कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट से इंजीनियर की मौत के बाद एक और इंजीनियर की मौत हो गई। इन्होंने भी इंपायर क्लिनिक की डॉ. अनुष्का तिवारी से हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। मृतक फर्रुखाबाद का रहने वाला है। पीड़ित परिवार ने 6 महीने बाद 13 मई मामले में पुलिस से शिकायत की है। लेकिन, अभी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। मां कहना है कि बेटे की तड़प-तड़पकर मौत हो गई, डॉक्टर ने मरो फोन ब्लॉक कर दिया। इसे अरेस्ट करके जेल भेज देना चाहिए। नहीं तो किसी का पति तो किसी का बेटा फिर ये छीन लेगी। अब विस्तार से पढ़िए पूरा मामला… मां बोली-18 नवंबर को कराया था हेयर ट्रांसप्लांट
बलदेव भवन भोलेपुर फतेहगढ़ फर्रुखाबाद निवासी प्रमोदनी कटियार ने दैनिक भास्कर को बताया-उनका बेटा मयंक कटियार (32) कानपुर के प्राणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भौती (पीएसआईटी) से बीटेक की पढ़ाई करने के बाद नौकरी करता था। इसके साथ ही कानपुर में ही अपना बिजनेस सेटअप करने की तैयारी कर रहा था। पति की पहले ही मौत हो चुकी है। बड़ा बेटा ही घर की पूरी जिम्मेदारी संभालता था। 18 नवंबर को मयंक बालों का हेयर ट्रांसप्लांट कराने केशवपुर स्थित इंपायर क्लिनिक की डॉक्टर अनुष्का तिवारी के पास गया था। सुबह 8 बजे हेयर ट्रांसप्लांट के लिए बुलाया था। 2 बजे अनुष्का ने अपने क्लिनिक से छोड़ा। हेयर ट्रांसप्लांट के बाद छोटा बेटा कुशाग्र शाम 5 बजे फर्रुखाबाद घर लेकर आया था। रातभर दर्द से कराहता बेटा
रात 12 बजे दर्द उठा था। डॉक्टर अनुष्का से बात की और उन्होंने इंजेक्शन लगवाने की बात कही। इंजेक्शन लगवाने के बाद भी दर्द ठीक नहीं हुआ। तो उन्होंने पट्टी ढीली करने की बात कही। पट्टी ढीली करने के बाद भी दर्द ठीक नहीं हुआ, तो दूसरा इंजेक्शन लगाने को कहा। दूसरा इंजेक्शन लगवाया। रात भर दर्द से तड़पता रहा। उसका चेहरा सूजता जा रहा था। इसके साथ ही काला पड़ रहा था। सुबह फिर हमने बात की तो डॉक्टर अनुष्का ने कहा परेशान मत हो आंटी सब ठीक हो जाएगा। कोई परेशानी की बात नहीं है। वो थोड़ा पैनिक हो रहे हैं। इसके बाद सूजन इतनी बढ़ती गई और पूरा चेहरा सूज गया। सीने में दर्द होने लगा तो उन्होंने फर्रुखाबाद के हार्ट के डॉक्टर के पास भेजा। डॉक्टर ने जांच करने के बाद बताया कि हार्ट से संबंधित कोई दिक्कत नहीं है। मां बोली-मेरे हाथों में बेटे ने दम तोड़ा
इसका जहां हेयर ट्रांसप्लांट कराया है वहां पर ले जाओ। 19 नवंबर को हम लोग उन्हें कानपुर ले जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान मेरे बेटे ने हाथों में ही दम तोड़ दिया। मैं इतना परेशान थी कि अकेले की वजह से कुछ नहीं कर पाए। 6 महीने से इतना परेशान हैं कि कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मेरे बेटे का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ था इस वजह से FIR दर्ज नहीं हो सकी थी। छोटा भाई बोला-फोन स्विच ऑफ करके पहले भी भागी थी डॉक्टर
मयंक के छोटे भाई कुशाग्र ने बताया-18 नवंबर को भाई का दोपहर 2 बजे तक हेयर ट्रांसप्लांट हुआ था। मुझे क्लिनिक में अनुष्का तिवारी, उनके पति सौरभ त्रिपाठी और स्टाफ मिला था। मेरे भाई हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद बोल रहा था कि अब मैं अच्छा लगूंगा, लेकिन घर पहुंचने के बाद शाम 5 बजे से ही दर्द शुरू हो गया। भाई ने अनुष्का को कॉल किया तो उन्होंने फोन पर ही कंसेंट करके इलाज शुरू कर दिया। इसके बाद अनुष्का बार-बार वीडियो कॉल करके इलाज शुरू कर दिया। देखते ही देखते मेरे भाई को चेहरा इतना सूज गया कि होंठ लटक गए। आंखों से दिखना बंद हो गया। इसके बाद धीरे-धीरे परेशानी बढ़ती गई। इसके बाद डॉक्टर ने वॉट्सऐप और कॉल पर ब्लॉक कर दिया। फोन स्विच ऑफ कर लिया। क्लिनिक में ताला मारकर गायब हो गई थीं। हम ढूंढते रहे वहां पर लेकिन मुझे मिली नहीं और फिर मैं लौट आया था। ‘मेरे पास सारे साक्ष्य’
कुशाग्र ने बताया-मेरे पास डॉक्टर के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं। सबसे पहले तो डॉक्टर का पर्चा, 40 हजार ऑनलाइन फीस जमा करने का साक्ष्य, इसके बाद मोबाइल चैट और कॉल डिटेल सबकुछ है। किस तरह से मेरे भाई की और चेहरा सूजता गया था। एक-एक तस्वीर मेरे पास है। इंजीनियर विनीत दुबे की मौत के बाद उनकी पत्नी जया ने FIR दर्ज कराई तो मुझे न्याय की उम्मीद जागी है। अगर उसे जेल नहीं भेजा गया, तो इसी तरह लोगों की जान लेती रहेगी। डॉक्टर अनुष्का के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके उसे जेल भेज देना चाहिए। वो कोई डॉक्टर नहीं है। उसने हेयर ट्रांसप्लांट करने वाले कुछ कारीगर हायर कर रखे हैं। उन्हीं से काम कराती है। 2 लाख का इलाज…80 हजार करती थी अनुष्का
अगर आप किसी एक्सपर्ट से हेयर ट्रांसप्लांट कराते हैं तो 1.50 लाख से लेकर 2 लाख तक का खर्च आता है। लेकिन, अनुष्का के क्लिनिक में महज 50 हजार से लेकर 80 हजार में हेयर ट्रांसप्लांट करती है। उन्होंने एक अपार्टमेंट के ग्राउंड फ्लोर में थ्री बीचएके फ्लैट में अपना क्लिनिक बना रखा है। फीस आधी से भी कम होने की वजह से अनुष्का के क्लिनिक में भीड़ लगती है। अब पढ़िए पुलिस की कार्रवाई पुलिस ने नहीं शुरू की केस की जांच
इंजीनियर विनीत दुबे की मौत के 54 दिन बाद रावतपुर थाने की पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज तो कर ली है। लेकिन, अभी तक केस में जांच शुरू नहीं की है। DCP वेस्ट दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि इसकी जांच इंस्पेक्टर पुष्पराज कर रहे हैं। उन्हें मैंने आरोपी डॉक्टर की अरेस्टिंग का आदेश दिया है। डॉक्टर अनुष्का क्लिनिक छोड़कर भाग गई है। इंजीनियर की भी पहले हो चुकी मौत कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान इंजीनियर (AE) की मौत हो गई। पनकी पावर हाउस के AE हेयर ट्रांसप्लांट कराने के लिए एक निजी क्लिनिक पर गए थे। डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के बाद उनके चेहरे पर सूजन आ गई। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। इस पर उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। मामला रावतपुर थाना क्षेत्र के पनकी आफिसर्स कॉलोनी का है। इंजीनियर की मौत 14 मार्च को हुई थी। सीएम पोर्टल पर शिकायत करने पर 54 दिन बाद पुलिस ने FIR दर्ज की। इससे पहले इंजीनियर की पत्नी मामला दर्ज कराने के लिए थाना, चौकी और एसीपी से लेकर डीसीपी, पुलिस कमिश्नर दफ्तर के चक्कर काटती रहीं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इंजीनियर की मौत के बाद से ही डॉक्टर क्लिनिक बंद करके फरार है। ——————- इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हेयर ट्रांसप्लांट से चेहरा सूजा, आंखें बाहर आईं:कानपुर में इंजीनियर की पत्नी बोली- सरप्राइज देना चाहते थे होली पर बच्चों को लेकर मायके गई थी। मेरे पति घर पर थे। उन्होंने मुझसे फोन पर कहा – घर आओगी तो सरप्राइज दूंगा। इस पर मैंने कहा – मुझे आपके सरप्राइज का इंतजार रहेगा। फिर उन्होंने मुझे बिना बताए हेयर ट्रांसप्लांट करवा लिया। 14 मार्च को फोन आया कि पति अस्पताल में एडमिट हैं।पढ़ें पूरी खबर कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट से इंजीनियर की मौत के बाद एक और इंजीनियर की मौत हो गई। इन्होंने भी इंपायर क्लिनिक की डॉ. अनुष्का तिवारी से हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। मृतक फर्रुखाबाद का रहने वाला है। पीड़ित परिवार ने 6 महीने बाद 13 मई मामले में पुलिस से शिकायत की है। लेकिन, अभी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। मां कहना है कि बेटे की तड़प-तड़पकर मौत हो गई, डॉक्टर ने मरो फोन ब्लॉक कर दिया। इसे अरेस्ट करके जेल भेज देना चाहिए। नहीं तो किसी का पति तो किसी का बेटा फिर ये छीन लेगी। अब विस्तार से पढ़िए पूरा मामला… मां बोली-18 नवंबर को कराया था हेयर ट्रांसप्लांट
बलदेव भवन भोलेपुर फतेहगढ़ फर्रुखाबाद निवासी प्रमोदनी कटियार ने दैनिक भास्कर को बताया-उनका बेटा मयंक कटियार (32) कानपुर के प्राणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भौती (पीएसआईटी) से बीटेक की पढ़ाई करने के बाद नौकरी करता था। इसके साथ ही कानपुर में ही अपना बिजनेस सेटअप करने की तैयारी कर रहा था। पति की पहले ही मौत हो चुकी है। बड़ा बेटा ही घर की पूरी जिम्मेदारी संभालता था। 18 नवंबर को मयंक बालों का हेयर ट्रांसप्लांट कराने केशवपुर स्थित इंपायर क्लिनिक की डॉक्टर अनुष्का तिवारी के पास गया था। सुबह 8 बजे हेयर ट्रांसप्लांट के लिए बुलाया था। 2 बजे अनुष्का ने अपने क्लिनिक से छोड़ा। हेयर ट्रांसप्लांट के बाद छोटा बेटा कुशाग्र शाम 5 बजे फर्रुखाबाद घर लेकर आया था। रातभर दर्द से कराहता बेटा
रात 12 बजे दर्द उठा था। डॉक्टर अनुष्का से बात की और उन्होंने इंजेक्शन लगवाने की बात कही। इंजेक्शन लगवाने के बाद भी दर्द ठीक नहीं हुआ। तो उन्होंने पट्टी ढीली करने की बात कही। पट्टी ढीली करने के बाद भी दर्द ठीक नहीं हुआ, तो दूसरा इंजेक्शन लगाने को कहा। दूसरा इंजेक्शन लगवाया। रात भर दर्द से तड़पता रहा। उसका चेहरा सूजता जा रहा था। इसके साथ ही काला पड़ रहा था। सुबह फिर हमने बात की तो डॉक्टर अनुष्का ने कहा परेशान मत हो आंटी सब ठीक हो जाएगा। कोई परेशानी की बात नहीं है। वो थोड़ा पैनिक हो रहे हैं। इसके बाद सूजन इतनी बढ़ती गई और पूरा चेहरा सूज गया। सीने में दर्द होने लगा तो उन्होंने फर्रुखाबाद के हार्ट के डॉक्टर के पास भेजा। डॉक्टर ने जांच करने के बाद बताया कि हार्ट से संबंधित कोई दिक्कत नहीं है। मां बोली-मेरे हाथों में बेटे ने दम तोड़ा
इसका जहां हेयर ट्रांसप्लांट कराया है वहां पर ले जाओ। 19 नवंबर को हम लोग उन्हें कानपुर ले जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान मेरे बेटे ने हाथों में ही दम तोड़ दिया। मैं इतना परेशान थी कि अकेले की वजह से कुछ नहीं कर पाए। 6 महीने से इतना परेशान हैं कि कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मेरे बेटे का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ था इस वजह से FIR दर्ज नहीं हो सकी थी। छोटा भाई बोला-फोन स्विच ऑफ करके पहले भी भागी थी डॉक्टर
मयंक के छोटे भाई कुशाग्र ने बताया-18 नवंबर को भाई का दोपहर 2 बजे तक हेयर ट्रांसप्लांट हुआ था। मुझे क्लिनिक में अनुष्का तिवारी, उनके पति सौरभ त्रिपाठी और स्टाफ मिला था। मेरे भाई हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद बोल रहा था कि अब मैं अच्छा लगूंगा, लेकिन घर पहुंचने के बाद शाम 5 बजे से ही दर्द शुरू हो गया। भाई ने अनुष्का को कॉल किया तो उन्होंने फोन पर ही कंसेंट करके इलाज शुरू कर दिया। इसके बाद अनुष्का बार-बार वीडियो कॉल करके इलाज शुरू कर दिया। देखते ही देखते मेरे भाई को चेहरा इतना सूज गया कि होंठ लटक गए। आंखों से दिखना बंद हो गया। इसके बाद धीरे-धीरे परेशानी बढ़ती गई। इसके बाद डॉक्टर ने वॉट्सऐप और कॉल पर ब्लॉक कर दिया। फोन स्विच ऑफ कर लिया। क्लिनिक में ताला मारकर गायब हो गई थीं। हम ढूंढते रहे वहां पर लेकिन मुझे मिली नहीं और फिर मैं लौट आया था। ‘मेरे पास सारे साक्ष्य’
कुशाग्र ने बताया-मेरे पास डॉक्टर के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं। सबसे पहले तो डॉक्टर का पर्चा, 40 हजार ऑनलाइन फीस जमा करने का साक्ष्य, इसके बाद मोबाइल चैट और कॉल डिटेल सबकुछ है। किस तरह से मेरे भाई की और चेहरा सूजता गया था। एक-एक तस्वीर मेरे पास है। इंजीनियर विनीत दुबे की मौत के बाद उनकी पत्नी जया ने FIR दर्ज कराई तो मुझे न्याय की उम्मीद जागी है। अगर उसे जेल नहीं भेजा गया, तो इसी तरह लोगों की जान लेती रहेगी। डॉक्टर अनुष्का के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके उसे जेल भेज देना चाहिए। वो कोई डॉक्टर नहीं है। उसने हेयर ट्रांसप्लांट करने वाले कुछ कारीगर हायर कर रखे हैं। उन्हीं से काम कराती है। 2 लाख का इलाज…80 हजार करती थी अनुष्का
अगर आप किसी एक्सपर्ट से हेयर ट्रांसप्लांट कराते हैं तो 1.50 लाख से लेकर 2 लाख तक का खर्च आता है। लेकिन, अनुष्का के क्लिनिक में महज 50 हजार से लेकर 80 हजार में हेयर ट्रांसप्लांट करती है। उन्होंने एक अपार्टमेंट के ग्राउंड फ्लोर में थ्री बीचएके फ्लैट में अपना क्लिनिक बना रखा है। फीस आधी से भी कम होने की वजह से अनुष्का के क्लिनिक में भीड़ लगती है। अब पढ़िए पुलिस की कार्रवाई पुलिस ने नहीं शुरू की केस की जांच
इंजीनियर विनीत दुबे की मौत के 54 दिन बाद रावतपुर थाने की पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज तो कर ली है। लेकिन, अभी तक केस में जांच शुरू नहीं की है। DCP वेस्ट दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि इसकी जांच इंस्पेक्टर पुष्पराज कर रहे हैं। उन्हें मैंने आरोपी डॉक्टर की अरेस्टिंग का आदेश दिया है। डॉक्टर अनुष्का क्लिनिक छोड़कर भाग गई है। इंजीनियर की भी पहले हो चुकी मौत कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान इंजीनियर (AE) की मौत हो गई। पनकी पावर हाउस के AE हेयर ट्रांसप्लांट कराने के लिए एक निजी क्लिनिक पर गए थे। डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के बाद उनके चेहरे पर सूजन आ गई। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। इस पर उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। मामला रावतपुर थाना क्षेत्र के पनकी आफिसर्स कॉलोनी का है। इंजीनियर की मौत 14 मार्च को हुई थी। सीएम पोर्टल पर शिकायत करने पर 54 दिन बाद पुलिस ने FIR दर्ज की। इससे पहले इंजीनियर की पत्नी मामला दर्ज कराने के लिए थाना, चौकी और एसीपी से लेकर डीसीपी, पुलिस कमिश्नर दफ्तर के चक्कर काटती रहीं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इंजीनियर की मौत के बाद से ही डॉक्टर क्लिनिक बंद करके फरार है। ——————- इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हेयर ट्रांसप्लांट से चेहरा सूजा, आंखें बाहर आईं:कानपुर में इंजीनियर की पत्नी बोली- सरप्राइज देना चाहते थे होली पर बच्चों को लेकर मायके गई थी। मेरे पति घर पर थे। उन्होंने मुझसे फोन पर कहा – घर आओगी तो सरप्राइज दूंगा। इस पर मैंने कहा – मुझे आपके सरप्राइज का इंतजार रहेगा। फिर उन्होंने मुझे बिना बताए हेयर ट्रांसप्लांट करवा लिया। 14 मार्च को फोन आया कि पति अस्पताल में एडमिट हैं।पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
कानपुर में हेयर-ट्रांसप्लांट के बाद एक और इंजीनियर की मौत:मां बोली-चेहरा सूजने लगा, रात भर दर्द से रोता रहा; मेरी गोद में तोड़ा दम
