जालंधर| कैम्ब्रिज इनोवेटिव स्कूल में आरंभिक सत्र 2024-25 के लिए अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। इसमें नव निर्वाचित छात्र परिषद के सदस्यों को बैज प्रदान किए गए। उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के प्रति ईमानदारी और समर्पण की शपथ ली। दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति और भाषा सलाहकार दीपक बाली ने समारोह की अध्यक्षता की और अपने व्यवहारिक विचारों से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। मार्च पास्ट के जरिए नए परिषद सदस्यों के समन्वित कदम स्कूल बैंड की लयबद्ध गति के साथ पूर्ण सामंजस्य में गूंज रहे थे। पूरे दृश्य ने माता-पिता की पुरानी यादों को तरोताजा किया और गर्व से भर उन्हें रोमांचित भी किया। जालंधर| कैम्ब्रिज इनोवेटिव स्कूल में आरंभिक सत्र 2024-25 के लिए अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। इसमें नव निर्वाचित छात्र परिषद के सदस्यों को बैज प्रदान किए गए। उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के प्रति ईमानदारी और समर्पण की शपथ ली। दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति और भाषा सलाहकार दीपक बाली ने समारोह की अध्यक्षता की और अपने व्यवहारिक विचारों से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। मार्च पास्ट के जरिए नए परिषद सदस्यों के समन्वित कदम स्कूल बैंड की लयबद्ध गति के साथ पूर्ण सामंजस्य में गूंज रहे थे। पूरे दृश्य ने माता-पिता की पुरानी यादों को तरोताजा किया और गर्व से भर उन्हें रोमांचित भी किया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बरनाला के ध्रुव बंसल को NEET में 283वीं रैंक:जिले में मिला पहला स्थान, 18 घंटे की पढ़ाई; जरुरतमंद लोगों की सेवा करना मकसद बरनाला शहर के एक अध्यापक के प्रतिभाशाली बेटे ध्रुव बंसल ने जिले में पहला स्थान हासिल किया है। ध्रुव बंसल ने 720 अंकों में से 715 अंक हासिल किए हैं और नीट परीक्षा में ऑल इंडिया में 283वीं रैंक हासिल कर माता पिता व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। सरकारी अध्यापक पिता अश्वनी कुमार बंसल और माता पवनदीप बंसल ने बताया कि उनके बेटे ध्रुव बंसल ने पहली बार नीट की परीक्षा दी थी। जिसके लिए ध्रुव ने कड़ी मेहनत की और नीट की तैयारी के लिए रोजाना 18 से 20 घंटे पढ़ाई की। बहन कर रही एमबीबीएस ध्रुव बंसल ने बातचीत करते हुए कहा कि वह अपने माता-पिता की प्रेरणा से ही डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर पाएंगे। उनके जीवन का उद्देश्य यही है कि वह एमडी करके जरूरतमंद लोगों की सेवा कर सकें। अश्वनी कुमार बंसल की बेटी गीतिका भी जीएमसी अमृतसर से एमबीबीएस कर रही है। बुधवार को अध्यापक दल पंजाब, बरनाला स्पोर्ट्स एंड वेलफेयर क्लब बरनाला, 16 एकड़ वेलफेयर एसोसिएशन बरनाला, अग्रवाल सभा शैहणा आदि के प्रतिनिधि प्रतिभावान बेटे ध्रुव बंसल के घर पहुंचे और सम्मानित किया।
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अमृतसर- अंबाला रेलवे ट्रैक जाम:वल्ला स्टेशन और सड़क पर किसानों का धरना, बोले- सीएम स्टेज चलाना तो जानते हैं, स्टेट नहीं धान की फसल की सरकारी खरीद को लेकर आज किसान रेलवे लाइनों और सड़कों पर तीन घंटे के लिए जाम लगाकर बैठ गए हैं। किसानों का कहना है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को स्टेज तो बखूबी संभालनी आती है, लेकिन स्टेट चलाना उनके बस की बात नहीं है। रेलवे ट्रैक जाम किए जाने से अमृतसर रेलवे स्टेशन पर भी यात्री परेशान बैठे है। अमृतसर से कई ट्रेनें चलती हैं जिसके कारण कई ट्रेनों के यात्री परेशान हो रहे हैं, वहीं बस स्टैंड पर भी लोग परेशान घूम रहे हैं। दो छुट्टियों के बाद आज बहुत से लोग अपने गंतव्य को जाने के लिए निकले हैं लेकिन बस और ट्रेन बंद होने से उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अमृतसर में जालंधर-अंबाला रेल मार्ग पर वल्ला रेलवे स्टेशन पास रेलवे लाइन पर बैठे भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां के सदस्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। किसान नेता परमिंदर सिंह पंडोरी ने इस दौरान संबोधित करते हुए कहा कि जब फसल बोने का समय होते है तब भी डीएपी के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ता है फिर जब फसल पक जाती है तब भी उसे बेचने के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ता है। सरकार चाहती है की किसान खुद मान लें कि किसानी अब लाभदायक सौदा नहीं है जबकि अगर एक एक किलो गेहूं जा आटा मॉल से खरीदना पड़ेगा तो उन्हें समझ आएगा कि क्या खोया है और किसान किसकी लिए लड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि वो संघर्ष से नहीं डरते हैं और हमेशा हक के लिए संघर्ष करते रहेंगे। स्टेट चलाना मान के बस की बात नहीं पंडोरी ने कहा कि पंजाब के मुखमंत्री स्टेज को बखूबी चला लेते हैं लेकिन स्टेट चलाना उनके बस की बात नहीं हैं। पंजाब की चाहे लॉ एंड ऑर्डर हो, किसानी हो जा फिर कोई और मुद्दा हो सरकार हर फ्रंट पर फेल है। उन्होंने कहा कि पंजाब पहले ही नशे के कारण बर्बाद हो रहा है और अगर अब फसलों को भी बचा नहीं पाए तो नस्लों को बर्बाद कर लेंगे इसीलिए यह संघर्ष जारी रहेगा और अपना हक जरूर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द मंडियों में बरबाद हो रही धान की फसल को उठवाए अन्यथा संघर्ष को तेज किया जाएगा।
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