हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के दिल्ली कूच का समर्थन किया। किसानों के दिल्ली चलो मार्च लेकर कहा कि किसान जो मांग लेकर आ रहे हैं। सरकार को तुरंत प्रभाव से बातचीत करनी चाहिए और इनकी समस्याओं का समाधान निकालना चाहिए। इस दौरान उनके साथ हिसार से सांसद जयप्रकाश जेपी और सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी भी मौजूद थे। पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि किसानों को मुख्य एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाए। हुड्डा ने हरियाणा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम कह रहे हैं कि वे 24 फसलों का एमएसपी दे रहे हैं। हरियाणा में 24 तो फसल ही नहीं होती। 24 फसलों का नाम तो गिना दें, वे कौन सी हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि धान की तो एमएसपी नहीं मिलती। जब तक एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं होगी, तब तक किसान को एमएसपी नहीं मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में सबको अधिकार है और सबकी बात सुननी चाहिए। अगर कोई कानून को हाथ में लें तो उस पर कार्रवाई करें। सीएम बताएं किन 24 फसलों पर दिया एमएसपी हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी के बयान दिया था कि “किसान कांग्रेस शासित राज्यों में जाकर प्रदर्शन करें ना कि बीजेपी शासित राज्यों में, क्योंकि भाजपा तो किसानों से किए वायदे को पूरा कर रही है”। इस पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि एमएसपी की गारंटी देने का काम केंद्र सरकार का है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि वे 24 फसलों का एमएसपी देंगे, वे बताएं तो वे 24 फसलें कौन सी हैं। धान में सबको एमएसपी दे दी क्या। हरियाणा में डीएपी की कमी थी। उस समय किसानों को डीएपी नहीं मिली। अब जरूरत नहीं हैं। अब तो किसानों को यूरिया की जरूरत पड़ेगी और उस समय यूरिया की कमी रहेगी। हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के दिल्ली कूच का समर्थन किया। किसानों के दिल्ली चलो मार्च लेकर कहा कि किसान जो मांग लेकर आ रहे हैं। सरकार को तुरंत प्रभाव से बातचीत करनी चाहिए और इनकी समस्याओं का समाधान निकालना चाहिए। इस दौरान उनके साथ हिसार से सांसद जयप्रकाश जेपी और सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी भी मौजूद थे। पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि किसानों को मुख्य एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाए। हुड्डा ने हरियाणा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम कह रहे हैं कि वे 24 फसलों का एमएसपी दे रहे हैं। हरियाणा में 24 तो फसल ही नहीं होती। 24 फसलों का नाम तो गिना दें, वे कौन सी हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि धान की तो एमएसपी नहीं मिलती। जब तक एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं होगी, तब तक किसान को एमएसपी नहीं मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में सबको अधिकार है और सबकी बात सुननी चाहिए। अगर कोई कानून को हाथ में लें तो उस पर कार्रवाई करें। सीएम बताएं किन 24 फसलों पर दिया एमएसपी हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी के बयान दिया था कि “किसान कांग्रेस शासित राज्यों में जाकर प्रदर्शन करें ना कि बीजेपी शासित राज्यों में, क्योंकि भाजपा तो किसानों से किए वायदे को पूरा कर रही है”। इस पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि एमएसपी की गारंटी देने का काम केंद्र सरकार का है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि वे 24 फसलों का एमएसपी देंगे, वे बताएं तो वे 24 फसलें कौन सी हैं। धान में सबको एमएसपी दे दी क्या। हरियाणा में डीएपी की कमी थी। उस समय किसानों को डीएपी नहीं मिली। अब जरूरत नहीं हैं। अब तो किसानों को यूरिया की जरूरत पड़ेगी और उस समय यूरिया की कमी रहेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में JJP को हर विधानसभा सीट पर झटका:चुनाव में जमानत नहीं बचा पाए कैंडिडेट, इनेलो-बसपा से कम वोट शेयर
हरियाणा में JJP को हर विधानसभा सीट पर झटका:चुनाव में जमानत नहीं बचा पाए कैंडिडेट, इनेलो-बसपा से कम वोट शेयर हरियाणा में इनेलो पार्टी से अलग होकर बनी जननायक जनता पार्टी (JJP) को लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। एक भी सीट जीतना तो दूर, पार्टी के कैंडिडेट अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए। इतना ही नहीं पार्टी 90 विधानसभा में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई। जजपा का वोट शेयर 0.87% रहा, जो बसपा और इनेलो से भी कम है। इस साल के लास्ट में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में पार्टी की टेंशन बढ़ गई है। जजपा के बागी विधायक JJP के विधायक ही उसके खिलाफ
2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के 10 विधायक बने थे, लेकिन इसमें से 6 विधायक पार्टी से बगावत कर अलग-अलग पार्टियों को हरियाणा में समर्थन कर रहे हैं। कुछ विधायक तो 2019 में भाजपा के साथ गठबंधन के बाद हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद नाराज हो गए थे। इसमें दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम बने थे। दुष्यंत के खिलाफ मोर्चा खोलने वालों में सबसे पहले विधायक नारनौंद के रामकुमार गौतम थे। इसके बाद धीरे-धीरे आधे से ज्यादा विधायक दुष्यंत चौटाला के खिलाफ हो गए। बागी विधायकों में टोहाना से देवेंद्र बबली, बरवाला से जोगीराम सिहाग, गुहला से ईश्वर सिंह, नरवाना से रामनिवास सुरजाखेड़ा, शाहबाद से रामकरण काला है। अब सिर्फ 4 विधायक ही जेजेपी के साथ है। इसमें खुद दुष्यंत चौटाला, उनकी मां नैना चौटाला, उकलाना से अनूप धानक और जुलाना से अमरजीत ढांडा शामिल हैं। 3 महीने पहले सीट शेयरिंग पर टूटा था गठबंधन
लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में सीट शेयरिंग को लेकर हरियाणा में तकरीबन साढ़े 4 साल से मिलकर सरकार चला रहीं BJP और JJP का गठबंधन टूट गया था। जजपा भाजपा के साथ गठबंधन में रहते हुए लोकसभा की 2 सीटें मांग रही थी, मगर भाजपा खुद के दम पर चुनाव लड़ने के पक्ष में थी। दुष्यंत के सरकार विरोधी तेवर से बढ़ी बगावत
लोकसभा में सीट शेयरिंग पर समझौता न होने के बाद दुष्यंत चौटाला ने गठबंधन टूटने की बात कही। इसके बाद हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायब सैनी की अगुआई में नई सरकार बनी। हालांकि असली बात तब बिगड़ी, जब 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद दुष्यंत चौटाला ने सरकार को अल्पमत में बता कांग्रेस को सरकार गिराने के बदले समर्थन का ऑफर दे दिया। दुष्यंत ने यह भी कहा कि उनके सभी विधायकों को पार्टी व्हिप का पालन करना होगा। जिसके बाद बागी विधायकों के तेवर सख्त हो गए। चुनाव में जजपा को 0.87 प्रतिशत वोट मिले
लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 10 सीटों पर कैंडिडेट उतारे, लेकिन सभी हार गए। जेजेपी को 0.87% ही वोट मिल पाए हैं। सबसे खराब स्थित सोनीपत, अंबाला, रोहतक और कुरुक्षेत्र में रही। यहां JJP कैंडिडेट्स 10 हजार से ऊपर वोट नहीं ले पाए। सबसे कम फरीदाबाद में नलिन हुड्डा को 5361 वोट मिले। वहीं सबसे अधिक वोट हिसार में दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला को मिले। नैना चौटाला को 22,032 वोट मिले। इसके अलावा पार्टी तीसरे से लेकर पांचवें स्थान पर रही। वहीं बसपा और इनेलो का प्रदर्शन जजपा से बेहतर रहा। हालांकि बसपा और इनेलो के कैंडिडेट्स की भी जमानत जब्त हुई। एडवोकेट योगेश सिहाग बोले- जजपा को अभी कोई खतरा नहीं
हिसार के वकील व राजनीतिक जानकार एडवोकेट योगेश सिहाग के अनुसार किसी भी पार्टी को स्टेट पार्टी का दर्जा बचाने के लिए 6 प्रतिशत से वोट हासिल करना जरूरी है। नियमों के हिसाब से अभी JJP को किसी तरह का खतरा नहीं है। मगर आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को प्रदर्शन सुधारना होगा। आगामी लोकसभा चुनाव में मत प्रतिशत 6 प्रतिशत से ऊपर रखना होगा।
पलवल में ट्रांसफार्मर पर भिड़े BJP प्रधान-जेई:वायरल ऑडियो में एक-दूसरे को चैलेंज; पुलिस थाने में शिकायत, बिजली कर्मियों का प्रदर्शन
पलवल में ट्रांसफार्मर पर भिड़े BJP प्रधान-जेई:वायरल ऑडियो में एक-दूसरे को चैलेंज; पुलिस थाने में शिकायत, बिजली कर्मियों का प्रदर्शन हरियाणा के पलवल में बिजली निगम के जेई ने भाजपा के जिलाध्यक्ष पर फोन पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए सिटी थाना पुलिस को शिकायत दी है। ट्रांसफॉर्मर बदलने को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष व बिजली विभाग के जेई के बीच बातचीत के दौरान कहासुनी का ऑडियो वायरल हो रहा है। मामला करीब एक माह पुराना बताया जा रहा है। ऑडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ा है। बिजली कर्मचारियों ने सोमवार को धरना दिया और प्रदर्शन किया। पलवल सिटी थाना में बिजली निगम के जेई पवन ने कहा है कि 11 अक्टूबर को उसके पास भाजपा जिला अध्यक्ष चरण सिंह का फोन आया। फोन पर अभद्र व्यवहार करते हुए गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। जेई ने कहा कि यदि उसके साथ कोई हादसा होता है तो उसके जिम्मेदार भाजपा जिला अध्यक्ष होंगे। उन्होंने अपनी शिकायत के साथ उनकी और जिला अध्यक्ष के बीच हुई बातचीत की ऑडियो भी पुलिस को दी है। वायरल ऑडियो में ये…
भाजपा जिला अध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया जेई पवन के पास फोन करते हैं। कहते हैं जेई साहब जिला अध्यक्ष बोल रहा हूं, तो जेई साहब कहते है कि कहां से बोल रहे हो। दूसरी तरफ से आवाज आती है भाई चरण सिंह तेवतिया बोल रहा हूं भाजपा जिलाध्यक्ष, तभी दूसरी तरफ से आवाज आती है बोलो। तेवतिया कहते हैं कि आप कौन बोल रहे हो, तभी दूसरी तरफ से आवाज आती है, पवन बोल रहा हूं, जेई जी। भाजपा अध्यक्ष तेवतिया कहते हैं पहले तो भइया तू बोलने की तमीज सीख ले, मुझे लगता है तूम जेई बेलगाम हो रहे हो। जिस पर जेई कहता है आप क्या कहना चाह रहे हो। तभी जिलाध्यक्ष कहते है कि भीकू नंगला गांव में एक ट्रांसफॉर्मर पास हुआ है, उसे लगवा दो। इस पर जेई पवन जवाब देता सुनाई दे रहा है कि सुन मेरी बात तेवतिया साहब आप चाहे कुछ भी लग रहे हो,जो बोल रहे हो। मैं कुछ भी नहीं लगवाता, जो आपको करना है वो कर लेना। जेई की चुनौती पर भड़के अध्यक्ष जेई के इस जवाब पर जिलाध्यक्ष भड़क जाते हैं और जेई का इलाज करने की बात कहते हैं। इस पर जेई कहते है यदि मर्द का बच्चा है तो उसका इलाज कर दें। इसके बाद तेवतिया जेई को जूतों से मारने की बात कहते हैं और फोन कट जाता है। जेई के समर्थन में बिजली कर्मियों का प्रदर्शन जेई के समर्थन में सोमवार को बिजली कर्मचारियों ने सब यूनिट प्रधान रणधीर तेवतिया की अध्यक्षता में धरना देकर प्रदर्शन किया। इसका संचालन सब यूनिट सचिव जसबीर सिंह ने किया। ऑल हरियाणा पावर कॉर्पोरेशन वर्कर यूनियन के राज्य उप प्रधान जितेंद्र तेवतिया व यूनिट प्रधान राज कुमार ने कहा कि उनके द्वारा उपमंडल अधिकारी को मांग पत्र दिया गया था, जिस पर आज तक भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। सुविधा के बिना कैसे बदल दें ट्रांसफॉर्मर भाजपा जिला अध्यक्ष द्वारा फीडर इंचार्ज पवन के साथ गाली गलौज करने, जूते से मारने की धमकी दी गई। जिस पर भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, बल्कि कर्मचारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है, जो कि बिल्कुल भी ठीक नहीं है। बिजली मंत्री अनिल विज ने ग्रामीण क्षेत्र में दो व शहरी क्षेत्र में एक घंटे में ट्रांसफॉर्मर बदलने का दबाब बनाया हुआ है, जबकि उनके पास कोई सुविधा नहीं है। धरना-प्रदर्शन को संबोधित करने वालों में यूनिट प्रेस सचिव मनोज डागर, मेवाराम, देशराज जाखड़, जितेंद्र छपरोला, किशन मोहन, प्रवीण तेवतिया, धर्मेंद्र सिंह, सूबे सिंह व ओमप्रकाश आदि कर्मचारी नेता शामिल थे।
हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष के घर रेड:कर्मचारी पर छेड़छाड़ के केस में पैसे लेने का आरोप, पूछताछ के लिए साथ ले गई ACB
हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष के घर रेड:कर्मचारी पर छेड़छाड़ के केस में पैसे लेने का आरोप, पूछताछ के लिए साथ ले गई ACB हरियाणा के सोनीपत में शनिवार (14 दिसंबर) को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल के घर पर रेड की। सोनिया अग्रवाल के कर्मचारी पर छेड़छाड़ के केस को सेटल करने के नाम पर पैसे लेने का आरोप है। ACB की टीम ने उनके खरखौदा स्थित पूरे घर की तलाशी ली। ACB पूछताछ के लिए सोनिया अग्रवाल को अपने साथ ले गई है। सोनिया अग्रवाल के घर से क्या बरामद हुआ है, टीम ने अभी इसका खुलासा नहीं किया है। 2 दिन पहले ही सोनिया अग्रवाल ने सोनीपत में महिलाओं के शोषण के कई मामलों में छानबीन की थी। माना जा रहा है कि इसी बैठक में रखे गए एक केस के सेटलमेंट से मामला जुड़ा हुआ है। छेड़छाड़ केस में पैसे लेने का आरोप ACB सूत्रों के मुताबिक सोनीपत की महिला ने हिसार के कर्मचारी पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे। इस मामले में महिला आयोग के पास शिकायत दी गई थी। 12 दिसंबर को सोनीपत में सोनिया अग्रवाल के कैंप में इस शिकायत पर सुनवाई हुई। कर्मचारी को कैंप में लताड़ लगाई गई थी। शनिवार को सोनिया अग्रवाल का एक कर्मचारी इसी केस को सेटलमेंट करने के लिए हिसार में पैसे लेने के लिए पहुंचा। वहां ACB ने कर्मचारी को रंगेहाथ पकड़ लिया। कर्मचारी से पूछताछ के बाद ACB की टीम सोनिया अग्रवाल के घर जांच के लिए पहुंची। हम इस खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं…