हरियाणा के कैथल में जिला परिषद में हुए करोड़ों रुपए के सफाई घोटाले के मामले में अब एक भाजपा नेता का नाम भी सामने आया है। मामले में गिरफ्तार अधिकारियों-ठेकेदारों से हुई पूछताछ में सामने आया है कि भाजपा नेता की फर्म के खाते में भी भारी लेन-देन हुआ है। मामले में गिरफ्तार 7 आरोपियों को रिमांड पूरा होने के बाद शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। मिली जानकारी अनुसार एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की ओर से दर्ज की गई एफआईआर में भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश सचिव प्रवीण सरदाना का नाम शामिल किया गया है। एसीबी की टीमों ने भाजपा नेता से पूछताछ करने के लिए इसके घर में दबिश भी दी है, लेकिन नेता अभी फरार है। इसके साथ ही इस घोटाले का मास्टरमाइंड जिला परिषद डिप्टी सीईओ जसविंद्र भी एसीबी के हाथ नहीं आया है। इस घोटाले में भाजपा नेता प्रवीण सरदाना समेत कुल 15 आरोपी शामिल हैं। एसीबी अभी तक केवल सात आरोपियों की ही गिरफ्तार कर पाई है। जबकि अन्य आठ आरोपी अभी एसीबी की गिरफ्तार से बाहर है। अभी तक एक्सईएन नवीन, जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलवंत, गांव फरियाबाद निवासी ठेकेदार दिलबाग सिंह, गांव फतेहपुर निवासी अभय संधू, ठेकेदार राजेश व पूंडरी निवासी अनिल को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनका रिमांड शुक्रवार को खत्म हो चुका है और न्यायालय ने इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है एसीबी कैथल के प्रभारी महेंद्र सिंह ने बताया कि 7 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आ चुका है। सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों का दो दिन का रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट की ओर से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अन्य फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। हरियाणा के कैथल में जिला परिषद में हुए करोड़ों रुपए के सफाई घोटाले के मामले में अब एक भाजपा नेता का नाम भी सामने आया है। मामले में गिरफ्तार अधिकारियों-ठेकेदारों से हुई पूछताछ में सामने आया है कि भाजपा नेता की फर्म के खाते में भी भारी लेन-देन हुआ है। मामले में गिरफ्तार 7 आरोपियों को रिमांड पूरा होने के बाद शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। मिली जानकारी अनुसार एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की ओर से दर्ज की गई एफआईआर में भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश सचिव प्रवीण सरदाना का नाम शामिल किया गया है। एसीबी की टीमों ने भाजपा नेता से पूछताछ करने के लिए इसके घर में दबिश भी दी है, लेकिन नेता अभी फरार है। इसके साथ ही इस घोटाले का मास्टरमाइंड जिला परिषद डिप्टी सीईओ जसविंद्र भी एसीबी के हाथ नहीं आया है। इस घोटाले में भाजपा नेता प्रवीण सरदाना समेत कुल 15 आरोपी शामिल हैं। एसीबी अभी तक केवल सात आरोपियों की ही गिरफ्तार कर पाई है। जबकि अन्य आठ आरोपी अभी एसीबी की गिरफ्तार से बाहर है। अभी तक एक्सईएन नवीन, जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलवंत, गांव फरियाबाद निवासी ठेकेदार दिलबाग सिंह, गांव फतेहपुर निवासी अभय संधू, ठेकेदार राजेश व पूंडरी निवासी अनिल को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनका रिमांड शुक्रवार को खत्म हो चुका है और न्यायालय ने इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है एसीबी कैथल के प्रभारी महेंद्र सिंह ने बताया कि 7 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आ चुका है। सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों का दो दिन का रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट की ओर से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अन्य फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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इस्लामुद्दीन से प्रॉपर्टी के फर्जी दस्तावेज की फोटो कॉपी बरामद भास्कर न्यूज | यमुनानगर प्रोफेसर कॉलोनी के मकान नंबर 356 के मामले में प्रोडक्शन रिमांड पर चल रहे उर्दू अनुवादक इस्लामुद्दीन उर्फ इस्लाम की मंगलवार को तीन दिन की रिमांड पूरी हो गई थी। पुलिस ने और पूछताछ में इसके गिरोह के एक दर्जन अन्य साथियों की डिटेल व प्रॉपर्टी के तैयार किए गए फर्जी कागजात की असल कॉपी बरामद करनी है, क्योंकि आरोपी ने अब तक इन दस्तावेजों की फोटो कॉपी ही बरामद कराई है। कोर्ट ने आरोपी का दो दिन का प्रोडक्शन रिमांड बढ़ा दिया है। प्रोफेसर कॉलोनी वाले मकान मालिक गोपाल कृष्ण द्वारा कोर्ट में याचिका लगाए जाने के बाद पुन: थाना यमुनानगर शहर पुलिस पिछले साल के क्राइम नंबर 781 में एक्टिव हुई थी। पुलिस ने अदालत में पिछले की महीने 22 तारीख को दिल्ली की रहने वाली परमजीत कौर को प्रोडक्शन रिमांड पर लिया था, जिसने पूछताछ में कई खुलासे किए और बताया कि इस्लामुद्दीन के साथ मिलकर दस्तावेज तैयार कराए गए और 50 लाख में गोपाल कृष्ण का मकान बेच दिया गया था। इसका भेद भी तब खुला था जब मकान को खरीदने वाले कब्जा लेने के लिए पहुंचे थे। परमजीत के बाद अब जांच अधिकारी एसएचओ जगदीश चंद्र ने जेल में बंद इस्लामुद्दीन को रविवार को तीन दिन के प्रोडक्शन रिमांड पर लिया, जिससे पूछताछ की। पूछताछ में इस्लामुद्दीन ने इस केस से जुड़े कुछ दस्तावेजों के गोरखपुर में होना बताया तो रविवार रात ही पुलिस टीम इस्लामुद्दीन को लेकर गोरखपुर पहुंच गई। वहां से मंगलवार सुबह तक लौट कर आई है। आरोपी की दो दिन की बढ़वाई गई रिमांड: एसएचओ एसएचओ ने बताया कि इस्लामुद्दीन की निशानदेही पर उक्त मकान के तैयार किए गए फर्जी दस्तावेजों की फोटो कॉपी बरामद हुई है, जबकि असल कॉपी अभी बरामद नहीं हो पाई है। साथ ही पूछताछ में इस्लामुद्दीन ने इस प्रॉपर्टी के फर्जीवाड़े में एक दर्जन साथियों के साथ होने की बात कही है लेकिन अब तक उनका पूरा नाम-पता नहीं बताया है। दो दिन की बढ़वाई गई रिमांड पर इन सब सवालों के जवाब इस्लामुद्दीन से पूछे जाएंगे।
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फरीदाबाद में कार डेकोरेशन शॉप में भीषण आग:फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियों ने पाया काबू; लाखों का सामान जला हरियाणा के फरीदाबाद में भीषण गर्मी के चलते आगजनी की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। आज फरीदाबाद के तिकोना पार्क में स्थित साजन कार श्रृंगार शॉप में शॉर्ट सर्किट होने के चलते आग लग गई। आग की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग से लाखों रुपए के नुकसान का आकलन है। तिकोना पार्क में स्थित साजन का सिंगर की शॉप में दुकान में कार की डेकोरेशन के लिए भारी मात्रा में समान भरा हुआ था। घटना के समय साजन कार सिंगर के मालिक साजन दुकान में ही बैठे थे। जैसे ही शॉर्ट सर्किट हुआ पहले तो वह दुकान से बाहर भागे। फिर उन्होंने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। कुछ देर में ही दुकान में भीषण आग लग गई। आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची। आग ज्यादा फैल जाने के कारण आधा दर्जन गाड़ियों को बुलाया गया। आग पर काबू पाए जाने तक दुकान में रखा लगभग 15 लख रुपए का सामान जल चुका था। पास में ही कई और दुकान थी, यदि समय रहते फायर ब्रिगेड और दमकल की गाड़ियां मौके पर न पहुंचती तो आग दूसरी दुकानों में फैल सकती थी। दुकान के मालिक साजन ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद समय रहते फायर ब्रिगेड की टीम तो पहुंच गई थी। लेकिन जब तक आग पर काबू पाया तब तक उन्हें लाखों का नुकसान हो चुका था।