मंडी जिले में जल्दी ही इलेक्ट्रिक बस कुल्लू से पराशर के लिए शुरू होगी। जिसके लिए बुधवार को इलेक्ट्रिक बस का सफल ट्रायल निगम के डिप्टी डिविजनल मैनेजर डीके नारंग की अगुआई में किया गया। यह बस कुल्लू से भुंतर, टकोली, पनारसा, ज्वालापुर होते हुए पराशर पहुंचेगी। जिसकी समय सारिणी इसी सप्ताह जारी कर दी जाएगी। इससे पहले यहां निगम की साधारण बस का ट्रायल किया गया था। पराशर घाटी को इको टूरिज्म की दृष्टि से विकसित करने के साथ साथ यहां की ख़ूबसूरती और आबोहवा के संरक्षण के लिए अब निगम इलेक्ट्रिक बस की शुरुआत करने जा रहा है। कुल्लू से पराशर बस सेवा शुरू होने से देशी विदेशी पर्यटकों को भी यातायात की बेहतर सुविधा यहां उपलब्ध होगी। इलेक्ट्रिक बस पराशर पहुंचने पर स्थानीय ग्रामीणों ने निगम के अधिकारियों सहित चालक और परिचालक का भव्य स्वागत किया। ग्रामीणों ने पराशर ऋषि मंदिर में पूजा अर्चना कर सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना के साथ साथ आशीर्वाद लिया। पूर्व विधायक ने सीएम का जताया आभार पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर ने बस के सफल ट्रायल पर क्षेत्रवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पराशर घाटी की ख़ूबसूरती से पर्यटक यहां की सैर का आनंद लेते हैं। घाटी को इको टूरिज्म के तहत विकसित करने की उन्होंने सरकार से मांग उठाई। जिससे यहां पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिल सके। ये रहे मौजूद इस दौरान निगम के डिप्टी डिविजनल मैनेजर डीके नारंग, इंस्पेक्टर इंद्र सिंह, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर नरेश कुमार, फोरमैन राजेंद्र पाल, दीप सिंह, ड्राइवर जोगिंदर और कंडक्टर हितेश कुमार सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। मंडी जिले में जल्दी ही इलेक्ट्रिक बस कुल्लू से पराशर के लिए शुरू होगी। जिसके लिए बुधवार को इलेक्ट्रिक बस का सफल ट्रायल निगम के डिप्टी डिविजनल मैनेजर डीके नारंग की अगुआई में किया गया। यह बस कुल्लू से भुंतर, टकोली, पनारसा, ज्वालापुर होते हुए पराशर पहुंचेगी। जिसकी समय सारिणी इसी सप्ताह जारी कर दी जाएगी। इससे पहले यहां निगम की साधारण बस का ट्रायल किया गया था। पराशर घाटी को इको टूरिज्म की दृष्टि से विकसित करने के साथ साथ यहां की ख़ूबसूरती और आबोहवा के संरक्षण के लिए अब निगम इलेक्ट्रिक बस की शुरुआत करने जा रहा है। कुल्लू से पराशर बस सेवा शुरू होने से देशी विदेशी पर्यटकों को भी यातायात की बेहतर सुविधा यहां उपलब्ध होगी। इलेक्ट्रिक बस पराशर पहुंचने पर स्थानीय ग्रामीणों ने निगम के अधिकारियों सहित चालक और परिचालक का भव्य स्वागत किया। ग्रामीणों ने पराशर ऋषि मंदिर में पूजा अर्चना कर सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना के साथ साथ आशीर्वाद लिया। पूर्व विधायक ने सीएम का जताया आभार पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर ने बस के सफल ट्रायल पर क्षेत्रवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पराशर घाटी की ख़ूबसूरती से पर्यटक यहां की सैर का आनंद लेते हैं। घाटी को इको टूरिज्म के तहत विकसित करने की उन्होंने सरकार से मांग उठाई। जिससे यहां पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिल सके। ये रहे मौजूद इस दौरान निगम के डिप्टी डिविजनल मैनेजर डीके नारंग, इंस्पेक्टर इंद्र सिंह, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर नरेश कुमार, फोरमैन राजेंद्र पाल, दीप सिंह, ड्राइवर जोगिंदर और कंडक्टर हितेश कुमार सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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कांग्रेस MLA से भिड़ीं लेडी SP इल्मा अफरोज की कहानी:पिता के निधन के बाद ट्रैक्टर चलाया; ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ीं, न्यूयॉर्क छोड़ IPS बनीं
कांग्रेस MLA से भिड़ीं लेडी SP इल्मा अफरोज की कहानी:पिता के निधन के बाद ट्रैक्टर चलाया; ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ीं, न्यूयॉर्क छोड़ IPS बनीं हिमाचल प्रदेश के बद्दी में कांग्रेस MLA की पत्नी की गाड़ियों का चालान काटने वाली लेडी SP इल्मा अफरोज (IPS) खूब सुर्खियों में है। इल्मा ने कुछ दिन पहले विधायक से विवाद के बाद बद्दी SP ऑफिस से अपना सामान समेट लिया। इसके बाद वह मां के साथ उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में लौट आईं। सरकार और हिमाचल पुलिस इस पर खुलकर कुछ नहीं कह रही है। खुद CM सुखविंदर सुक्खू ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इल्मा अफरोज छुट्टी पर गई हैं, इसके अलावा कुछ नहीं है। चर्चा यह भी है कि इल्मा पर दबाव डाला जा रहा था। सरकार हाईकोर्ट में चल रहे एक यौन शोषण केस की वजह से उन्हें ट्रांसफर नहीं कर सकती, इसलिए लंबी छुट्टी पर भेज दिया। IPS इल्मा अफरोज के सत्ता में बैठे कांग्रेस के एक विधायक से विवाद के बाद सरकार-पुलिस विभाग के आगे न झुकने के दबंग फैसले को देख हर कोई उनकी कहानी जानना चाहता है। किसान परिवार की बेटी इल्मा ने पिता के निधन के बाद मुश्किल हालात में पढ़ाई पूरी की। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की। न्यूयॉर्क में अच्छा पैकेज छोड़ भारत लौटकर सिविल सर्विस परीक्षा पास की। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें इल्मा अफरोज की पूरी कहानी… किसान परिवार की बेटी, 14 साल की उम्र पिता का निधन इल्मा उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद के गांव कुंदरकी की रहने वाली हैं। उनके पिता का जब देहांत हुआ तो इल्मा 14 साल की थी। इसके बाद उनकी मां ने अपने पैरों पर खड़े होकर उन्हें और उनके 12 साल के भाई को कठिन परिस्थितियों में पाला। उन्हें बड़ा किया और अच्छी शिक्षा दिलाई। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती थी इल्मा इल्मा को शुरूआती दिनों से जानने वाले आस मोहम्मद कैफ बताते हैं कि इल्मा छोटी उम्र से ही फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती थीं। पढ़ाई में वह बहुत अच्छी थी और छोटी उम्र में पिता के निधन के बाद इल्मा मां के साथ खेती में हाथ भी बंटाती रही है। सेंट स्टीफन कॉलेज में पढ़ीं, ऑक्सफोर्ड में हायर स्टडी की इल्मा ने शुरुआती पढ़ाई मुरादाबाद में की। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेजों में से एक सेंट स्टीफन से फिलॉसफी में ग्रेजुएशन किया। अपनी मेहनत, लगन और प्रतिभा के बलबूते स्कॉलरशिप हासिल की। इसके बाद हायर एजुकेशन के लिए वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गईं। यहां पढ़ाई के दौरान वह एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पेरिस गईं। इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क में मैनहट्टन के एक वॉलंटियरी सर्विस प्रोग्राम में भी भाग लिया। न्यूयॉर्क में अच्छे पैकेज पर मिला था नौकरी का ऑफर इल्मा को न्यूयॉर्क की एक कंपनी में अच्छे पैकेज पर नौकरी का ऑफर मिला था। मगर, देश सेवा की ख्वाहिश लिए वह वापस भारत लौट आईं। इल्मा खुद भी यह बात कहती हैं कि देश प्रेम उन्हें वापस खींच लाया। इसके बाद उन्होंने 2017 में सबसे कठिन सिविल सर्विस परीक्षा को पास किया। उनका ऑल इंडिया रैंक 217 था। इसके बाद अगस्त 2018 में IPS के लिए चयन होने के बाद उन्हें हिमाचल कैडर मिला। गरीब बच्चों के लिए एसपी ऑफिस में इवनिंग स्कूल खोला गरीब परिवार से IPS बनीं इल्मा जब बद्दी आईं तो दफ्तर के बाहर 6 महीने पहले उन्हें एक बच्चा पानी पीते हुए दिखा। इल्मा ने उससे बात की तो पता चला कि यहां कई गरीब बच्चे स्कूल नहीं जाते। इल्मा ने एसपी ऑफिस में ही एक इवनिंग स्कूल खोल दिया। जिसमें वह खुद बच्चों को पढ़ाती हैं। 20-25 बच्चों से शुरू हुआ यह इवनिंग स्कूल अब 450 बच्चों तक पहुंच गया। हालांकि इल्मा के छुट्टी जाने से अब स्कूल भी बंद पड़ा है। इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी के न्यूजलेटर में छपा लेख इंग्लैंड की टॉप रेटेड यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क के प्रसिद्ध वैज्ञानिक, प्रोफेसर कृष्णा शर्मा ने SP बद्दी कार्यालय का दौरा और इल्मा की क्लास में पढ़ने वाले बच्चों से संवाद किया। इसके बाद यह विशेष बातचीत यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क के न्यूजलेटर में भी प्रकाशित हुई। जानिए .. वह 2 विवाद, जिसकी वजह से इल्मा चर्चा में आई 1. विधायक की पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे हिमाचल सरकार ने इल्मा अफरोज को बद्दी का SP लगाया। यहां इल्मा ने विधायक रामकुमार चौधरी की पत्नी की माइनिंग से जुड़ी गाड़ियों के चालान काट दिए। जिसके बाद विधायक नाराज हो गए। इल्मा को विधानसभा से विशेषाधिकार हनन का नोटिस तक दिलाया गया। जिसके बाद उनका दून MLA के साथ विवाद बढ़ता गया। 2. स्क्रैप कारोबारी पर कार्रवाई पर अड़ीं बद्दी में बीते दिनों एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमें स्क्रैप व्यापारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई थीं। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद ही गोलियां चलाईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन पिछला रिकॉर्ड देखते हुए SP ने इसे मंजूरी नहीं दी। स्क्रैप कारोबारी नेताओं का काफी करीबी बताया जा रहा है। इस वजह से SP पर दबाव था, लेकिन इल्मा अफरोज झुकी नहीं। CM के साथ मीटिंग को पहुंची थी शिमला इल्मा अफरोज बीते बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में रखी गई DC-SP की मीटिंग में शामिल होने शिमला पहुंची थीं। यहां उनकी मुलाकात कुछ नेताओं और सीनियर पुलिस अफसरों से हुई। उसी दिन इल्मा अफरोज लौटीं और नेताओं-अफसरों के आगे झुकने के बजाय वह सरकारी आवास खाली कर अपनी मां के साथ लंबी छुट्टी पर चली गईं। ……………………………………………. SP इल्मा अफरोज से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…. हिमाचल की लेडी SP सुर्खियों में, विधायक से टकराव, आधी रात सामान समेट मां के साथ रवाना, चार्ज ASP को दे गईं हिमाचल प्रदेश में बद्दी की SP इल्मा अफरोज इन दिनों सुर्खियों में है। IPS अधिकारी इल्मा अफरोज का कांग्रेस विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव चल रहा था। हालांकि वह नहीं झुकीं और अचानक अपना सरकारी आवास खाली कर मां के साथ चली गईं। वह अपना चार्ज भी ASP को देकर चली गईं। इल्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली हैं। पूरी खबर पढ़ें
गवर्नर के काफिले की गाड़ियां आपस में टकराईं:ऑटो बीच में घुसा, इमरजेंसी ब्रेक के बाद हादसा; ACP समेत 3 लोग घायल
गवर्नर के काफिले की गाड़ियां आपस में टकराईं:ऑटो बीच में घुसा, इमरजेंसी ब्रेक के बाद हादसा; ACP समेत 3 लोग घायल हिमाचल प्रदेश के गवर्नर शिव प्रताप शुक्ल के काफिले का मंगलवार (10 दिसंबर) सुबह लखनऊ में एक्सीडेंट हो गया। काफिले में चल रही एम्बुलेंस समेत 3 गाड़ियां आपस में टकरा गईं। शिव प्रताप शुक्ल लखनऊ एयरपोर्ट से राजभवन जा रहे थे। शहीद पथ पर सुबह साढ़े 8 बजे गवर्नर के काफिले में अचानक ऑटो घुस गया था। इसी वजह से हादसा हुआ। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। ADCP राजेश यादव ने कहा कि राज्यपाल बिल्कुल ठीक हैं। पुलिस की 2 गाड़ी और एक एम्बुलेंस क्षतिग्रस्त हुई है। राज्यपाल एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे, तभी हादसा हुआ। हादसे में ACP गाजीपुर और पुलिस की गाड़ी में बैठे 2 जवानों को मामूली चोट आई हैं। हादसे के बाद शहीद पथ पर लंबा जाम लग गया। हादसे की तस्वीरें… इंडिगो फ्लाइट से सुबह 8 बजे पहुंचे थे लखनऊ
गवर्नर शिव प्रकाश शुक्ल सुबह 8 बजे इंडिगो की फ्लाइट 6ई146 से लखनऊ पहुंचे थे। लगभग 30 मिनट बाद राज्यपाल का काफिला लखनऊ एयरपोर्ट से शहीद पथ के रास्ते आगे बढ़ा। तभी लूलू मॉल के पास अचानक काफिले में चल रही एक गाड़ी के ड्राइवर ने ब्रेक लगाया तो पीछे से आ रहे अन्य वाहन डिस्बैलेंस होकर एक दूसरे से भिड़ गए। खबर लगातार अपडेट हो रही है…
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