हरियाणा के सिरसा में मादक पदार्थ तस्करी के मामले में जेल में कैद आरोपी महिला ने कोर्ट में फर्जी दस्तावेज पेश कर जमानत ले ली। इसका खुलासा होने पर स्पेशल एनडीपीएस फास्ट ट्रैक कोर्ट ने आरोपी महिला व उसकी जमानतदार के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी महिलाओं के खिलाफ कोर्ट को गुमराह करने व धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार शहर थाना डबवाली पुलिस ने वर्ष 2023 में मंडी डबवाली निवासी संगीता रानी पत्नी गोरा सिंह के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी अधिनियम के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर आने के लिए आरोपी संगीता ने स्पेशल एनडीपीएस फास्ट ट्रैक कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की। 25 सितंबर 2023 को कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट ने एक लाख रुपये के जमानत बांड की शर्त पर जमानत मंजूर कर ली। बताया गया है कि 27 सितंबर को संगीता ने जमानत बांड प्रस्तुत किया। जिसमें कृष्णा पत्नी अशोक कुमार निवासी विधि चंद नगर मुक्तसर पंजाब संगीता की जमानतदार बनी। कृष्णा ने अपनी 9 मरला जमीन का विवरण कोर्ट में प्रस्तुत किया। जिसकी कीमत 2 लाख 22 हजार 300 रुपये बताई गई। इसके आधार पर आरोपी संगीता को कोर्ट से जमानत मिल गई और वह जेल से बाहर आ गई। कोर्ट ने रिकॉर्ड की रिपोर्ट मुक्तसर के तहसीलदार व राजस्व अधिकारियों से मांगी। रिपोर्ट में निर्धारित भूमि का मूल्यांकन गलत दिखाया गया। तहसीलदार मुक्तसर साहिब ने विशेष रूप से रिपोर्ट भेजी। इसमें जमीन के दस्तावेजों को जाली बताया गया। इसके बाद कोर्ट को पता चला कि आरोपी संगीता ने कृष्णा के साथ मिलीभगत करके जमानत के फर्जी कागजात तैयार किए। इसके बाद कृष्णा ने ये दस्तावेज कोर्ट में प्रस्तुत कर आरोपी संगीता को जेल से रिहा करवा लिया। इसके बाद कोर्ट ने सिविल लाइन थाना पुलिस को आरोपी संगीता व कृष्णा के खिलाफ कोर्ट से धोखाधड़ी व जालसाजी पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। सिविल लाइन पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा के सिरसा में मादक पदार्थ तस्करी के मामले में जेल में कैद आरोपी महिला ने कोर्ट में फर्जी दस्तावेज पेश कर जमानत ले ली। इसका खुलासा होने पर स्पेशल एनडीपीएस फास्ट ट्रैक कोर्ट ने आरोपी महिला व उसकी जमानतदार के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी महिलाओं के खिलाफ कोर्ट को गुमराह करने व धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार शहर थाना डबवाली पुलिस ने वर्ष 2023 में मंडी डबवाली निवासी संगीता रानी पत्नी गोरा सिंह के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी अधिनियम के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर आने के लिए आरोपी संगीता ने स्पेशल एनडीपीएस फास्ट ट्रैक कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की। 25 सितंबर 2023 को कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट ने एक लाख रुपये के जमानत बांड की शर्त पर जमानत मंजूर कर ली। बताया गया है कि 27 सितंबर को संगीता ने जमानत बांड प्रस्तुत किया। जिसमें कृष्णा पत्नी अशोक कुमार निवासी विधि चंद नगर मुक्तसर पंजाब संगीता की जमानतदार बनी। कृष्णा ने अपनी 9 मरला जमीन का विवरण कोर्ट में प्रस्तुत किया। जिसकी कीमत 2 लाख 22 हजार 300 रुपये बताई गई। इसके आधार पर आरोपी संगीता को कोर्ट से जमानत मिल गई और वह जेल से बाहर आ गई। कोर्ट ने रिकॉर्ड की रिपोर्ट मुक्तसर के तहसीलदार व राजस्व अधिकारियों से मांगी। रिपोर्ट में निर्धारित भूमि का मूल्यांकन गलत दिखाया गया। तहसीलदार मुक्तसर साहिब ने विशेष रूप से रिपोर्ट भेजी। इसमें जमीन के दस्तावेजों को जाली बताया गया। इसके बाद कोर्ट को पता चला कि आरोपी संगीता ने कृष्णा के साथ मिलीभगत करके जमानत के फर्जी कागजात तैयार किए। इसके बाद कृष्णा ने ये दस्तावेज कोर्ट में प्रस्तुत कर आरोपी संगीता को जेल से रिहा करवा लिया। इसके बाद कोर्ट ने सिविल लाइन थाना पुलिस को आरोपी संगीता व कृष्णा के खिलाफ कोर्ट से धोखाधड़ी व जालसाजी पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। सिविल लाइन पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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वजन घटाने के लिए रात भर जागी विनेश फोगाट:रात में अचानक वजन बढ़ा; कम करने के लिए साइकिल चलाई, बाल-नाखून तक काटे
वजन घटाने के लिए रात भर जागी विनेश फोगाट:रात में अचानक वजन बढ़ा; कम करने के लिए साइकिल चलाई, बाल-नाखून तक काटे हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई हो गईं। 50 Kg वेट कैटेगरी में उनका वजन 150 ग्राम ज्यादा मिलने पर आज रात होने वाला फाइनल मैच नहीं खेल पाएंगी। साथ ही उन्हें कोई मेडल भी नहीं मिलेगा। स्पोर्ट्स स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक विनेश फोगाट का वजन मंगलवार रात 2 किलो ज्यादा था। इसे कम करने के लिए उन्होंने अपना खून-पसीना एक कर दिया। जीत के बाद एक बार भी आराम नहीं किया। रातभर जागीं और वजन कम करने की पुरजोर कोशिश की। विनेश ने साइकिल चलाई, स्किपिंग की। अपने बाल और नाखून तक काट दिए। बड़ी बात ये है सेमीफाइनल मैच जीतने के दौरान वो लगभग 52 किलो की थीं और फिर अपना 2 किलो वजन घटाने के लिए उन्होंने अपना खून तक निकाला। वहीं विनेश के ताऊ द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर फोगाट ने कहा, ‘ आज सुबह वजन किया गया था। वजन 150 ग्राम ज्यादा निकला है। अब नियम-नियम है, उसके खिलाफ कोई नहीं जा सकता।’ ससुर राजपाल राठी बोले- मेट पर नहीं हरा पाए तो षड्यंत्र कर किया विनेश फोगाट के ससुर राजपाल राठी ने कहा कि हमें जैसे ही यह सूचना मिली दिल बैठ गया। आंखों में पानी आ गया। इतना दुख है कि किसी को बता नहीं कर पा रहे है। विनेश के साथ राजनीति की जा रही है। कुछ शुरू से ही उसके पीछे लगे हुए है कि कैसे उसको हराया जाए। विनेश को मैट पर नहीं हरा पाए तो राजनीति करके नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर वजन 100 ग्राम ज्यादा था तो 10 मिनट का समय देते वह अपने बाल कटवा लेती, 100 ग्राम तो वहां कम हो जाता। यह षड्यंत्र के माध्यम से किया जा रहा है। बेटी ने जिंदगी भर इस पल के लिए मेहनत की व उसको इस गंदे तरीके से साजिश कर बाहर किया जा रहा है। जानिए, रेसलिंग में क्या है नियम रेसलिंग में किसी भी पहलवान को सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा वजन की छूट मिलती है। विनेश का वजन अगर 50 किलो 100 ग्राम होता तो वह आज गोल्ड मेडल के लिए होने वाला मुकाबला खेल सकती थीं। बुधवार सुबह जब विनेश का वेट किया गया तो वह 50 ग्राम ज्यादा मिला। इसलिए वह डिसक्वालीफाई हो गईं। रेसलर को 2 दिनों तक अपना वजन उसी कैटेगरी में बरकरार रखना होता है लेकिन विनेश ऐसा नहीं कर सकीं। विनेश फोगाट से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें :- विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से बाहर, तबीयत बिगड़ी:बेहोश होने के बाद अस्पताल भर्ती कराया गया; केंद्रीय खेल मंत्री 3 बजे संसद में बयान देंगे विनेश फोगाट ओलिंपिक मुकाबले से बाहर हो गई हैं। उन्हें वजन मेंटेन न होने पर डिसक्वालीफाई कर दिया गया है। इससे वह न केवल फाइनल से बाहर हो गई, बल्कि मेडल से भी चूक गईं। इस बारे में इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन से जानकारी सार्वजनिक कर दी है। एसोसिएशन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक विनेश फोगाट बुधवार सुबह गोल्ड मेडल के लिए फाइनल मुकाबले से पहले 50 kg वजन को कायम नहीं रख सकीं। विनेश ओलिंपिक में इसी वेट कैटेगरी में खेल रही हैं। पूरी खबर पढ़ें… विनेश फोगाट को खोटा सिक्का-लंगड़ा घोड़ा बताया गया था:बृजभूषण के खिलाफ चले आंदोलन में प्रैक्टिस छूटी; वेट कैटेगरी बदलकर पेरिस ओलिंपिक में खेलीं पेरिस ओलिंपिक में एक ही दिन में ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 महिला पहलवानों को पटखनी देकर फाइनल में पहुंचने वाली विनेश फोगाट डिस्क्वालीफाई हो गई हैं। 50 kg वेट कैटेगरी में 100 ग्राम वजन ज्यादा मिलने पर विनेश बाहर हुईं। बुधवार रात को विनेश को अमेरिका की पहलवान सारा एन हिल्डरब्रांट से फाइनल मैच खेलना था। विनेश वही पहलवान है, जिन्होंने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष BJP सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था। महिला पहलवानों के यौन शोषण के विरोध में प्रदर्शन करने पर विनेश को दिल्ली की सड़कों पर घसीटा गया। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा में BJP विधायक के पति का ऑडियो वायरल:बोले- हुड्डा से बात हो गई, ब्रह्मचारी का साथ दें; बड़ौली बोले-मेरे पास सारे सबूत
हरियाणा में BJP विधायक के पति का ऑडियो वायरल:बोले- हुड्डा से बात हो गई, ब्रह्मचारी का साथ दें; बड़ौली बोले-मेरे पास सारे सबूत हरियाणा में लोकसभा चुनाव में मतदान के बाद भितरघात को लेकर भाजपाइयों में मचे घमासान के बीच सोनीपत में एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस ऑडियो में खुद को सुरेंद्र चौधरी बताते हुए एक व्यक्ति दूसरी तरफ बात करने वाले व्यक्ति को भाजपा को छोड़ कांग्रेस के प्रत्याशी सतपाल ब्रह्मचारी के पक्ष में खुल कर वोट डालने को बोल रहा है। सोनीपत से भाजपा प्रत्याशी मोहनलाल बड़ौली की मानें ताे सुरेंद्र चौधरी गन्नौर की भाजपा विधायक निर्मल चौधरी के पति हैं। उनके पास भी ये ऑडियो आया है। वे इसकी शिकायत भी आलाकमान को कर चुके हैं। ऑडियो विधायक को सुनाया गया है, उनको भेजा भी गया है। पहले जानें क्या है पूरा मामला सोनीपत से भाजपा प्रत्याशी एवं राई के विधायक मोहन लाल बड़ौली ने 3 दिन पहले पत्रकारों से बातचीत में दावा किया था कि उनके पास ऐसे वीडियो-ऑडियो सबूत हैं, जिनसे पता चलता है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के कुछ नेताओं ने दगाबाजी की है। उन्होंने खुल कर कांग्रेस प्रत्याशी को वोट डलवाए हैं। उन्होंने कहा था कि भितरघात करने वालों में भाजपा के सांसद व विधायक भी शामिल हैं। उन्होंने इसकी शिकायत की है और आने वाले समय में इन पर कार्रवाई होगी। 1 मिनट 51 सेकेंड का ऑडियो वायरल सोनीपत में अब 1 मिनट 51 सेकेंड का एक ऑडियो वायरल हो रहा है। इसमें सुरेंद्र चौधरी नाम का व्यक्ति संदीप नाम के युवक के साथ बातचीत करता है। दूसरी तरफ के व्यक्ति काे वह अपनी पहचान बताने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर का जिक्र करता है। इसके बाद वह दूसरी तरफ से गांव में चुनाव में माहौल पूछता है। इसमें संदीप नाम का व्यक्ति बताता है कि भाजपा के पक्ष में पूरा माहौल है। इस पर सुरेंद्र चौधरी नाम का व्यक्ति कहता है कि बीजेपी को मार गोली, कांग्रेस को वोट करना है। भाजपा प्रत्याशी बड़ौली बोले… भाजपा प्रत्याशी मोहन लाल बड़ौली का कहना है कि ऑडियो में बोलने वाले ये सुरेंद्र चौधरी गन्नौर की भाजपा विधायक निर्मल चौधरी के पति हैं। उन्होंने इस ऑडियो को भाजपा प्रदेश नेतृत्व व सुरेंद्र चौधरी को भी भेजा है। भाजपा प्रत्याशी बड़ौली का कहना है कि चुनाव में गन्नौर विधायक ने साथ नहीं दिया। यहां खुल कर कांग्रेस प्रत्याशी का साथ दिया गया। भाजपा विधायक तो चुनाव के मौके पर गंगा स्नान को चली गई थी। ऑडियो में चौधरी बोले- म्हारी हुड्डा से हो गई है बात, पढ़े पूरी वार्ता… फोन करने वाला कहता है कि- क्या हाल हैं भाई संदीप, सुरेंद्र चौधरी बोल रहा हूं।
दूसरी तरफ से पूछा जाता है कि… सुरेंद्र चौधरी, फिर कहा जाता है कि, तू भूल गया भाई, तेरे पिताजी गुजरे थे तो सिलेंडर विलेंडर नहीं लेकर गया था ऑक्सीजन के। इसके बाद दूसरी तरफ के व्यक्ति को याद आ जाता है। इसके बाद कुछ साधारण बात होती है दोनों में। दैनिक भास्कर इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता कि इसमें बोल रहा व्यक्ति विधायक निर्मल चौधरी का पति सुरेंद्र चौधरी ही है। सुरेंद्र चौधरी.. गांव में क्या हालात हैं पार्टी के संदीप… अच्छे हैं जी सुरेंद्र चौधरी..अच्छे किसके के संदीप…बीजेपी के जी सुरेंद्र चौधरी.. बीजेपी न छोड़, मार गोली सुसरी कै बीजेपी कै, खट्टर ने कुछ न करा, तू ब्रह्मचारी की तरफ खुल जा, हमारी हुड्डा तै बात होगी सै। करें ब्रह्मचारी की तरफ कूद जा तुम्हारी खट्टर का बात हो गई है संदीप… ठीक है सुरेंद्र चौधरी…आगे इलेक्शन लड़ांगे, गांव में रूक्का मार दे कती, चमार भी आ रहे हैं। चमारों को मैसेज दे दिया है। आपना तै हमनें मैसेज कर दिया है। ओपन कर दो संदीप… ठीक है जी बाउजी सुरेंद्र चौधरी..राजेश को भी कह दिए, राजबीर को भी कह दिए, सरदारां कै बुड्ढा कर गया, उनके पोता को भी कह दियो। चमार सारे साथ हैं, ब्रह्मचारी की खुल कर कर दो, जहां भी है फोन कर दो पूरे हलके में, कोई दिक्कत नहीं है। सुरेंद्र चौधरी.. निर्मल (विधायक) का सारा आदमी ब्रह्मचारी के जा रहा है। हम गामां में मैसेज कर चुके ए टू जेड। इब तो नू देख रहे हैं, जो म्हारा आदमी फोन में रह रहा हे, उसको भी कर दें। याद आ गई तो मैंने तेरे को कर दिया। संदीप… ठीक है जी बाउजी सुरेंद्र चौधरी… कोई काम हो तो बता दियो, चार महीने हैं। अभी इस्तीफा नहीं दिया है, काम तो करावांगे ही सरकार मे हैं तो। आगे तो 4 महीने बाद हैं इलेक्शन विधायक निर्मल बोली. मैंने कोई दगाबाजी नहीं की गन्नौर की भाजपा विधायक निर्मल चौधरी ने भास्कर से कहा कि…मोहनलाल बडोली को टिकट मिलने पर मुझे ऑफिसउद्घाटन को लेकर फोन किया गया था। उसके बाद कभी भी फोन तक नहीं किया। वह क्षमता के अनुसार पार्टी धर्म निभाती रही। शहर का पूरा बाजार व गांवों में प्रचार प्रसार किया है। चुनाव में भितरघात को लेकर सामने आई क्लिप न तो मुझे सुनाई गई और ना ही मुझे भेजी गई है। न ही मेरे पति की इसमें कोई इंवॉल्वमेंट है। गन्नौर में समीक्षा बैठक को लेकर मेरे पास किसी तरह का निमंत्रण नहीं भेजा गया। मेरा फोन चेक कर लें और बड़ौली खुद का फोन चेक करा दें।
हरियाणा में कांडा को समर्थन दे सकती है BJP:भाजपा उम्मीदवार के आज नामांकन वापस लेने की चर्चा; पार्टी ऑफिस में मीटिंग बुलाई
हरियाणा में कांडा को समर्थन दे सकती है BJP:भाजपा उम्मीदवार के आज नामांकन वापस लेने की चर्चा; पार्टी ऑफिस में मीटिंग बुलाई हरियाणा में सिरसा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा आज अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। भाजपा इस सीट पर हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) के उम्मीदवार गोपाल कांडा को समर्थन दे सकती है। रोहताश जांगड़ा ने खुद इसके संकेत दिए हैं। रोहताश जांगड़ा का कहना है कि पार्टी कार्यालय में मीटिंग बुलाई गई है। इसमें हरियाणा के प्रवासी प्रभारी सुरेंद्र सिंह टीटी मौजूद रहेंगे। पार्टी जो भी आदेश देगी, वह मानने के लिए तैयार हैं। हमारा बस एक ही लक्ष्य है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बननी चाहिए। वहीं एक दिन पहले गोपाल कांडा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अब भी NDA का हिस्सा हैं। जीतने के बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। उनका परिवार शुरू से ही RSS से जुड़ा हुआ है। पिता मुरलीधर कांडा जनसंघ की टिकट पर 1952 में डबवाली सीट से चुनाव लड़ चुके हैं और मेरी माता आज भी भाजपा को ही वोट डालती हैं। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। भाजपा के उम्मीदवार उतारते ही इनेलो-बसपा से गठबंधन किया गोपाल कांडा 2019 में सिरसा सीट से विधायक बने थे। जिसके बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन दे दिया। 2024 विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान चर्चा थी कि भाजपा गोपाल कांडा को सिरसा सीट पर समर्थन दे सकती है। हालांकि भाजपा ने यहां से रोहताश जांगड़ा को उम्मीदवार घोषित कर दिया। अगले ही दिन गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) में गठबंधन हो गया। INLD पहले ही बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। जिसके बाद इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कांडा को सिरसा सीट से गठबंधन का उम्मीदवार घोषित कर दिया। कांडा बोले- एक दूसरे की मदद को समझौता गठबंधन के बाद गोपाल कांडा ने कहा था कि सिरसा से बाहर रानियां और ऐलनाबाद हलके में हलोपा का जनाधार है। ऐलनाबाद उपचुनाव में गोबिंद कांडा को अच्छे वोट मिले थे। इसलिए अभय चाहते हैं कि हलोपा ऐलनाबाद और रानियां में मदद करे, बदले में वह सिरसा में मदद करेंगे। हम दोनों ही पार्टियां कांग्रेस के खिलाफ हैं। मैंने कभी भाजपा से कोई सीट नहीं मांगी। हमारा शुरू से ही बिना शर्त समझौता है। इस बार हरियाणा में कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा की सरकार आएगी। भाजपा प्रदेश में जीत की हैट्रिक बनाएगी और हमारा गठबंधन भाजपा को सपोर्ट करेगा। ओपी चौटाला के करीबी रहे गोपाल कांडा के करोड़पति बनने का असली सफर वर्ष 2000 के आसपास गुरुग्राम से शुरू हुआ। उस समय हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला की अगुआई में इनेलो की सरकार थी। उस दौर में गोपाल कांडा इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला के बेहद करीब थे। चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाया। वह IAS अफसर गुरुग्राम में हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (हुडा, अब इसका नाम HSVP हो चुका है।) प्रशासक लग गया। उस अफसर से दोस्ती का फायदा उठाते हुए गोपाल कांडा ने गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी। यह वो दौर था जब गुरुग्राम में डेवलपमेंट शुरू ही हुई थी। दिल्ली से सटा होने के कारण बड़ी-बड़ी कंपनियों ने वहां अपने कॉर्पोरेट दफ्तर बनाने शुरू किए तो गुरुग्राम के प्रॉपर्टी बाजार में ऐसा बूम आया कि रातोंरात लोगों के वारे न्यारे हो गए। गोपाल कांडा को इसका जमकर फायदा मिला। चौटाला सरकार के दौरान ही गोपाल कांडा के बाकी राजनेताओं से भी अच्छे संबंध बन गए। साल 2000 में कांडा ने ओपी चौटाला को नोटों की गडि्डयों से तोला था। तब ऐसी चर्चा रही कि कांडा ने चौटाला के वजन के बराबर तराजू में 80 लाख रुपए रखे थे। 2009 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते 2004 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी, इनेलो हार गई और राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी। बिजनेस की समझ रखने वाले गोपाल कांडा ने जल्दी ही हुड्डा सरकार में पैठ बना ली। उसके साथ ही वह इनेलो और चौटाला परिवार से दूर होते चले गए। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए। वह 2005 से 2009 तक हुड्डा सरकार में उद्योगमंत्री रहे सिरसा के दिग्गज लक्ष्मण दास अरोड़ा को हराकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा चुनाव नतीजे आए तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई। तब कांग्रेस ने 40 सीटें जीतीं। इनेलो 32 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उस समय गोपाल कांडा ने सियासी हालात का फायदा उठाते हुए निर्दलीय जीतने वाले 5-6 विधायकों को रातोंरात हुड्डा को समर्थन दिलवा दिया। लगातार दूसरी बार हरियाणा का मुख्यमंत्री बने हुड्डा ने कांडा को बतौर ईनाम अपनी कैबिनेट में शामिल करते हुए गृह राज्यमंत्री बनाया।