हरियाणा के कुरुक्षेत्र मे भाजपा की रैली थानेसर अनाज मंडी में हो रही है। सीएम नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र पहुंच गए हैं। रैली में शामिल होने से पहले वे ज्योतिसर में वटवृक्ष की पूजा करने पहुंचे, जिसके नीचे श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का संदेश दिया था। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी रैली में मंच पर पहुंच गए हैं। भाजपा थानेसर की इस जनसभा से हरियाणा में विधानसभा चुनाव अभियान का श्रीगणेश करेगी। भाजपा “म्हारा हरियाणा, नॉन स्टॉप हरियाणा” के नाम से इसके बाद सभी 90 हलकों में रैलियां करेगी। कुरुक्षेत्र के थानेसर में होने वाली रैली में आज सीएम नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और अन्य वरिष्ठ नेता शिरकत करेंगे। हरियाणा प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी इसमें शामिल हो सकते हैं। थानेसर अनाज मंडी में पंडाल सजाया गया है। सभा में लोग आना शुरू हो गए हैं। स्थानीय नेताओं ने भीड़ जुटाने के लिए पूरा जोर लगाया है। शहरी स्थानीय निकाय राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि थानेसर अनाज मंडी में प्रदेश की पहली जनसभा होने के कारण कार्यक्रम स्थल व आस-पास के क्षेत्र में खूबसूरत साज-सज्जा की गई है। कुरुक्षेत्र में होने वाली प्रदेश की पहली विधानसभा रैली ऐतिहासिक और यादगार होगी। उन्होंने बताया कि जनसभा को सफल बनाने के लिए सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर तैयारियां की है। विधानसभा के हर गांव और वार्ड में जाकर लोगों को जनसभा का निमंत्रण दिया है। इस जनसभा में मुख्यमंत्री नायब सिंह थानेसर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को सौगात भी दे सकते हैं। हरियाणा के कुरुक्षेत्र मे भाजपा की रैली थानेसर अनाज मंडी में हो रही है। सीएम नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र पहुंच गए हैं। रैली में शामिल होने से पहले वे ज्योतिसर में वटवृक्ष की पूजा करने पहुंचे, जिसके नीचे श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का संदेश दिया था। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी रैली में मंच पर पहुंच गए हैं। भाजपा थानेसर की इस जनसभा से हरियाणा में विधानसभा चुनाव अभियान का श्रीगणेश करेगी। भाजपा “म्हारा हरियाणा, नॉन स्टॉप हरियाणा” के नाम से इसके बाद सभी 90 हलकों में रैलियां करेगी। कुरुक्षेत्र के थानेसर में होने वाली रैली में आज सीएम नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और अन्य वरिष्ठ नेता शिरकत करेंगे। हरियाणा प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी इसमें शामिल हो सकते हैं। थानेसर अनाज मंडी में पंडाल सजाया गया है। सभा में लोग आना शुरू हो गए हैं। स्थानीय नेताओं ने भीड़ जुटाने के लिए पूरा जोर लगाया है। शहरी स्थानीय निकाय राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि थानेसर अनाज मंडी में प्रदेश की पहली जनसभा होने के कारण कार्यक्रम स्थल व आस-पास के क्षेत्र में खूबसूरत साज-सज्जा की गई है। कुरुक्षेत्र में होने वाली प्रदेश की पहली विधानसभा रैली ऐतिहासिक और यादगार होगी। उन्होंने बताया कि जनसभा को सफल बनाने के लिए सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर तैयारियां की है। विधानसभा के हर गांव और वार्ड में जाकर लोगों को जनसभा का निमंत्रण दिया है। इस जनसभा में मुख्यमंत्री नायब सिंह थानेसर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को सौगात भी दे सकते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM सरकारी कोठी खाली कर रहे:मान्यता- इसमें रहने वाला दोबारा नहीं जीतता; दुष्यंत ने टाइम भी पूरा नहीं किया
हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM सरकारी कोठी खाली कर रहे:मान्यता- इसमें रहने वाला दोबारा नहीं जीतता; दुष्यंत ने टाइम भी पूरा नहीं किया चंडीगढ़ में सरकारी कोठी नंबर-48 अक्सर चर्चा में रहती है। इस बार इसकी चर्चा हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को लेकर है। वह अब तक इसी कोठी में रहे थे, लेकिन अब वह इसे खाली कर पंचकूला में शिफ्ट हो रहे हैं। हालांकि, अभी यह कोठी किसी को अलॉट नहीं हुई है। इस कोठी के साथ एक धारणाएं जुड़ी है। ऐसा माना जाता है कि इस कोठी में रहने वाले मंत्रियों में ज्यादातर अगली दफा विधानसभा तक भी नहीं पहुंचते। अब JJP नेता दुष्यंत चौटाला इस कोठी को 5 साल पूरा होने से पहले ही खाली कर रहे हैं। हालांकि, अब वह मंत्री नहीं हैं, इसलिए खाली करना भी पड़ता। इसके अलावा यहां कोठी नंबर-78 को लेकर भी ऐसी ही धारणाएं बनी। बाद में इस कोठी को IAS अफसरों को ही अलॉट किया जाता रहा है। ये कोठियां भी मंत्रियों की अन्य कोठियों की तरह काफी अच्छी हैं, लेकिन इनके साथ जुड़ी धारणाएं नेगेटिव हैं। समझिए… कोठी नंबर-48 का गणित
चंडीगढ़ में कोठी नंबर-48 सेक्टर-2 में है। यहां हरियाणा कोटे की अन्य कोठियां भी हैं, जिनमें मंत्री रहते हैं। इस कोठी में इनेलो सरकार में चौधरी धीरपाल सिंह रहे थे। वह 1999 से 2005 तक इस कोठी में रहे, लेकिन इसके बाद वह नहीं जीते। इस कोठी में कांग्रेस सरकार बनने पर तब के वित्त मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह रहने लगे, लेकिन वह भी 2009 में हार गए। उन्हें उचाना सीट पर ओमप्रकाश चौटाला ने विधानसभा में हराया। कांग्रेस के दूसरे कार्यकाल में 2009 में यह कोठी मंत्री रणदीप सुरजेवाला को अलॉट हुई। वह जीतकर विधानसभा ताे पहुंचे, लेकिन उनकी सरकार सत्ता से बाहर होने पर वह मंत्री नहीं बन सके और कोठी खाली करनी पड़ी। भाजपा सरकार बनने पर 2014 में यह कोठी तब के वित्त मंत्री कैप्टनअभिमन्यु काे मिली, लेकिन वह भी 2019 में चुनाव हार गए। गठबंधन सरकार बनने पर यह कोठी 2019 में तब के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को मिली, लेकिन अब लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा। गठबंधन टूटने से सरकार से बाहर हो गए। अब वह यहां पांच साल पूरे नहीं कर रहे। वह इस कोठी को पहले ही खाली कर रहे हैं। कोठी नंबर-78 में ये भी रहे, जो अगली बार नहीं जीते
कोठी नंबर-78 में तत्कालीन डिप्टी स्पीकर कुलबीर सिंह, सुषमा स्वराज, करतार देवी, बहादुर सिंह, रामबिलास शर्मा, फूलचंद मुलाना रह चुके हैं। ये लोग अगली बार विधानसभा नहीं पहुंचे थे। इनके बाद कृष्णलाल पंवार को भी हार का सामना करना पड़ा। अब यह कोठी अफसरों को दी जा रही है। इसमें अभी मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव रह रहे हैं।
BJP के हरियाणा में 20 वादों का एनालिसिस:5 कांग्रेस जैसे; 2 से हुड्डा के गढ़ पर निशाना, OPS पर कोई ऐलान नहीं
BJP के हरियाणा में 20 वादों का एनालिसिस:5 कांग्रेस जैसे; 2 से हुड्डा के गढ़ पर निशाना, OPS पर कोई ऐलान नहीं हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है। इस पत्र में पार्टी की ओर से 20 वादे किए गए हैं। इनमें से 5 वादे ऐसे हैं, जो कांग्रेस के वादों जैसे ही हैं। इसमें 18 से 60 साल की 78 लाख महिलाओं को हर महीने आर्थिक मदद, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब लोगों को आवास, हर घर गृहिणी योजना तहत 500 रुपए में सिलेंडर, 2 लाख युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी और बुढ़ापा, दिव्यांग और विधवा पेंशन में वृद्धि शामिल है। कांग्रेस की तरह बीजेपी को भी इन वादों को पूरा करने के लिए हजारों करोड़ रुपए खर्च करने पड़ेंगे। इसके अलावा BJP की 15 ऐसे वादे हैं जो कांग्रेस के वादों से पूरी तरह से अलग हैं। वहीं बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) से दूरी बनाई है, जबकि कांग्रेस ने सरकार बनने पर इसे हरियाणा में बहाल करने का वादा किया। भाजपा ने अपने 20 सूत्रीय संकल्प पत्र में 2 केंद्र की योजनाओं को शामिल किया है। केएमपी के ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण और नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के साथ कई रैपिड रेल सेवाओं एवं फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो सेवा की शुरुआत शामिल है। अब पढ़िए BJP के कांग्रेस जैसे वादों की पूरी डिटेल… 1. लाडो लक्ष्मी योजना से 78 लाख महिला वोटरों को साधा
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र के जरिए हरियाणा की 78 लाख महिला वोटरों को साधने की कोशिश की है। हालांकि कांग्रेस की ओर से भी 18 से 60 साल तक की महिलाओं को साधने के लिए 2000 रुपए प्रति महीना देने का वादा किया गया है। बीजेपी ने इसे 100 रुपए बढ़ाकर 2100 रुपए प्रति माह कर दिया है। बीजेपी की अगर सरकार बनती है तो इस वादे को पूरा करने के लिए करीब 20 हजार करोड़ रुपए सालाना खर्च आएगा। 2. हर घर गृहिणी योजना तहत 500 में सिलेंडर
बीजेपी का ये वादा कांग्रेस की तरह ही है। कांग्रेस ने अपने 7 वादों में 49 लाख के करीब महिलाओं को 500 रुपए में गैस सिलेंडर का वादा किया है। बीजेपी ने भी अपने संकल्प पत्र में इसे शामिल किया है। इस योजना के जरिए हर गैस सिलेंडर पर 334 रुपए सरकार को अपने खजाने से भरने होंगे। इससे सालाना 2000 करोड़ के करीब वित्तीय बोझ पड़ेगा। 3. पेंशन बढ़ोतरी पर बीजेपी का सस्पेंस
हरियाणा में बीजेपी ने वृद्धा, दिव्यांग और विधवा पेंशन पर सस्पेंस बनाकर रखा है। संकल्प में बीजेपी ने कहा है कि वह DA और पेंशनों को जोड़ने वाले साइंटिफिक फॉर्मूले के आधार पर सभी सामाजिक मासिक पेंशनों में वृद्धि का फैसला लेगी। जबकि कांग्रेस ने तीनों वर्गों को 6000 रुपए मासिक पेंशन दिए जाने का ऐलान किया है। हरियाणा में करीब 35 लाख लोग ऐसे हैं, जो इन पेंशन का लाभ ले रहे हैं। इन लाभार्थियों को बीजेपी अभी 3000 रुपए मासिक दे रही है। इस पर अभी सरकारी खजाने से 13 हजार करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। 4. गरीबों को आवास
बीजेपी ने संकल्प पत्र में 5 लाख गरीबों को आवास देने का संकल्प लिया है। इसमें प्रति वर्ष 1.80 लाख आय वाले परिवारों को साधने का प्रयास किया है। इस योजना से सूबे के खजाने पर करीब 1400 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। वहीं कांग्रेस ने 3.08 गरीबों को 100 वर्ग का प्लॉट और दो कमरों का घर देने का वादा किया है। 5. 2 लाख युवाओं को पक्की नौकरी
कांग्रेस की तरह बीजेपी ने भी 2 लाख युवाओं को पक्की नौकरी देने का वादा किया है। इससे 900 करोड़ का खर्च बढ़ेगा। इसके अलावा 5 लााख युवाओं के लिए अन्य रोजगाार के अवसर भी पैदा करेंगे और नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन योजना के माध्यम से मासिक स्टाइपेंड की सहायताा भी उपलब्ध कराएंगे। युवाओं को रिझाने की वजह यह है कि हरियाणा में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा रहा है। चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, सब में राजनीतिक दल इसको प्रमुखता से उठाते हैं। इसको देखते हुए हर चुनाव में राजनीतिक दल अपने-अपने घोषणा पत्र में इसे प्रमुखता से शामिल करते हैं। मुफ्त इलाज से 1.09 करोड़ को साधा
हरियाणा में 1.09 करोड़ लोगों के आयुष्मान-चिरायु कार्ड हैं। पिछले 6 सालों में 15.54 लाख लोगों ने 5 लाख रुपए फ्री इलाज का लाभ लिया है। इस योजना में 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा पैसे खर्च किए जा चुके हैं। बीजेपी ने इसे अपने संकल्प पत्र में अब 10 लाख कर दिया है। इससे खर्च बढ़ेगा। भाजपा ने संकल्प पत्र में चिरायु-आयुष्मान योजना के तहत प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज एवं परिवार के 70 वर्ष से अधिक प्रत्येक बुजुर्ग को अलग से 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देने का वादा किया है। केंद्र सरकार के सहयोग से बीजेपी के 2 संकल्प
हरियाणा बीजेपी ने अपने 20 सूत्रीय संकल्प पत्र में 2 ऐसी योजनाओं को शामिल किया है, जिसमें वह केंद्र सरकार की मदद लेगी। पहला वादा भारत सरकार के सहयोग से केएमपी के ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण व नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत और दूसरा वादा भारत सरकार के सहयोग से विभिन्न रैपिड रेल सेवाओं एवं फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो सेवा की शुरुआत शामिल है। इन योजनाओं के जरिए बीजेपी ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ को टारगेट किया है। इनसे पलवल, झज्जर, बहादुरगढ़, खरखौदा को साधने की कोशिश की है। पानीपत बीजेपी का गढ़ है, जिसको इन योजनाओं के जरिए मजबूत करने पर बीजेपी ने फोकस किया है। इन योजनाओं से साधे 21% दलित वोट बैंक
हरियाणा में लोकसभा चुनाव में दलित वोट बैंक से दूर हुई बीजेपी ने इस बार अपने संकल्प पत्र में इस वर्ग पर खासा फोकस किया है। इस 21% वोट बैंक को साधने के लिए भारत के किसी भी सरकारी कॉलेज से मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जातियों के हरियाणा के छात्रों को पूर्ण छात्रवृत्ति देने का फैसला किया है। वहीं सभी ओबीसी वर्ग के उद्यमियों की मुद्रा योजना के अतिरिक्त 25 लाख रुपए तक के ऋण की गारंटी हरियाणा राज्य सरकार उठाएगी। इसके जरिए ओबीसी और एससी को साधने की कोशिश की है। किसानों के लिए 24 फसलों पर MSP
हरियाणा में 80% लोग खेती-किसानी से जुड़े हुए हैं। इस आबादी को साधने के लिए बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में 24 फसलों की एमएसपी पर खरीद किए जाने का वादा किया है। हालांकि इसका ऐलान मुख्यमंत्री नायब सैनी पहले ही कर चुके हैं। इसके अलावा बीजेपी ने किसानों के लिए ये भी संकल्प लिया है कि वह पट्टेदारों को भूमि पर मालिकाना हक दिलाएंगे। 36 बिरादरी साधने के लिए बनेगा बोर्ड
हरियाणा में छोटी पिछड़े समाज की जातियों (36 बिरादरियों) को भी साधने की कोशिश की है। बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में पर्याप्त बजट के साथ अलग-अलग कल्याण बोर्ड बनाने का वादा किया है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के ड्रीम प्रोजेक्ट दक्षिण हरियाणा में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का अरावली जंगल सफारी पार्क का भी संकल्प पत्र में जिक्र किया है। ये खबर भी पढ़ें…. भाजपा के हरियाणा चुनाव संकल्प पत्र में 20 वादे:अग्निवीर को सरकारी नौकरी की गारंटी, महिलाओं को ₹2100 महीने, यह कांग्रेस से 100 रुपए ज्यादा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को हरियाणा चुनाव के लिए पार्टी का संकल्प पत्र जारी किया। संकल्प पत्र में अग्निवीर को सरकारी नौकरी की गारंटी दी गई है। महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए देने का वादा किया है। यह राशि कांग्रेस के कल जारी घोषणा पत्र से 100 रुपए ज्यादा है। इसमें 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने जैसी 20 बातें हैं। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा चुनाव के बीच BJP मंत्री-सावित्री जिंदल समर्थकों में टकराव:आचार्य तुलसी चौक पर लाल किले का मॉडल लगाया; जैन समाज बोला-स्मृतियां मिटाने की कोशिश
हरियाणा चुनाव के बीच BJP मंत्री-सावित्री जिंदल समर्थकों में टकराव:आचार्य तुलसी चौक पर लाल किले का मॉडल लगाया; जैन समाज बोला-स्मृतियां मिटाने की कोशिश हरियाणा के हिसार में जैन धर्म गुरु आचार्य तुलसी चौक पर लाल किले का मॉडल बनाए जाने से समाज के लोगों ने नाराजगी व्यक्त की है। जैन समाज में इसको लेकर रोष है और समाज की मीटिंग भी इस बारे में हो चुकी है। समाज के लोगों का कहना है कि यह चौक 20 साल पहले आचार्य तुलसी के नाम पर बनाया गया था। जिन्होंने समाज को नई राह दिखाई। अब उनकी स्मृतियों को मिटाने का प्रयास किया गया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि “चौक की हालत पहले खराब थी। इसे नया आकार दिया गया है। इसका नाम नहीं बदला गया है और ना ही इस चौक पर किसी तरह की कोई प्रतिमा हटाई गई है। हमने चौक की देखरेख की है। आज भी चौक को आचार्य तुलसी के नाम से ही जाना जाता है। जब इस मॉडल को यहां रखा गया अगर तब भी मुझे बताया गया होता कि इससे जैन समाज को आपत्ति है वह इसे यहां ना लगवाते। शहर के सौंदर्यीकरण के लिए लाल किला का मॉडल रखा गया है लाल किला भी देशभक्ति का एक प्रतीक है”। हिसार में 46 लाख रुपए से बनाए गए थे 3 मॉडल
हिसार में मंत्री डॉ. कमल गुप्ता की तरफ से 46 लाख रुपए के सौंदर्यीकरण के 3 कार्यों का 26 जुलाई को उद्घाटन किया गया था। डॉ. कमल गुप्ता ने तुलसी चौक पर लगभग 20 लाख रुपए की लागत से बने लाल किले के प्रतिरूप और लक्ष्मीबाई चौक के समीप 17 लाख रुपए की लागत से बने चंद्रयान के प्रतिरूप और सेक्टर 9-11 दिल्ली रोड से एंट्री पॉइंट पर लगभग 9 लाख रुपए की लागत से बने इंडिया गेट के प्रतिरूप का उद्घाटन किया था। कौन थे आचार्य तुलसी
आचार्य तुलसी जैन धर्म के श्वेतांबर तेरापंथ के 9वें आचार्य थे। वो अणुव्रत और जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय के प्रवर्तक हैं। वे 100 से भी अधिक पुस्तकों के लेखक हैं। सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपनी पुस्तक “लिविंग विद पर्पज” में उन्हें विश्व के 15 महान लोगों में शामिल किया था। उन्हें भारत के पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरि ने 1971 में एक कार्यक्रम में “युग-प्रधान” की उपाधि से विभूषित किया। उन्होंने आचार्य महाप्रज्ञ एवं साध्वी कनकप्रभा का विकास करने में महत्वपूर्ण कार्य किया था। पार्षद टीनू जैन बोले- जैन समाज में रोष
इस बारे में भाजपा पार्षद टीनू जैन ने कहा कि इस फैसले से जैन समाज में रोष है। जब यह चौक पहले बना हुआ था और आचार्य तुलसी की स्मृतियों में बनाया गया था तो इससे छेड़छाड़ ही नहीं की जानी चाहिए थी। इस चौक पर लाल किला के मॉडल लगा दिया। कम से कम प्रशासन को चाहिए यहां एक ग्रिल लगाकर बोर्ड लगा दें। हमने 25 दिन पहले नगर निगम कमिश्नर को भी शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि बोर्ड लग जाएगा मगर आज तक नहीं लगा। प्रवीण जैन बोले- समाज लड़ाई लड़ेगा
सेक्टर 9-11 आरडब्ल्यूए प्रधान प्रवीण जैन ने कहा कि आचार्य तुलसी चौक पर लाल किले की डमी बनाकर रख दी। इससे समाज में क्या संदेश जाएगा। जैन धर्मगुरु के चौक से छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए थी। समाज के लोगों ने इसको लेकर बैठक की थी। इसको लेकर समाज में रोष है। समाज अपनी लड़ाई लड़ेगा। यहां आचार्य तुलसी की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए। 20 साल से यहां चौक बना हुआ है।