पंजाब के पठानकोट में कार सवार 2 नकाबपोश बदमाशों ने कारोबारी के 6 साल के बेटे को स्कूल से लौटते समय किडनैप कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने सड़क पर एक लेटर फेंका। जिसमें लिखा था कि आपका बेटा हमारे पास सुरक्षित है। अगर आप हमारा सहयोग करेंगे तो बच्चे को कुछ नहीं होगा, हमें 2 करोड़ रुपए चाहिए। व्यापारी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने 7 घंटे के भीतर बच्चों को हिमाचल प्रदेश के नूरपुर के पास औंदी से सकुशल बरामद कर लिया। बच्चे को कार में छोड़कर आरोपी मौके से फरार हो गए। हिमाचल प्रदेश के नूरपुर निवासी BSF के बर्खास्त कॉन्स्टेबल अमित राणा और उसके दोस्त सोनी ने इस वारदात को अंजाम दिया। कारोबारी बादल भंडारी की पालतू जानवरों और कुत्तों के सामान की दुकान है। उनका 6 साल का बेटा माहिर यूकेजी में पढ़ता है और उसकी बड़ी बहन 12 साल की इबादत दिल्ली पब्लिक स्कूल जाखोलाहड़ी में पढ़ती है। अपहरण से रिहाई तक की पूरी कहानी…. 2 दिन से कर रहे थे रेकी, सड़क पर फेंका लेटर
बच्चे को अगवा करने के लिए आरोपी 2 दिन से बच्चे के घर की रेकी कर रहे थे। जिस कार से बच्चे का अपहरण किया गया, वह 2 दिन से सुबह स्कूल के समय और दोपहर में छुट्टी के समय गली में खड़ी देखी गई थी। स्कूल के बाद माहिर गली के मोड़ पर बस से उतरा और अपनी बहन के साथ घर की ओर जा रहा था। माहिर अपनी बहन से कुछ कदम आगे चल रहा था। इस बीच हिमाचल प्रदेश नंबर की कार आई, घर के पास पहुंचते ही उसमें बैठे अपहरणकर्ता ने माहिर को अपने पास बुलाया और जैसे ही वह करीब आया, उसे खींचकर कार में बैठा लिया। इसके बाद अपहरणकर्ता वहां से भाग गए। भागते समय उन्होंने सड़क पर धमकी भरा पत्र फेंक दिया। बहन ने घर पर मां को घटना बताई
यह सब देखकर पीछे आ रही बहन दंग रह गई और उसने दौड़कर अपने भाई को बचाने की कोशिश की। लेकिन अपहरणकर्ता कार लेकर भाग गए। पहले बहन घर की ओर भागी और फिर वापस आकर सड़क पर पड़े धमकी भरे पत्र को उठाकर मां को घटना की जानकारी दी। उसी समय पुलिस को सूचना दी गई। लेटर में मांगी 2 करोड़ की फिरौती
लेटर में लिखा था गिव मनी टेक सन, पुलिस एंड अदर्स इंवॉल्वमेंट सेव मनी नो सन। हेलो, आपका बेटा हमारे पास सेफ है। सिर्फ तब तक सेफ है जब तक यह बात हमारे और तुम्हारे बीच है। अगर बात बाहर आई, पुलिस की इन्वॉल्वमेंट हुई तो तुम्हारा बेटा वापस नहीं मिलेगा और न हम तुमसे कॉन्टैक्ट करेंगे। तुम्हारा बेटा हमारे पास सेफ है जब तक तुम कोपरेट करोगे तब तक। मेरी डिमांड 2 करोड़ है। डू अरेंज आई विल कॉन्टैक्ट यू। बच्चे को कार में छोड़कर भागे आरोपी
सूचना मिलने के बाद एसएसपी दलजिंदर सिंह ढिल्लों खुद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने अलर्ट जारी कर चेकिंग प्वाइंटों पर पुलिस टीम को सतर्क किया। अपहरणकर्ता चक्की नदी की तरफ भाग गए। पुलिस ने हिमाचल पुलिस से संपर्क कर उनका पीछा किया। रात को ही हिमाचल के डीजीपी ने अपहरण की सूचना सभी थानों को भेजकर अलर्ट जारी कर दिया। आखिरकार आरोपी बच्चे को नूरपुर से औंदी मार्ग पर एक पुलिया के पास कार में छोड़कर भाग गए। पुलिस ने रात साढ़े दस बजे बच्चे को बरामद कर लिया और रात 12 बजे उसे सकुशल परिजनों के हवाले कर दिया। हिमाचल का है मास्टरमाइंड
पुलिस के मुताबिक, इस घटना का मास्टरमाइंड हिमाचल प्रदेश के नूरपुर से बीएसएफ से बर्खास्त कांस्टेबल अमित राणा और उसका दोस्त सोनी है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। डीआईजी बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह ने बताया कि इस मामले में आगे की जांच जारी है। उन्होंने सहयोग के लिए हिमाचल पुलिस का आभार जताया। पंजाब के पठानकोट में कार सवार 2 नकाबपोश बदमाशों ने कारोबारी के 6 साल के बेटे को स्कूल से लौटते समय किडनैप कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने सड़क पर एक लेटर फेंका। जिसमें लिखा था कि आपका बेटा हमारे पास सुरक्षित है। अगर आप हमारा सहयोग करेंगे तो बच्चे को कुछ नहीं होगा, हमें 2 करोड़ रुपए चाहिए। व्यापारी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने 7 घंटे के भीतर बच्चों को हिमाचल प्रदेश के नूरपुर के पास औंदी से सकुशल बरामद कर लिया। बच्चे को कार में छोड़कर आरोपी मौके से फरार हो गए। हिमाचल प्रदेश के नूरपुर निवासी BSF के बर्खास्त कॉन्स्टेबल अमित राणा और उसके दोस्त सोनी ने इस वारदात को अंजाम दिया। कारोबारी बादल भंडारी की पालतू जानवरों और कुत्तों के सामान की दुकान है। उनका 6 साल का बेटा माहिर यूकेजी में पढ़ता है और उसकी बड़ी बहन 12 साल की इबादत दिल्ली पब्लिक स्कूल जाखोलाहड़ी में पढ़ती है। अपहरण से रिहाई तक की पूरी कहानी…. 2 दिन से कर रहे थे रेकी, सड़क पर फेंका लेटर
बच्चे को अगवा करने के लिए आरोपी 2 दिन से बच्चे के घर की रेकी कर रहे थे। जिस कार से बच्चे का अपहरण किया गया, वह 2 दिन से सुबह स्कूल के समय और दोपहर में छुट्टी के समय गली में खड़ी देखी गई थी। स्कूल के बाद माहिर गली के मोड़ पर बस से उतरा और अपनी बहन के साथ घर की ओर जा रहा था। माहिर अपनी बहन से कुछ कदम आगे चल रहा था। इस बीच हिमाचल प्रदेश नंबर की कार आई, घर के पास पहुंचते ही उसमें बैठे अपहरणकर्ता ने माहिर को अपने पास बुलाया और जैसे ही वह करीब आया, उसे खींचकर कार में बैठा लिया। इसके बाद अपहरणकर्ता वहां से भाग गए। भागते समय उन्होंने सड़क पर धमकी भरा पत्र फेंक दिया। बहन ने घर पर मां को घटना बताई
यह सब देखकर पीछे आ रही बहन दंग रह गई और उसने दौड़कर अपने भाई को बचाने की कोशिश की। लेकिन अपहरणकर्ता कार लेकर भाग गए। पहले बहन घर की ओर भागी और फिर वापस आकर सड़क पर पड़े धमकी भरे पत्र को उठाकर मां को घटना की जानकारी दी। उसी समय पुलिस को सूचना दी गई। लेटर में मांगी 2 करोड़ की फिरौती
लेटर में लिखा था गिव मनी टेक सन, पुलिस एंड अदर्स इंवॉल्वमेंट सेव मनी नो सन। हेलो, आपका बेटा हमारे पास सेफ है। सिर्फ तब तक सेफ है जब तक यह बात हमारे और तुम्हारे बीच है। अगर बात बाहर आई, पुलिस की इन्वॉल्वमेंट हुई तो तुम्हारा बेटा वापस नहीं मिलेगा और न हम तुमसे कॉन्टैक्ट करेंगे। तुम्हारा बेटा हमारे पास सेफ है जब तक तुम कोपरेट करोगे तब तक। मेरी डिमांड 2 करोड़ है। डू अरेंज आई विल कॉन्टैक्ट यू। बच्चे को कार में छोड़कर भागे आरोपी
सूचना मिलने के बाद एसएसपी दलजिंदर सिंह ढिल्लों खुद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने अलर्ट जारी कर चेकिंग प्वाइंटों पर पुलिस टीम को सतर्क किया। अपहरणकर्ता चक्की नदी की तरफ भाग गए। पुलिस ने हिमाचल पुलिस से संपर्क कर उनका पीछा किया। रात को ही हिमाचल के डीजीपी ने अपहरण की सूचना सभी थानों को भेजकर अलर्ट जारी कर दिया। आखिरकार आरोपी बच्चे को नूरपुर से औंदी मार्ग पर एक पुलिया के पास कार में छोड़कर भाग गए। पुलिस ने रात साढ़े दस बजे बच्चे को बरामद कर लिया और रात 12 बजे उसे सकुशल परिजनों के हवाले कर दिया। हिमाचल का है मास्टरमाइंड
पुलिस के मुताबिक, इस घटना का मास्टरमाइंड हिमाचल प्रदेश के नूरपुर से बीएसएफ से बर्खास्त कांस्टेबल अमित राणा और उसका दोस्त सोनी है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। डीआईजी बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह ने बताया कि इस मामले में आगे की जांच जारी है। उन्होंने सहयोग के लिए हिमाचल पुलिस का आभार जताया। पंजाब | दैनिक भास्कर