कुरुक्षेत्र की जेल से फिर मिला मोबाइल:3 महीने में चौथी घटना; बाथरूम में छुपाया था फोन; पुलिस निकालेगी कॉल डिटेल

कुरुक्षेत्र की जेल से फिर मिला मोबाइल:3 महीने में चौथी घटना; बाथरूम में छुपाया था फोन; पुलिस निकालेगी कॉल डिटेल

हरियाणा के कुरुक्षेत्र की जिला जेल में एक बार फिर मोबाइल फोन बरामद हुआ है। मोबाइल को बाथरूम में छुपाया गया था। वार्डर ने गुप्त सूचना पर जेल में चेकिंग की थी। घटना 24 अप्रैल की है। जेल अधिकारियों ने मोबाइल को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मोबाइल के IMEI नंबर से कॉल डिटेल निकालने की कोशिश कर रही है। पिछले महीने जेल से दो मोबाइल बरामद हुए थे। जिला जेल के DSP शिवेंद्र पाल के मुताबिक, दोपहर करीब 1 बजे जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसमें ब्लॉक 4 के कमरा नंबर 2 के बाथरूम से एक मोबाइल फोन मिला। जांच करने पर मोबाइल में बैटरी लगी मिली। हालांकि उसमें सिम नहीं थी। जेल प्रशासन को शक था कि यह मोबाइल बंदी राजकुमार ने छुपा कर रखा है। फिलहाल सिटी थाना थानेसर पुलिस ने राजकुमार के खिलाफ प्रिजन एक्ट के तहत FIR दर्ज की है। कॉल डिटेल बताएगी किससे बात हुई जिला जेल प्रशासन ने पुलिस से कॉल डिटेल और डेटा खंगालने की सिफारिश की है ताकि पता चल सके कि आरोपी राजकुमार ने किस-किस से बात की है। पुलिस ने कॉल डिटेल निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए साइबर सेल की मदद ली जाएगी। जेल में मोबाइल की बरामदगी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। यह कोई पहला मामला नहीं है, जब जेल के अंदर से मोबाइल मिला हो। पिछले महीने में 2 बार हुई घटना पिछले महीने जेल से दो बार मोबाइल मिलने की घटना सामने आई थी। 29 मार्च को सुरक्षा वार्ड से काले रंग की पैकिंग में मोबाइल के साथ दो डेटा केबल बरामद हुई थीं। इसके पहले 13 मार्च को जेल के प्रशासनिक ब्लॉक की छत से पीले रंग की डिब्बी मिली थी। इसमें मोबाइल के साथ संदिग्ध नशे की गोलियां मिली थीं। दो महीने पहले 16 फरवरी को सुरक्षा वार्ड की छत से काली टेप से लिपटे पैकेट से तंबाकू नुमा वस्तु और मोबाइल बरामद हुआ था। इसके साथ चार्जिंग लीड भी थी। बॉलिंग करके फेंकने का शक जेल के सुरक्षा DSP शिवेंद्र पाल ने बताया कि मोबाइल को जेल के बाहर से ‘बॉलिंग’ करके फेंका गया होगा। इस तरह की घटनाएं पहले हो चुकी हैं। पिछले महीने पुलिस ने जेल में मोबाइल फेंकने के आरोप में एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया था। जेल में किसी और तरीके से मोबाइल नहीं पहुंचाया जा सकता है। जेल गार्ड लगातार गश्त करते हैं और CCTV कैमरे भी लगे हैं। जेल में रहकर गए अपराधी इस तरह के काम करते हैं। इसलिए जेल में समय-समय पर सर्चिंग की जाती है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र की जिला जेल में एक बार फिर मोबाइल फोन बरामद हुआ है। मोबाइल को बाथरूम में छुपाया गया था। वार्डर ने गुप्त सूचना पर जेल में चेकिंग की थी। घटना 24 अप्रैल की है। जेल अधिकारियों ने मोबाइल को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मोबाइल के IMEI नंबर से कॉल डिटेल निकालने की कोशिश कर रही है। पिछले महीने जेल से दो मोबाइल बरामद हुए थे। जिला जेल के DSP शिवेंद्र पाल के मुताबिक, दोपहर करीब 1 बजे जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसमें ब्लॉक 4 के कमरा नंबर 2 के बाथरूम से एक मोबाइल फोन मिला। जांच करने पर मोबाइल में बैटरी लगी मिली। हालांकि उसमें सिम नहीं थी। जेल प्रशासन को शक था कि यह मोबाइल बंदी राजकुमार ने छुपा कर रखा है। फिलहाल सिटी थाना थानेसर पुलिस ने राजकुमार के खिलाफ प्रिजन एक्ट के तहत FIR दर्ज की है। कॉल डिटेल बताएगी किससे बात हुई जिला जेल प्रशासन ने पुलिस से कॉल डिटेल और डेटा खंगालने की सिफारिश की है ताकि पता चल सके कि आरोपी राजकुमार ने किस-किस से बात की है। पुलिस ने कॉल डिटेल निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए साइबर सेल की मदद ली जाएगी। जेल में मोबाइल की बरामदगी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। यह कोई पहला मामला नहीं है, जब जेल के अंदर से मोबाइल मिला हो। पिछले महीने में 2 बार हुई घटना पिछले महीने जेल से दो बार मोबाइल मिलने की घटना सामने आई थी। 29 मार्च को सुरक्षा वार्ड से काले रंग की पैकिंग में मोबाइल के साथ दो डेटा केबल बरामद हुई थीं। इसके पहले 13 मार्च को जेल के प्रशासनिक ब्लॉक की छत से पीले रंग की डिब्बी मिली थी। इसमें मोबाइल के साथ संदिग्ध नशे की गोलियां मिली थीं। दो महीने पहले 16 फरवरी को सुरक्षा वार्ड की छत से काली टेप से लिपटे पैकेट से तंबाकू नुमा वस्तु और मोबाइल बरामद हुआ था। इसके साथ चार्जिंग लीड भी थी। बॉलिंग करके फेंकने का शक जेल के सुरक्षा DSP शिवेंद्र पाल ने बताया कि मोबाइल को जेल के बाहर से ‘बॉलिंग’ करके फेंका गया होगा। इस तरह की घटनाएं पहले हो चुकी हैं। पिछले महीने पुलिस ने जेल में मोबाइल फेंकने के आरोप में एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया था। जेल में किसी और तरीके से मोबाइल नहीं पहुंचाया जा सकता है। जेल गार्ड लगातार गश्त करते हैं और CCTV कैमरे भी लगे हैं। जेल में रहकर गए अपराधी इस तरह के काम करते हैं। इसलिए जेल में समय-समय पर सर्चिंग की जाती है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर