‘मेरे बच्चे ने रविवार को फोन करके मुझसे कहा कि मां मुझे बुला लो…मैंने पूछा कि क्या हुआ बेटा तो वह फफक-फफक कर रोने लगा। फिर उसने कहा-मुझे यहां से बुला लो मां, मुझे यहां नहीं रहना। यह सुनते ही मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैंने दलाल पप्पू यादव से फोन पर बात की। मैंने उससे कहा, मेरा बेटा कहां है, मुझे उससे मिलना है तो उसने कहा कि अब तुम्हारा बेटा कभी वापस लौटकर नहीं आएगा।’ यह बताते हुए तरनिया घाट मोतिहारी बिहार निवासी संगीता (काल्पनिक नाम) रोने लगीं। उन्होंने कहा, मुझे मेरा बच्चा चाहिए। वह मंगलवार रात 11 बजे अपने पति के साथ कानपुर पहुंचीं। बेटे से मिलने के लिए तो कारोबारी ने की पत्नी ने उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दी। इससे परिजन और सहम गए और फिर पिता दीनानाथ (काल्पनिक नाम) ने मामले की शिकायत डायल-112 पर कर दी। इसके बाद पुलिस ने बच्चे को गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी अंकित आनंद के घर से बरामद कर लिया। पुलिस जांच में पता चला कि उनके बेटे का सौदा हो गया है। मामले की हकीकत जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम ने बच्चे के माता-पिता से बात की। उन्होंने बताया कि बच्चे के ताऊ और दलाल ने मिलकर बच्चे को महज 30 हजार में बेच दिया था। बच्चे के माता-पिता ने क्या कहा…? पढ़ें कानपुर से खास रिपोर्ट…। पहले पढ़िए पूरा मामला गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी सतीश आनंद के गोविंद नगर और गुमटी समेत शहर में चार फर्नीचर के बड़े शोरूम हैं। सतीश परिवार बेटे अंकित आनंद के साथ में रहते हैं। सतीश ने बताया कि बेटे अंकित की शादी लखनऊ में हुई है। अंकित के ससुर ने ही बिहार के दो बच्चों को गुड़गांव के एक एजेंट पप्पू यादव से खरीदा था। इसके बाद उन्होंने एक बच्चा अपने यहां रख दिया और दूसरा उनके घर पर काम के लिए भेज दिया था। अंकित ने अपने दोनों बच्चों की देखरेख के लिए इस 12 साल के बच्चे को मंगाया था। गोविंदनगर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया- सोमवार रात को डायल-112 पर सूचना मिली कि गोविंद नगर बी-ब्लॉक में फर्नीचर कारोबारी अंकित आनंद के घर में मेरे 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी करवाई जाती है। विरोध करने पर उसे बेरहमी से पीटते हैं। इसके बाद हमने गोविंद नगर बी-ब्लॉक के मकान नंबर 124/278 में रहने वाले फर्नीचर कारोबारी सतीश आनंद के बेटे अंकित के घर पर दबिश दी। बच्चे को अपने कब्जे में लिया। घर से 12 साल का बच्चा बरामद हुआ और गाल पर चोट के निशान थे। अंकित ने पुलिस को बताया – मेरे ससुर सुनील मलिक के घर से करीब 1 महीने पहले यह लड़का हमारे घर काम करने के लिए आया था। इसके लिए मेरी पत्नी ने पप्पू यादव को 30 हजार रुपए दिए थे। पप्पू यादव गुडगांव में रहता है। उन्होंने बताया – बच्चा मेरे घर मे छोटे मोटे काम किया करता है और इसका एक चचेरा भाई अर्पित भी मेरे ससुर के यहां आलमबाग लखनऊ में रहता है। इसके बाद पुलिस की एक टीम लखनऊ रवाना करने की तैयारी की जा रही है। इससे कि बच्चे की खरीद-फरोख्त करने वाले अंकित आनंद के ससुर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके। मां बोली-मुझे मेरा बेटा चाहिए गोविंद नगर थाने पहुंची मां संगीता अपने बच्चे की एक झलक पाने की आस में इधर-उधर देखती रही, बोली कि बस एक बार मेरे बच्चे को दिखा तो। फिर फफक कर रोने लगी…। थानेदार ने बताया कि बच्चे चाइल्ड लाइन में रखा गया है, सुबह मुलाकात हो पाएगी। इसके बाद मां ने अपने बयान में बताया कि वह वर्तमान में हरियाणा में रहते हैं। मेरे बच्चे के पारिवारिक ताऊ के बेटे शिव महतो और दलाल पप्पू दोनों दोस्त हैं। तीन महीने पहले कर्ज में डूबे पति को सहारा देने का भरोसा दिलाकर बच्चे को नौकरी पर भेजने की बात कही थी, लेकिन मैंने साफ इनकार कर दिया था। ताऊ ने कहा-बच्चे को नौकरी पर भेज दिया है मेरे पति दीनानाथ भी इस बात को लेकर राजी नहीं थे। जब वह एक दिन घर से बाहर गई तो ताऊ का बेटा मेरे बच्चे को बहला-फुसला कर घर से ले गया। उसके साथ दलाल भी था। जब बच्चा घर नहीं मिला तो मैंने ताऊ से पूछा तो उसने कहा कि नौकरी पर लगा दिया है। हम भी निश्चिंत हो गए थे। बताया गया कि कानपुर निवासी कारोबारी के यहां मेरा बेटा नौकरी कर रहा है। उनका नंबर भी मेरे पास था। मगर रविवार को बेटे ने फोन किया और वह रोने लगा तो मुझे अनहोनी की आशंका लगी। इस पर मैंने दलाल से बात की तो उसने कहा, तुम्हारा बेटा कभी नहीं आएगा। इसके बाद मैंने कारोबारी की पत्नी साक्षी से बात की। कहा कि अगर बच्चे को लेने आ रहे हैं तो उसने पूरे परिवार को चोरी के इल्जाम में जेल भिजवाने की धमकी दी। इसके बाद हमने पुलिस से शिकायत की। पुलिस जांच में पता चला कि मेरे बच्चे को बेच दिया गया है। बताया कि 30 हजार रुपए में मेरे बच्चे को दलाल और ताऊ के बेटे ने बेचा था। इसके बाद 15-15 हजार रुपए आपस में बांट लिया। अब पढ़िए बच्चे के पिता ने क्या कहा पिता बोले, नौकरी का झांसा देकर बच्चे को बेचा बच्चे के पिता दीनानाथ ने बताया कि मेरे ताऊ का बेटा शिव और दलाल पप्पू यादव ने मेरे साथ धोखा किया है। मेरे बेटे को नौकरी पर भेजने की बात कहकर बेच दिया। मुझे सिर्फ 10 हजार रुपए ही एक बार में मिला था, इसके बाद एक रुपया नहीं दिया है। मेरे भाई शिव और पप्पू दलाल ने पैसे लिए। मेरे भाई और दलाल के बीच झगड़ा हुआ था तो उसने बताया कि तुम्हारे बच्चे को बेच दिया है, अब कभी तुम्हें वापस नहीं मिल पाएगा। इसके बाद गोविंद नगर के कारोबारी के घर बेटे से बात की तो बच्चा फफक कर रोने लगा और घर आने की जिद करने लगा। हमने पुलिस को सूचना दी। मैंने बच्चे के काम के बदले में कोई रकम नहीं ली है। बताते-बताते पिता फफक कर रोने लगे…बोले कि बहनों की शादी करने में 8 लाख रुपए कर्ज हो गया था। इतनी किश्तें हो गई कि उन्हें चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ा और पूरा परिवार बहुत आर्थिक तंगी के दौरान से गुजर रहा था। इस दौरान बच्चे के ताऊ ने नौकरी का झांसा दिया था, लेकिन हम लोग राजी नहीं हो रहे थे। इसके बाद बच्चे को बगैर बताए घर से ले गया और दलाल के साथ मिलकर बेच दिया था। कारोबारी, उनकी बीवी पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का केस दर्ज दरोगा कुशलवीर राठी की तहरीर पर 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी कराने और बेरहमी से पीटने के मामले में आरोपी कारोबारी अंकित आनंद, साक्षी, सुनील मलिक और पप्पू यादव के खिलाफ मानव तस्करी, बंधक बनाकर मजदूरी कराने, मारपीट करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जेल भेजे गए कारोबारी के पिता बोले पुलिस दबाव बना रही जेल भेजे गए फर्नीचर कारोबारी के पिता सतीश आनंद ने बताया कि सहमति से बच्चे के पिता ने भेजा है। पुलिस अब आए हुए माता-पिता पर दबाव बना रही कि बयान बदलो। पिता ने पैसे लेने की बात से इनकार किया तो सतीश ने बताया कि दलाल पप्पू यादव और बच्चे के ताऊ शिव पैसे लेकर गए हैं। इसके बाद पिता ने पुलिस से शिकायत की है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग का आरोप गलत है, बस नाबालिग से काम कराना मेरा अपराध है। इसी बात की सजा मेरे बेटे को मिली है। ………………….. ये खबर भी पढ़ें महबूबा मुफ्ती की बेटी पर भड़के नरसिंहानंद:गाजियाबाद में बोले- तुम ऐसी शिक्षा पाती हो, विश्वासघात खून में आ ही जाता है यति नरसिंहानंद गिरि ने जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के ‘हिंदुत्व एक बीमारी’ वाले बयान पर रिएक्शन दिया। कहा- असल में तुम ऐसी शिक्षा पाते हो, अहसान फरामोशी और विश्वासघात तुम्हारे खून में आ ही जाता है। 2 चमाटों में इतनी विचलित हो गई। तुम कहती हो हिंदुत्व बीमारी है। तुम इसका इलाज करोगी। मुझे यह बताओ हिंदुत्व ने कब किसका घर लूटा, कब किसी निर्दोष को मारा ? कब हिंदुत्व ने किसी को बर्बाद किया? लेकिन जिस कश्मीर में तुम घूम रही हो, यह तुम्हारे बाप-दादा का नहीं है, हिंदुओं का रहा है। तुम बहुत पहले मुसलमान नहीं रही होगी। पढ़ें पूरी खबर ‘मेरे बच्चे ने रविवार को फोन करके मुझसे कहा कि मां मुझे बुला लो…मैंने पूछा कि क्या हुआ बेटा तो वह फफक-फफक कर रोने लगा। फिर उसने कहा-मुझे यहां से बुला लो मां, मुझे यहां नहीं रहना। यह सुनते ही मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैंने दलाल पप्पू यादव से फोन पर बात की। मैंने उससे कहा, मेरा बेटा कहां है, मुझे उससे मिलना है तो उसने कहा कि अब तुम्हारा बेटा कभी वापस लौटकर नहीं आएगा।’ यह बताते हुए तरनिया घाट मोतिहारी बिहार निवासी संगीता (काल्पनिक नाम) रोने लगीं। उन्होंने कहा, मुझे मेरा बच्चा चाहिए। वह मंगलवार रात 11 बजे अपने पति के साथ कानपुर पहुंचीं। बेटे से मिलने के लिए तो कारोबारी ने की पत्नी ने उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दी। इससे परिजन और सहम गए और फिर पिता दीनानाथ (काल्पनिक नाम) ने मामले की शिकायत डायल-112 पर कर दी। इसके बाद पुलिस ने बच्चे को गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी अंकित आनंद के घर से बरामद कर लिया। पुलिस जांच में पता चला कि उनके बेटे का सौदा हो गया है। मामले की हकीकत जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम ने बच्चे के माता-पिता से बात की। उन्होंने बताया कि बच्चे के ताऊ और दलाल ने मिलकर बच्चे को महज 30 हजार में बेच दिया था। बच्चे के माता-पिता ने क्या कहा…? पढ़ें कानपुर से खास रिपोर्ट…। पहले पढ़िए पूरा मामला गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी सतीश आनंद के गोविंद नगर और गुमटी समेत शहर में चार फर्नीचर के बड़े शोरूम हैं। सतीश परिवार बेटे अंकित आनंद के साथ में रहते हैं। सतीश ने बताया कि बेटे अंकित की शादी लखनऊ में हुई है। अंकित के ससुर ने ही बिहार के दो बच्चों को गुड़गांव के एक एजेंट पप्पू यादव से खरीदा था। इसके बाद उन्होंने एक बच्चा अपने यहां रख दिया और दूसरा उनके घर पर काम के लिए भेज दिया था। अंकित ने अपने दोनों बच्चों की देखरेख के लिए इस 12 साल के बच्चे को मंगाया था। गोविंदनगर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया- सोमवार रात को डायल-112 पर सूचना मिली कि गोविंद नगर बी-ब्लॉक में फर्नीचर कारोबारी अंकित आनंद के घर में मेरे 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी करवाई जाती है। विरोध करने पर उसे बेरहमी से पीटते हैं। इसके बाद हमने गोविंद नगर बी-ब्लॉक के मकान नंबर 124/278 में रहने वाले फर्नीचर कारोबारी सतीश आनंद के बेटे अंकित के घर पर दबिश दी। बच्चे को अपने कब्जे में लिया। घर से 12 साल का बच्चा बरामद हुआ और गाल पर चोट के निशान थे। अंकित ने पुलिस को बताया – मेरे ससुर सुनील मलिक के घर से करीब 1 महीने पहले यह लड़का हमारे घर काम करने के लिए आया था। इसके लिए मेरी पत्नी ने पप्पू यादव को 30 हजार रुपए दिए थे। पप्पू यादव गुडगांव में रहता है। उन्होंने बताया – बच्चा मेरे घर मे छोटे मोटे काम किया करता है और इसका एक चचेरा भाई अर्पित भी मेरे ससुर के यहां आलमबाग लखनऊ में रहता है। इसके बाद पुलिस की एक टीम लखनऊ रवाना करने की तैयारी की जा रही है। इससे कि बच्चे की खरीद-फरोख्त करने वाले अंकित आनंद के ससुर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके। मां बोली-मुझे मेरा बेटा चाहिए गोविंद नगर थाने पहुंची मां संगीता अपने बच्चे की एक झलक पाने की आस में इधर-उधर देखती रही, बोली कि बस एक बार मेरे बच्चे को दिखा तो। फिर फफक कर रोने लगी…। थानेदार ने बताया कि बच्चे चाइल्ड लाइन में रखा गया है, सुबह मुलाकात हो पाएगी। इसके बाद मां ने अपने बयान में बताया कि वह वर्तमान में हरियाणा में रहते हैं। मेरे बच्चे के पारिवारिक ताऊ के बेटे शिव महतो और दलाल पप्पू दोनों दोस्त हैं। तीन महीने पहले कर्ज में डूबे पति को सहारा देने का भरोसा दिलाकर बच्चे को नौकरी पर भेजने की बात कही थी, लेकिन मैंने साफ इनकार कर दिया था। ताऊ ने कहा-बच्चे को नौकरी पर भेज दिया है मेरे पति दीनानाथ भी इस बात को लेकर राजी नहीं थे। जब वह एक दिन घर से बाहर गई तो ताऊ का बेटा मेरे बच्चे को बहला-फुसला कर घर से ले गया। उसके साथ दलाल भी था। जब बच्चा घर नहीं मिला तो मैंने ताऊ से पूछा तो उसने कहा कि नौकरी पर लगा दिया है। हम भी निश्चिंत हो गए थे। बताया गया कि कानपुर निवासी कारोबारी के यहां मेरा बेटा नौकरी कर रहा है। उनका नंबर भी मेरे पास था। मगर रविवार को बेटे ने फोन किया और वह रोने लगा तो मुझे अनहोनी की आशंका लगी। इस पर मैंने दलाल से बात की तो उसने कहा, तुम्हारा बेटा कभी नहीं आएगा। इसके बाद मैंने कारोबारी की पत्नी साक्षी से बात की। कहा कि अगर बच्चे को लेने आ रहे हैं तो उसने पूरे परिवार को चोरी के इल्जाम में जेल भिजवाने की धमकी दी। इसके बाद हमने पुलिस से शिकायत की। पुलिस जांच में पता चला कि मेरे बच्चे को बेच दिया गया है। बताया कि 30 हजार रुपए में मेरे बच्चे को दलाल और ताऊ के बेटे ने बेचा था। इसके बाद 15-15 हजार रुपए आपस में बांट लिया। अब पढ़िए बच्चे के पिता ने क्या कहा पिता बोले, नौकरी का झांसा देकर बच्चे को बेचा बच्चे के पिता दीनानाथ ने बताया कि मेरे ताऊ का बेटा शिव और दलाल पप्पू यादव ने मेरे साथ धोखा किया है। मेरे बेटे को नौकरी पर भेजने की बात कहकर बेच दिया। मुझे सिर्फ 10 हजार रुपए ही एक बार में मिला था, इसके बाद एक रुपया नहीं दिया है। मेरे भाई शिव और पप्पू दलाल ने पैसे लिए। मेरे भाई और दलाल के बीच झगड़ा हुआ था तो उसने बताया कि तुम्हारे बच्चे को बेच दिया है, अब कभी तुम्हें वापस नहीं मिल पाएगा। इसके बाद गोविंद नगर के कारोबारी के घर बेटे से बात की तो बच्चा फफक कर रोने लगा और घर आने की जिद करने लगा। हमने पुलिस को सूचना दी। मैंने बच्चे के काम के बदले में कोई रकम नहीं ली है। बताते-बताते पिता फफक कर रोने लगे…बोले कि बहनों की शादी करने में 8 लाख रुपए कर्ज हो गया था। इतनी किश्तें हो गई कि उन्हें चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ा और पूरा परिवार बहुत आर्थिक तंगी के दौरान से गुजर रहा था। इस दौरान बच्चे के ताऊ ने नौकरी का झांसा दिया था, लेकिन हम लोग राजी नहीं हो रहे थे। इसके बाद बच्चे को बगैर बताए घर से ले गया और दलाल के साथ मिलकर बेच दिया था। कारोबारी, उनकी बीवी पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का केस दर्ज दरोगा कुशलवीर राठी की तहरीर पर 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी कराने और बेरहमी से पीटने के मामले में आरोपी कारोबारी अंकित आनंद, साक्षी, सुनील मलिक और पप्पू यादव के खिलाफ मानव तस्करी, बंधक बनाकर मजदूरी कराने, मारपीट करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जेल भेजे गए कारोबारी के पिता बोले पुलिस दबाव बना रही जेल भेजे गए फर्नीचर कारोबारी के पिता सतीश आनंद ने बताया कि सहमति से बच्चे के पिता ने भेजा है। पुलिस अब आए हुए माता-पिता पर दबाव बना रही कि बयान बदलो। पिता ने पैसे लेने की बात से इनकार किया तो सतीश ने बताया कि दलाल पप्पू यादव और बच्चे के ताऊ शिव पैसे लेकर गए हैं। इसके बाद पिता ने पुलिस से शिकायत की है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग का आरोप गलत है, बस नाबालिग से काम कराना मेरा अपराध है। इसी बात की सजा मेरे बेटे को मिली है। ………………….. ये खबर भी पढ़ें महबूबा मुफ्ती की बेटी पर भड़के नरसिंहानंद:गाजियाबाद में बोले- तुम ऐसी शिक्षा पाती हो, विश्वासघात खून में आ ही जाता है यति नरसिंहानंद गिरि ने जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के ‘हिंदुत्व एक बीमारी’ वाले बयान पर रिएक्शन दिया। कहा- असल में तुम ऐसी शिक्षा पाते हो, अहसान फरामोशी और विश्वासघात तुम्हारे खून में आ ही जाता है। 2 चमाटों में इतनी विचलित हो गई। तुम कहती हो हिंदुत्व बीमारी है। तुम इसका इलाज करोगी। मुझे यह बताओ हिंदुत्व ने कब किसका घर लूटा, कब किसी निर्दोष को मारा ? कब हिंदुत्व ने किसी को बर्बाद किया? लेकिन जिस कश्मीर में तुम घूम रही हो, यह तुम्हारे बाप-दादा का नहीं है, हिंदुओं का रहा है। तुम बहुत पहले मुसलमान नहीं रही होगी। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
Eid Milad Un Nabi: ईद मिलादुन्नबी का जुलूस पुलिस ने रोका तो लोगों में आक्रोश बढ़ा, पहुंचे SDM और CO
Eid Milad Un Nabi: ईद मिलादुन्नबी का जुलूस पुलिस ने रोका तो लोगों में आक्रोश बढ़ा, पहुंचे SDM और CO <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश के संभल में परंपरागत निकलने वाले ईद मिलादुन्नबी के जुलूस को पुलिस द्वारा रोके जाने पर लोगों में आक्रोश बढ़ा गया. इस दौरान विधायक पुत्र मौके पर पहुंचे, साथ ही एसडीएम और सीओ ने भी मौके पर पहुंच गए. इसके बाद मुद्दे को राजनीतिकरण का रूप न देने को कहकर वार्ता कर जुलूस निकलवाया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पूरा मामला सदर कोतवाली इलाके के घंटाघर के पास का है. जहां परंपरागत मौहल्ला कोट से जुलूस आकर मुख्य जुलूस में शामिल होते हैं. जुलूस की गाड़ी खराब हो जाने के कारण जुलूस थोड़ा लेट हो गया. इसी कारण कोतवाली प्रभारी ने घंटाघर के पास जुलूस को आगे जाने से रोक दिया. लोगों द्वारा परंपरागत जुलूस बताए जाने पर भी जुलूस को आगे जाने नहीं दिया तो मौके पर भीड़ बढ़ती गई. इसकी सुचना एसडीएम और सीओ को दी गई, जिसके बाद एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंचे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूर्व मंत्री के बेटे पहुंचे</strong><br />संभल के सपा विधायक और पूर्व मंत्री के बेटे सुहैल इकबाल को लोगों ने मौके पर बुला लिया. जिसे देखकर एसडीएम ने मुद्दे को राजनीतिकरण का रूप न देने का आह्वान किया. इस पर विधायक पुत्र की उनसे कहा सुनी हुई, मुख्य जुलूस के लोगों को बुलाकर जुलूस के बारे में एसडीएम और सीओ ने जानकारी ली तो उसके बाद जुलूस को मुख्य जुलूस की तरफ रवाना किया गया. इस दौरान सुहैल इकबाल ने कहा कि हमारे ही जुलूस पर पाबंदी क्यों लगती है और भी जुलूस निकालते हैं उस पर कुछ नहीं होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/minister-om-prakash-rajbhar-called-aam-aadmi-party-leader-arvind-kejriwal-resignation-a-drama-2785023″><strong>मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अरविंद केजरीवाल को बताया ‘ड्रामा’, कहा- ‘अब ये चिल्लाएंगे कि…'</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान जुलूस में शामिल होने आए संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि परंपरागत निकलने वाले किसी के किसी भी जुलूस में रुकावट पैदा नहीं होनी चाहिए. पुलिस प्रशासन को पारदर्शिता से कार्य करना चाहिए. बिना वजह धार्मिक जुलूस में व्यवधान न डालें. शांति पूर्वक जुलूस को आगे बढ़ने दिया जाना चाहिए था. काफी देर के बाद जुलूस आगे बढ़ाया गया. पुलिस और प्रशासन जुलूस को लेकर सतर्कता बनाये हुए है.</p>
अलीगढ़ के थाने में बेटे ने मां को जिंदा जलाया:पुलिस के सामने पेट्रोल डालकर लगाई आग; 80% जली महिला; प्रॉपर्टी के लिए हुआ था झगड़ा
अलीगढ़ के थाने में बेटे ने मां को जिंदा जलाया:पुलिस के सामने पेट्रोल डालकर लगाई आग; 80% जली महिला; प्रॉपर्टी के लिए हुआ था झगड़ा अलीगढ़ में बेटे ने थाने में मां को जिंदा जला दिया। आरोपी ने पुलिसवालों के सामने ही मां पर पेट्रोल छिड़का और आग लगा दी। पुलिस कर्मियों ने मिट्टी और कंबल डालकर किसी तरह से महिला को बचाया, लेकिन महिला 80% झुलस गई। घटना का वीडियो भी सामने आया है। महिला का बेटे से प्रॉपर्टी विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था। इसके बाद मां और बेटे थाने गए थे। परिवार के लोगों को फंसाने के लिए आग लगा दी
SP देहात पलाश बंसल ने बताया- शुरुआती जांच में सामने आया है कि महिला के पति की मौत हो चुकी है। दरकन नगरिया गांव में पुश्तैनी मकान है। इसमें महिला अपने बेटे के साथ रहती है। एक हिस्से में जेठ का परिवार रहता है। इस मकान के बंटवारे का विवाद चल रहा था। मकान के जिस हिस्से में मां और उसका बेटा रहता है। उसको खाली कराने का दबाव बनाया जा रहा था। महिला और उसका बेटा 10 लाख रुपए चाहते थे। जेठ 5 लाख रुपए देने पर तैयार थे। इस मामले की थाने में कई दिनों से पैरवी चल रही थी। पुलिस के मुताबिक, मंगलवार को मां और बेटा दोनों थाने पहुंचे थे। उनके मुताबिक, सुनवाई नहीं हो रही थी।
अब घटना की तस्वीरें देखिए… 6-7 पुलिस वालों ने बचाने की कोशिश की, मगर महिला झुलस गई
अचानक बेटे ने ही मां पर पेट्रोल छिड़का और आग लगा दी। थाने में मौजूद पुलिस वालों ने महिला को कंबल से ढकने का प्रयास किया। मगर आग बहुत तेजी से फैली। 6-7 पुलिस वालों की कोशिशों के बावजूद महिला झुलस गई। उसको अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रवाना किया गया। पुलिस ने महिला के बेटे को हिरासत में लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि बेटे ने अपने ही परिवार के लोगों को फंसाने के लिए मां को आग के हवाले कर दिया। SP देहात ने कहा- हमारे पास इस घटना की CCTV आ चुका है। बेटा को हिरासत में लिया गया है। (खबर अपडेट हो रही है।)
कपूरथला में फैला डायरिया:महिला और बच्चे की मौत, सरकारी अस्पताल पहुंचे 53 मरीज, 4 मोहल्लों से लिए पानी के सेंपल
कपूरथला में फैला डायरिया:महिला और बच्चे की मौत, सरकारी अस्पताल पहुंचे 53 मरीज, 4 मोहल्लों से लिए पानी के सेंपल कपूरथला में बीते दिनों नगर निगम कर्मियों की हड़ताल के चलते जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर लगे होने की समस्या के बाद अब शहर के कुछ क्षेत्रों से डायरिया फैलने की खबर है। बीते तीन दिनों में सिविल अस्पताल में डायरिया से पीड़ित 53 मरीज भर्ती हो चुके है। बताया यह भी जा रहा है कि, इस बीमारी के चलते एक महिला तथा एक 4 वर्ष के बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सिविल सर्जन डॉ. सुरिंदरपाल कौर ने डायरिया से पीड़ित 53 मरीजों की पुष्टि करते हुए बताया कि अब उनके पास सिर्फ पांच मरीज डायरिया से पीड़ित भर्ती हैं। जिनका उपचार किया जा रहा है। बाकि सभी को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। वहीं दूसरी तरफ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग तथा नगर निगम की टीम पानी की जांच के लिए कार्रवाई कर रही है। लिए जा रहे पानी के सेंपल सिविल सर्जन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में पानी के टेंकरों द्वारा पानी की सप्लाई दी जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों से पानी के सेंपल लेकर भी जांच के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक डायरिया से एक महिला की मौत हुई है। हालांकि आज एक 4 वर्ष के बच्चों की हुई मौत संदिग्ध है। उसकी मौत डायरिया से हुई है या फिर कोई और वजह है, इसकी जांच की जा रही है। बता दें कि, शहर के कुछ क्षेत्रों में डायरिया की दस्तक के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। डीसी ने सिविल सर्जन व डाक्टरों से मीटिंग कर जल्द से जल्द बीमारी पर काबू पाने के लिए हिदायतें जारी कर दी है। SMO डा. संदीप धवन ने कहा कि माना जा रहा है कि शहर के बक्करखाना चौक, मेहताबगढ़, सुंदर नगर व मेंहदी चौक के आसपास कूड़े के ढेर तथा बारिश का पानी मिक्स होकर घरों के नलों में चला गया। जिस कारण डायरिया से लोग प्रभावित हुए हैं। पानी की सप्लाई बंद, टैंकरों से सप्लाई दूसरी तरफ, नगर निगम की कमिश्नर अनुपम कलेर के अनुसार उक्त क्षेत्र से कूड़ा लिफ्ट किया गया है। पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है तथा पीने वाले पानी के टैंकर भेज दिए गए है। चारों मोहल्लों के कुछ घरों से पानी के सेंपल भी लिए गए है। जानकारी के अनुसार सिविल अस्पताल में बीतें 3 दिनों में अचानक डायरियां के मरीज इलाज के लिए भर्ती होने शुरु हो गए। डायरिया से पीड़ित कुछ मरीजों का एमरजेंसी में इलाज किया गया। जबकि कुछ मरीजों को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। डायरिया के मरीज बक्करखाना चौक, मेहताबगढ़, सुंदर नगर व मेंहदी चौक से आए है। जिनमें से राजिंदर कौर, रजवंत कौर, मनजीत कौर, निशा, हरप्रीत कौर, कुलविंदर कौर तथा गुरप्रीत सिंह की हालत गंभीर थी लेकिन अब बेहतर है। बच्चे की मौत की हो रही जांच सिविल सर्जन डॉ सुरिंदरपाल कौर ने बताया कि डायरिया से पीड़ित बीतें दिनी एक महिला मरीज सिविल में भर्ती हुई थी। जिसने पहले किसी मेडिकल स्टोर से दवाई लेकर इलाज करवा रही थी। लेकिन जब उसकी हालत बिगड़ गई तो उसके परिजन इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले आए। जहां इलाज दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं आज सूंदर नगर के साथ लगते मोहल्ले में एक 4 वर्ष के बच्चे की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में होने की खबर है। इसकी जांच की जा रही है।