अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश में जान गंवाने वाली हरियाणा के कुरुक्षेत्र की अंजू शर्मा (55) का आज (रविवार को) अंतिम संस्कार किया गया। गुजरात के वडोदरा में उनके देवर जय के बेटे आर्यन ने उनका अंतिम संस्कार किया। अंजू के मायके के लोग वीडियो कॉल के जरिए संस्कार में शामिल हुए। शनिवार की रात अंजू शर्मा की डेडबॉडी की पहचान हुई। उनकी बेटी निम्मी और हन्नी ने उनकी पहचान की। DNA टेस्ट के बाद प्रशासन ने अंजू की बॉडी परिजनों के हवाले कर दी। कल रात ही अंजू के माता-पिता और भाई-भाभियों को उनकी बॉडी मिलने की सूचना दी गई। बाजू से पहचान की यमुनानगर आयुष विभाग में कार्यरत फार्मासिस्ट एवं अंजू के भाई संजीव शर्मा ने बताया कि उनका पूरा परिवार अंजू की बॉडी मिलने का इंतजार कर रहा था, ताकि बेटी को विधि मुताबिक अंतिम विदाई दी जा सके। शनिवार रात को 3 दिन बाद अंजू की बॉडी मिलने का मैसेज भाई मिलिन शर्मा से मिला था। झुलस गई थी अंजू की बॉडी क्रैश के बाद प्लेन में आग लग गई थी। इस वजह से उनकी बहन अंजू की बॉडी बुरी तरह से झुलस गई थी। इस कारण बॉडी की पहचान नहीं हो सकी। उनको यही पता चला कि झुलसने की वजह से टांग, बाजू और दूसरे अंग अलग हो गए थे। हालांकि DNA से साफ हुआ कि बॉडी अंजू की ही है। वीडियो से किए अंतिम दर्शन
संजीव शर्मा ने बताया कि पूरा परिवार वडोदरा जाना चाहता था, ताकि बेटी को अंतिम विदाई दी जा सके, मगर अंजू के माता-पिता के बीमार होने और टिकट नहीं मिलने की वजह से रह गए। इसलिए पूरा परिवार ZOOM के जरिए वीडियो कॉल से जुड़ा था। रामशरण माजरा की बेटी थी अंजू अंजू कुरुक्षेत्र के रामशरण माजरा गांव की रहने वाली थीं। वो फिलहाल गुजरात के वडोदरा में रह रही थीं। करीब 4 साल पहले उनके पति पवन शर्मा की मौत हो गई थी। लंदन जाने से पहले अंजू अपने मायके रामशरण माजरा आई थीं। यहां 1 हफ्ता रहने के बाद 26 मई को वडोदरा लौटी गई थी। टेक ऑफ से पहले 12 जून को सुबह करीब साढ़े 11 बजे एयरपोर्ट से अंजू ने सबसे वीडियो कॉल पर बात की थी। अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश में जान गंवाने वाली हरियाणा के कुरुक्षेत्र की अंजू शर्मा (55) का आज (रविवार को) अंतिम संस्कार किया गया। गुजरात के वडोदरा में उनके देवर जय के बेटे आर्यन ने उनका अंतिम संस्कार किया। अंजू के मायके के लोग वीडियो कॉल के जरिए संस्कार में शामिल हुए। शनिवार की रात अंजू शर्मा की डेडबॉडी की पहचान हुई। उनकी बेटी निम्मी और हन्नी ने उनकी पहचान की। DNA टेस्ट के बाद प्रशासन ने अंजू की बॉडी परिजनों के हवाले कर दी। कल रात ही अंजू के माता-पिता और भाई-भाभियों को उनकी बॉडी मिलने की सूचना दी गई। बाजू से पहचान की यमुनानगर आयुष विभाग में कार्यरत फार्मासिस्ट एवं अंजू के भाई संजीव शर्मा ने बताया कि उनका पूरा परिवार अंजू की बॉडी मिलने का इंतजार कर रहा था, ताकि बेटी को विधि मुताबिक अंतिम विदाई दी जा सके। शनिवार रात को 3 दिन बाद अंजू की बॉडी मिलने का मैसेज भाई मिलिन शर्मा से मिला था। झुलस गई थी अंजू की बॉडी क्रैश के बाद प्लेन में आग लग गई थी। इस वजह से उनकी बहन अंजू की बॉडी बुरी तरह से झुलस गई थी। इस कारण बॉडी की पहचान नहीं हो सकी। उनको यही पता चला कि झुलसने की वजह से टांग, बाजू और दूसरे अंग अलग हो गए थे। हालांकि DNA से साफ हुआ कि बॉडी अंजू की ही है। वीडियो से किए अंतिम दर्शन
संजीव शर्मा ने बताया कि पूरा परिवार वडोदरा जाना चाहता था, ताकि बेटी को अंतिम विदाई दी जा सके, मगर अंजू के माता-पिता के बीमार होने और टिकट नहीं मिलने की वजह से रह गए। इसलिए पूरा परिवार ZOOM के जरिए वीडियो कॉल से जुड़ा था। रामशरण माजरा की बेटी थी अंजू अंजू कुरुक्षेत्र के रामशरण माजरा गांव की रहने वाली थीं। वो फिलहाल गुजरात के वडोदरा में रह रही थीं। करीब 4 साल पहले उनके पति पवन शर्मा की मौत हो गई थी। लंदन जाने से पहले अंजू अपने मायके रामशरण माजरा आई थीं। यहां 1 हफ्ता रहने के बाद 26 मई को वडोदरा लौटी गई थी। टेक ऑफ से पहले 12 जून को सुबह करीब साढ़े 11 बजे एयरपोर्ट से अंजू ने सबसे वीडियो कॉल पर बात की थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
