<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Protem Speaker:</strong> महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की नई सरकार के गठन के बाद अब विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर का नाम भी तय हो गया है. BJP नेता और विधायक कालिदास कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है. वह शुक्रवार (6 दिसंबर) को शपथ लेने के लिए राजभवन जाएंगे.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Protem Speaker:</strong> महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की नई सरकार के गठन के बाद अब विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर का नाम भी तय हो गया है. BJP नेता और विधायक कालिदास कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है. वह शुक्रवार (6 दिसंबर) को शपथ लेने के लिए राजभवन जाएंगे.</p> महाराष्ट्र OMG! बिहार में यहां बाप-बेटे सभी निकले साइबर फ्रॉड, पुलिस ने पकड़ा तो मिला ‘खजाना’
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श्योपुर में नाव पलटने से 7 लोगों की दर्दनाक मौत, मृतक के परिजनों को मिलेगी 4 लाख की सहायता
श्योपुर में नाव पलटने से 7 लोगों की दर्दनाक मौत, मृतक के परिजनों को मिलेगी 4 लाख की सहायता <p style=”text-align: justify;”><strong>Sheopur Boat Accident Update:</strong> मध्य प्रदेश के श्योपुर के सीप नदी हुए नाव दुर्घटना में सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इस भीषण घटना के बाद से बड़ौदा और विजयपुर गांव में शोक का माहौल है. बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद शनिवार (1 जून) की शाम किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला, खाना नहीं बना. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस घटना में एक महिला समेत 4 लोगों ने तैरकर नदी पार अपनी जान बचाई. इसमें महिला कल्लो बाई भी शामिल है. कल्लो बाई को तैराकी आती है, जिससे उन्होंने तैरकर नदी पार कर जान बचाई. इस घटना के बाद आज मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह श्योपुर पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नाव पलटने से हुए ये हादसा </strong><br />बता दें, श्योपुर की सीप नदी में शनिवार की शाम 4 बजे यात्रियों से भरी नाव पलटकर डूब गई. इस हादसे में 3 बच्चों सहित 7 लोगों की मौत हो गई. इनमें चार लोग एक ही परिवार के थे. हादसा श्योपुर जिले के मानपुर थाना क्षेत्र के सरोदा गांव में हुआ. </p>
<p style=”text-align: justify;”>चार घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी शवों को निकाल लिया गया है. सभी मृतक बड़ौदा और विजयपुर गांव के रहने वाले थे. इस घटना के बाद दोनों ही गांव में मातम पसरा हुआ है. इस हादसे के दौरान चार लोग अपनी जान बचाने में सफल रहे, जिसमें महिला कल्लो बाई के अलावा रामवतार, हनुमान और पवन शामिल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हादसे में इन्होंने गंवाई जान</strong><br />- परशुराम पुत्र सूरजमल उम्र 25 वर्ष.<br />- आरती पुत्री कान्हाराम, उम्र 16 साल.<br />- लाली पुत्री रामअवतार, उम्र 15 साल.<br />- भूपेन्द्र पुत्र रामअवतार, उम्र 4 साल.<br />- श्याम पुत्र परशुराम, उम्र 10 साल.<br />- रविन्द्र पुत्र परशुराम, उम्र 8 साल.<br />- परवंता पत्नी परशुराम माली विजयपुर शामिल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन</strong><br />हादसे के बाद आज रविवार (2 जून) को प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह श्योपुर पहुंचे. उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले 7 लोगों के परिजनों से मुलाकात कर घटना को लेकर दुख जताया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4- 4 लाख रुपये की सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि हालांकि यह राशि घटना की भरपाई नहीं कर सकती है. उन्होंने मृतकों के परिजनों को गले लगाकर उन्हें सांत्वना दी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम मोहन यादव ने पर जताया दुख</strong><br />मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी घटना पर दुख जताया. उन्होंने अपने सोशल मीडिया संदेश में लिखा, “श्योपुर की सीप नदी में नाव पलटने से हुई दुर्घटना में कई अनमोल जिंदगियों के असामयिक निधन से अत्यधिक पीड़ा हुई है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने अपने पोस्ट में आगे लिखा, “हादसे के तत्काल बाद मौके पर कलेक्टर और एसपी पहुंच गए. इसके अलावा सरकार की ओर से मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं. एसडीआरएफ की टीम घटना स्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई, लेकिन दुर्भाग्य से 7 लोगों को नहीं बचाया जा सका.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम मोहन यादव ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि “दुख की इस घड़ी में हम सबकी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ है. शासन की ओर से मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं. बाबा महाकाल से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”नौतपा के आखिरी दिन मौसम ने बदला रंग, MP के 21 जिलों में आंधी-बारिश के आसार, जानें पूरा हाल” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mp-weather-forecast-last-stage-of-nautapa-imd-issued-orange-alert-of-storm-and-rain-ann-2705190″ target=”_blank” rel=”noopener”>नौतपा के आखिरी दिन मौसम ने बदला रंग, MP के 21 जिलों में आंधी-बारिश के आसार, जानें पूरा हाल</a></strong></p>
हरियाणा में भंग होगी विधानसभा:CM सैनी संवैधानिक संकट में फंसे; मानसून सेशन बुलाने का दबाव, विशेषज्ञों से राय-शुमारी कर रहे
हरियाणा में भंग होगी विधानसभा:CM सैनी संवैधानिक संकट में फंसे; मानसून सेशन बुलाने का दबाव, विशेषज्ञों से राय-शुमारी कर रहे हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले BJP विधानसभा भंग करने की योजना बना रही है। इसे लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी इसी हफ्ते कैबिनेट मीटिंग बुलाने की तैयारी कर रहे हैं। अगस्त की चौथी कैबिनेट मीटिंग में 12 सितंबर से पहले विधानसभा का मानसून सत्र बुलाने या विधानसभा भंग करने को लेकर फैसला लिया जाएगा। सरकार के सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के अफसर इसे लेकर संविधान विशेषज्ञों से भी राय शुमारी कर रहे हैं। फिलहाल, सरकार किसी भी तरह मानसून सत्र बुलाने को तैयार नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द होने वाली कैबिनेट मीटिंग में हरियाणा विधानसभा भंग करने का फैसला हो सकता है। हरियाणा में संवैधानिक संकट का कारण
हरियाणा में चुनाव की घोषणा के बाद संवैधानिक संकट खड़ा हुआ है। इसकी वजह 6 महीने के भीतर एक बार विधानसभा सेशन बुलाना है। राज्य विधानसभा का अंतिम सेशन 13 मार्च को हुआ था। उसमें नए बने CM नायब सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। इसके बाद 12 सितंबर तक सेशन बुलाना अनिवार्य है। यह संवैधानिक संकट ऐतिहासिक भी है, क्योंकि देश आजाद होने के बाद कभी ऐसी स्थिति नहीं आई। हरियाणा में ही कोरोना के दौरान भी इस संकट को टालने के लिए 1 दिन का सेशन बुलाया गया था। 6 माह में सत्र न बुलाने का इतिहास में उदाहरण नहीं
संविधान के जानकार मानते हैं कि वैसे तो यह महज कागजी औपचारिकता है, लेकिन संवैधानिक तौर पर अनिवार्य होने से इसे हर हाल में पूरा करना होगा। ऐसी सूरत में भी सेशन न बुलाया गया हो, ऐसा कोई उदाहरण देश में नहीं है। 14वीं विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक
राज्य में इस समय 15वीं विधानसभा चल रही है। 15वीं विधानसभा के गठन के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसका नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी होगा। 1 अक्टूबर को वोटिंग और 4 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक है। संविधान में सेशन बुलाने के क्या नियम
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार के मुताबिक, संविधान के अनुच्छेद 174(1) में उल्लेख है कि विधानसभा के 2 सत्रों के बीच 6 महीने से ज्यादा का अंतराल नहीं होना चाहिए। इसलिए, 12 सितंबर तक विधानसभा का सत्र बुलाना अनिवार्य है। भले ही वह एक दिन की अवधि का ही क्यों न हो। एडवोकेट हेमंत कुमार के अनुसार, यदि 12 सितंबर से पूर्व कैबिनेट की सिफारिश पर राज्यपाल विधानसभा को समय पूर्व भंग कर देते हैं तो आगामी सत्र बुलाने की आवश्यकता नहीं होगी। विधानसभा का यह सत्र इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि राज्यपाल से कुल 5 अध्यादेश (ऑर्डिनेंस) भारत के संविधान के अनुच्छेद 213 (1) में जारी कराए गए हैं। अगर विधानसभा को समय पूर्व भंग कर दिया जाता है तो इन 5 अध्यादेशों की वैधता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सरकार को राज्यसभा चुनाव का इंतजार था
हरियाणा में दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट अब भाजपा के खाते में आ चुकी है। इस सीट पर BJP उम्मीदवार किरण चौधरी निर्विरोध जीत चुकी हैं। यदि BJP राज्यसभा चुनाव से पहले विधानसभा भंग करती तो संवैधानिक संकट खड़ा हो जाता। लेकिन, अब इस सीट पर निर्विरोध चुनाव संपन्न हो चुके हैं। ऐसे में BJP अब विधानसभा भंग करने की तैयारी कर रही है। एडवोकेट हेमंत कुमार का कहना है कि अगर राज्यसभा उप-चुनाव से पहले विधानसभा भंग हो जाती तो यह चुनाव ही रद्द करने पड़ते, क्योंकि तब कोई विधायक नहीं रहता।
Bihar News: आरा सदर अस्पताल के पुराने OPD में लगी भीषण आग, काबू पाने में लगाए गए तीन फायर ब्रिगेड
Bihar News: आरा सदर अस्पताल के पुराने OPD में लगी भीषण आग, काबू पाने में लगाए गए तीन फायर ब्रिगेड <p style=”text-align: justify;”><strong>Arrah News:</strong> बिहार के आरा में सोमवार की शाम आरा सदर अस्पताल के पुराने ओपीडी के एक कमरे में अचानक आग लग गई. अस्पताल में आग लगने की खबर से एकाएक अफरा-तफरी मच गई. अस्पताल में मौजूद सुरक्षा गार्ड्स ने फौरन अस्पताल के वरीय पदाधिकारी को घटना की सूचना दी और फायर ब्रिगेड को भी घटना के बारे में बताया. घटना की सूचना के बाद भोजपुर के सिविल सर्जन डॉ शैलेंद्र कुमार सिन्हा, आरा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अरुण कुमार, डीपीएम डॉ रवि रंजन सहित कई पदाधिकारी सदर अस्पताल पहुंचे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक घंटे के प्रयास के बाद आग पर काबू</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जब तक फायर ब्रिगेड सदर अस्पताल परिसर में पहुंचता उसके पहले अस्पताल में मौजूद मरीजों के तीरमदार और आस-पास सड़क पर मौजूद लोगों ने आग बुझाने के लिए भरपूर कोशिश की, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका. जैसे ही फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां सदर अस्पताल कैंपस में पहुंची और आग बुझाने के काम में लग गई. लगभग एक घंटे के अथक प्रयास से आग पर काबू पाया जा सका. शुक्र है कि आग फैलने से पहले ही अस्पताल के गार्ड स्थानीय लोग और अग्निशमन कर्मियों की मेहनत से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, वरना जान माल का भारी नुकसान हो सकता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुराने ओपीडी के ऊपर डायलिसिस केंद्र चलता है, जिसमें मरीज की संख्या काफी थी आग लगने की खबर के बाद पूरे डायलिसिस वार्ड को भी खाली कर दिया गया. अस्पताल में आग की घटनाओं से निपटने के लिए फायर फाइटिंग के लिए गैस के सिलेंडर में रखे गए हैं, लेकिन घटना के वक्त एक भी फायर फाइटिंग यंत्र काम नहीं किया. अस्पताल में फायर फाइटिंग यंत्र मात्र शोभा की वस्तु बना हुआ है. फायर फाइटिंग यंत्र काम किया होता है तो आग लगते ही उस पर काबू पाया जा सकता था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिविल सर्जन शैलेंद्र सिन्हा ने क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सिविल सर्जन डॉ शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि पुराने बिल्डिंग में हमारा एक ड्रेसिंग रूम था, उसी में आग लग गई है. पूरी जानकारी बाद में मिल पाएगी. शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने की आशंका है. अस्पताल में मौजूद गार्ड ने अच्छा रिस्पांस किया है. उन्होंने अस्पताल के पदाधिकारी से लेकर फायर ब्रिगेड तक को फोन किया है हम लोग के पहुंचने से पहले फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां यहां पहुंच गई थीं आग को पूरी तरीके से कंट्रोल कर लिया गया है. सिविल सर्जन ने आगे कहा कि कोई ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. वह रूम ऐसे भी अब यूज नहीं हो रहा था. नुकसान की संभावना जीरो है. पुराने बिल्डिंग में फायर अलार्म नहीं है पुरानी बिल्डिंग है. कहीं से कुछ कनेक्शन डिस्कनेक्शन हुआ होगा. हवा भी बहुत तेज बह रही है. कहां से क्या हुआ कहना मुश्किल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं अस्पताल में आग लगने की सूचना पर पहुंचे अभय विश्वास भट्ट ने बताया कि जैसे ही हम लोगों को आग लगने की सूचना मिली तो हम लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचित किया. हम लोग जहां बैठे हुए थे वहां से भागे दौड़े आग लगने वाली जगह पर पहुंचे. उस समय तक यहां पर कोई भी प्रशासनिक पदाधिकारी नहीं आया था. बाद में सब पहुंचे अस्पताल के उपाधीक्षक तो केवल फोटो खिंचवाने के लिए आए थे. उनको पहले आ जाना चाहिए था. मैनेजर अभी तक नहीं थे. डीपीएम मौजूद थे डीपीएम ने खूब मेहनत किया. स्थानीय लोग सामाजिक कार्यकर्ता और स्टाफ ने आग बुझाने में मदद की. उसके बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी आई और आग पर काबू पा लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-begusarai-newborn-baby-stolen-from-sncu-of-sadar-hospital-recovered-by-the-police-ann-2784788″>Bihar News: बेगूसराय सदर अस्पताल के SNCU से नवजात बच्चे की हुई चोरी, शिक्षक की पत्नी ने 60 हजार में की थी डील</a></strong></p>