आ चुके थे। पिता ने शोर मचाया तो वह ऊपर भागा। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी मनीषा को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपित मनीषा ने बेटे की गला कसकर हत्या करने की बात स्वीकार की है। पति दूध लेकर लौटा, बोला बेटे को पिला नहीं तो सो जाएगा जब पति ट्यूबवेल से दूध लेकर वापस घर आया तो महिला ने पति से कहा था कि कोल्ड ड्रिंक पीने का मन है ले आओ जाकर। पति सुशील ने कहा कि पहले बेटे को दूध पिला दो नहीं तो सो जाएगा।
जब सुशील ने पूछा कि बेटा कहां है तो महिला ने बताया कि ऊपर छत पर सो रहा है। इसी बीच पिता ने भी शोर मचा दिया था इसके बाद वह लोग अस्पताल लेकर भागे। जहां डाक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। घर वालों ने दबाव बनाया तो लौट आई थी घर
सुशील ने आरोप लगाया कि आरोपी मां 16 अप्रैल को गांव के ही अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। सुशील का कहना है कि परिवार के साथ ही गांव वालों ने बेटे की दुहाई देते हुए दबाव बनाया तो वह तीन दिन पहले वह घर लौट आयी थी। हमारे ऊपर भी पुलिस ने दबाव बनाया तो उसे घर लाना पड़ा। अभी भी वह प्रेमी के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी थी। रोजाना इसी बात को लेकर झगड़े करती थी। लेकिन कहीं न कहीं बेटा उसकी इस चाहत के आड़े आ रहा था। आखिरकार प्यार में अंधी मां ने बेटे की हत्या कर दी। दो बच्चों की पहले हो चुकी है मौत
गांव वालों ने बताया कि किसान सुशील यादव और मनीषा की अनुरुद्ध तीसरी संतान थी। इससे लगभग डेढ़ साल पहले एक बेटी लक्ष्मी (बदला हुआ नाम) और एक वर्षीय बेटा अनुराग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी ग्रामीणों ने आशंका जताते हुए कहा कि इस घटना के बाद तो ऐसा लग रहा कि आरोपित मनीषा ने ही दोनों की हत्या की हो। क्योंकि आज तक उनकी रहस्यमयी मौत से पर्दा नहीं उठ सका है। घर वालों ने भी पुलिस को सूचना दिए बिना उनका अंतिम संस्कार कर दिया था। रुपए लेकर पुलिस ने कराया समझौता, जांच के आदेश
बेटे की मौत से पिता सुशील और उसके स्वजन आक्रोश में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नर्वल पुलिस ने मनीषा के प्रेमी से रुपए लेकर जबरन समझौता करा दिया था। उसके खिलाफ कार्रवाई भी नहीं की थी। अगर पुलिस समझौता न कराती तो शायद अनुरूद्ध जिंदा होता। सूचना पर पहुंचे डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि बच्चे का शव कब्जे में ले लिया गया है। आरोपी महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस हत्या के कारणों की जांच कर रही है। ———— यह खबर भी पढ़िए मां का मर्डर कर सड़क पर टहलती रही बेटी:लखनऊ में प्रेमी बोला- तुम्हारी मां ने अलग किया…बदला लेना है, गला रेतकर तड़पता छोड़ा लखनऊ में 15 साल की बेटी ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर मां को मौत के घाट उतार दिया। लड़की का गैर धर्म के लड़के से अफेयर था और वह उसी के साथ शादी करने की जिद पर अड़ी थी। लेकिन, उसकी मां इस शादी के लिए राजी नहीं थी। यूपी की राजधानी में 17-18 की रात हुए इस हत्याकांड की दैनिक भास्कर ने इन्वेस्टिगेशन की। उन पहलुओं को बारीकी से समझा कि आखिर एक बेटी के मन में अपनी मां के लिए इतनी नफरत क्यों थी? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
कानपुर में मां ने 4साल के बेटे का गला घोंटा:धागा कसकर मारा, चेहरे को 4 बार चबाया, प्रेमी के साथ भागी थी, 3 दिन पहले वापस आई
