कुरूक्षेत्र जिले के इस्माइलाबाद अनाज मंडी के अंदर चौंक में बुलेट पर सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े एक आढ़ती पर फायरिंग कर दी। बाइक सवार बदमाश आढ़ती को 3 गोलियां मारकर चम्मू जाने वाले रास्ते से फरार हो गए। गोलियां लगने से घायल आढ़ती को अस्पताल ले जाया गया। फायरिंग की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। इस वारदात के बाद आढ़तियों में भय का माहौल है। इस्माइलाबाद अनाज मंडी में महलां निवासी आढ़ती हरविलास अपनी कार में जा रहा था। जब वह अनाज मंडी में बीचो बीच चौंक पर पहुंचे तो बुलेट बाइक पर सवार दो बदमाशों में से एक बदमाश ने उनकी कार का शीशा तोड़ कर तीन फायर किए। गोली उनकी गर्दन और छाती में लगी। बाइक सवार बदमाशों ने मारी गोली प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आढ़ती हरविलास खुद ही कार को चला रहे थे। उसी समय दो बदमाश बुलेट पर सवार होकर आए। उनमें से एक बदमाश ने बाइक मोड़कर स्टार्ट करके खड़ा हो गया। दूसरे बदमाश ने कार का शीशा तोड़कर तीन फायर कर दिए। पहली गोली लगने के बाद आढ़ती कार से बाहर निकलकर आया और नीचे गिर गया। बदमाश ने फिर से फायर कर दिया और बुलेट पर बैठकर गांव चम्मू की तरफ फरार हो गए। ज्यादातर लोग गोलियों की आवाज को किसी के द्वारा पटाखा चलाने की सोच रहे थे। जब तक लोग समझ पाते तब तक बदमाश अपना काम करके फरार हो गए। आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस सूचना के बाद सीआईए वन के इंचार्ज सुरेंद्र कुमार और थाना प्रभारी राजेश कुमार आदि मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि आसपास के सभी थानों में बदमाशों की सूचना दे दी गई है। दो तीन टीमों को भी बदमाशों का सुराग लगाने के लिए भेजा गया है। आढ़तियों ने की सुरक्षा की मांग वहीं अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान विनोद कंसल ने कहा कि इस तरह के वारदात होने से आढ़तियों में भय का माहौल है। उन्होंने मांग की कि जब तक अनाज मंडी में सीजन चल रहा है। तब तक पुलिस प्रशासन को आढ़तियों की सुरक्षा के लिए हर समय एक पीसीआर अनाज मंडी के गेट पर तैनात रखनी चाहिए। कुरूक्षेत्र जिले के इस्माइलाबाद अनाज मंडी के अंदर चौंक में बुलेट पर सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े एक आढ़ती पर फायरिंग कर दी। बाइक सवार बदमाश आढ़ती को 3 गोलियां मारकर चम्मू जाने वाले रास्ते से फरार हो गए। गोलियां लगने से घायल आढ़ती को अस्पताल ले जाया गया। फायरिंग की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। इस वारदात के बाद आढ़तियों में भय का माहौल है। इस्माइलाबाद अनाज मंडी में महलां निवासी आढ़ती हरविलास अपनी कार में जा रहा था। जब वह अनाज मंडी में बीचो बीच चौंक पर पहुंचे तो बुलेट बाइक पर सवार दो बदमाशों में से एक बदमाश ने उनकी कार का शीशा तोड़ कर तीन फायर किए। गोली उनकी गर्दन और छाती में लगी। बाइक सवार बदमाशों ने मारी गोली प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आढ़ती हरविलास खुद ही कार को चला रहे थे। उसी समय दो बदमाश बुलेट पर सवार होकर आए। उनमें से एक बदमाश ने बाइक मोड़कर स्टार्ट करके खड़ा हो गया। दूसरे बदमाश ने कार का शीशा तोड़कर तीन फायर कर दिए। पहली गोली लगने के बाद आढ़ती कार से बाहर निकलकर आया और नीचे गिर गया। बदमाश ने फिर से फायर कर दिया और बुलेट पर बैठकर गांव चम्मू की तरफ फरार हो गए। ज्यादातर लोग गोलियों की आवाज को किसी के द्वारा पटाखा चलाने की सोच रहे थे। जब तक लोग समझ पाते तब तक बदमाश अपना काम करके फरार हो गए। आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस सूचना के बाद सीआईए वन के इंचार्ज सुरेंद्र कुमार और थाना प्रभारी राजेश कुमार आदि मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि आसपास के सभी थानों में बदमाशों की सूचना दे दी गई है। दो तीन टीमों को भी बदमाशों का सुराग लगाने के लिए भेजा गया है। आढ़तियों ने की सुरक्षा की मांग वहीं अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान विनोद कंसल ने कहा कि इस तरह के वारदात होने से आढ़तियों में भय का माहौल है। उन्होंने मांग की कि जब तक अनाज मंडी में सीजन चल रहा है। तब तक पुलिस प्रशासन को आढ़तियों की सुरक्षा के लिए हर समय एक पीसीआर अनाज मंडी के गेट पर तैनात रखनी चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में महिला आयोग की चेयरपर्सन ने सुनी शिकायतें:रेनू भाटिया के सामने यौन पीड़िता-आरोपी में तनातनी; रुपए के लेनदेन का निकला विवाद
रोहतक में महिला आयोग की चेयरपर्सन ने सुनी शिकायतें:रेनू भाटिया के सामने यौन पीड़िता-आरोपी में तनातनी; रुपए के लेनदेन का निकला विवाद हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया मंगलवार को रोहतक पहुंची। इस दौरान उन्होंने शिकायतें सुनी। उनके समक्ष 8 मामले रखे गए, जिनमें से 4 शिकायतें महिला उत्पीड़न से संबंधित थी। वहीं एक शिकायत यौन उत्पीड़न, एक शिकायत दहेज के लिए उत्पीड़न व 2 शिकायत घरेलू हिंसा से संबंधित थी। इन शिकायतों की सुनवाई के साथ-साथ मौके पर समाधान का प्रयास भी किया गया। यौन उत्पीड़न की एक शिकायत पर पीड़ित महिला व आरोपी के बीच बैठक में तनातनी हो गई। महिला इस मामले में चेयरपर्सन से भी भीड़ गई। रेनू भाटिया ने कहा कि हर शिकायत सच्ची नहीं होती, वे इसमें समाधान करा रहे हैं। इस दौरान एक महिला अपनी बेटी के घर से भागने के मामले में उचित कार्रवाई की मांग लेकर पहुंची। वहीं महिला अपनी पीड़ा बताते हुए भावुक हो गई। इधर, महिला ने कहा कि उसका केस रोहतक में था, इसके बाद भिवानी ट्रांसफर कर दिया। लेकिन उसकी सुनवाई कहीं पर भी नहीं हुई। जिसको देखते हुए महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने मामले को भिवानी ट्रांसफर कर दिया। क्योंकि पीड़ित महिला भिवानी की रहने वाली थी। ताकि कार्रवाई करवाने में परेशानी ना हो। चेयरपर्सन रेनू भाटिया के समक्ष महम थाने से संबंधित लूट के मामले में पीड़िता भी पेश हुई। जिन्होंने जून माह में अपनी शिकायत महिला आयोग को भेजी थी। शिकायत थी कि महिला पर जानलेवा हमला करके लूट की गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया और उनसे लूटा गया सामान भी बरामद नहीं किया। हालांकि फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। इसके बाद मामले से पीड़ित पक्ष संतुष्ट दिखा तो महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने मामले का निपटारा किया और पूछा की कार्रवाई से संतुष्ट हैं। चेयरपर्सन के सामने तनातनी
महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के समय एक पीड़ित महिला ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दी। इस मामले में दोनों पक्ष सुनवाई में शामिल होने के लिए आए हुए थे। सुनवाई के दौरान चेयरपर्सन के समक्ष काफी तनातनी का माहौल बना रहा। काफी समय तक माहौल गर्म रहा। यहां तक कि पीड़ित महिला अपनी बात रखते हुए महिला आयोग की चेयरपर्सन से भी भिड़ गई। हालांकि चेयरपर्सन ने मामले में काफी देर तक दोनों पक्षों को सुना। वहीं महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि यह मामला प्राथमिक दृष्टि से पैसों के लेनदेन का निकलकर आया है। क्योंकि पीड़ित महिला द्वारा दावा किया गया कि उसने करीब 76 लाख रुपए आरोपी को दिए हैं। जबकि आरोपी ने 1 करोड़ से अधिक राशि लौटाने की बात की। जिसका रिकार्ड भी चेयरपर्सन के समक्ष पेश किया। व्यक्ति बोला- 15 लाख रुपए दे चुका वहीं महिला अब कह रही है कि उसके साढ़े 5 लाख रुपए बकाया है, जबकि आरोपी व्यक्ति ने कहा कि वह पहले ही करीब 15 लाख रुपए अधिक दे चुका है। हालांकि महिला आयोग की चेयरपर्सन ने पुलिस को निर्देश दिए कि दोनों पक्षों को बुलाकर इस मामले का निपटारा दिया जाए। जिसके लिए पुलिस को 2 दिन का समय दिया गया। वहीं दो दिन बाद रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा।
हिसार में सावित्री जिंदल ने कहा-मैं BJP में नहीं जाउंगी:नवीन प्रचार करने आए या ना आए यह उसका फैसला, मैं निर्दलीय उतर चुकी हूं
हिसार में सावित्री जिंदल ने कहा-मैं BJP में नहीं जाउंगी:नवीन प्रचार करने आए या ना आए यह उसका फैसला, मैं निर्दलीय उतर चुकी हूं हरियाणा में BJP सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल ने कहा कि वह निर्दलीय चुनाव में उतर चुकी हैं। अब चाहे भाजपा जितना मना लें वह नहीं मानेंगी। सावित्री जिंदल ने कहा कि जब किसी पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो निर्दलीय मैदान में उतरना पड़ा।
सावित्री जिंदल से जब नवीन जिंदल के विषय में पूछा गया कि वह प्रचार करने आएंगे तो उन्होंने कहा कि नवीन BJP में हैं और जो पार्टी नवीन को आदेश देगी वह काम वो करेगा। अगर पार्टी हिसार में ड्यूटी लगाएगी तो वह हिसार भी पार्टी का काम करेगा। सावित्री जिंदल ने कहा कि नवीन जिंदल से उनकी रोजाना बातचीत होती है, मगर राजनीति के विषय पर कम बात होती है। सावित्री जिंदल ने कहा कि हिसार के लोग परेशान हैं, यहां मूल भूत सुविधाएं तक लोगों को नहीं मिल रही। सीवरेज जाम पड़े हैं, पानी निकासी की समस्या है और यहां तक की सड़कें भी टूटी पड़ी हैं। सावित्री जिंदल को लड्डूओं से तोला सावित्री जिंदल हिसार में प्रचार के लिए निकली हैं। वह सभी आरडब्ल्यूए के कार्यक्रमों में शिरकत कर रही हैं। इसी कड़ी में वह हिसार के सेक्टर 13 में पहुंची थी। जहां उनको लड्डुओं से तोला गया। सावित्री जिंदल ने कहा कि यहां आकर अच्छा लगा। लोगों का प्रेम और विश्वास ही उनको निर्दलीय लड़ने की ताकत दे रहा है। हिसार उनका परिवार है और उनके परिवार में कोई दुखी हो वह यह नहीं देख सकती। सावित्री जिंदल के साथ पूर्व मेयर शकुंतला राजलीवाला भी मौजूद रही। सावित्री जिंदल ने दैनिक भास्कर से की बात… भास्कर : आपको पहली बार निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं? सावित्री जिंदल : मेरा मकसद एक ही था कि मैं जनसेवा कर सकूं। इसके लिए मैं चाहती थी मैं चुनाव लडूं। मैं 5 साल जनता की सेवा करूं। किसी पार्टी से मौका नहीं मिला तो मैंने निर्दलीय उतरने का सोचा। एक बार तो सोचा की छोड़ दूं, मगर हिसार की जनता ने कहा कि नहीं आपको लड़ना ही पड़ेगा। भास्कर : आप किन मुद्दों को लेकर चुनाव में हैं? सावित्री जिंदल : आपको पता ही है कि हिसार में मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। सारा सिस्टम डगमगाया हुआ है। सड़कें टूटी पड़ी हैं, सीवरेज व्यवस्था खराब है, पानी की निकासी नहीं है। हिसार के लोग जो मेरे परिवार वाले हैं जो समस्या मेरे सामने लाएंगे वह सभी दूर होंगी। भास्कर : यहां के विधायक डॉ. कमल गुप्ता कहना है कि हिसार में बहुत विकास हुआ है? सावित्री जिंदल : देखिए, इस बारे में तो वही बता सकते हैं पर मुझे ऐसा नहीं लगता, मैं हिसार अकसर आती रहती थी, तो सब चीजें दिखती ही थीं। भास्कर : नवीन जिंदल आपके चुनाव प्रचार में आएंगे, आपकी उनसे बात हुई? सावित्री जिंदल : उनकी पार्टी जो उनको देगी नवीन वह करेंगे। मेरी नवीन से रोजाना बात होती है। मैं इस विषय पर नहीं होती। पार्टी के आदेश को वो मानेंगे क्योंकि वह पार्टी के कार्यकर्ता हैं। पार्टी से एमपी है तो वह पार्टी जो उनको काम देगी वो करेंगे। भास्कर : भाजपा का कहना है कि आपको मना लेंगे, क्या आप मान जाएंगी? सावित्री जिंदल : ऐसा अब नहीं हो सकता, मैं मेरे परिवार की बात मानूंगी। हिसार मेरा परिवार है। विधायक से नाराजगी को भुना रही सावित्री जिंदल सावित्री जिंदल अपने प्रचार में उन बातों को भुना रही हैं तो भाजपा के पूर्व विधायक कमल गुप्ता पूरा नहीं कर पाए। वह लोगों के बीच जाकर कर रही हैं कि जो मेरे पास कोई काम आएगा मैं जरूर करूंगी। वहीं कमल गुप्ता से शिकायत रहती थी वह लोगों की बातों को सुने बिना ही कह देते थे यह काम नहीं हो सकता। सावित्री जिंदल ने कहा कि मुझे पहले मौका मिला मैंने खूब काम करवाया। मैं चाहती हूं आप लोग मुझे मौका दें ताकि मैं और काम आपके बीच रहकर कर सकूं।
हरियाणा में राव इंद्रजीत ने सांसद बनने का रिकॉर्ड तोड़ा:11 चुनाव लड़े, सिर्फ 1 हारा; गुरुग्राम से लगातार चौथी जीत, विनिंग मार्जिन ने बढ़ाई टेंशन
हरियाणा में राव इंद्रजीत ने सांसद बनने का रिकॉर्ड तोड़ा:11 चुनाव लड़े, सिर्फ 1 हारा; गुरुग्राम से लगातार चौथी जीत, विनिंग मार्जिन ने बढ़ाई टेंशन हरियाणा में छठी बार सांसद बनने का रिकॉर्ड गुरुग्राम से जीते राव इंद्रजीत सिंह के नाम दर्ज हो गया है। राव से पहले पंडित चिरंजीलाल शर्मा करनाल सीट से लगातार 4 बार सांसद बने थे। गुरुग्राम सीट की बात करें तो यहां भी लगातार 4 बार सांसद बनने का ताज राव इंद्रजीत सिंह के सिर पर ही सजा। हालांकि इन चार चुनावों में राव इंद्रजीत सिंह का विनिंग मार्जिन पहली बार सबसे निचले स्तर पर इस बार आ गया। राव इंद्रजीत सिंह रामपुरा हाउस की राजनीति को संभाले हुए हैं। रामपुरा हाउस का दक्षिणी हरियाणा (अहीरवाल) में लंबे समय से दबदबा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह ने अपने निधन से पहले ही अपनी राजनीतिक विरासत का उत्तराधिकारी राव इंद्रजीत को बना दिया था। पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए राव इंद्रजीत भी दक्षिणी हरियाणा की अलग-अलग सीटों से 11 बार चुनाव लड़े। उन्हें एक बार तत्कालीन महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से 1999 में कारगिल लहर के वक्त बीजेपी कैंडिडेट सुधा यादव से हार का सामना करना पड़ा था। 4 बार MLA और 6 बार सांसद बन चुके
राव इंद्रजीत सिंह ने अपनी सियासी पारी का आगाज साल 1977 में रेवाड़ी जिले की जाटूसाना विधानसभा (अब कोसली) से किया था। परंपरागत सीट रही जाटूसाना में बीरेंद्र ने अपने बड़े बेटे राव इंद्रजीत सिंह को यहां से अपना राजनीतिक वारिस बना चुनाव मैदान में उतारा। राव इंद्रजीत सिंह ने अपने पहले ही चुनाव में जीत दर्ज की। इसके बाद यहां से लगातार चार बार 1977 से 1982, 1982 से 1987 और 1987 से 1991 और फिर 2000 से 2004 तक हरियाणा विधानसभा के सदस्य के तौर पर चंडीगढ़ पहुंचे। प्रदेश सरकार में मंत्री भी बने
1986 से 1987 और 1991 से 1996 तक प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। इसके बाद लंबे समय तक महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर सांसद रहे राव बीरेंद्र सिंह ने राव इंद्रजीत सिंह को 1998 में अपनी जगह लोकसभा का कैंडिडेट बनाया। राव ने पहले ही लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की, लेकिन एक साल बाद ही 1999 में दोबारा हुए लोकसभा चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह बीजेपी कैंडिडट सुधा यादव से हार गए, लेकिन 2004 के चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह ने अपने प्रतिद्वंदी से हार का बदला चुकता किया। इसके बाद सीट जरूर बदली, लेकिन राव इंद्रजीत सिंह की जीत का सिलसिला जारी है। परिसीमन के बाद गुरुग्राम से लड़ा चुनाव
साल 2008 में हुए परिसीमन में गुरुग्राम को फिर से लोकसभा क्षेत्र के रूप में अस्तित्व में लाया गया। 1971 के चुनाव के बाद इसे महेंद्रगढ़ में मर्ज कर दिया गया था और इसके बड़े हिस्से फरीदाबाद को अलग लोकसभा क्षेत्र बना दिया गया था। परिसीमन के बाद 2009 में चुनाव हुआ और क्षेत्र बदलने के बाद भी राव ने जीत हासिल की। यह संसद सदस्य के रूप में उनका तीसरा कार्यकाल था। इसके बाद राव इंद्रजीत सिंह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दोनों टर्म और 2014 से 2024 तक दोनों टर्म में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री बने। 2 चुनाव के बाद फिर विनिंग मार्जिन कम
पिछले 2 लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में राव इंद्रजीत सिंह ने एक तरफा जीत हासिल की थी। 2014 में 2,74,722 और 2019 में 3,86,256 लाख वोट से जीते, लेकिन 2024 में जीत का ये मार्जिन सिर्फ 70 हजार 79 वोट पर आकर रुक गया। जबकि इससे पहले 2009 में राव इंद्रजीत सिंह ने 84 हजार 864 वोटों से जीत हासिल की थी। इस बार राव इंद्रजीत सिंह और कांग्रेस के कैंडिडेट राज बब्बर के बीच कांटे का मुकाबला रहा, जिसकी वजह से राव की जीत का मार्जिन सबसे कम रहा।