कैथल मंडी में बरसात में भीगी गेहूं की फसल:खरीद से 6 गुणा कम उठान, नहीं मिल रही फसल डालने की जगह

कैथल मंडी में बरसात में भीगी गेहूं की फसल:खरीद से 6 गुणा कम उठान, नहीं मिल रही फसल डालने की जगह

कैथल की मंडियों में गेहूं की आवक और खरीद का कार्य जोरों पर है, लेकिन खरीद के अनुसार फसल का उठान नहीं हो रहा है। उठान न होने का सबसे बड़ा कारण वाहनाें की अनुपलब्धता माना जा रहा है। मंडियां गेहूं से अटी पड़ी हैं। वाहनों के निकलने का रास्ता भी नहीं बचा है, लेकिन उठान न हाेने के कारण अब फसल लेकर आने वाले किसानों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। उनको फसल डालने के लिए स्थान नहीं मिल रहा है। ढेरियां भीगी एक ओर जहां उठान को देकर दिक्कत है, वहीं मौसम भी मंडी में पहुंची फसल को खराब कर रहा है। शुक्रवार को देर रात हुई बरसात के कारण मंडियों में पड़ी गेहूं की ढेरियां भीग गई। हालांकि ढेरियों को ऊपर से तिरपालों के जरिए ढक दिया गया, लेकिन फसल की ढेरियों के नीचे पानी जमा हो गया और काफी फसल भीग गई। इससे किसान धूप निकलने के बाद अपनी फसल को सुखाते दिखाई दिए। 12 लाख 5 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद गौरतलब है कि मंडियों में इस समय 12 लाख 5 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है, लेकिन उठान मात्र दो लाख 74 हजार क्विंटल का ही हो पाया है। जिला प्रशासन की ओर से मंडी का दौरा कर अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं कि वे फसल का उठान समय के अनुसार करवाएं, लेकिन ट्रक व अन्य वाहन न मिलने के कारण परेशानी हो रही है। अगर शुक्रवार की तरह आगे भी मौसम खराब हुआ तो किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। तीन एजेंसियां कर रही खरीद मार्केट कमेटी सचिव नरेंद्र कुमार ढुल ने कहा कि मंडियों में आवक और खरीद सही चल रही है। तीन एजेंसियां फसल की खरीद कर रही हैं। इनमें हैफेड, फूड एंड सप्लाई और वेयरहाउस एजेंसियां शामिल हैं। उठान को लेकर प्रशासन को समस्या से अवगत करवाया गया है। उठान सुचारू करवाने के एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं। कैथल की मंडियों में गेहूं की आवक और खरीद का कार्य जोरों पर है, लेकिन खरीद के अनुसार फसल का उठान नहीं हो रहा है। उठान न होने का सबसे बड़ा कारण वाहनाें की अनुपलब्धता माना जा रहा है। मंडियां गेहूं से अटी पड़ी हैं। वाहनों के निकलने का रास्ता भी नहीं बचा है, लेकिन उठान न हाेने के कारण अब फसल लेकर आने वाले किसानों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। उनको फसल डालने के लिए स्थान नहीं मिल रहा है। ढेरियां भीगी एक ओर जहां उठान को देकर दिक्कत है, वहीं मौसम भी मंडी में पहुंची फसल को खराब कर रहा है। शुक्रवार को देर रात हुई बरसात के कारण मंडियों में पड़ी गेहूं की ढेरियां भीग गई। हालांकि ढेरियों को ऊपर से तिरपालों के जरिए ढक दिया गया, लेकिन फसल की ढेरियों के नीचे पानी जमा हो गया और काफी फसल भीग गई। इससे किसान धूप निकलने के बाद अपनी फसल को सुखाते दिखाई दिए। 12 लाख 5 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद गौरतलब है कि मंडियों में इस समय 12 लाख 5 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है, लेकिन उठान मात्र दो लाख 74 हजार क्विंटल का ही हो पाया है। जिला प्रशासन की ओर से मंडी का दौरा कर अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं कि वे फसल का उठान समय के अनुसार करवाएं, लेकिन ट्रक व अन्य वाहन न मिलने के कारण परेशानी हो रही है। अगर शुक्रवार की तरह आगे भी मौसम खराब हुआ तो किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। तीन एजेंसियां कर रही खरीद मार्केट कमेटी सचिव नरेंद्र कुमार ढुल ने कहा कि मंडियों में आवक और खरीद सही चल रही है। तीन एजेंसियां फसल की खरीद कर रही हैं। इनमें हैफेड, फूड एंड सप्लाई और वेयरहाउस एजेंसियां शामिल हैं। उठान को लेकर प्रशासन को समस्या से अवगत करवाया गया है। उठान सुचारू करवाने के एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर