कैथल में ऑटो एग्रोवेट इंडिया का मालिक गिरफ्तार:जिला परिषद सफाई घोटाले का मामला, भाजपा नेता और डिप्टी सीईओ की तलाश

कैथल में ऑटो एग्रोवेट इंडिया का मालिक गिरफ्तार:जिला परिषद सफाई घोटाले का मामला, भाजपा नेता और डिप्टी सीईओ की तलाश

कैथल जिला परिषद के सफाई घोटाले में एसीबी ने ऑटो एग्रोवेट इंडिया के मालिक सुमीत मिगलानी को कैथल कोर्ट के पास से गिरफ्तार किया गया। जांच में आरोपी के घर से 2.60 लाख रुपए नकद बरामद हुए हैं। यह इस घोटाले में 13वीं गिरफ्तारी है। जानकारी के मुताबिक अब तक पकड़े गए आरोपियों में कई सरकारी अधिकारी और ठेकेदार शामिल हैं। एसीबी ने इन आरोपियों से कुल 14.65 लाख रुपए की सरकारी राशि बरामद की है। भाजपा नेता प्रवीण सरदाना और तत्कालीन डिप्टी सीईओ जविंदर सिंह अभी फरार हैं। जानें क्या है पूरा मामला बता दें कि मामले की शुरुआत जुलाई 2021 में हुई थी। पूर्व विधायक लीलाराम ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में जिला परिषद को 31.64 करोड़ रुपए मिले थे। इनमें से 15.82 करोड़ रुपए पंचायतों में सफाई कार्यों के लिए थे। आरोप है कि अधिकारियों और ठेकेदारों ने 35 से 40 प्रतिशत कमीशन लेकर राशि का गबन किया। जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ। रडार पर कई बड़े अधिकारी और राजनेता गिरफ्तार आरोपियों में तीन कनिष्ठ अभियंता, एक एसडीओ और एक लेखा लिपिक शामिल हैं। इनके अलावा आठ ठेकेदारों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। एसीबी जांच में कई बड़े अधिकारी और राजनेता भी रडार पर हैं। भाजपा नेता और डिप्टी सीईओ पर कसा शिकंजा जांच अधिकारी के अनुसार, भाजपा नेता प्रवीण सरदाना और तत्कालीन डिप्टी सीईओ जविंदर सिंह की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। एसीबी की टीम मामले की गहन जांच कर रही है और एफआईआर में कई बड़े नाम भी जल्द शामिल किए जा सकते हैं। फिलहाल गिरफ्तार शेखर काला, कमलजीत डांडा, जयबीर सिंह और साहिल कश्यप अभी भी कैथल जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं, जबकि अन्य आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। पुलिस के पास मजबूत सबूत कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो टीम के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि घोटाले में अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि ACB के पास कई बड़े अधिकारियों और राजनेताओं के खिलाफ मजबूत सबूत मौजूद हैं। इंस्पेक्टर ने कहा हम जल्द ही उन लोगों को भी गिरफ्तार करेंगे, जिनकी इस घोटाले में संलिप्तता सामने आई है। कैथल जिला परिषद के सफाई घोटाले में एसीबी ने ऑटो एग्रोवेट इंडिया के मालिक सुमीत मिगलानी को कैथल कोर्ट के पास से गिरफ्तार किया गया। जांच में आरोपी के घर से 2.60 लाख रुपए नकद बरामद हुए हैं। यह इस घोटाले में 13वीं गिरफ्तारी है। जानकारी के मुताबिक अब तक पकड़े गए आरोपियों में कई सरकारी अधिकारी और ठेकेदार शामिल हैं। एसीबी ने इन आरोपियों से कुल 14.65 लाख रुपए की सरकारी राशि बरामद की है। भाजपा नेता प्रवीण सरदाना और तत्कालीन डिप्टी सीईओ जविंदर सिंह अभी फरार हैं। जानें क्या है पूरा मामला बता दें कि मामले की शुरुआत जुलाई 2021 में हुई थी। पूर्व विधायक लीलाराम ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में जिला परिषद को 31.64 करोड़ रुपए मिले थे। इनमें से 15.82 करोड़ रुपए पंचायतों में सफाई कार्यों के लिए थे। आरोप है कि अधिकारियों और ठेकेदारों ने 35 से 40 प्रतिशत कमीशन लेकर राशि का गबन किया। जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ। रडार पर कई बड़े अधिकारी और राजनेता गिरफ्तार आरोपियों में तीन कनिष्ठ अभियंता, एक एसडीओ और एक लेखा लिपिक शामिल हैं। इनके अलावा आठ ठेकेदारों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। एसीबी जांच में कई बड़े अधिकारी और राजनेता भी रडार पर हैं। भाजपा नेता और डिप्टी सीईओ पर कसा शिकंजा जांच अधिकारी के अनुसार, भाजपा नेता प्रवीण सरदाना और तत्कालीन डिप्टी सीईओ जविंदर सिंह की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। एसीबी की टीम मामले की गहन जांच कर रही है और एफआईआर में कई बड़े नाम भी जल्द शामिल किए जा सकते हैं। फिलहाल गिरफ्तार शेखर काला, कमलजीत डांडा, जयबीर सिंह और साहिल कश्यप अभी भी कैथल जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं, जबकि अन्य आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। पुलिस के पास मजबूत सबूत कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो टीम के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि घोटाले में अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि ACB के पास कई बड़े अधिकारियों और राजनेताओं के खिलाफ मजबूत सबूत मौजूद हैं। इंस्पेक्टर ने कहा हम जल्द ही उन लोगों को भी गिरफ्तार करेंगे, जिनकी इस घोटाले में संलिप्तता सामने आई है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर