<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले के ग्राम कसमंडी कला के 866 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा है. इस योजना के तहत ग्रामसभा कसमंडी कला के किसानों को अब तक तीन करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि प्राप्त हो चुकी है. यहां 65 फीसदी किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री के तहत अपना पंजीकरण भी करवा लिया है, ताकि आने वाले समय में सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी उठा सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह जानकारी विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 के तहत हुई बैठक में दी गई. यह अभियान प्रदेशभर के 75 जिलों में चलाया जा रहा है. पांचवें दिन तक प्रदेश के 3375 जगहों पर 5 लाख 70 हजार से ज्यादा किसानों ने इसमें हिस्सा लिया. कृषि वैज्ञानिक, कृषि विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी इस अभियान से जुड़े हैं. अगले कुछ दिनों में इसमें और किसानों की भागीदारी की संभावना जताई जा रही है. इस अभियान का मकसद किसानों को नई तकनीकें बताकर उनकी खेती की लागत कम करना और आमदनी बढ़ाना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सोमवार को प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने हापुड़ जिले के बनखण्डा गांव में किसानों से संवाद किया. उन्होंने किसानों को खेत तालाब, ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई, समन्वित कीट प्रबंधन, पॉलीहाउस जैसी योजनाओं की जानकारी दी. मंत्री ने कहा कि किसान इन योजनाओं का लाभ लेकर अपनी खेती को और बेहतर बना सकते हैं. कृषि मंत्री ने खेतों का निरीक्षण कर किसानों का हौसला बढ़ाया. मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा नागर, विधायक धर्मेश तोमर, जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय समेत कई अधिकारी और कृषि वैज्ञानिक मौजूद थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>38 अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई</strong><br />लखनऊ के कसमंडी कला गांव में भी सोमवार को किसान सम्मेलन का आयोजन हुआ. इसमें संयुक्त कृषि निदेशक एके सिंह ने किसानों को फार्मर रजिस्ट्री, फसल बीमा और खेती की नई तकनीकें बताईं. केन्द्रीय उपोष्ण वागवानी संस्थान और कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने भी किसानों को जानकारी दी. किसानों ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की वजह से उन्हें बड़ी मदद मिल रही है. यह योजना केंद्र सरकार द्वारा 2019 में शुरू की गई थी. इसके तहत हर साल तीन किश्तों में दो-दो हजार रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभियान को सफल बनाने के लिए 38 अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है. वे 7 और 8 जून को अलग-अलग जिलों में किसानों से मिलेंगे और योजनाओं की जानकारी देंगे. मंगलवार को कृषि मंत्री कानपुर नगर के ग्राम हलपुरा में, जबकि कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख रामपुर जिले के ग्राम मानपुर ओझा में किसानों से मिलेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि विकसित कृषि संकल्प अभियान के जरिए ज्यादा से ज्यादा किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, ताकि खेती को एक फायदे का धंधा बनाया जा सके. किसानों का कहना है कि अगर सरकार इसी तरह से मदद करती रही तो उनकी जिंदगी बदल सकती है.</p> <p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले के ग्राम कसमंडी कला के 866 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा है. इस योजना के तहत ग्रामसभा कसमंडी कला के किसानों को अब तक तीन करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि प्राप्त हो चुकी है. यहां 65 फीसदी किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री के तहत अपना पंजीकरण भी करवा लिया है, ताकि आने वाले समय में सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी उठा सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह जानकारी विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 के तहत हुई बैठक में दी गई. यह अभियान प्रदेशभर के 75 जिलों में चलाया जा रहा है. पांचवें दिन तक प्रदेश के 3375 जगहों पर 5 लाख 70 हजार से ज्यादा किसानों ने इसमें हिस्सा लिया. कृषि वैज्ञानिक, कृषि विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी इस अभियान से जुड़े हैं. अगले कुछ दिनों में इसमें और किसानों की भागीदारी की संभावना जताई जा रही है. इस अभियान का मकसद किसानों को नई तकनीकें बताकर उनकी खेती की लागत कम करना और आमदनी बढ़ाना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सोमवार को प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने हापुड़ जिले के बनखण्डा गांव में किसानों से संवाद किया. उन्होंने किसानों को खेत तालाब, ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई, समन्वित कीट प्रबंधन, पॉलीहाउस जैसी योजनाओं की जानकारी दी. मंत्री ने कहा कि किसान इन योजनाओं का लाभ लेकर अपनी खेती को और बेहतर बना सकते हैं. कृषि मंत्री ने खेतों का निरीक्षण कर किसानों का हौसला बढ़ाया. मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा नागर, विधायक धर्मेश तोमर, जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय समेत कई अधिकारी और कृषि वैज्ञानिक मौजूद थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>38 अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई</strong><br />लखनऊ के कसमंडी कला गांव में भी सोमवार को किसान सम्मेलन का आयोजन हुआ. इसमें संयुक्त कृषि निदेशक एके सिंह ने किसानों को फार्मर रजिस्ट्री, फसल बीमा और खेती की नई तकनीकें बताईं. केन्द्रीय उपोष्ण वागवानी संस्थान और कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने भी किसानों को जानकारी दी. किसानों ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की वजह से उन्हें बड़ी मदद मिल रही है. यह योजना केंद्र सरकार द्वारा 2019 में शुरू की गई थी. इसके तहत हर साल तीन किश्तों में दो-दो हजार रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभियान को सफल बनाने के लिए 38 अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है. वे 7 और 8 जून को अलग-अलग जिलों में किसानों से मिलेंगे और योजनाओं की जानकारी देंगे. मंगलवार को कृषि मंत्री कानपुर नगर के ग्राम हलपुरा में, जबकि कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख रामपुर जिले के ग्राम मानपुर ओझा में किसानों से मिलेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि विकसित कृषि संकल्प अभियान के जरिए ज्यादा से ज्यादा किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, ताकि खेती को एक फायदे का धंधा बनाया जा सके. किसानों का कहना है कि अगर सरकार इसी तरह से मदद करती रही तो उनकी जिंदगी बदल सकती है.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ‘क्या अब वन नेशन, वन हसबैंड की स्कीम है?’, BJP पर भड़के CM भगवंत मान
किसान सम्मान निधि योजना से 866 किसानों को मिला लाभ, विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 में उमड़ा जोश
