<p><strong>Ambala Internet Ban:</strong> हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से आज (शनिवार, 14 दिसंबर) किसान एक बार फिर दिल्ली के लिए कूच करने वाले हैं. इसको लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है. वहीं, सरकार की ओर से अंबाला क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी गई है. </p> <p><strong>Ambala Internet Ban:</strong> हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से आज (शनिवार, 14 दिसंबर) किसान एक बार फिर दिल्ली के लिए कूच करने वाले हैं. इसको लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है. वहीं, सरकार की ओर से अंबाला क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी गई है. </p> दिल्ली NCR एमपी नर्सिंग घोटाले में हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, काउंसिल के चेयरमैन और रजिस्ट्रार को तुरंत हटाने के आदेश
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शाह के ‘अंबेडकर बयान’ पर डैमेज कंट्रोल में जुटी भाजपा:11 से 25 जनवरी तक दलितों के बीच जाएंगे भाजपाई, कांग्रेस-सपा के किस्से सुनाएंगे
शाह के ‘अंबेडकर बयान’ पर डैमेज कंट्रोल में जुटी भाजपा:11 से 25 जनवरी तक दलितों के बीच जाएंगे भाजपाई, कांग्रेस-सपा के किस्से सुनाएंगे लोकसभा में डॉ. भीमराव अंबेडकर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी के बाद भाजपा देश भर में डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। पार्टी 11 से 25 जनवरी तक ‘मेरा संविधान मेरा अभिमान अभियान’ के जरिए दलितों के बीच जाएगी। इस दौरान डॉ. अंबेडकर के लिए मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई जाएंगी। वहीं, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बाबा साहब का जो अपमान किया, उसके किस्से सुनाए जाएंगे। रविवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में अभियान का रोड-मैप तैयार करने के लिए बैठक हुई। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने कहा- जनता के बीच जाकर बताएं कि बाबा साहब और संविधान का जितना सम्मान पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने किया, उतना पहले कभी नहीं हुआ। कांग्रेस और सपा डॉ. अंबेडकर के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। दोनों ही दलों ने दलितों के साथ बाबा साहब का भी अपमान किया है। पढ़िए भाजपा की बैठक की बड़ी बातें बाबा साहब को नहीं दिया भारत रत्न
बीएल संतोष ने कहा- जनता के बीच जाकर बताएं कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने षडयंत्र रचकर डॉ. अंबेडकर को चुनाव हराया था। बाबा साहब को लोकसभा की किसी महत्वपूर्ण कमेटी का सदस्य नहीं बनाया गया, ना ही उन्हें कोई बड़ा मंत्रालय दिया गया। कांग्रेस ने बाबा साहब को भारत रत्न तक नहीं मिलने दिया। यूपी में भी समाजवादी पार्टी ने दलितों के अधिकारों का हनन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कन्नौज में बाबा साहब के नाम पर संचालित कॉलेज से उनका नाम तक हटवा दिया गया। मोदी ने अंबेडकर से जुड़े 5 स्थानों को पंचतीर्थ का दर्जा दिया
बीएल संतोष ने कहा- पीएम नरेंद्र मोदी ने बाबा साहब की स्मृति से जुड़े 5 स्थानों को पंचतीर्थ का दर्जा दिया। मोदी सरकार के समय सबसे ज्यादा दलित मंत्री हैं। दलित वर्ग के रामनाथ गोविंद को राष्ट्रपति बनाया गया। आज भी आदिवासी क्षेत्र की महिला द्रोपदी मुर्मू देश की राष्ट्रपति हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा- जनता को यह भी बताएं कि कांग्रेस ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सबसे अधिक समय संविधान में बदलाव किया है। भाजपा ने दलितों और पिछड़ों के हित के लिए ही संविधान में संशोधन किया। 11 से 25 जनवरी तक चलेगा अभियान
प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने बताया कि 11 से 25 जनवरी तक अभियान चलाया जाएगा। इसका नाम संविधान गौरव अभियान है। 25 जनवरी को बूथ स्तर पर मेरा संविधान मेरा अभिमान कार्यक्रम होगा। इसके लिए 6-7 जनवरी को सभी 1819 मंडलों और 9-10 जनवरी को सभी 98 संगठनात्मक जिलों में कार्यशाला होगी। 11 से 25 तक सभी जिलों और मंडलों में बाबा साहब और संविधान पर गोष्ठी होगी। गोष्ठी में क्षेत्र के दलित वर्ग के सभी जनप्रतिनिधि, शिक्षाविद, वकील, डॉक्टर, युवा, प्रबुद्ध वर्ग के दलित नेता, दलित सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता और दलित और पिछड़ी जाति के अधिक से अधिक लोग शामिल रहेंगे। 12 महानगरों में होंगे बड़े आयोजन
धर्मपाल सिंह ने बताया कि लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, कानपुर, झांसी, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, मथुरा समेत 12 बड़े महानगरों में बड़ी गोष्ठी होगी। इसमें केंद्र सरकार के मंत्री, राष्ट्रीय पदाधिकारी, सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सहित अन्य मंत्री संबोधित करेंगे। 25 को बूथ स्तर पर होगा कार्यक्रम
महामंत्री गोविंद शुक्ला ने बताया कि 25 जनवरी को सभी बूथों पर मेरा संविधान मेरा अभियान गोष्ठी होगी। इसमें बूथ के मतदाताओं को बाबा साहब के सम्मान हुए मोदी सरकार में हुए कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी। 8 जनवरी तक दाखिल होंगे जिलाध्यक्ष के नामांकन
बीएल संतोष ने कहा कि मकर संक्रांति से पहले जिलाध्यक्ष की नियुक्ति होनी है। उन्होंने कहा कि जनवरी में नया प्रदेश अध्यक्ष भी नियुक्त किया जाएगा। लगातार दो बार से सक्रिय सदस्य और 60 साल से कम आयु के कार्यकर्ता ही जिलाध्यक्ष के लिए नामांकन करेंगे। भाजपा के संगठन चुनाव प्रभारी महेंद्रनाथ पांडेय ने बताया कि 8 जनवरी तक सभी जिलों में जिलाध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किए जाएंगे। सभी जिला चुनाव प्रभारियों को सोमवार से जिलों में जाकर नामांकन कराना है। 9 जनवरी तक रिपोर्ट मुख्यालय में पेश करनी है। उन्होंने कहा कि पैनल में मौजूदा जिलाध्यक्ष के साथ निवर्तमान जिलाध्यक्ष का नाम अनिवार्य रूप से रहेगा। उन्होंने कहा कि पैनल स्थानीय विधायक, एमलएसी, सांसद, राज्यसभा सदस्य, संबंधित जिले के क्षेत्रीय पदाधिकारी, राष्ट्रीय पदाधिकारी, महापौर, नगर पालिका चेयरमैन और जिला पंचायत अध्यक्ष की दस्तखत आधारित सहमति से तैयार होगा। माहौल खराब होता देख लिया निर्णय
राजनीतिक विश्लेषक वीरेंद्र नाथ भट्ट मानते हैं कि लोकसभा चुनाव के दौरान दलितों के बीच भाजपा का माहौल खराब हुआ था। वह माहौल अभी पूरी तरह ठीक नहीं हुआ। इसी बीच लोकसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की डॉ. अंबेडकर पर दी गई टिप्पणी से गलत संदेश गया। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने देश भर में आंदोलन कर भाजपा के खिलाफ माहौल बनाया। सपा और कांग्रेस ने इसको लेकर आगे तक की रणनीति भी बनाई है। भाजपा ने भी माहौल खराब होता देख डैमेज कंट्रोल के लिए यह निर्णय लिया है। दरअसल, गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था- अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर…। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ कांग्रेस और सपा ने इसे अंबेडकर का अपमान बताते हुए शाह के इस्तीफे की मांग की है। ———————- ये खबर भी पढ़ें… आशीष पटेल बोले- पल्लवी को चाबी भरी जा रही, बहन की संपत्ति लौटाएं तो विधायक बनवा देंगे; मेरे नेता मोदी, योगी सिर्फ CM अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं योगी सरकार के टेक्निकल एजुकेशन मिनिस्टर आशीष पटेल इन दिनों अपनी साली पल्लवी पटेल के निशाने पर हैं। वह इसके लिए योगी सरकार के अफसरों और STF को टारगेट कर रहे हैं। योगी का नाम लिए बिना वह यूपी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। आशीष पटेल ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। पढ़ें पूरी खबर…
बलरामपुर में अचानक ऑक्सीजन प्लांट खराब,मचा हड़कंप:मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई बाधित,सिलिंडर से आपूर्ति बहाल होने पर मिली राहत
बलरामपुर में अचानक ऑक्सीजन प्लांट खराब,मचा हड़कंप:मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई बाधित,सिलिंडर से आपूर्ति बहाल होने पर मिली राहत बलरामपुर अस्पताल में लगा दूसरा ऑक्सीजन प्लांट मंगलवार सुबह अचानक बंद हो गया। ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित होते ही वार्डों में अफरा-तफरी मच गई। ICU और इमरजेंसी में भर्ती ऑक्सीजन सपोर्ट के मरीजों की सांस उखड़ने लगी। अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन सिलिंडर से ऑक्सीजन आपूर्ति की गई। तब जाकर मरीजों ने राहत की सांस ली। बलरामपुर अस्पताल 776 बेड का अस्पताल हैं। ICU और इमरजेंसी में 100 से अधिक गंभीर मरीज भर्ती रहते हैं। इनमें अधिकांश ऑक्सीजन सपोर्ट पर रहते हैं। कोरोना के बाद अस्पताल में 2 ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए थे। बड़ा वाला प्लांट करीब पांच माह पहले खराब हो गया था। यह अभी तक ठीक नहीं हुआ है। मंगलवार को दूसरे ऑक्सीजन प्लांट में खराबी आने से ऑक्सीजन आपूर्ति बंद हो गई। मरीजों की सांसें उखड़ती देख तीमारदार घबराए। वॉर्ड अफरा तफरी मच गई। कर्मचारियों ने अधिकारियों को सूचना दी। जिम्मेदारों ने आनन-फानन जम्बो सिलेंडर से ऑक्सीजन आपूर्ति शुरू कराई। सिलेंडर से हो रही आपूर्ति बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन अरुण ने बताया ऑक्सीजन प्लांट खराब होने की जानकारी मिलते ही सिलेंडर आपूर्ति शुरू करा दी गई। इमरजेंसी, ICU से दूसरे वार्डों में भती गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन की दिक्कत नहीं हुई हैं। मंगलवार रात तक प्लांट सही कर लिया जाएगा। करीब 100 से अधिक जंबो सिलेंडर से मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है। सिलेंडर पर्याप्त हैं।
Atul Subhash Suicide: अतुल पर दबाव बनाने के लिए निकिता ने HC में दाखिल किए थे 5 मुकदमे, आज और कल भी होनी है सुनवाई
Atul Subhash Suicide: अतुल पर दबाव बनाने के लिए निकिता ने HC में दाखिल किए थे 5 मुकदमे, आज और कल भी होनी है सुनवाई <p style=”text-align: justify;”><strong>Atul Subhash Suicide:</strong> पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी करने वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंजीनियर अतुल सुभाष किस मानसिक हालत से गुजरे होंगे, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पत्नी निकिता सिंघानिया ने उनके खिलाफ एक दो नहीं बल्कि पांच-पांच मुकदमे अकेले इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल कर रखे थे. पति की मौत के बाद अग्रिम जमानत के केस को भी अगर जोड़ दिया जाए तो निकिता ने पिछले करीब दो सालों में हाईकोर्ट में छह मुकदमे दाखिल किए हैं. इनमें से कुछ मुकदमे अभी कोर्ट में पेंडिंग है, जबकि कुछ निस्तारित किए जा चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>निकिता सिंघानिया द्वारा दाखिल किए गए एक मुकदमे में आज भी इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है. हालांकि पति अतुल सुभाष की मौत हो जाने की वजह से अब यह मुकदमा औचित्यहीन हो गया है. निकिता सिंघानिया के मुकदमों में वह केस भी शामिल है, जिसमें हाईकोर्ट ने अतुल सुभाष के खिलाफ दर्ज एफआईआर में ट्रायल कोर्ट को साल भर में सुनवाई पूरा कर फैसला सुनाने को कहा था. करीब ग्यारह महीने बीतने के बाद अब इसमें फैसले की घड़ी बेहद नजदीक थी और अतुल को सजा होना लगभग तय था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक मुकदमे में कल होनी थी सुनवाई</strong><br />निकिता सिंघानिया ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में सबसे पहला मुकदमा 28 सितंबर 2022 को दाखिल किया था. इसमें पति अतुल सुभाष और ससुराल वालों के खिलाफ दाखिल किए गए मुकदमे से जुड़े जौनपुर की जिला अदालत के 2 जुलाई 2022 के फैसले को चुनौती दी गई थी. यह मुकदमा अभी इलाहाबाद हाईकोर्ट में पेंडिंग है. हाईकोर्ट में इस मामले में कल यानी 17 दिसंबर को सुनवाई होनी है. सुनवाई कोर्ट नंबर 77 में होनी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>निकिता सिंघानिया ने दूसरा मुकदमा 28 जुलाई 2023 को दाखिल किया था. यह मुकदमा अंडर सेक्शन 227 के तहत दाखिल किया गया था. हाईकोर्ट ने 24 अगस्त 2023 को इस मुकदमे को निस्तारित कर दिया था. इसमें अर्जी में कुछ संशोधन किए जाने की मांग की गई थी. इस मुकदमे को जस्टिस उमेश चंद शर्मा की बेंच ने निस्तारित किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>निकिता सिंघानिया ने साल 2023 में एक अन्य मुकदमा 8 नवंबर को दाखिल किया था. निकिता सिंघानिया ने इस मुकदमे में साल 2022 में जौनपुर कोतवाली में अपनी तरफ से पति अतुल सुभाष और ससुराल के अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज कराए गए क्रिमिनल केस का ट्रायल जल्द से जल्द पूरा कराए जाने का आदेश जारी किए जाने की गुहार लगाई गई थी. जस्टिस सुभाष चंद्र शर्मा की सिंगल बेंच ने इस याचिका पर इस साल 12 जनवरी को अपना फैसला सुनाया. अदालत ने निकिता की इस याचिका को निस्तारित करते हुए जौनपुर की ट्रायल कोर्ट को एक साल के अंदर निकिता के केस की सुनवाई पूरा कर फैसला सुनाने को कहा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फैसला आने से पहले की खुदकुशी</strong><br />हाईकोर्ट के इस फैसले के तहत इंजीनियर अतुल सुभाष ने जब खुदकुशी की तब जौनपुर की कोर्ट का फैसला आने में सिर्फ महीने भर का वक्त बचा था. आशंका है कि ट्रायल कोर्ट के फैसले की घड़ी नजदीक आने की वजह से इंजीनियर अतुल सुभाष डिप्रेशन में रहे होंगे और उन्होंने मौत को गले लगा लिया. निकिता सिंघानिया ने एक अन्य मुकदमा आदेश का पालन करने के लिए दाखिल किया था. जस्टिस विवेक वर्मा की सिंगल बेंच ने इस मुकदमे पर इसी साल 2 अप्रैल को आदेश जारी किया और एक दिसंबर 2022 के फैसले पर अमल किए जाने को कहा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>निकिता ने पांचवा मुकदमा इसी साल 5 सितंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल किया था. निकिता ने इस मुकदमे के जरिए भरण पोषण के लिए पति अतुल सुभाष से गुजारा भत्ता बढ़ाए जाने की अपील की थी. इस मामले में सुनवाई आज जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव की सिंगल बेंच में होनी है. निकिता ने इस मुकदमे के जरिए जौनपुर जिला कोर्ट के आदेश को चुनौती दी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>निकिता ने पति अतुल सुभाष की खुदकुशी के बाद उसके परिवार वालों की तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर में गिरफ्तारी से बचने के लिए 13 दिसंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की थी. हालांकि अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल होने से पहले ही कर्नाटक पुलिस ने निकिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. ऐसे में निकिता की यह याचिका अब औचित्यहीन हो जाएगी. कहा जा सकता है कि निकिता सिंघानिया ने पति अतुल सुभाष और ससुराल के दूसरे लोगों को परेशान करने के लिए कानूनी हथकंडे अपने का कोई मौका नहीं छोड़ा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-senior-advocate-support-justice-shekhar-yadav-statement-and-demand-for-open-discussion-2843199″>सीएम योगी के बाद जस्टिस शेखर यादव के समर्थन में उतरे वकील, खुले मंच पर चर्चा की मांग</a></strong><br /><br /></p>