कारोबारी की पत्नी बोली-बच्चा लेने आए तो जेल भिजवा दूंगी:मां ने कहा- मुझे बेटा दिला दो, 30 हजार में कानपुर में बच्चे को बेचने की कहानी

कारोबारी की पत्नी बोली-बच्चा लेने आए तो जेल भिजवा दूंगी:मां ने कहा- मुझे बेटा दिला दो, 30 हजार में कानपुर में बच्चे को बेचने की कहानी

‘मेरे बच्चे ने रविवार को फोन करके मुझसे कहा कि मां मुझे बुला लो…मैंने पूछा कि क्या हुआ बेटा तो वह फफक-फफक कर रोने लगा। फिर उसने कहा-मुझे यहां से बुला लो मां, मुझे यहां नहीं रहना। यह सुनते ही मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैंने दलाल पप्पू यादव से फोन पर बात की। मैंने उससे कहा, मेरा बेटा कहां है, मुझे उससे मिलना है तो उसने कहा कि अब तुम्हारा बेटा कभी वापस लौटकर नहीं आएगा।’ यह बताते हुए तरनिया घाट मोतिहारी बिहार निवासी संगीता (काल्पनिक नाम) रोने लगीं। उन्होंने कहा, मुझे मेरा बच्चा चाहिए। वह मंगलवार रात 11 बजे अपने पति के साथ कानपुर पहुंचीं। बेटे से मिलने के लिए तो कारोबारी ने की पत्नी ने उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दी। इससे परिजन और सहम गए और फिर पिता दीनानाथ (काल्पनिक नाम) ने मामले की शिकायत डायल-112 पर कर दी। इसके बाद पुलिस ने बच्चे को गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी अंकित आनंद के घर से बरामद कर लिया। पुलिस जांच में पता चला कि उनके बेटे का सौदा हो गया है। मामले की हकीकत जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम ने बच्चे के माता-पिता से बात की। उन्होंने बताया कि बच्चे के ताऊ और दलाल ने मिलकर बच्चे को महज 30 हजार में बेच दिया था। बच्चे के माता-पिता ने क्या कहा…? पढ़ें कानपुर से खास रिपोर्ट…। पहले पढ़िए पूरा मामला गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी सतीश आनंद के गोविंद नगर और गुमटी समेत शहर में चार फर्नीचर के बड़े शोरूम हैं। सतीश परिवार बेटे अंकित आनंद के साथ में रहते हैं। सतीश ने बताया कि बेटे अंकित की शादी लखनऊ में हुई है। अंकित के ससुर ने ही बिहार के दो बच्चों को गुड़गांव के एक एजेंट पप्पू यादव से खरीदा था। इसके बाद उन्होंने एक बच्चा अपने यहां रख दिया और दूसरा उनके घर पर काम के लिए भेज दिया था। अंकित ने अपने दोनों बच्चों की देखरेख के लिए इस 12 साल के बच्चे को मंगाया था। गोविंदनगर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया- सोमवार रात को डायल-112 पर सूचना मिली कि गोविंद नगर बी-ब्लॉक में फर्नीचर कारोबारी अंकित आनंद के घर में मेरे 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी करवाई जाती है। विरोध करने पर उसे बेरहमी से पीटते हैं। इसके बाद हमने गोविंद नगर बी-ब्लॉक के मकान नंबर 124/278 में रहने वाले फर्नीचर कारोबारी सतीश आनंद के बेटे अंकित के घर पर दबिश दी। बच्चे को अपने कब्जे में लिया। घर से 12 साल का बच्चा बरामद हुआ और गाल पर चोट के निशान थे। अंकित ने पुलिस को बताया – मेरे ससुर सुनील मलिक के घर से करीब 1 महीने पहले यह लड़का हमारे घर काम करने के लिए आया था। इसके लिए मेरी पत्नी ने पप्पू यादव को 30 हजार रुपए दिए थे। पप्पू यादव गुडगांव में रहता है। उन्होंने बताया – बच्चा मेरे घर मे छोटे मोटे काम किया करता है और इसका एक चचेरा भाई अर्पित भी मेरे ससुर के यहां आलमबाग लखनऊ में रहता है। इसके बाद पुलिस की एक टीम लखनऊ रवाना करने की तैयारी की जा रही है। इससे कि बच्चे की खरीद-फरोख्त करने वाले अंकित आनंद के ससुर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके। मां बोली-मुझे मेरा बेटा चाहिए गोविंद नगर थाने पहुंची मां संगीता अपने बच्चे की एक झलक पाने की आस में इधर-उधर देखती रही, बोली कि बस एक बार मेरे बच्चे को दिखा तो। फिर फफक कर रोने लगी…। थानेदार ने बताया कि बच्चे चाइल्ड लाइन में रखा गया है, सुबह मुलाकात हो पाएगी। इसके बाद मां ने अपने बयान में बताया कि वह वर्तमान में हरियाणा में रहते हैं। मेरे बच्चे के पारिवारिक ताऊ के बेटे शिव महतो और दलाल पप्पू दोनों दोस्त हैं। तीन महीने पहले कर्ज में डूबे पति को सहारा देने का भरोसा दिलाकर बच्चे को नौकरी पर भेजने की बात कही थी, लेकिन मैंने साफ इनकार कर दिया था। ताऊ ने कहा-बच्चे को नौकरी पर भेज दिया है मेरे पति दीनानाथ भी इस बात को लेकर राजी नहीं थे। जब वह एक दिन घर से बाहर गई तो ताऊ का बेटा मेरे बच्चे को बहला-फुसला कर घर से ले गया। उसके साथ दलाल भी था। जब बच्चा घर नहीं मिला तो मैंने ताऊ से पूछा तो उसने कहा कि नौकरी पर लगा दिया है। हम भी निश्चिंत हो गए थे। बताया गया कि कानपुर निवासी कारोबारी के यहां मेरा बेटा नौकरी कर रहा है। उनका नंबर भी मेरे पास था। मगर रविवार को बेटे ने फोन किया और वह रोने लगा तो मुझे अनहोनी की आशंका लगी। इस पर मैंने दलाल से बात की तो उसने कहा, तुम्हारा बेटा कभी नहीं आएगा। इसके बाद मैंने कारोबारी की पत्नी साक्षी से बात की। कहा कि अगर बच्चे को लेने आ रहे हैं तो उसने पूरे परिवार को चोरी के इल्जाम में जेल भिजवाने की धमकी दी। इसके बाद हमने पुलिस से शिकायत की। पुलिस जांच में पता चला कि मेरे बच्चे को बेच दिया गया है। बताया कि 30 हजार रुपए में मेरे बच्चे को दलाल और ताऊ के बेटे ने बेचा था। इसके बाद 15-15 हजार रुपए आपस में बांट लिया। अब पढ़िए बच्चे के पिता ने क्या कहा पिता बोले, नौकरी का झांसा देकर बच्चे को बेचा बच्चे के पिता दीनानाथ ने बताया कि मेरे ताऊ का बेटा शिव और दलाल पप्पू यादव ने मेरे साथ धोखा किया है। मेरे बेटे को नौकरी पर भेजने की बात कहकर बेच दिया। मुझे सिर्फ 10 हजार रुपए ही एक बार में मिला था, इसके बाद एक रुपया नहीं दिया है। मेरे भाई शिव और पप्पू दलाल ने पैसे लिए। मेरे भाई और दलाल के बीच झगड़ा हुआ था तो उसने बताया कि तुम्हारे बच्चे को बेच दिया है, अब कभी तुम्हें वापस नहीं मिल पाएगा। इसके बाद गोविंद नगर के कारोबारी के घर बेटे से बात की तो बच्चा फफक कर रोने लगा और घर आने की जिद करने लगा। हमने पुलिस को सूचना दी। मैंने बच्चे के काम के बदले में कोई रकम नहीं ली है। बताते-बताते पिता फफक कर रोने लगे…बोले कि बहनों की शादी करने में 8 लाख रुपए कर्ज हो गया था। इतनी किश्तें हो गई कि उन्हें चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ा और पूरा परिवार बहुत आर्थिक तंगी के दौरान से गुजर रहा था। इस दौरान बच्चे के ताऊ ने नौकरी का झांसा दिया था, लेकिन हम लोग राजी नहीं हो रहे थे। इसके बाद बच्चे को बगैर बताए घर से ले गया और दलाल के साथ मिलकर बेच दिया था। कारोबारी, उनकी बीवी पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का केस दर्ज दरोगा कुशलवीर राठी की तहरीर पर 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी कराने और बेरहमी से पीटने के मामले में आरोपी कारोबारी अंकित आनंद, साक्षी, सुनील मलिक और पप्पू यादव के खिलाफ मानव तस्करी, बंधक बनाकर मजदूरी कराने, मारपीट करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जेल भेजे गए कारोबारी के पिता बोले पुलिस दबाव बना रही जेल भेजे गए फर्नीचर कारोबारी के पिता सतीश आनंद ने बताया कि सहमति से बच्चे के पिता ने भेजा है। पुलिस अब आए हुए माता-पिता पर दबाव बना रही कि बयान बदलो। पिता ने पैसे लेने की बात से इनकार किया तो सतीश ने बताया कि दलाल पप्पू यादव और बच्चे के ताऊ शिव पैसे लेकर गए हैं। इसके बाद पिता ने पुलिस से शिकायत की है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग का आरोप गलत है, बस नाबालिग से काम कराना मेरा अपराध है। इसी बात की सजा मेरे बेटे को मिली है। ………………….. ये खबर भी पढ़ें महबूबा मुफ्ती की बेटी पर भड़के नरसिंहानंद:गाजियाबाद में बोले- तुम ऐसी शिक्षा पाती हो, विश्वासघात खून में आ ही जाता है यति नरसिंहानंद गिरि ने जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के ‘हिंदुत्व एक बीमारी’ वाले बयान पर रिएक्शन दिया। कहा- असल में तुम ऐसी शिक्षा पाते हो, अहसान फरामोशी और विश्वासघात तुम्हारे खून में आ ही जाता है। 2 चमाटों में इतनी विचलित हो गई। तुम कहती हो हिंदुत्व बीमारी है। तुम इसका इलाज करोगी। मुझे यह बताओ हिंदुत्व ने कब किसका घर लूटा, कब किसी निर्दोष को मारा ? कब हिंदुत्व ने किसी को बर्बाद किया? लेकिन जिस कश्मीर में तुम घूम रही हो, यह तुम्हारे बाप-दादा का नहीं है, हिंदुओं का रहा है। तुम बहुत पहले मुसलमान नहीं रही होगी। पढ़ें पूरी खबर ‘मेरे बच्चे ने रविवार को फोन करके मुझसे कहा कि मां मुझे बुला लो…मैंने पूछा कि क्या हुआ बेटा तो वह फफक-फफक कर रोने लगा। फिर उसने कहा-मुझे यहां से बुला लो मां, मुझे यहां नहीं रहना। यह सुनते ही मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैंने दलाल पप्पू यादव से फोन पर बात की। मैंने उससे कहा, मेरा बेटा कहां है, मुझे उससे मिलना है तो उसने कहा कि अब तुम्हारा बेटा कभी वापस लौटकर नहीं आएगा।’ यह बताते हुए तरनिया घाट मोतिहारी बिहार निवासी संगीता (काल्पनिक नाम) रोने लगीं। उन्होंने कहा, मुझे मेरा बच्चा चाहिए। वह मंगलवार रात 11 बजे अपने पति के साथ कानपुर पहुंचीं। बेटे से मिलने के लिए तो कारोबारी ने की पत्नी ने उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दी। इससे परिजन और सहम गए और फिर पिता दीनानाथ (काल्पनिक नाम) ने मामले की शिकायत डायल-112 पर कर दी। इसके बाद पुलिस ने बच्चे को गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी अंकित आनंद के घर से बरामद कर लिया। पुलिस जांच में पता चला कि उनके बेटे का सौदा हो गया है। मामले की हकीकत जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम ने बच्चे के माता-पिता से बात की। उन्होंने बताया कि बच्चे के ताऊ और दलाल ने मिलकर बच्चे को महज 30 हजार में बेच दिया था। बच्चे के माता-पिता ने क्या कहा…? पढ़ें कानपुर से खास रिपोर्ट…। पहले पढ़िए पूरा मामला गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी सतीश आनंद के गोविंद नगर और गुमटी समेत शहर में चार फर्नीचर के बड़े शोरूम हैं। सतीश परिवार बेटे अंकित आनंद के साथ में रहते हैं। सतीश ने बताया कि बेटे अंकित की शादी लखनऊ में हुई है। अंकित के ससुर ने ही बिहार के दो बच्चों को गुड़गांव के एक एजेंट पप्पू यादव से खरीदा था। इसके बाद उन्होंने एक बच्चा अपने यहां रख दिया और दूसरा उनके घर पर काम के लिए भेज दिया था। अंकित ने अपने दोनों बच्चों की देखरेख के लिए इस 12 साल के बच्चे को मंगाया था। गोविंदनगर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया- सोमवार रात को डायल-112 पर सूचना मिली कि गोविंद नगर बी-ब्लॉक में फर्नीचर कारोबारी अंकित आनंद के घर में मेरे 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी करवाई जाती है। विरोध करने पर उसे बेरहमी से पीटते हैं। इसके बाद हमने गोविंद नगर बी-ब्लॉक के मकान नंबर 124/278 में रहने वाले फर्नीचर कारोबारी सतीश आनंद के बेटे अंकित के घर पर दबिश दी। बच्चे को अपने कब्जे में लिया। घर से 12 साल का बच्चा बरामद हुआ और गाल पर चोट के निशान थे। अंकित ने पुलिस को बताया – मेरे ससुर सुनील मलिक के घर से करीब 1 महीने पहले यह लड़का हमारे घर काम करने के लिए आया था। इसके लिए मेरी पत्नी ने पप्पू यादव को 30 हजार रुपए दिए थे। पप्पू यादव गुडगांव में रहता है। उन्होंने बताया – बच्चा मेरे घर मे छोटे मोटे काम किया करता है और इसका एक चचेरा भाई अर्पित भी मेरे ससुर के यहां आलमबाग लखनऊ में रहता है। इसके बाद पुलिस की एक टीम लखनऊ रवाना करने की तैयारी की जा रही है। इससे कि बच्चे की खरीद-फरोख्त करने वाले अंकित आनंद के ससुर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके। मां बोली-मुझे मेरा बेटा चाहिए गोविंद नगर थाने पहुंची मां संगीता अपने बच्चे की एक झलक पाने की आस में इधर-उधर देखती रही, बोली कि बस एक बार मेरे बच्चे को दिखा तो। फिर फफक कर रोने लगी…। थानेदार ने बताया कि बच्चे चाइल्ड लाइन में रखा गया है, सुबह मुलाकात हो पाएगी। इसके बाद मां ने अपने बयान में बताया कि वह वर्तमान में हरियाणा में रहते हैं। मेरे बच्चे के पारिवारिक ताऊ के बेटे शिव महतो और दलाल पप्पू दोनों दोस्त हैं। तीन महीने पहले कर्ज में डूबे पति को सहारा देने का भरोसा दिलाकर बच्चे को नौकरी पर भेजने की बात कही थी, लेकिन मैंने साफ इनकार कर दिया था। ताऊ ने कहा-बच्चे को नौकरी पर भेज दिया है मेरे पति दीनानाथ भी इस बात को लेकर राजी नहीं थे। जब वह एक दिन घर से बाहर गई तो ताऊ का बेटा मेरे बच्चे को बहला-फुसला कर घर से ले गया। उसके साथ दलाल भी था। जब बच्चा घर नहीं मिला तो मैंने ताऊ से पूछा तो उसने कहा कि नौकरी पर लगा दिया है। हम भी निश्चिंत हो गए थे। बताया गया कि कानपुर निवासी कारोबारी के यहां मेरा बेटा नौकरी कर रहा है। उनका नंबर भी मेरे पास था। मगर रविवार को बेटे ने फोन किया और वह रोने लगा तो मुझे अनहोनी की आशंका लगी। इस पर मैंने दलाल से बात की तो उसने कहा, तुम्हारा बेटा कभी नहीं आएगा। इसके बाद मैंने कारोबारी की पत्नी साक्षी से बात की। कहा कि अगर बच्चे को लेने आ रहे हैं तो उसने पूरे परिवार को चोरी के इल्जाम में जेल भिजवाने की धमकी दी। इसके बाद हमने पुलिस से शिकायत की। पुलिस जांच में पता चला कि मेरे बच्चे को बेच दिया गया है। बताया कि 30 हजार रुपए में मेरे बच्चे को दलाल और ताऊ के बेटे ने बेचा था। इसके बाद 15-15 हजार रुपए आपस में बांट लिया। अब पढ़िए बच्चे के पिता ने क्या कहा पिता बोले, नौकरी का झांसा देकर बच्चे को बेचा बच्चे के पिता दीनानाथ ने बताया कि मेरे ताऊ का बेटा शिव और दलाल पप्पू यादव ने मेरे साथ धोखा किया है। मेरे बेटे को नौकरी पर भेजने की बात कहकर बेच दिया। मुझे सिर्फ 10 हजार रुपए ही एक बार में मिला था, इसके बाद एक रुपया नहीं दिया है। मेरे भाई शिव और पप्पू दलाल ने पैसे लिए। मेरे भाई और दलाल के बीच झगड़ा हुआ था तो उसने बताया कि तुम्हारे बच्चे को बेच दिया है, अब कभी तुम्हें वापस नहीं मिल पाएगा। इसके बाद गोविंद नगर के कारोबारी के घर बेटे से बात की तो बच्चा फफक कर रोने लगा और घर आने की जिद करने लगा। हमने पुलिस को सूचना दी। मैंने बच्चे के काम के बदले में कोई रकम नहीं ली है। बताते-बताते पिता फफक कर रोने लगे…बोले कि बहनों की शादी करने में 8 लाख रुपए कर्ज हो गया था। इतनी किश्तें हो गई कि उन्हें चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ा और पूरा परिवार बहुत आर्थिक तंगी के दौरान से गुजर रहा था। इस दौरान बच्चे के ताऊ ने नौकरी का झांसा दिया था, लेकिन हम लोग राजी नहीं हो रहे थे। इसके बाद बच्चे को बगैर बताए घर से ले गया और दलाल के साथ मिलकर बेच दिया था। कारोबारी, उनकी बीवी पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का केस दर्ज दरोगा कुशलवीर राठी की तहरीर पर 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी कराने और बेरहमी से पीटने के मामले में आरोपी कारोबारी अंकित आनंद, साक्षी, सुनील मलिक और पप्पू यादव के खिलाफ मानव तस्करी, बंधक बनाकर मजदूरी कराने, मारपीट करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जेल भेजे गए कारोबारी के पिता बोले पुलिस दबाव बना रही जेल भेजे गए फर्नीचर कारोबारी के पिता सतीश आनंद ने बताया कि सहमति से बच्चे के पिता ने भेजा है। पुलिस अब आए हुए माता-पिता पर दबाव बना रही कि बयान बदलो। पिता ने पैसे लेने की बात से इनकार किया तो सतीश ने बताया कि दलाल पप्पू यादव और बच्चे के ताऊ शिव पैसे लेकर गए हैं। इसके बाद पिता ने पुलिस से शिकायत की है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग का आरोप गलत है, बस नाबालिग से काम कराना मेरा अपराध है। इसी बात की सजा मेरे बेटे को मिली है। ………………….. ये खबर भी पढ़ें महबूबा मुफ्ती की बेटी पर भड़के नरसिंहानंद:गाजियाबाद में बोले- तुम ऐसी शिक्षा पाती हो, विश्वासघात खून में आ ही जाता है यति नरसिंहानंद गिरि ने जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के ‘हिंदुत्व एक बीमारी’ वाले बयान पर रिएक्शन दिया। कहा- असल में तुम ऐसी शिक्षा पाते हो, अहसान फरामोशी और विश्वासघात तुम्हारे खून में आ ही जाता है। 2 चमाटों में इतनी विचलित हो गई। तुम कहती हो हिंदुत्व बीमारी है। तुम इसका इलाज करोगी। मुझे यह बताओ हिंदुत्व ने कब किसका घर लूटा, कब किसी निर्दोष को मारा ? कब हिंदुत्व ने किसी को बर्बाद किया? लेकिन जिस कश्मीर में तुम घूम रही हो, यह तुम्हारे बाप-दादा का नहीं है, हिंदुओं का रहा है। तुम बहुत पहले मुसलमान नहीं रही होगी। 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