हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि मैं विधायक इसलिए नहीं बनना चाहता क्योंकि मेरा कद अब बड़ा है। मैं किसी अधिकारी के दफ्तर में फाइल लेकर नहीं जा सकता। यह मेरा घमंड नहीं बल्कि मेरा स्वाभिमान है। कुलदीप ने कहा कि मैंने इसीलिए आदमपुर को भव्य बिश्नोई को सौंपा है और उसने मेरी उम्मीद के मुताबिक काम किया है। कुलदीप ने कहा कि भव्य ने अब तक आदमपुर में डेढ़ साल में ही 800 करोड़ के काम कराए हैं। कुलदीप ने कहा कि भव्य को कहीं काम करवाने में दिक्कत होती है तो मुझे फोन कर लेता है। आदमपुर में एक नहीं बल्कि दो विधायक हैं। कुलदीप ने कहा है कि वह भाजपा में आने के बाद भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। कुलदीप ने कहा कि मैं हमेशा मुख्यमंत्री पद का दावेदार रहूंगा। पता नहीं किस्मत कब पलटी मार जाए। कुलदीप बिश्नोई का दावा इसलिए भी अहम है क्योंकि भाजपा ने सीएम नायब सैनी की अगुआई में ये विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। कुलदीप बिश्नोई ने हिसार दौरे के दौरान एक सोशल मीडिया चैनल से बातचीत में अपने दिल की बातें खुलकर सामने रखीं। कुलदीप बिश्नोई ने कहा मैं अकेला ऐसा नेता हूं, जो पूरे हरियाणा के गांव में 2 बार गया हूं। हर गांव में हमारा वर्कर और वोटर है। मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि अगर पार्टी मजबूत जनाधार वाले नेता को मजबूत करती है तो पार्टी खुद भी मजबूत होती है। अगर विराट कोहली सेंचुरी मारता है तो 100 रन पूरी टीम इंडिया के भी जोड़ते हैं। अकेले विराट के 100 रन नहीं गिने जाते। भाजपा के कुछ सलाहकार गलत
कुलदीप बिश्नोई को हिसार से टिकट नहीं दिए जाने पर कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि भाजपा के सलाहकार कुछ जगहों पर गलती कर देते हैं। भाजपा ने आउट साइडर को हिसार से टिकट दे दिया, जिनका कोई जनाधार हिसार में नहीं है। मैं उनकी इज्जत करता हूं। उनसे बहुत मेरे पारिवारिक रिश्ते हैं। मगर लोगों ने उनको वोट नहीं दिया। लोगों ने कहा कि हमारे नेता की टिकट कट गई। हमारे पारिवारिक सदस्य की टिकट कट गई। हिसार ही नहीं बल्कि हरियाणा में पार्टी को नुकसान हुआ। अब मैं उसे ठीक और भरपाई करने का प्रयास कर रहा हूं। कुलदीप बोले-लोकसभा में गलत टिकट बांटे
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में गलत टिकट बांटे। मैंने मुख्यमंत्री नायब सैनी को इस बारे में अवगत करवाया था। वह मेरे दिल्ली घर में आए थे तब मैंने उनको यह बात बताई थी। वह दिल्ली में मुझे मनाने नहीं बल्कि मेरे घर नाश्ते पर आए थे। तब मैंने उनको कहा था कि हरियाणा में भाजपा ने 4 जगहों पर गलत टिकट दे दिए और वैसा ही हुआ हम 5 सीटें हार गए। अगर सही टिकट दिए होते तो भाजपा और ज्यादा सीटें जितती। कुलदीप बोले- खट्टर के बयान से नुकसान हुआ
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि खट्टर के बयान का काफी असर हुआ। इसका जबरदस्त नुकसान हुआ। हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में सबसे ज्यादा और पूरे हरियाणा में इसका असर देखने को मिला। भजनलाल के समर्थकों में गुस्सा था। मैंने बार-बार सोशल मीडिया के माध्यम से समझाने का प्रयास भी किया। मैंने माफ कर दिया इसको आप गलत मत समझो। मगर लोगों में बहुत जबरदस्त गुस्सा था और आज भी है। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि खट्टर साहब ने पूरा किस्सा नहीं सुनाया। किस्से का अंत सुनाना चाहिए था। कुलदीप बिश्नोई ने पूरे किस्सा सुनाते हुए कहा कि चौधरी भजनलाल की मजाक करने की आदत थी। जो लोग थे उनको मजाक में कहा था इतना खर्चा लग गया आने जाने का, तो उन्होंने कहा हमारे आने-जाने का 400 रुपए खर्चा लग गया। तो भजनलाल ने मजाक में कहा था 200 वो लेता तो 200 छूट जाते तुम्हारे। मगर सच्चाई अलग है और वह रिकॉर्ड में भी है कि रावत खेड़ा के बिश्नोई थे। चौधरी साहब ने उसको 400 रुपए जेब से निकाल के दिए और उस पटवारी को भी सस्पेंड किया, जिसने रुपए मांगे। चौधरी भजनलाल जन नेता और जनप्रिय नेता थे और जनमुख्यमंत्री थे वह गलत काम नहीं कर सकते थे। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि मैं विधायक इसलिए नहीं बनना चाहता क्योंकि मेरा कद अब बड़ा है। मैं किसी अधिकारी के दफ्तर में फाइल लेकर नहीं जा सकता। यह मेरा घमंड नहीं बल्कि मेरा स्वाभिमान है। कुलदीप ने कहा कि मैंने इसीलिए आदमपुर को भव्य बिश्नोई को सौंपा है और उसने मेरी उम्मीद के मुताबिक काम किया है। कुलदीप ने कहा कि भव्य ने अब तक आदमपुर में डेढ़ साल में ही 800 करोड़ के काम कराए हैं। कुलदीप ने कहा कि भव्य को कहीं काम करवाने में दिक्कत होती है तो मुझे फोन कर लेता है। आदमपुर में एक नहीं बल्कि दो विधायक हैं। कुलदीप ने कहा है कि वह भाजपा में आने के बाद भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। कुलदीप ने कहा कि मैं हमेशा मुख्यमंत्री पद का दावेदार रहूंगा। पता नहीं किस्मत कब पलटी मार जाए। कुलदीप बिश्नोई का दावा इसलिए भी अहम है क्योंकि भाजपा ने सीएम नायब सैनी की अगुआई में ये विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। कुलदीप बिश्नोई ने हिसार दौरे के दौरान एक सोशल मीडिया चैनल से बातचीत में अपने दिल की बातें खुलकर सामने रखीं। कुलदीप बिश्नोई ने कहा मैं अकेला ऐसा नेता हूं, जो पूरे हरियाणा के गांव में 2 बार गया हूं। हर गांव में हमारा वर्कर और वोटर है। मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि अगर पार्टी मजबूत जनाधार वाले नेता को मजबूत करती है तो पार्टी खुद भी मजबूत होती है। अगर विराट कोहली सेंचुरी मारता है तो 100 रन पूरी टीम इंडिया के भी जोड़ते हैं। अकेले विराट के 100 रन नहीं गिने जाते। भाजपा के कुछ सलाहकार गलत
कुलदीप बिश्नोई को हिसार से टिकट नहीं दिए जाने पर कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि भाजपा के सलाहकार कुछ जगहों पर गलती कर देते हैं। भाजपा ने आउट साइडर को हिसार से टिकट दे दिया, जिनका कोई जनाधार हिसार में नहीं है। मैं उनकी इज्जत करता हूं। उनसे बहुत मेरे पारिवारिक रिश्ते हैं। मगर लोगों ने उनको वोट नहीं दिया। लोगों ने कहा कि हमारे नेता की टिकट कट गई। हमारे पारिवारिक सदस्य की टिकट कट गई। हिसार ही नहीं बल्कि हरियाणा में पार्टी को नुकसान हुआ। अब मैं उसे ठीक और भरपाई करने का प्रयास कर रहा हूं। कुलदीप बोले-लोकसभा में गलत टिकट बांटे
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में गलत टिकट बांटे। मैंने मुख्यमंत्री नायब सैनी को इस बारे में अवगत करवाया था। वह मेरे दिल्ली घर में आए थे तब मैंने उनको यह बात बताई थी। वह दिल्ली में मुझे मनाने नहीं बल्कि मेरे घर नाश्ते पर आए थे। तब मैंने उनको कहा था कि हरियाणा में भाजपा ने 4 जगहों पर गलत टिकट दे दिए और वैसा ही हुआ हम 5 सीटें हार गए। अगर सही टिकट दिए होते तो भाजपा और ज्यादा सीटें जितती। कुलदीप बोले- खट्टर के बयान से नुकसान हुआ
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि खट्टर के बयान का काफी असर हुआ। इसका जबरदस्त नुकसान हुआ। हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में सबसे ज्यादा और पूरे हरियाणा में इसका असर देखने को मिला। भजनलाल के समर्थकों में गुस्सा था। मैंने बार-बार सोशल मीडिया के माध्यम से समझाने का प्रयास भी किया। मैंने माफ कर दिया इसको आप गलत मत समझो। मगर लोगों में बहुत जबरदस्त गुस्सा था और आज भी है। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि खट्टर साहब ने पूरा किस्सा नहीं सुनाया। किस्से का अंत सुनाना चाहिए था। कुलदीप बिश्नोई ने पूरे किस्सा सुनाते हुए कहा कि चौधरी भजनलाल की मजाक करने की आदत थी। जो लोग थे उनको मजाक में कहा था इतना खर्चा लग गया आने जाने का, तो उन्होंने कहा हमारे आने-जाने का 400 रुपए खर्चा लग गया। तो भजनलाल ने मजाक में कहा था 200 वो लेता तो 200 छूट जाते तुम्हारे। मगर सच्चाई अलग है और वह रिकॉर्ड में भी है कि रावत खेड़ा के बिश्नोई थे। चौधरी साहब ने उसको 400 रुपए जेब से निकाल के दिए और उस पटवारी को भी सस्पेंड किया, जिसने रुपए मांगे। चौधरी भजनलाल जन नेता और जनप्रिय नेता थे और जनमुख्यमंत्री थे वह गलत काम नहीं कर सकते थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर