लुधियाना| फैक्ट्री से छुट्टी कर वापस लौट रहे बाइक सवार को घेरकर बदमाशों ने उसका पर्स व मोबाइल लूट लिया। थाना फोकल प्वाइंट की पुलिस ने इस मामले में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। बदमाशों की पहचान के लिए पुलिस वहां वारदात स्थल के निकट लगे सी.सी.टी.वी कैमरे खंगाल रही है। यह वारदात डॉक्टर अंबेडकर नगर के रहने वाले मनिकांत राय के साथ हुई। मनिकांत राय का कहना है कि वारदात 18 फरवरी की है। रात तकरीबन 10 बजे वह फैक्ट्री से छुट्टी कर बाइक पर घर लौट रहा था। जब वह फोकल प्वाइंट के फेस-8 स्थित वर्धमान फैक्ट्री के निकट पहुंचा तो दो युवकों ने उसे घेर लिया। तेजधार हथियार की नोक पर उन लोगों ने उसका मोबाइल व पर्स लूट लिया। पर्स में 60 रुपए व आवश्यक दस्तावेज थे। उसने इस बारे में पुलिस को शिकायत दी। जिस पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया। लुधियाना| फैक्ट्री से छुट्टी कर वापस लौट रहे बाइक सवार को घेरकर बदमाशों ने उसका पर्स व मोबाइल लूट लिया। थाना फोकल प्वाइंट की पुलिस ने इस मामले में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। बदमाशों की पहचान के लिए पुलिस वहां वारदात स्थल के निकट लगे सी.सी.टी.वी कैमरे खंगाल रही है। यह वारदात डॉक्टर अंबेडकर नगर के रहने वाले मनिकांत राय के साथ हुई। मनिकांत राय का कहना है कि वारदात 18 फरवरी की है। रात तकरीबन 10 बजे वह फैक्ट्री से छुट्टी कर बाइक पर घर लौट रहा था। जब वह फोकल प्वाइंट के फेस-8 स्थित वर्धमान फैक्ट्री के निकट पहुंचा तो दो युवकों ने उसे घेर लिया। तेजधार हथियार की नोक पर उन लोगों ने उसका मोबाइल व पर्स लूट लिया। पर्स में 60 रुपए व आवश्यक दस्तावेज थे। उसने इस बारे में पुलिस को शिकायत दी। जिस पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाबी विषय को लेकर पंजाब की सियासत गर्माई:एग्जाम पैटर्न से मां बोली को हटाने का आरोप; नहीं हटाया कोई भाषा
पंजाबी विषय को लेकर पंजाब की सियासत गर्माई:एग्जाम पैटर्न से मां बोली को हटाने का आरोप; नहीं हटाया कोई भाषा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा लागू किए दसवीं कक्षा के नए पैटर्न से पंजाबी विषय के मुद्दे पर सियासत गर्मा हुई है। राज्य की सत्ताधारी पार्टी आम आदमी पार्टी AAP के विधायक व शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस का आरोप है कि केंद्र सरकार व सीबीएसई ने एग्जाम पैटर्न से पंजाबी को हटा दिया है। यह पंजाब के साथ धक्का है। वह इस मामले केंद्रीय शिक्षामंत्री को पत्र लिख रहे हैं। जरूरत पड़ने पर दिल्ली जाकर मुलाकात करेंगे। शिरोमणि अकाली दल (SAD) के सीनियर व पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने भी इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा पार्टी इस चीज का विरोध करेगी। पंजाबी को तुरंत बहल किया जाए। हालांकि CBSE ने साफ किया है मसौदा तिथि पत्र में शामिल अन्य विषयों और भाषाओं की सूची केवल सांकेतिक है और वर्तमान में पेश किए गए सभी विषय और भाषाएं 2025-2026 के लिए भी पेश की जाती रहेंगी। हरजोत बैंस ने एक वीडियो जारी कर तीन प्वाइंट उठाए हैं – 1. सीबीएसई द्वारा 10वीं कक्षा का नया एग्जाम पैटर्न स्कीम लागू की है। इसके मुताबिक साल में दो बार एग्जाम होंगे। लेकिन ड्राफ्ट को जैसे ही पढ़ते या देखते है तो जैसे कहा जाता है कि केंद्र सरकार पंजाब, पंजाबियत और पंजाबी से धक्का करने की कोशिश करती है। उसी तरह इस बार पंजाबी से धक्का किया। सूची से पंजाबी भाषा ही गायब कर दी है। ड्रॉफ्ट में कहा है कि एग्जाम दो बार होगा। जिसमें रीजनल भाषा से पंजाबी गायब कर दी है। जबकि नियम के मुताबिक एक रीजनल भाषा व एक विदेशी भाषा होगी। जबकि पंजाबी भाषा को मेंशन करना भी जरूरी नहीं समझा गया। बतौर शिक्षा मंत्री पंजाब इसकी सख्त निंदा करती है। 2. एक बच्चे के दिमाग के विकास के लिए सबसे जरूरी है कि उसकी मातृभाषा – मां बाेली में उसकी प्रारंभिक शिक्षा हो। ताकि वह चीजों को वह अच्छे समझ पाए। यह दुनिया की एक बेस्ट चाइल्ड साइकोलॉजी की स्टडी भी कहती है। इसका भाव है कि पंजाब के बच्चे सबसे ज्यादा तरक्की करे। ऐसे में उनका पंजाबी पढ़ना व समझना बहुत जरूर है। पंजाबी को खत्म करने की कोशिश की। 3. बतौर शिक्षामंत्री मेरी सीबीएसई व केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मांग है कि इस फैसले को वापस लिया जाए। पंजाबी को प्रीमियम भाषा मेन भाषा में शामिल किए जाए। पंजाब में 10वीं कक्षा में मेन भाषा पंजाबी होनी चाहिए। पंजाबी की परीक्षा दो बार होना चाहिए। ताकि बच्चा पंजाबी में माहिर हो जाए। वहीं कोई अन्य भाषा व विदेश सीखना चाहता है कि वह दिल खोलकर सीखे। वहीं, जहा रीजनल भाषा की आईडेंटिफाई की गई है। पंजाब के बाहर कई राज्य जहां पंजाबी बोली पढ़ी लिखी जाती है। ऐसे में इस मामले को उठा रहे है। पंजाबी को हटाने को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि वह सीबीएसई द्वारा 2025-26 के पाठ्यक्रम से पंजाबी को क्षेत्रीय भाषाओं से हटाने के फैसले की कड़ी निंदा करते हैं। पंजाबी हमारी मातृभाषा है, जो विभिन्न राज्यों और दुनिया भर के कई देशों में बोली और पढ़ाई जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी मातृभाषा पर यह हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हम इस कदम का कड़ा विरोध करेंगे। हम इसकी तत्काल बहाली की मांग करते हैं और सभी पंजाबियों से इस लड़ाई में साथ देने की अपील करते हैं। सीबीएसई स्थिति साफ की सीबीएसई ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर लिखा है कि यह सीबीएसई द्वारा 25.02.2025 को अपनी वेबसाइट पर जारी कक्षा 10 की दो बोर्ड परीक्षाओं के संचालन के लिए मसौदा नीति के संबंध में है।यह स्पष्ट किया जाता है कि मसौदा तिथि पत्र में शामिल अन्य विषयों और भाषाओं की सूची केवल सांकेतिक है और वर्तमान में पेश किए गए सभी विषय और भाषाएं 2025-2026 के लिए भी पेश की जाती रहेंगी। इस प्रकार, “क्षेत्रीय और विदेशी भाषा समूह” शीर्षक के अंतर्गत मसौदा नीति के बिंदु 8 में भाषाओं की सूची के अंतर्गत उल्लिखित भाषाओं के अतिरिक्त, पंजाबी (004), रूसी (021), नेपाली (024), लिंबू (025), लेप्चा (026), सिंधी (008), मलयालम (012), ओडिया (013), असमिया (014), कन्नड़ (015); कोकबोरोक (091), तेलुगु (007), अरबी (016) और फारसी (023) की पेशकश जारी रहेगी।

कपूरथला से 10 मजदूरों को कराया मुक्त:बंधक बनाकर ठेकेदार करा रहा था काम, नाबालिग भी शामिल, बिहार सीएम की सूचना पर हुई कार्रवाई
कपूरथला से 10 मजदूरों को कराया मुक्त:बंधक बनाकर ठेकेदार करा रहा था काम, नाबालिग भी शामिल, बिहार सीएम की सूचना पर हुई कार्रवाई कपूरथला जिले के सिधवां दोनां गांव के नजदीक एक आलू फार्म से 10 बंधुआ मजदूरों को बिगन राय नामक ठेकेदार के चंगुल से छुड़वाया गया है। यह कार्रवाई एसडीएम और सदर थाने DSP की पुलिस की देखरेख में की गई है। बताया जा रहा है कि सभी लोगों को ठेकेदार बिगन राय ही 2 महीने पहले बिहार के सीतामढ़ी जिले से मजदूरी करने के लिए लाया था। जिनमें 3-4 नाबालिग भी शामिल है। पुलिस द्वारा की गई छापेमारी का पता चलने पर ठेकेदार फरार हो गया। बता दें कि सीतामढ़ी के सुरसंड के मेघपुर गांव के रहने वाले मजदूरों को कपूरथला के पहलवान आलू फार्म हाउस के ठेकेदार बिगन राय द्वारा बंधक बना कर रखा गया था। दो महीने से मजदूरी करवाने के बावजूद एक फूटी कौड़ी भी नहीं दी गई थी। इसके अलावा उनसे 12 से 13 घंटे काम लिया जा रहा था। जिससे परेशान होकर 2 मजदूर वहां से भाग कर अपने गांव मेघपुर पहुंचे और प्रशासन को आपबीती सुनाई। 6 बिहार और 4 नेपाल के मजदूर पुलिस ने आलू फार्म हाउस के मालिकों से भी पूछताछ की है। DSP दीपकरण सिंह और कार्यकारी SDM कपिल जिंदल ने बच्चों और मजदूरों से बातचीत कर उनको वापस उनके गांव भेजने की बात कही है। जिनकी लिस्ट तैयार की गई है। इनमें 4 मजदूर नेपाल के सरलाई जिले और आसपास गांव के रहने वाले है। जो पिछले डेढ़ वर्ष से ठेकेदार के पास काम करते थे। बंधक बनाकर रखे गए मजदूरों में फेकू सदा (सीतामढ़ी) दुर्गा नंद, दिपेंद्र, अनिल, विकेश (नेपाल) नीरज (सीतामढ़ी), मुकेश, रुपम, बुंदेल आदि ने बताया कि उनकों 12 हजार रुपए वेतन देने की बात कर जहां आलू फार्म हाउस में लाया गया था। ठेकेदार बिगन द्वारा 8 घंटे की बजाए 13 घंटे काम करवाया जाता था। रोटी खाने के लिए रुपए मांगे जाते तो वह उनसे मारपीट करता और भद्दी-भद्दी गालियां निकालता था। बिहार सीएम ने पंजाब सीएम ऑफिस में की बात इसी बात से परेशान होकर बीते दिन 2 मजदूर चोरी छिपे फार्म हाउस से भाग निकले। वह भी अपने गांव वापस लौटना चाहते है। लेकिन ठेकेदार उनको जाने नही देता है। मामला बिहार के सीएम के दरबार में पहुंच गया। जिसके बाद बिहार के CM द्वारा पंजाब के CM ऑफिस से बात कर बाकी मजदूरों को छुड़वाने के लिए कहा गया। मारपीट करके कराया जा रहा था काम गुरुवार को गांव सिधवां दोनां के नजदीक बने पहलवान आलू फार्म हाउस में जिला प्रशासन और पुलिस की टाम ने दबिश दी। वहां पर काम करने वाले मजदूरों से बातचीत की गई। जिनमें से बिहार के सीतामढ़ी से आए हुए मजदूरों ने बताया कि बिगन उनका ठेकेदार है। आलुओं के खेतों में मजदूरी करवाने के लिए 2 महीने पहले कपूरथला के गांव सिधवां दोनां में लेकर आया था।मजदूरों ने बताया कि हमे बढ़िया वेतन दिलवाने का लालच दिया गया। लेकिन यहां पर ठेकेदार बिगन राय उनके साथ मारपीट करता और साथ आए बच्चों से भी जबरदस्ती काम करवाता है। मालिक बोले- हमे नहीं है जानकारी फार्म हाउस के मालिक तेजा सिंह और जसबीर सिंह ने बताया कि ठेकेदार द्वारा मजदूरों से ऐसा सलूक किया जा रहा है। इसके बारे उनको पता नहीं है, और ना ही किसी मजदूर की ओर से उन्हें इस बारे में बताया गया है। फिलहाल पुलिस फार्म हाउस के मालिकों से भी पूछताछ कर रही है।

अमृतसर में खिलाड़ियों को जाली सर्टिफिकेट बांटने वाला काबू:खोल रखी थी फर्जी खेल संस्था; 10 से अधिक राज्यों में फैला नेटवर्क
अमृतसर में खिलाड़ियों को जाली सर्टिफिकेट बांटने वाला काबू:खोल रखी थी फर्जी खेल संस्था; 10 से अधिक राज्यों में फैला नेटवर्क अमृतसर पुलिस ने नौकरी में स्पोर्ट्स कोटे का झांसा देकर गैर-मान्यता प्राप्त संस्था का सर्टिफिकेट बांट पैसे इकट्ठे करने वाले गिरोह के सरगना को अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने पंजाब ही नहीं, 10 से अधिक राज्यों में अपना नेटवर्क बिछा रखा था, जो युवाओं को डिस्ट्रिक्ट, स्टेट, इंटरस्टेट, नेशनल व इंटरनेशल स्तर के सर्टिफिकेट बांटता था। अमृतसर के पीड़ित अमित कुमार ने बताया कि आरोपी ने उससे 1.50 लाख रुपए से अधिक पैसे वसूले थे। जिसमें उसने उसे सर्टिफिकेट भी बनाकर दिए और फेडरेशन में ऊंचे पद पर बैठाने का वादा भी किया। फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और उससे उसके नेटवर्क के बारे में जानकारी हासिल की जा रही हैं। पीड़ित अमित कुमार ने बताया कि अभिलाष कुमार ने यूथ एंड स्पोर्ट डवलपमेंट एसोशिएशन (इंडिया) के नाम से स्पोर्ट की संस्था बना रखी थी। इस संस्था की जड़े देश के 15 राज्य में फैली हुई हैं। इनका काम खिलाडियों से पैसा लेकर सर्टिफिकेट देना था। अभिलाश एक ही संस्था से फुटबॉल, कबड्डी, कराटे, बास्केट बाल, योग, खो-खो, शॉर्ट पुट, बॉक्सिंग, वॉली बाल, एथलेटिक, रस्सा कसी आदि खेलों की स्टेट, नेशनल, इंडो नेपाल इंटरनेशनल चैंपियनशिप के सर्टिफिकेट देता था। कमजोर व अमीर खिलाड़ियों को फंसाता था आरोपी अभिलाष ने खिलाडियों को फंसाने के लिए गैंग बनाया हुआ था। इनका गैंग उन खिलाडियों को टार्गेट करता था, जो खेल में कमजोर हो और मोटे पैसे खर्च सकें। यह लोग व्हाट्सप, फेसबुक के माध्यम से संपर्क बना कर रखते थे। अभिलाष, यूथ एंड स्पोर्ट्स डवलपमेंट एसोसिएशन (इंडिया) के नाम से गोवा में नेशनल, नेपाल में इंडो-नेपाल इंटरनेशनल टूर्नामेंट का आयोजन करवाता है। फिलहाल थाना सदर की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर छानबीन शुरू कर दी है। अनुमान है कि आने वाले कुछ दिनों में ही इस गैंग के और सदस्य भी काबू आ सकते हैं।