पत्नी बोली- राजस्थान की लेडी डॉक्टर ने खुद आग लगाई:हिसार से पति ने खुद फोन किया था, भावना पेट्रोल लेकर दीवार फांदकर आई राजस्थान की लेडी डॉक्टर भावना यादव की हत्या के आरोप में हिसार पुलिस ने हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU) के क्लर्क उदेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। उदेश HAU के कंट्रोलर रूम में क्लर्क है। 24 अप्रैल को वही डॉ. भावना को जली हुई हालत में हिसार के सोनी अस्पताल में लेकर गया था। भावना की मां का आरोप है कि उदेश ने ही उनकी बेटी को जलाकर मारा है। उदेश और भावना के बीच क्या रिश्ता है, उदेश पर लगे आरोपों पर उसके परिवार का क्या कहना है, ये सब जानने के लिए दैनिक भास्कर रेवाड़ी जिले में उदेश के गांव लिलोध पहुंचा। यहां उदेश की मां मुनेश और पत्नी निक्की मिलीं। उन्होंने दावा किया कि भावना काफी समय से उदेश के प्यार में पागल थी, लेकिन भावना की मां गायत्री ने शादी नहीं होने दी। जिस दिन घटना हुई, उदेश ने पत्नी को फोन कर बताया था कि भावना पेट्रोल की बोतल लेकर दीवार कूदकर उसके क्वार्टर में घुस आई और खुद को आग लगा ली। दैनिक भास्कर ने इस मामले में उदेश की मां और पत्नी से विस्तृत बातचीत की। आरोपी के डॉक्टर भावना को अस्पताल लाने से जुड़े 4 PHOTOS.. उदेश से भावना से रिश्तों को लेकर उसकी पत्नी की अहम बातें 1. उदेश के मामा की साली थी भावना, रिश्ते की बात चली
उदेश की पत्नी निक्की ने बताया कि राजस्थान निवासी भावना उसके पति उदेश के मामा की साली थी। दोनों के रिश्ते की बात भी साल 2018 में चली थी। इसके कुछ दिन बाद ही डॉ. भावना को उसकी मां गायत्री ने MBBS की पढ़ाई के लिए विदेश भेज दिया था। रिश्ता तो नहीं हुआ लेकिन भावना उदेश से प्यार करने लगी थी। 2. भावना उदेश से करना चाहती थी शादी
डॉ. भावना उदेश के साथ शादी करना चाहती थी। उसने उदेश की मां मुनेश से फोन पर भी बात की थी। उदेश की मां ने उसे 15 दिन का समय दिया था कि वो अपनी मां को राजी कर ले, उसे कोई एतराज नहीं है। मगर, भावना की मां गायत्री ने उदेश को मामूली क्लर्क बताते हुए शादी से इनकार कर दिया था। 3. शादी से पहले ही अफेयर की बात बता दी थी
निक्की ने आगे बताया कि मार्च 2021 में मेरी और उदेश की सगाई हुई और दिसंबर 2021 में हमारी शादी हो गई। हम दोनों का एक डेढ़ साल का बेटा भी है। निक्की के मुताबिक शादी से पहले ही उदेश ने उसे भावना के साथ अफेयर की पूरी कहानी बता दी थी। 4. भावना ने मुझे फोन किया, कहा- बस, एक बार उदेश की आवाज सुना दो
निक्की के बताया भावना कुछ समय से मेरे साथ चैटिंग कर रही थी। मुझको कहती थी कि थोड़ी डिप्रेशन में हूं, उदेश को कह दो कि दोस्त के नाते ही बात कर ले, जब वो नॉर्मल हो जाएगी तो बात करना बंद कर देगी। उदेश ने भावना को ब्लॉक कर रखा था। भावना ने मुझसे कहा कि एक बार उदेश की आवाज ही सुनवा दो। उसने भी आश्वासन दिया कि वो बात करवा देगी, जब उदेश आएगा। 5. भावना ने 21 अप्रैल को कॉल की, ऑडियो-वीडियो मांगा
निक्की ने बताया कि उसके पास 21 अप्रैल को भावना का फोन आया था। भावना ने उदेश के बारे में पूछा तो उसने कह दिया कि घर में है। सबूत के तौर पर उसके मोबाइल पर वीडियो बनाकर मांगी। उसने उदेश के मोबाइल की वीडियो बनाकर भेज दी। ऑडियो मांगी, तो उसने मना कर दिया। निक्की के मुताबिक, उसके पति की 22 अप्रैल को छुट्टी थी। 23 अप्रैल को यूनिवर्सिटी गए थे। वहां से उन्होंने बताया था कि मैंने भावना को यहां देखा है। इस पर उसने पति से कह दिया था कि आप क्वार्टर में न जाकर कहीं ओर चले जाओ। 6. उदेश ने फोन पर बताया, खुद आग लगाई, मां पर शक
निक्की ने बताया कि हिसार में हुई घटना के बाद उदेश ने उसे फोन कर बताया था कि भावना पीछे वाली दीवार कूद कर क्वार्टर में घुस आई है। उसके बैग में पेट्रोल की बोतल थी। उसने खुद ही पेट्रोल छिड़कर आग लगा ली। इस पर तुरंत उदेश उसे सोनी बर्न हॉस्पिटल हिसार लेकर गया और उपचार शुरू करवाया। मगर, सर्जरी के बीच में ही उसकी मां उसे राजस्थान ले गई। उन्हें तो डॉ. भावना की मां गायत्री पर ही शक है। 7. पुलिस को दोनों की 60 पेज की चैट सौंपी
निक्की ने कहा- मैंने हिसार पुलिस को 60 पेज की चैट सौंपी है, जिसमें निक्की के एकतरफा प्यार की सभी बातें दर्ज हैं। वो किस प्रकार उदेश से मिलने, आवाज सुनवाने के लिए उसके सामने गिड़गिड़ाती थी। मैंने उसे काफी बार समझाने की कोशिश भी, लेकिन भावना जिद पकड़ कर बैठी थी कि वो उदेश के बिना नहीं रह सकती है। उदेश की मां की 2 अहम बातें… 1. मां बोली- भावना की मां ने शादी से पहले 35 लाख मांगे
उदेश की मां मुनेश ने बताया कि डॉ. भावना की मां गायत्री एक बार इस शादी के लिए तैयार हो गई थी। मगर, उसने शर्त रख दी कि भावना की पढ़ाई में जो 35 लाख रुपए खर्च हुए हैं, वो सभी उदेश को देने होंगे। अगर वो 35 लाख रुपए देगा तो वह शादी कर देगी। मगर, उन्हें उसकी शर्त मंजूर नहीं थी, जिसके चलते दोनों की शादी नहीं हुई। 2. मेरा बेटा दोषी होता तो भावना को अस्पताल क्यों ले जाता
मुनेश का कहना है कि यदि बेटा उदेश दोषी होता तो वह भावना को अस्पताल क्यों लेकर जाता। अस्पताल के बिल क्यों भरता। हमें और भावना की मां गायत्री को फोन कर उसे जलने की बात क्यों बताता। मुनेश ने शक जताया कि भावना की मां ने ही अपनी बेटी को मारा है। क्योंकि वह हिसार से भावना को सर्जरी के बीच में ही अपने साथ ले गई थी। उस वक्त मेरे परिवार का कोई आदमी उसके साथ नहीं था। भावना की मां ने पुलिस को शिकायत में क्या कहा, 3 पॉइंट में जानिए… 1. दिल्ली गई थी भावना, उदेश ने कहा- जल गई
राजस्थान के जयपुर में सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल और भावना की मां गायत्री यादव ने बताया कि, भावना ने 2023 में फिलीपींस से MBBS की थी। वह पीजी के लिए दिल्ली में DEMS से MCI परीक्षा की तैयारी कर रही थी। वह ऑनलाइन क्लास ले रही थी और हर सप्ताह वीकली टेस्ट देने जाती थी। 21 अप्रैल को भावना टेस्ट देने दिल्ली गई थी। 24 अप्रैल को उदेश यादव नामक व्यक्ति ने कॉल कर बताया कि भावना जल गई है और हिसार के सोनी हॉस्पिटल में भर्ती है। कुछ देर बाद अस्पताल से भी वीडियो कॉल आया और बेटी की हालत दिखाई। वह सूचना मिलते ही हिसार रवाना हुईं। हालत नाजुक होने पर बेटी को जयपुर के SMS अस्पताल में भर्ती कराया, जहां 24 अप्रैल की रात उसने दम तोड़ दिया। मां गायत्री ने कहा.. मेरी बेटी बहुत होनहार थी और बहुत चंचल स्वभाव की थी। वह जब भी घर रहती थी घर खुशियों से भर देती थी। मैं चाहती हूं मेरी बेटी जिस तरह से तड़पी है आरोपी को भी उसी तरह से सजा मिले। 2. बेटी की मौत हादसा नहीं साजिश
मां गायत्री ने कहा- हॉस्पिटल में ड्रेसिंग के दौरान उन्होंने देखा कि बेटी का चेहरा, पेट और घुटनों तक का हिस्सा बुरी तरह जला हुआ था, जबकि सिर के बाल और पीठ सुरक्षित थी। पेट पर धारदार हथियार से चोट के निशान भी थे। हथियार से गोदने के बाद उसकी जलाकर हत्या की गई। गायत्री यादव ने बताया- भावना की मौत एक हादसा नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश है। छोटी बेटी दिल्ली में रहकर UPSC की तैयारी कर रही है। भावना जब भी दिल्ली टेस्ट देने जाती थी, तो रात को छोटी बहन के पास ही रुकती थी। 21 और 22 अप्रैल को भावना छोटी बहन के पास ही रुकी थी और टेस्ट दिया था। 23 अप्रैल को उन्हें कॉल कर कहा था- मैं 24 अप्रैल की सुबह घर आऊंगी। हालांकि वह घर नहीं पहुंची। हर बार दिल्ली जाते समय बातचीत होती थी।