हरियाणा के कुरुक्षेत्र से ऐतिहासिक गुरुद्वारा पातशाही 6वीं से खालसा साजना दिवस (बैसाखी) के पावन पर्व को समर्पित धार्मिक यात्रा पाकिस्तान के लिए रवाना हुई। इस यात्रा में शामिल 342 श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान के विभिन्न ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिबान का दर्शन करेगा। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के प्रधान जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध, मेंबर और श्रद्धालुओं ने अरदास कर यात्रा का आगाज किया। कमेटी के प्रधान भूपिंद्र सिंह असंध ने बताया कि देश विभाजन के बाद पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारों के दर्शन करना नामुमकिन जैसा हो गया था, लेकिन केंद्र सरकार और पाकिस्तान दूतावास के सहयोग से संगत को पाकिस्तान के गुरुद्वारा साहिबान के दर्शन करने का मौका मिल पाया है। बाघा बॉर्डर से शुरू होगी यात्रा
यह जत्था बाघा बॉर्डर से पाकिस्तान में प्रवेश करेगा। यात्रा का पहला पड़ाव 10 अप्रैल को श्री ननकाना साहिब में होगा, जहां गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ। इसके बाद 11 अप्रैल को स्थानीय गुरुद्वारों, 12 अप्रैल को गुरुद्वारा सच्चा सौदा (फारूकाबाद) और 13 अप्रैल को गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब में श्रद्धालु नतमस्तक होंगे। 14 अप्रैल को बैसाखी के अवसर पर संगत खालसा साजना दिवस के मुख्य समागम में शामिल होगी। आगे 15 अप्रैल को गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतारपुर, और 17 अप्रैल को गुरुद्वारा रोडी साहिब, गुजरावाला और गुरुद्वारा डेहरा साहिब लाहौर के दर्शन किए जाएंगे। सेवा भाव से जुड़ी हरियाणा कमेटी
HSGMC के मेंबर हरमनप्रीत सिंह ने बताया कि कमेटी की सेवा संभालने के बाद से हरियाणा की संगत को यह धार्मिक सौभाग्य मिल रहा है। पहले यह यात्रा SGPC की ओर से करवाई जाती थी, लेकिन अब हरियाणा कमेटी स्वयं इसकी संपूर्ण व्यवस्था कर रही है। जत्थे को बाघा बॉर्डर तक पहुंचाने के लिए निशुल्क बस सेवा की सुविधा कमेटी की ओर से प्रदान की गई। हरियाणा के कुरुक्षेत्र से ऐतिहासिक गुरुद्वारा पातशाही 6वीं से खालसा साजना दिवस (बैसाखी) के पावन पर्व को समर्पित धार्मिक यात्रा पाकिस्तान के लिए रवाना हुई। इस यात्रा में शामिल 342 श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान के विभिन्न ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिबान का दर्शन करेगा। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के प्रधान जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध, मेंबर और श्रद्धालुओं ने अरदास कर यात्रा का आगाज किया। कमेटी के प्रधान भूपिंद्र सिंह असंध ने बताया कि देश विभाजन के बाद पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारों के दर्शन करना नामुमकिन जैसा हो गया था, लेकिन केंद्र सरकार और पाकिस्तान दूतावास के सहयोग से संगत को पाकिस्तान के गुरुद्वारा साहिबान के दर्शन करने का मौका मिल पाया है। बाघा बॉर्डर से शुरू होगी यात्रा
यह जत्था बाघा बॉर्डर से पाकिस्तान में प्रवेश करेगा। यात्रा का पहला पड़ाव 10 अप्रैल को श्री ननकाना साहिब में होगा, जहां गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ। इसके बाद 11 अप्रैल को स्थानीय गुरुद्वारों, 12 अप्रैल को गुरुद्वारा सच्चा सौदा (फारूकाबाद) और 13 अप्रैल को गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब में श्रद्धालु नतमस्तक होंगे। 14 अप्रैल को बैसाखी के अवसर पर संगत खालसा साजना दिवस के मुख्य समागम में शामिल होगी। आगे 15 अप्रैल को गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतारपुर, और 17 अप्रैल को गुरुद्वारा रोडी साहिब, गुजरावाला और गुरुद्वारा डेहरा साहिब लाहौर के दर्शन किए जाएंगे। सेवा भाव से जुड़ी हरियाणा कमेटी
HSGMC के मेंबर हरमनप्रीत सिंह ने बताया कि कमेटी की सेवा संभालने के बाद से हरियाणा की संगत को यह धार्मिक सौभाग्य मिल रहा है। पहले यह यात्रा SGPC की ओर से करवाई जाती थी, लेकिन अब हरियाणा कमेटी स्वयं इसकी संपूर्ण व्यवस्था कर रही है। जत्थे को बाघा बॉर्डर तक पहुंचाने के लिए निशुल्क बस सेवा की सुविधा कमेटी की ओर से प्रदान की गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
