कानपुर में रामनवमी पर थी माहौल खराब करने की साजिश:भगवा झंडा लेकर पहुंचे उपद्रवी, दुकानों में की तोड़फोड़; 5 वीडियो सामने आए

कानपुर में रामनवमी पर थी माहौल खराब करने की साजिश:भगवा झंडा लेकर पहुंचे उपद्रवी, दुकानों में की तोड़फोड़; 5 वीडियो सामने आए

कानपुर में रामनवमी के दिन हुए उपद्रव का वीडियो आज सामने आया है। पता चला है कि माहौल बिगाड़ने की पूरी तैयारी थी। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि प्लानिंग के तहत जुलूस के दौरान दूसरे समुदाय के लोगों से मारपीट की गई। उनकी दुकानों में जमकर तोड़फोड़ हुई। इसके बाद पथराव का आरोप लगाकर खुद ही हिंदू संगठनों ने हंगामा किया। पुलिस अब वीडियो के आधार पर जांच कर रही है। पहले 3 तस्वीरें देखिए अब पढ़िए पूरा मामला
कानपुर में रामनवमी (6 अप्रैल) के दिन नई सड़क पर चंद्रेश्वर हाते से रामलला मंदिर से शोभायात्रा निकाली जा रही थी। पाहुमल तिराहा से नया चौक, मिश्री बाजार, बिसाती बाजार और फिर ब्रह्मदेव चौराहे के पास यात्रा पहुंची। इसी दौरान इसमें शामिल कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि शोभायात्रा पर पत्थरबाजी हो रही है। इससे जुलूस में भगदड़ मच गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। जुलूस निकाल रहे समर्थकों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी। इस दौरान किसी ने पुलिस वालों पर जूता फेंक दिया। इससे माहौल गर्म हो गया। इसके बाद पुलिस और पब्लिक में झड़प बढ़ गई। कुछ युवाओं से धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने दो युवकों को मौके से हिरासत में लिया, लेकिन भीड़ ने पुलिस से धक्का-मुक्की करके दोनों को छुड़ा लिया था। जांच के दौरान पुलिस को 5 वीडियो मिले
डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया- रामनवमी को चंद्रेश्वर हाता वाली शोभायात्रा में शामिल लोगों ने माहौल बिगाड़कर कानपुर में हिंसा की साजिश रची थी। शाम 4 बजे शोभायात्रा बरग्देश्वर मंदिर से चलकर चंद्रेश्वर हाता, सद्भावना चौराहा, यतीमखाना होते हुए बुक मार्केट से पाहुमल तिराहे पहुंची। इसके बाद यहां से मुड़कर नया चौक होते हुए मिश्री बाजार की तरफ से मेस्टन रोड की ओर जा रही थी। शाम 6 बजे जुलूस का अगला हिस्सा मेस्टन रोड बिसाती बाजार मोड पर पहुंच गया। पिछला हिस्सा लाली पान वाले के आगे था। इसी दौरान जुलूस में शामिल लोगों ने दूसरे समुदाय की दुकानों में तोड़फोड़ की और भगवा झंडा लगे डंडों से मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद खुद ही यात्रा में शामिल लोगों ने पथराव का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि, कानपुर पुलिस ने हिंदूवादी संगठनों के पथराव के आरोप को फौरन खारिज कर दिया था। उनकी तहरीर पर जांच का आदेश दिया था। इलाके के लोगों ने पुलिस को दिए सबूत
पुलिस को जांच के दौरान इलाके के लोगों ने वीडियो सौंपे। इन वीडियो में शोभायात्रा में शामिल भीड़ ही दूसरे समुदाय के लोगों की दुकानों का सामान निकालकर सड़क पर फेंक रही है। उनके ऊपर डंडे से हमला कर रही है। डीसीपी श्रवण कुमार ने बताया कि जांच के दौरान उन्हें इस तरह के 5 वीडियो मिले हैं। इन वीडियो की जांच के लिए पुलिस की टीमें काम कर रही हैं। माहौल बिगाड़ने की साजिश रचने वाले एक-एक व्यक्ति की शिनाख्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद माहौल बिगाड़ने की साजिश करने वाले हर व्यक्ति को जेल भेजा जाएगा। एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने बताया कि मूलगंज थाने में शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। सीसीटीवी फुटेज और मौके पर बनाए गए कई वीडियो से पूरी तस्वीर साफ हो गई है। दुकानदारों से मारपीट और दुकानों में तोड़फोड़ करने वालों की पहचान करने के लिए पुलिस की टीमें काम कर रही हैं। ——————— ये खबर भी पढ़ें… फतेहपुर में किसान नेता, बेटे और भाई की हत्या, घर के बाहर घेरकर गोलियों से भूना, रास्ते को लेकर हुआ था विवाद फतेहपुर में भारतीय किसान यूनियन नेता, उनके बेटे और भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह बाइक को रास्ता न देने को लेकर उनकी गांव के परिवार से बहस हुई। थोड़ी देर में बहस मारपीट खून-खराबे तक पहुंच गई। पढ़ें पूरी खबर… कानपुर में रामनवमी के दिन हुए उपद्रव का वीडियो आज सामने आया है। पता चला है कि माहौल बिगाड़ने की पूरी तैयारी थी। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि प्लानिंग के तहत जुलूस के दौरान दूसरे समुदाय के लोगों से मारपीट की गई। उनकी दुकानों में जमकर तोड़फोड़ हुई। इसके बाद पथराव का आरोप लगाकर खुद ही हिंदू संगठनों ने हंगामा किया। पुलिस अब वीडियो के आधार पर जांच कर रही है। पहले 3 तस्वीरें देखिए अब पढ़िए पूरा मामला
कानपुर में रामनवमी (6 अप्रैल) के दिन नई सड़क पर चंद्रेश्वर हाते से रामलला मंदिर से शोभायात्रा निकाली जा रही थी। पाहुमल तिराहा से नया चौक, मिश्री बाजार, बिसाती बाजार और फिर ब्रह्मदेव चौराहे के पास यात्रा पहुंची। इसी दौरान इसमें शामिल कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि शोभायात्रा पर पत्थरबाजी हो रही है। इससे जुलूस में भगदड़ मच गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। जुलूस निकाल रहे समर्थकों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी। इस दौरान किसी ने पुलिस वालों पर जूता फेंक दिया। इससे माहौल गर्म हो गया। इसके बाद पुलिस और पब्लिक में झड़प बढ़ गई। कुछ युवाओं से धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने दो युवकों को मौके से हिरासत में लिया, लेकिन भीड़ ने पुलिस से धक्का-मुक्की करके दोनों को छुड़ा लिया था। जांच के दौरान पुलिस को 5 वीडियो मिले
डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया- रामनवमी को चंद्रेश्वर हाता वाली शोभायात्रा में शामिल लोगों ने माहौल बिगाड़कर कानपुर में हिंसा की साजिश रची थी। शाम 4 बजे शोभायात्रा बरग्देश्वर मंदिर से चलकर चंद्रेश्वर हाता, सद्भावना चौराहा, यतीमखाना होते हुए बुक मार्केट से पाहुमल तिराहे पहुंची। इसके बाद यहां से मुड़कर नया चौक होते हुए मिश्री बाजार की तरफ से मेस्टन रोड की ओर जा रही थी। शाम 6 बजे जुलूस का अगला हिस्सा मेस्टन रोड बिसाती बाजार मोड पर पहुंच गया। पिछला हिस्सा लाली पान वाले के आगे था। इसी दौरान जुलूस में शामिल लोगों ने दूसरे समुदाय की दुकानों में तोड़फोड़ की और भगवा झंडा लगे डंडों से मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद खुद ही यात्रा में शामिल लोगों ने पथराव का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि, कानपुर पुलिस ने हिंदूवादी संगठनों के पथराव के आरोप को फौरन खारिज कर दिया था। उनकी तहरीर पर जांच का आदेश दिया था। इलाके के लोगों ने पुलिस को दिए सबूत
पुलिस को जांच के दौरान इलाके के लोगों ने वीडियो सौंपे। इन वीडियो में शोभायात्रा में शामिल भीड़ ही दूसरे समुदाय के लोगों की दुकानों का सामान निकालकर सड़क पर फेंक रही है। उनके ऊपर डंडे से हमला कर रही है। डीसीपी श्रवण कुमार ने बताया कि जांच के दौरान उन्हें इस तरह के 5 वीडियो मिले हैं। इन वीडियो की जांच के लिए पुलिस की टीमें काम कर रही हैं। माहौल बिगाड़ने की साजिश रचने वाले एक-एक व्यक्ति की शिनाख्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद माहौल बिगाड़ने की साजिश करने वाले हर व्यक्ति को जेल भेजा जाएगा। एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने बताया कि मूलगंज थाने में शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। सीसीटीवी फुटेज और मौके पर बनाए गए कई वीडियो से पूरी तस्वीर साफ हो गई है। दुकानदारों से मारपीट और दुकानों में तोड़फोड़ करने वालों की पहचान करने के लिए पुलिस की टीमें काम कर रही हैं। ——————— ये खबर भी पढ़ें… फतेहपुर में किसान नेता, बेटे और भाई की हत्या, घर के बाहर घेरकर गोलियों से भूना, रास्ते को लेकर हुआ था विवाद फतेहपुर में भारतीय किसान यूनियन नेता, उनके बेटे और भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह बाइक को रास्ता न देने को लेकर उनकी गांव के परिवार से बहस हुई। थोड़ी देर में बहस मारपीट खून-खराबे तक पहुंच गई। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर