हरियाणा के कुरुक्षेत्र थीम पार्क में आयोजित पशु मेले में बड़ा हादसा होते-होते टला। निर्णायक मंडल के फैसले से नाराज होकर झज्जर के पशु व्यापारी मंजीत ने गोलियां चला दी। जिससे मेले में अफरा-तफरी मच गई।गोलियां चलने की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची, मौके से आरोपी फरार हो चुका था। फायरिंग के बाद लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। घटना में 3 से 4 राउंड फायरिंग की गई। मंजीत भी प्रतियोगिता में अपने पशुओं के साथ भाग ले रहा था। मेले में सुरक्षा व्यवस्था की कमी से यह घटना हुई, जिससे आम लोगों की जान खतरे में पड़ी। पुलिस कर रही जांच सब इंस्पेक्टर मलकीत सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। गोली चलाने के पीछे का मकसद और आरोपियों की पहचान की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के कुरुक्षेत्र थीम पार्क में आयोजित पशु मेले में बड़ा हादसा होते-होते टला। निर्णायक मंडल के फैसले से नाराज होकर झज्जर के पशु व्यापारी मंजीत ने गोलियां चला दी। जिससे मेले में अफरा-तफरी मच गई।गोलियां चलने की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची, मौके से आरोपी फरार हो चुका था। फायरिंग के बाद लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। घटना में 3 से 4 राउंड फायरिंग की गई। मंजीत भी प्रतियोगिता में अपने पशुओं के साथ भाग ले रहा था। मेले में सुरक्षा व्यवस्था की कमी से यह घटना हुई, जिससे आम लोगों की जान खतरे में पड़ी। पुलिस कर रही जांच सब इंस्पेक्टर मलकीत सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। गोली चलाने के पीछे का मकसद और आरोपियों की पहचान की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ में रात की बारिश से मिली राहत:आज दिन में छाए रहेंगे बादल, 30 और 31 जुलाई के लिए मौसम विभाग का अलर्ट
चंडीगढ़ में रात की बारिश से मिली राहत:आज दिन में छाए रहेंगे बादल, 30 और 31 जुलाई के लिए मौसम विभाग का अलर्ट चंडीगढ़ में पिछले कई दिनों से गर्मी और उमस के कारण लोग परेशान थे। लेकिन रात को कई इलाकों में हुई बारिश के बाद हल्की राहत है। इससे तापमान में भी थोड़ी गिरावट देखी गई है। मौसम विभाग ने आज दिन में बादल छाए रहने और कुछ इलाकों में हल्की-फुल्की बारिश होने की आशंका जताई है। वही मौसम विभाग ने 30 जुलाई और 31 जुलाई के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 50% तक कम हुई बारिश इस बार मानसून सीजन में चंडीगढ़ में न के बराबर बारिश हुई है। मौसम विभाग ने 1 जून से अब तक 196.4 एमएम बारिश दर्ज की है। जो की सामान्य बारिश से 50.9 % तक कम है। ऐसा कई वर्षों बाद देखा जा रहा है, जब चंडीगढ़ में इतनी कम बारिश हुई है। पिछले साल सिर्फ जुलाई महीने में ही 693.2 एमएम बारिश दर्ज की गई थी. जो की पिछले कई सालों में सर्वाधिक थी। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में चंडीगढ़ में अच्छी बारिश होगी। इस प्रकार रहेगा आगे का तापमान मौसम विभाग के अनुसार कल का तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. जोकि सामान्य से 5.2 डिग्री सेल्सियस अधिक था। मौसम विभाग ने आज अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है। कल 30 जुलाई को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहेगा। इसके बाद बारिश होने के कारण तापमान में लगातार गिरावट देखी जाएगी। इस समय हवा में नमी की अधिकतम आर्द्रता 83% है। जबकि न्यूनतम आर्द्रता 49% है। जिसकी वजह से उमस बढ़ती जा रही है।
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करनाल में करंट लगने से युवक की मौत:कंबल फैक्ट्री में करता युवक काम, परिजनों ने मालिक पर लगाए लापरवाही के आरोप हरियाणा में करनाल के असंध रोड मूनक स्थित स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कम्बल फैक्ट्री में एक बड़ा हादसा हुआ। जिसमें 23 वर्षीय राहुल की करंट लगने से मौत हो गई। फैक्ट्री में ही काम करने वाले मृतक के भाई का आरोप है कि फैक्टरी मालिक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है, क्योंकि मशीनों में बार बार करंट आ रहा था और मौखिक रूप से कहने के बावजूद भी मशीनों को ठीक नहीं करवाया और लापरवाही बरती गई। जिसकी वजह से राहुल की जान चली गई। 10 अगस्त को लगे थे फैक्ट्री में गांव रेरकलां निवासी राहुल और सतपाल, दोनों भाईयों ने बीती 10 अगस्त से मुनक स्थित स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कम्बल फैक्ट्री में काम शुरू किया था। उनकी सैलरी 25,000 रुपए तय की गई थी। घटना से कुछ दिन पहले ही फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। जिसके बारे में फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों को चेतावनी दी गई थी कि मशीनों में बार-बार करंट आता है। इसके बावजूद, फैक्टरी प्रशासन ने इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया और मशीनों की मरम्मत नहीं करवाई। कल आया करंट और हुई मौत मृतक के भाई सतपाल के अनुसार कल रात को लगभग 3 बजे, फैक्ट्री में काम करते हुए राहुल को एक मशीन पर करंट लग गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सतपाल ने बताया कि मैने तुरंत फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों को फोन किया, लेकिन किसी ने भी रात में मौके पर आने या मदद के लिए गाड़ी भेजने से इंकार कर दिया। मजबूरन, सतपाल और उनके सहयोगी हरज्ञान ने राहुल को मोटरसाइकिल पर रखकर पानीपत के एक अस्पताल में ले गए, जहां डॉक्टरों ने राहुल को मृत घोषित कर दिया। परिवार की पीड़ा और आरोप सतपाल ने अपने छोटे भाई की मौत के लिए सीधे तौर पर फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि फैक्ट्री प्रशासन ने बार-बार चेतावनी के बावजूद मशीनों की मरम्मत नहीं करवाई, जिससे यह हादसा हुआ। सतपाल ने मांग की है कि फैक्ट्री में लगे CCTV कैमरों की फुटेज को जांच के लिए लिया जाए और मालिकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। सतपाल का कहना है कि उनके भाई की मौत केवल फैक्ट्री प्रशासन की लापरवाही का परिणाम है, और फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस ने किया मामला दर्ज सतपाल की शिकायत मिलने पर मूनक थाना के SHO ने तुरंत संज्ञान लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। इस संबंध में पुलिस अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि सतपाल की शिकायत के आधार पर स्टार इंडिया कम्बल फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हरियाणा में घर-फ्लैट और प्लाट खरीदना महंगा:BJP सरकार ने EDC को 20% बढ़ाया, हर साल बढ़ोतरी भी होगी; गुरुग्राम-फरीदाबाद पर ज्यादा असर
हरियाणा में घर-फ्लैट और प्लाट खरीदना महंगा:BJP सरकार ने EDC को 20% बढ़ाया, हर साल बढ़ोतरी भी होगी; गुरुग्राम-फरीदाबाद पर ज्यादा असर हरियाणा में BJP सरकार की हैट्रिक के बाद देश की राजधानी दिल्ली से सटे शहरों में मकान-फ्लैट और प्लाट खरीदना महंगा हो गया है। इसकी वजह ये है कि प्रदेश सरकार ने 8 साल बाद मूलभूत सुविधाओं के बदले लिए जाने वाले एक्सटर्नल डेवलपमेंट चार्ज (EDC) में एक साथ 20% की बढ़ोतरी कर दी। जिसे एक जनवरी से लागू भी कर दिया गया है। नगर एवं आयोजना विभाग के निदेशक अमित खत्री ने EDC को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। EDC वसूली के लिए पूरे हरियाणा को 6 जोन में बांटा गया है, जबकि पंचकूला में अलग से दरें निर्धारित की गई हैं। इतना ही नहीं, सरकार ने ये आदेश भी दिया है कि EDC में हर साल 10% की बढ़ोतरी होगी। इसका बोझ सीधा खरीदारों पर पड़ेगा क्योंकि बिल्डर पूरा शुल्क खरीदारों से वसूल करेंगे। इस कारण आवास परियोजनाओं के दाम बढ़ने तय हैं। गुरुग्राम-फरीदाबाद में सबसे ज्यादा असर
EDC बढ़ाने का सबसे ज्यादा असर गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोहना और आसपास के क्षेत्रों पर पड़ेगा। इन क्षेत्रों में फ्लैट्स की संख्या ज्यादा है। यहां जमीन कम है या काफी महंगी है। ऐसे में लोग यहां फ्लैट्स खरीदते हैं। इसी वजह से इसे हाईपर और हाई पोटेंशियल जोन में शामिल किया गया है। मीडियम पोटेंशियल जोन में अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, बहादुरगढ़, हिसार, रोहतक, रेवाड़ी, बावल, पलवल, जगदारी-यमुनानगर, धारूहेड़ा, पृथला, गन्नौर, और होडल को शामिल किया गया है। इन क्षेत्रों का रुख बिल्डर ज्यादा कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यहां फ्लैट्स की संभावनाएं बढ़ेगी। इसके अलावा भिवानी, फतेहाबाद, जींद, कैथल, महेन्द्रगढ़, नारनौल, सिरसा, झज्जर को लो पोंटेंशियल जोन पर रखा है। EDC बढ़ाने का असर इन क्षेत्रों पर कम पड़ेगा। 8 वर्ष से ईडीसी में नहीं हुआ था बदलाव
अभी तक प्रदेश में वर्ष 2015 की पॉलिसी के तहत EDC की वसूली हो रही थी। इसकी दरों में 8 वर्षों से कोई बदलाव नहीं किया गया था। EDC बढ़ाने से मिलने वाले अतिरिक्त राजस्व को संबंधित क्षेत्र के विकास पर खर्च किया जाएगा। आर्थिक जोन में विकास को बढ़ावा देने के लिए गुरुग्राम जिले के पटौदी, हेलीमंडी, फरूखनगर को लो पोटेंशियल जोन से निकालकर मीडियम पोटेंशियल जोन में शामिल कर लिया गया है। राज्य में ईडीसी दरों की गणना के लिए इंडेक्सेशन नीति में बदलाव किया गया है। दरअसल, 2015-2016 में EDC की दरों की वजह से रियल एस्टेट डेवलपर्स ने लाइसेंस लेना लगभग बंद कर दिया था, जिसके बाद सरकार ने इसमें बढ़ोतरी करनी बंद कर दी थी। हर साल 10 फीसदी की होगी बढ़ोतरी
भविष्य में EDC दरों को निर्धारित करने के लिए एक सलाहकार को नियुक्त किया जाएगा। जब तक आधार EDC दरें निर्धारित नहीं हो जातीं, तब तक हर साल एक अप्रैल से 10 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि प्रभावी रहेगी।
इससे पहले वित्त मंत्री, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री की मंत्रिमंडलीय उप-समिति की सिफारिशों पर इंडेक्सेशन मैकेनिज्म के तहत EDC की दरें तय की गई थीं। वर्ष 2018 में सरकार ने गुरुग्राम और रोहतक सर्किल की EDC दरों के निर्धारण का कार्य आईआईटी दिल्ली और फरीदाबाद, पंचकूला और हिसार सर्किल के लिए आईआईटी रुड़की को सौंपा था। दोनों संस्थानों ने EDC दरों के निर्धारण का कार्य करने से इनकार कर दिया, जिसके कारण आज तक वही इंडेक्सेशन नीति और EDC दरें जारी रहीं।