<p style=”text-align: justify;”><strong>Baba Siddique Shot Dead in Mumbai:</strong> महाराष्ट्र के दिग्गज नेता और एनसीपी अजित पवार गुट से जुड़े बाबा सिद्दीकी की शनिवार (12 अक्टूबर) की रात सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी गई. मुंबई पुलिस इस मामले में लगातार जुटी हुई है और लगातार ही बड़े खुलासे हो रहे हैं. जांच में पाया गया है कि बाबा सिद्दीकी के शूटर्स को इस काम के लिए एडवांस पेमेंट किया गया था. हालांकि, यह पेमेंट कितने का था, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल सकी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, सूत्रों से यह भी पता चला है कि शूटर्स बाबा सिद्दीकी के घर और उनके ऑफिस की कई दिनों से रेकी कर रहे थे. हमलावरों को कुछ दिनों पहले एक आर्म्स डीलर ने कूरियर एजेंट (एक डिलीवरी मैन) की मदद से बंदूक की डिलीवरी की थी. इस बंदूक के लिए पैसे पहले से ही दिए जा चुके थे. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Baba Siddique Shot Dead in Mumbai:</strong> महाराष्ट्र के दिग्गज नेता और एनसीपी अजित पवार गुट से जुड़े बाबा सिद्दीकी की शनिवार (12 अक्टूबर) की रात सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी गई. मुंबई पुलिस इस मामले में लगातार जुटी हुई है और लगातार ही बड़े खुलासे हो रहे हैं. जांच में पाया गया है कि बाबा सिद्दीकी के शूटर्स को इस काम के लिए एडवांस पेमेंट किया गया था. हालांकि, यह पेमेंट कितने का था, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल सकी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, सूत्रों से यह भी पता चला है कि शूटर्स बाबा सिद्दीकी के घर और उनके ऑफिस की कई दिनों से रेकी कर रहे थे. हमलावरों को कुछ दिनों पहले एक आर्म्स डीलर ने कूरियर एजेंट (एक डिलीवरी मैन) की मदद से बंदूक की डिलीवरी की थी. इस बंदूक के लिए पैसे पहले से ही दिए जा चुके थे. </p> महाराष्ट्र Delhi Weather: दिल्ली में दशहरा पर आतिशबाजी से आबोहवा हुई जहरीली, अधिकांश इलाकों में आसमान हुआ धुआं-धुआं
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गोरखपुर में फाइटर प्लेन और बम धमाकों की आवाज से सहमे लोग, टीम ने किया रेस्क्यू
गोरखपुर में फाइटर प्लेन और बम धमाकों की आवाज से सहमे लोग, टीम ने किया रेस्क्यू <div id=”:1fj” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:1l3″ aria-controls=”:1l3″ aria-expanded=”false”>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Gorakhpur News:</strong> यूपी के गोरखपुर के लोगों के लिए गुरुवार (5 दिसंबर) का दिन खास रहा. लोगों ने 1971 के भारत-पाक युद्ध के हालात में गोरखपुर में किए गए ब्लैक आउट (प्रकाश प्रतिबंध) को महसूस किया. गोरखपुर के तारामंडल में नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) की ओर से युद्ध के हालात में खुद की सुरक्षा, बम बार्डिंग के समय घायलों के रेस्क्यू और लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने के लिए मॉक ड्रिल किया गया. शहर के दक्षिणी छोर तारामंडल के एक किलोमीटर के दायरे में आयोजित इस मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस के साथ इंडियन एयर फोर्स और अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभागों ने भी समन्वय स्थापित किया. <br /><br />गोरखपुर के तारामंडल सर्किट हाउस इलाके में गुरुवार की शाम रोज की तरह सामान्य नहीं थी. शाम के 5 बजते ही इस इलाके के एक किलोमीटर के दायरे तक की बिजली गुल हो गई. अभी कोई कुछ समझ पाता तब तक नागरिक सुरक्षा के सायरन की आवाज चारों तरफ गूंज उठी. नागरिक सुरक्षा के वार्डेन सड़को पर दिखाई देने लगे. वार्डेन पब्लिक अनाउंस सिस्टम से लोगों से आग्रह कर रहे थे कि किसी प्रकार की भी लाइट या रौशनी चालू न रह जाए. अभी लोग समझ पाते कि लड़ाकू विमान की गरज से पूरे इलाके के लोग सहम गए.रामगढ़ताल क्षेत्र के ऊपर से कई बार लड़ाकू विमान के गुजरने और नागरिक सुरक्षा के सायरन सुन किसी बड़ी अनहोनी की आशंका सताने लगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/12/06/e17c706235dd175c38add04c562556a91733466519726856_original.jpg” /><br /><br /><strong>अभ्यास के दौरान लाइट होती है बंद</strong><br />इसी बीच नागरिक सुरक्षा के वार्डेन, फायर टीम, पुलिस के जवान महन्त दिग्विजय नाथ पार्क, सर्किट हाउस व एनेक्सी भवन की तरफ दौड़े. वहां से हमले के बाद आग लगने व लोगों के घायल होने की सूचना मिली थी.चौकिए मत यह कोई असल का हमला नहीं बल्कि हवाई हमले से बचाव का ब्लैकआउट (प्रकाश प्रतिबंध) अभ्यास था. इस अभ्यास के दौरान संवेदनशील क्षेत्र में नागरिक सुरक्षा विभिन्न विभागों के साथ संयुक्त तौर पर आपातकाल के समय बचाव की तैयारी को परखता है. उस क्षेत्र को प्रतिबंधित कर दिया जाता है. जब तक कि हमले का खतरा टल जाने का सायरन दोबारा ध्वनित न कर दिया जाए. इस दौरान लाइट बंद कर दी जाती हैं, जिससे हवाई हमले करने वाले लड़ाकू विमान के पायलट आबादी वाले इलाकों या यूं कहें कि शहर के लोकेशन को लेकर भ्रमित हो जाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/12/06/6bf4c58e764ab2018a7f59ac12afea681733466558544856_original.jpg” /><br /><br /><strong>लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन</strong><br />गोरखपुर के तारामंडल क्षेत्र स्थित दिग्विजयनाथ पार्क में सोमवार को ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसे देखकर लोग कुछ क्षणों के लिए सन्न रह गए. नागरिक सुरक्षा के 62वें स्थापना दिवस पर आयोजित ब्लैकआउट और एयर रेड मॉकड्रिल ने सभी को चौंका दिया. इस दौरान एयर फोर्स गोरखपुर ने लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन किया, जिसे देखकर ऐसा प्रतीत हुआ, जैसे कोई असली आपातकालीन स्थिति पैदा हो गई हो. नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों ने आग लगने की स्थिति में अग्निशमन वाहन से आग बुझाने, घायलों को तुरंत प्राथमिक चिकित्सा देने और अन्य आपात प्रबंधन कार्यों का जीवंत प्रदर्शन किया.<br /><br /><strong>आतंकवाद जैसी चुनौतियों पर चर्चा</strong><br />कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर साइबर सुरक्षा और आतंकवाद जैसी चुनौतियों पर चर्चा की गई. इस अवसर पर नागरिक सुरक्षा गृह मंत्रालय भारत सरकार से कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए एडीजी उमेश शर्मा ने ऐनक्सी भवन में अपने संबोधन में कहा कि इन बढ़ती चुनौतियों के बीच एक सशक्त और जागरूक नागरिक के रूप में स्वयंसेवकों की भूमिका अहम हो जाती है. सामाजिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के इस रोमांचक प्रदर्शन ने लोगों को न केवल जागरूक किया, बल्कि उनमें सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी का भाव भी जागृत किया.साल 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान शहर में वास्तविक ब्लैकआउट हुआ था. तब से आज तक इसका अभ्यास नहीं हुआ. लगभग पांच दशक बाद 29 अप्रैल 2022 को नागरिक सुरक्षा द्वारा योगी सरकार के निर्देश पर गोरखपुर में इसका अभ्यास किया गया था. <br /><br /><strong> 7 बजे मॉकड्रिल संपन्न की गई. </strong><br />चंपा देवी पार्क, ऐनक्सी भवन एवं सर्किट हाउस से सायरन बजा कर हवाई हमले के संकेत दिए गए. हवाई हमले के दो मिनट बाद ऑफिसर कमांडिंग, रेकी अधिकारी, घटना नियंत्रण अधिकारियों ने हवाई हमले से हुई क्षति का निरीक्षण किया. अग्निशमन दल, फर्स्ट एड रेस्क्यू टीम हवाई हमले के दौरान घायल हुए लोगों को रेस्क्यू कर बचाने में जुट गई. करीब 7 बजे मॉकड्रिल संपन्न की गई. सभी टीमों ने नियंत्रण कक्ष को रिपोर्ट किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/akhilesh-yadav-and-awadhesh-prasad-separated-seat-in-lok-sabha-rahul-gandhi-also-distanced-2837149″>लोकसभा में बिछड़ी अखिलेश यादव और अवधेश प्रसाद की जोड़ी, राहुल गांधी भी हुए सपा मुखिया से दूर</a></strong></p>
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शिमला में खाई में गिरी बोलेरो कैम्पर:हादसे में युवक की मौत, 6 घायल, लापरवाही से गाड़ी चला रहा था ड्राइवर
शिमला में खाई में गिरी बोलेरो कैम्पर:हादसे में युवक की मौत, 6 घायल, लापरवाही से गाड़ी चला रहा था ड्राइवर शिमला जिले में रोहड़ू क्षेत्र के चिडग़ांव में एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। जिसमें एक व्यक्ति की मौत और आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार के कारण एक बोलेरो कैम्पर खाई में गिर गई, हादसे के वक्त 7 लोग सवार थे। घायलों का उपचार संदासु सीएचसी में चल रहा है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने सड़क हादसे में घायल वरुण के बयान पर मामला दर्ज किया है। वरुण ने पुलिस को बताया कि वह किराए की गाड़ी से जांगलिख के लिए जा रहा था। इस दौरान जब वह जांगलिख पुल के समीप पहुंचे तो यहां सड़क की खराब हालत के कारण उन्होंने अपनी गाड़ी वहीं खड़ी कर दी है और वहां से उन्होंने बोलेरो कैम्पर में लिफ्ट ली है। तेज रफ्तार के कारण हुआ हादसा सड़क हादसा मंगलवार देर रात 11 बजे के आसपास रोहड़ू चिडग़ांव के अंतर्गत जांगलिख के समीप पेश आया है। बताया जा रहा है कि हिमाचल नम्बर की बोलेरो गाड़ी (HP10 C0880) शिमला से जांगलिख की और जा रही थी। जिसे जांगलिख निवासी हेमराज चला रहा था। वाहन में कुल पहले से 6 लोग मौजूद थे और वरुण और पुनीत भी उनसे लिफ्ट लेकर गाड़ी में बैठ गए। उनके बैठने के बाद गाड़ी जांगलिख पुल से 500 मीटर दूर पहुंचने पर ही दुर्घटना का शिकार हो गई। हादसा ड्राइवर की लापरवाही और तेज रफ्तार के कारण हुआ है। सड़क हादसे में घायल हुए लोगों को उपचार के लिए संदासु सीएचसी ले जाया गया। जहां ले जाते समय पुनीत ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। मृतक सोलन जिले का रहने वाला बताया जा रहा है। मामले की जांच में जुटी पुलिस फिलहाल पुलिस ने घायल के बयानों के आधार पर केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतक पुनीत के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
लखनऊ में 5 की हत्या करने वाला कर रहा गुमराह:सीएम योगी का नाम लेकर बचने की कोशिश में बाप-बेटे; सच्चाई पता लगा रही पुलिस
लखनऊ में 5 की हत्या करने वाला कर रहा गुमराह:सीएम योगी का नाम लेकर बचने की कोशिश में बाप-बेटे; सच्चाई पता लगा रही पुलिस ‘मैं हिंदू बनना चाहता हूं। घर में राम मंदिर बनवाना चाहता हूं, लेकिन पड़ोसी ऐसा करने नहीं दे रहे…आज मेरी मां और बहनें बहुत तड़पी हैं। योगी जी हमारे जीते जी नहीं तो मरने के बाद ही इंसाफ दिलवाइए। योगी जी से गुजारिश है कि इन जैसे मुसलमानों को मत छोड़ना।’ यह बयान अरशद के हैं, जिसने लखनऊ के होटल में अपनी मां और 4 बहनों की बेरहमी से हत्या कर दी। उसने दावा किया है कि पिता के साथ मिलकर उसने यह हत्याएं की हैं। सोची-समझी प्लानिंग से की हत्याएं
आरोपी ने राम मंदिर से लेकर धर्म परिवर्तन तक की बातें कही हैं। इससे साफ है कि वह पूरा प्लान पहले ही बना चुका था। उसने जो वीडियो बनाया है, उसमें साफ दिख रहा है कि इस घटना के बाद दुखी नहीं है। पिता भी हत्या में शामिल रहा और मासूमों की जान लेते वक्त उनके हाथ नहीं कांपे। पुलिस को गुमराह कर रहा अरशद
हत्या के अरशद अपने पिता को लेकर रेलवे स्टेशन गया। वहां से वह सीधे पुलिस चौकी पहुंचा और 5 हत्याएं करने की बात बताई। पुलिस कस्टडी में सुबह से लेकर रात तक वह बयान बदलता रहा। यही वजह है कि पुलिस भी अब उसकी कहानी पर विश्वास नहीं कर रही है।पुलिस ने उसके पिता की तलाश में GRP के साथ आसपास के थानों को अलर्ट कर दिया है। 18 दिसंबर को आगरा से निकला पूरा परिवार
अरशद और उसके पिता को लेकर तमाम बातें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि पड़ोसियों को फंसाने के लिए उन्होंने यह हत्याएं की हैं। 18 दिसंबर को अरशद अपने पिता मो. बदर, मां आसमां, बहन आलिया (9), अक्क्षा (16), अल्शिफा (19) और राहीमीन (18) के साथ आगरा से निकला था। वह पहले अजमेर गया। वहां एक कमरे में रुके और प्लानिंग के तहत पिता ने वीडियो बनाकर जारी किया। इसमें जमीन पर कब्जे से लेकर पड़ोसियों की धमकियों का जिक्र किया। इस दौरान महिलाओं के चेहरे पर भी तनाव दिखा। एक बेटी अपना चेहरा छिपाती दिखी। यह वीडियो खुद अरशद ही बना रहा था। बाद में इसे पब्लिक एप के जरिए वायरल कर दिया। बताया जा रहा है कि उसने मां और बहनों को बताया था कि पड़ोसियों पर कार्रवाई के लिए दुआ मांगे। उसने कहा कि कार्रवाई के लिए कुछ अलग हटकर करना होगा। 29 दिसंबर की रात लखनऊ पहुंचा परिवार
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह परिवार 29 दिसंबर की रात लखनऊ पहुंचा। 30 दिसंबर को होटल में कमरा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री से मिलने की बात कहकर अरशद बाहर निकला। किसी को शक न हो, इसलिए वह रात को वापस लौटा और बोला कि अधिकारियों से बात हुई है, जल्दी कार्रवाई होगी। 31 की रात को पिता के साथ खाना, शराब की बोतल और कोल्ड ड्रिंक लाया। इसमें नशे की गोली भी मिलाई। इसके बाद सभी को पिलाने के बाद प्लान के तहत मां और छोटी बहन की गला घोंटकर हत्या की। दूसरी बहनों का गला घोंटा और गले, कलाई की नसें काट दीं। पूरी वारदात का उसने वीडियो भी बनाया और मुद्दे को धार्मिक रंग देने की कोशिश की। मारने के लिए पहले ही लाया था ब्लेड
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में सामने आया है कि वह ब्लेड अपने साथ घर से ही लाया था। इसी का हत्या में प्रयोग किया है। बताया जा रहा है कि उसको भी अपने पिता की तरह महिलाओं से नफरत थी। बेटियां पैदा होने पर वह पत्नी को प्रताड़ित करता था। पहले भी वह बेटी को जिंदा ही दफनाने की कोशिश कर चुका है, लेकिन कामयाब नहीं हुआ। पिता पुलिस पूछताछ में टूट न जाएं इसलिए स्टेशन छोड़ा
अरशद अपने पिता को पुलिस पूछताछ में टूटने के डर से ही पहले स्टेशन पहुंचा दिया। पहले उसने कहा कि पिता आत्महत्या करने के लिए चले गए हैं। उसके बाद कहा कि पिता को खुद स्टेशन छोड़कर आया है। बाद में बोला कि पिता जेल नहीं जाना चाहते, इसलिए फरार हो गए। जयपुर में दो बार किया हत्या का प्रयास
अरशद ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसने जयपुर में भी सभी की हत्या का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुआ। उसके बाद सभी को सीएम योगी से मिलने के बहाने लखनऊ लाया।
उसने यह भी बताया कि खुद अपनी छोटी बहन को बेचना चाहता था। घरवाले इसका विरोध कर रहे थे, इसलिए सभी को मारने की साजिश रची। चारबाग से खरीदी थी शराब
अरशद ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने चारबाग से शराब खरीदी थी। यह शराब उसने मां और बहनों को पीने के लिए दी थी। शराब पीने के बाद उन्हें उल्टियां हुईं। पिता कोल्ड ड्रिंक लेकर आए थे, जिसमें नशे की गोलियां मिलाई थी। यह पिलाने के बाद सभी की हत्या की। आरोपी को खुद की सात लाख की रजिस्ट्री
यह बात भी सामने आई है कि अरशद जिन पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगा रहा है, उसकी रजिस्ट्री उसने 7 लाख में खुद की थी। वह वीडियो में कह रहा है कि कुछ महीने पहले पड़ोसी रानू और उसके रिश्तेदारों ने जमीन की रजिस्ट्री जबरन करा ली और पैसे नहीं दिए। इन सवाल जिनका जवाब जानना चाहती है पुलिस अरशद के बयानों को वेरीफाई कर रही पुलिस
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अरशद के बयानों को वैरीफाई किया जा रहा है। वह जो बोल रहा है, वह सही है या उसके पीछे उसकी कोई प्लानिंग है, इसकी जांच हो रही है। उसके आरोपों में कितनी सच्चाई है, यह भी पता लगाया जा रहा है। इसके रिश्तेदारों और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। ………………………………….. यह भी पढ़ें मां, बहन को शराब पिलाई, फिर हत्या की:लखनऊ में 36 घंटे होटल में बंधक रखा; 31 दिसंबर की रात चुनी ताकि लोग शोर न सुन सकें लखनऊ के होटल में मां और 4 बहनों की हत्या से पहले आरोपी पिता बदरुद्दीन और बेटे अरशद ने खुद शराब पी। मां और बड़ी बहन को भी शराब पिलाई। वह दोनों उल्टियां करने लगी। बाकी, 3 बहनों को कोल्डड्रिंक में नशे की गोलियां मिलाकर पिलाई। जब सब बेहोशी की हालत में आ गईं तो 31 दिसंबर की रात 2 बजे के करीब सभी की हत्या कर दी। मां और बड़ी का गला दबाकर हत्या की। जबकि 3 छोटी बहनों की गला दबाने के बाद कलाई और नसें भी काटी। पढ़ें पूरी खबर…